Nitu Sah Language: Hindi 117 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Previous Page 2 Next Nitu Sah 15 Jun 2022 · 1 min read एक बात... पापा, करप्शन.. लेना ये विनती है या प्यार,पापा आप समझ लेना। किसी को कुछ दें नहीं सकते,तो दिल में ये ग़म मत लेना। पापा कभी करप्शन मत लेना। हमें ना चाहिए कोई ऐसा... “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह · कविता 5 6 463 Share Nitu Sah 14 Jun 2022 · 1 min read मैं हूं तेरे साथ ना डर मेरे लाडले ,आगे चलते-चल मैं हूं तेरे साथ, तू आगे चलते-चल।। किस बात की है हैरानी,तू ढूंढ ले ओ रौशनी मैं हूं तेरे साथ,तू मन में भर के... “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह · ग़ज़ल 3 4 207 Share Nitu Sah 13 Jun 2022 · 1 min read क्या हाल हैं दिल से पूछते हों क्या हाल है,दिल से पूछते हो या सिर्फ औपचारिकता पूरी करते हों समझ नहीं आता,संग वफ़ा करते हो या जफा करते हों नीतू साह हुसेना बंगरा, सीवान-बिहार Hindi · शेर 2 2 110 Share Nitu Sah 3 Jun 2022 · 1 min read ओ आग था ओ दरिया में डूबने का जज्बा रखता था आग था ओ, कहां किसी से डरता था।। नीतू साह हुसेना बंगरा, सीवान-बिहार Hindi · शेर 3 2 215 Share Nitu Sah 31 May 2022 · 1 min read जितना तुम लिख पाओगे मुझे यकीन हैं तुम , हमें दिल-ओ-जान से चाहोगे बस इतना ख्याल रखना, उतना ही लाइने हमें इंप्रेस करने के लिए सुनाना, जितना तुम लिख पाओगे।। नीतू साह हुसेना बंगरा,... Hindi · शेर 2 2 256 Share Nitu Sah 15 May 2022 · 1 min read अपने ही अपनों को जो दिखता हैं ओ होता कहां अपनों से भला कोई जीतता कहां।। सब मतलबी हों गए हैं लोग यहां अब लोगों में रहा ओ बात कहां।। होती थीं एक छत्त... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 3 4 126 Share Nitu Sah 13 May 2022 · 1 min read तुम्हारे पापा ने जब ब्याह कर के आई,घर तुम्हारे बेटी सा प्यार दिए तुम्हारे पापा ने। लोगों के नज़र में तो बहू बन के आई,घर तुम्हारे मगर बेटी का सम्मान दिए तुम्हारे पापा... “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह · कविता 5 13 221 Share Nitu Sah 13 May 2022 · 1 min read पिता दर्पण आपके पिताजी कैसे थें। मत पूछो मेरे मुन्ने मेरे पिताजी कैसे थें। अगर मैं करने लगूं उनका गुणगान,कम पड़ जाएगा ये पब्लिस पेज़। सच, झूठ को लेते पकड़,चाहे लिया हो... “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह · कविता 4 8 275 Share Nitu Sah 5 May 2022 · 1 min read जब बेटा पिता पे सवाल उठाता हैं पिता को भी दर्द होता हैं जब बेटा अपने कर्तव्य से मुकरता हैं जिन आंखों का था कभी पिता हिरों आज बेटा उसी से पूछता हैं कि किया क्या हैं... “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह · कविता 7 14 652 Share Nitu Sah 5 May 2022 · 1 min read पिता का दर्द एक बात बताओ ऐ खुदा पूछ रहा है एक पिता ये कैसा युग आया हैं जो एक कुआं सबको पिलाता था आज ओ दो मिठीं बोल के लिए तरस जाता... “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह · कविता 6 9 415 Share Nitu Sah 4 May 2022 · 2 min read जिन्हें रोज देखते थे जिन्हें रोज देखते थे इन गलियों में, आते-जाते हमने ओ आज कल ,न जानें कहां, खोए-खोए से रहते हैं नाराज़ हैं मुझसे,या कोई बात हों गई हैं कुछ समझ ना... Hindi · गीत 3 158 Share Nitu Sah 3 May 2022 · 1 min read सबका प्यार मुकबल हो सबका प्यार मुकबल हों,ये जरूरी तो नहीं जितना चाहा हमने ओ भी हमें उतना ही चाहें ये जरूरी तो नहीं।। नीतू साह हुसेना बंगरा, सीवान-बिहार Hindi · शेर 2 1 230 Share Nitu Sah 3 May 2022 · 1 min read बहते हुए लहरों पे बहते हुए लहरों पे उसका नाम लिख आया हूं उसे भूल जाने का एक नया तरकीब सीख आया हूं।। कह दो उसे,अब ओ बेफिक्र होकर आएं-जाएं मेरे गलियों से क्योंकि... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 3 3 531 Share Nitu Sah 2 May 2022 · 1 min read वजह ढूंढोगे तो अंत हो जाएगा वज़ह ढूंढोगे तो अंत हो जाएगा फिर दूर-पास का क्या मतलब रह जाएगा। बेवजह उसकी खिड़कियों से ना झांको। वरना उसके गलियों में बेकार के तमाशा हो जाएगा। तुम तो... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 2 3 157 Share Nitu Sah 1 May 2022 · 1 min read क्यो बार-बार आजमाते हो मुझे क्यों बार-बार आजमाते हों क्या अब तक मुझे जान पाएं हों कितने वक़्त तो गुजर गए हैं साथ तेरे फिर क्यों ऐसा-वैसा इल्जाम मुझपे लगातें हो।। मैंने तो एक... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 2 1 120 Share Nitu Sah 30 Apr 2022 · 2 min read सच में पिता के हाथों में जादू है पापा की परी उस समय मात्र छः माह की थीं,जब ये घटना घटी। उस नन्ही सी जान को एक विचित्र रोग ने छू लिया था, विचित्र इसलिए की जिस डॉ०... “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह · लघु कथा 3 2 151 Share Nitu Sah 29 Apr 2022 · 1 min read पापा समुद्र से मोती, आसमां से तारें। ढुंढ के ला दो चांद सितारे।। ओ मेरे पापा ओ मेरे पापा देख रहीं हु राह तुम्हारे। अब आ भी जाओ पापा हमारे।। ओ... “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह · कविता 5 2 658 Share Nitu Sah 28 Apr 2022 · 1 min read मेरे बेबसी पे मेरे बेबसी पे वक़्त भी उठा रहा हैं फायदा कोई बताओं उसे,उसकी क्या है कायदा।।नीतू साह Hindi · शेर 2 1 162 Share Nitu Sah 28 Apr 2022 · 1 min read ये दूरियां मिटा दो ना ये नाराजगी ,ये दूरियां पापा मिटा दो ना। सबको माफ करके ये फासला मिटा दो ना। तुम्हारे बिना जीना भला क्या जीना है । हमें गलें लगाकर ये दूरियां मिटा... “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह · कविता 3 2 386 Share Nitu Sah 28 Apr 2022 · 1 min read पिता अम्बर हैं इस धारा का पिता अम्बर हैं इस धारा का मैं हूं उनकी नन्ही परी पिता जादूगर हैं मेरी दुनिया की मैं हूं उनकी जादू की छड़ी पिता अरमां है मेरे सपने के मैं... “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह · कविता 8 6 549 Share Nitu Sah 28 Apr 2022 · 1 min read प्यारे पापा मैं तेरी बेटी प्यारी तु मेरा पापा प्यारा। जिवन के हर एक डगर पे है तुमने मुझको सम्हाला।। कंधे पर बिठा के मुझकोे तुमने सैर कराया था। तोतली भाषा में... “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह · कविता 3 2 225 Share Nitu Sah 27 Apr 2022 · 1 min read पापा सपने ख्वाब में देखें पुरा किया मेरे पापा ने। पकड़ के उंगली चलना सिखाया मेरे पापा ने।। कंधे पर बिठा के दुनिया की सैर कराया मेरे पापा ने। जरा-सा मैं... “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह · कविता 4 3 286 Share Nitu Sah 27 Apr 2022 · 1 min read बदनामी के धुंए कभी बदनामी के धुंए उठें थें मेरे दहलीज से भी कई मुद्दत बीत गए, फिर भी सुलगती है सीने बीच आग आज भी।। नीतू साह हुसेना बंगरा, सीवान-बिहार Hindi · शेर 1 244 Share Nitu Sah 27 Apr 2022 · 1 min read नसीहतों की पुजारी नसीहतों की पुजारी बहुत मिलेंगे तुम्हें। मगर कोई साथ नहीं देगा, याद हैं हमें।। Hindi · शेर 1 140 Share Nitu Sah 27 Apr 2022 · 1 min read रत्नों में रत्न है मेरे बापू रत्नों में रत्न है मेरे बापू मेरे सिर के ताज और अभिमान है मेरे बापू।। दुनिया के हर दौलत बेकार है उनके आगे उनसे ही हर सोहरत सकार हैं मेरे... “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह · गीत 5 4 386 Share Nitu Sah 27 Apr 2022 · 1 min read मेरे पापा जैसे कोई नहीं.......... है न खुदा जिनके थाम के सदा, मैं उंगली हूं चला जिनके कांधे पे चढ़कर, ये ज़हां हैं घुमा उनके जैसा कोई नहीं है, हां कोई नहीं हैं,हैं न ख़ुदा-२ मानतें हैं लोग... “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह · गीत 3 2 606 Share Nitu Sah 27 Apr 2022 · 1 min read मेरे पापा जैसे कोई....... है न ख़ुदा जिनके थाम के सदा, मैं उंगली हूं चला जिनके कांधे पे चढ़कर, ये ज़हां हैं घुमा उनके जैसा कोई नहीं है, हां कोई नहीं हैं हैं न ख़ुदा-२ मेरे पापा... Hindi · गीत 4 2 264 Share Nitu Sah 21 Apr 2022 · 1 min read बिखरी रौशनी चारों तरफ़ बिखरी एक रौशनी थी न जाने क्यों मेरे दहलीज पे खड़ी रजनी थी।। Hindi · शेर 1 99 Share Nitu Sah 19 Apr 2022 · 2 min read गांव ,जैसे आम का आचार गांव एक आम के आचार की तरह हैं। जैसे ही गांव का नाम जुबां पे आया , यादों का पानी अपने आप बहने लगता हैं,बिल्कुल आचार की तरह। फिर क्या... Hindi · निबंध 1 298 Share Nitu Sah 19 Apr 2022 · 1 min read पापा हमारे पापा हमारे सबसे प्यारे जीवन के हैं हमारे रखवाले खुद ही मुश्किल में रहकर देते हैं दुनिया के सुख सारे उनके आगे जग हैं मिथ्या उन्हीं से हैं मेरी दुनिया... Hindi · कविता 112 Share Nitu Sah 7 Apr 2022 · 1 min read अगर उससे निगाहें मिला...समझो गले लगा लेता कभी-कभी मैं भी बजा लेता हूं शौक़ से शोहरतों की तालियां अगर उसे पा लेता,तो समझो सब कुछ पा लेता।। भीड़ में खड़ी थीं कुछ देर तक मेरे सामने अगर... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 164 Share Nitu Sah 6 Apr 2022 · 1 min read गलती सब से होती हैं गलती सब से होती है माना हमसे थोड़ा ज्यादा होती हैं अंदाज ग़लत नहीं होते मेरा बस लिखने में गलती होती हैं।। खुद को सुधारते है, सुधारते रहेंगे जब तक... Hindi · कविता 159 Share Nitu Sah 6 Apr 2022 · 1 min read होता ना शरीर राख सदियों से देख रहा है मन राहें अपनी बिछा के नयन ओ एक रोज आएगा मिलने यही देख रहा है रोज सपने खुद का दिल बहलाके एक क्षण ना करता... Hindi · कविता 1 114 Share Nitu Sah 6 Apr 2022 · 1 min read खुदा के रहमत मान के तुम चाहें जितना छुपा लों चाहे तो सबसे नज़र चुरा लों फिर भी तुम्हें चैन कहां मिलेगा बेचैनी की चादर तो तुमने खुद ओढ़ा है तुम्हें लगता हैं कि प्यार... Hindi · कविता 148 Share Nitu Sah 5 Apr 2022 · 1 min read शमां देखकर ,दिल ना बहलाओ शमां देखकर ,दिल को ना बहलाओं जल जाओगे ,हर जगह पर ना मारों।। कि हम किसी और के हो चुके हैं हमें अपना कहने के गलतफहमी मत डालो।। यू बार-बार... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 108 Share Nitu Sah 5 Apr 2022 · 1 min read हम सीवान के लड़के हैं बेइंतहा, बेहिसाब तुमसे प्यार करता हूं मैं लड़का हूं सीवान का खुद पे नाज़ करता हूं।। एक बार अगर तू हां कह दें तो डर नहीं, हमें किसी अंजाम से... Hindi · कविता 1 127 Share Nitu Sah 5 Apr 2022 · 1 min read मौन खड़े होते हैं अपने पड़ती हैं जब भी मुसीबत, इतिहास गवाही देता है। मौन खड़े होते हैं अपने बस दर्दे चीख सुनाई देती हैं।। आज़मा के क्या करेंगे ये दिल खेलने के चीज़ तो... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 2 257 Share Nitu Sah 5 Apr 2022 · 1 min read जब तक अंधेरा ना छटे जिंदगी तन्हाई की हों या मुश्किल की जब तक अंधेरा ना छटे, तब तक होती हैं काली रात रहबर भी भटक जाते हैं , जब दर्दे गम की खड़ी होती... Hindi · शेर 1 2 187 Share Nitu Sah 3 Apr 2022 · 1 min read दुनिया एक शतरंज हैं दुनिया के एक शतरंज हैं जिसको सब कुछ मिला वहीं यहां मग्न-मस्त हैं।।नीतू साह Hindi · शेर 1 109 Share Nitu Sah 3 Apr 2022 · 1 min read हम घर से निकल आए हैं किसी मंजिल के तलाश में हम घर से निकल आएं हैं न जाने किस मोड़ पे ओ रू-ब-रू होगा जिसके लिए हम घर से भाग आए हैं।।नीतू साह Hindi · शेर 1 112 Share Nitu Sah 3 Apr 2022 · 1 min read लिखो तो कोई बात लिखो लिखों तो कोई बात लिखों अपने दिल की बात लिखों ओ बिते कैसे रात था ओ हसी कैसी शाम था जब उसके हाथों में तुम्हारा हाथ था प्रकृति ने उस... Hindi · कविता 1 125 Share Nitu Sah 3 Apr 2022 · 1 min read दिल चुरा रखा है बातों ने बातों को उलझा रखा है और इश्क ने दिल को अपना कहकर मेरे सिने से दिल चुरा रखा है।।नीतू साह Hindi · शेर 1 123 Share Nitu Sah 3 Apr 2022 · 1 min read एक झूठ घर के एक झूठ घर के नींव को हिला देती हैं बरसों के रिश्तों में आग लगा देती हैं।। Hindi · शेर 1 109 Share Nitu Sah 2 Apr 2022 · 1 min read आपके संग जाएंगे आप रिश्ते बनाइए हम निभाएंगे जहां भी जाएंगे, साथ-साथ आपके संग जाएंगे।।नीतू साह Hindi · शेर 1 181 Share Nitu Sah 2 Apr 2022 · 1 min read उसकी यादों ने उसकी यादों ने हमें इस तरह से तोड़ा हैं कि हम ना घर के रहे ,ना उसकी अंजुमन के।। नीतू साह Hindi · शेर 1 107 Share Nitu Sah 2 Apr 2022 · 1 min read कैसे कहें उनसे कैसे कहें उनसे, हमें क्या होता है जब भी देखता हूं तुमको दिल हाथ से फिसल जाता है।। ना पूछो ये दिल क्या-क्या कहता जब भी देखता नहीं तुमको तेरी... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 115 Share Nitu Sah 2 Apr 2022 · 1 min read दिल हार जाता है औरों को समझना आसान है मगर जब खुद पर बन आती हैं तो दिल हार जाता है है ये कैसा एक तरफा प्यार जो अपनों को बेगुनाह और खुद को... Hindi · कविता 1 177 Share Nitu Sah 2 Apr 2022 · 2 min read एक पहल नशा-मुक्ति की ओर धुम्रपान ना करों,ना पियो तुम शराब इससे होता हैं बाबू-भैया जीवन भी ख़राब यही है हम सब की मत ना लगाओ बापू ऐसी-वैसी कोई लत इन सब से होती है... Hindi · कविता 1 280 Share Nitu Sah 2 Apr 2022 · 1 min read ये सभी कहते हैं मुझे औरों से क्या लेना, ये सभी लोग कहते हैं मगर किसी दिन पड़ोसियों के घरों में झगड़ा हों तो सबसे पहले यही लोग झांकते हैं जो कहते हैं ना... Hindi · कविता 1 121 Share Nitu Sah 1 Apr 2022 · 1 min read फ्राक गर्ल ओ आती थीं अक्सर, बाबा के दुकानों पे छोटी थी, चंचल थी थोड़ी तोतली उसकी बोली थी फ्राक को पोटली बनाकर कभी गेहूं-कभी धान कभी मक्का,तो कभी न जाने कैसी-कैसी... Hindi · कविता 2 2 250 Share Previous Page 2 Next