Nitu Sah 126 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Previous Page 2 Next Nitu Sah 23 Jun 2022 · 1 min read कुछ रिश्ते कुछ रिश्तों का बोझ उठाना पड़ता हैं अपनों के सामने अपना ग़म छुपाना पड़ता हैं अपना,पराया महज़ एक खेल हैं माया का ना चाहकर भी कुछ रिश्ते निभाना पड़ता हैं।।... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 2 2 185 Share Nitu Sah 23 Jun 2022 · 1 min read थोड़ी मेहनत और कर लो काम तुम भी करते हो हर मुश्किल से लड़ते हो फिर भी बनता नहीं काम तुम्हारा तो थोड़ी मेहनत और कर लो।। तोड़ दों हार-जीत की लड़ियां देखो ना चाहत... Hindi · कविता 2 2 277 Share Nitu Sah 21 Jun 2022 · 1 min read कोई ना रहे अकेला चलों एक मुहिम चलाएं ज्ञान का एक ऐसा दीप जलाएं अंधेरे कमरे भी हो जाएं रौशन जीत का ऐसा जश्न मनाएं।। कोई ना रहे अकेला किसी का दामन ना हो... Hindi · कविता 3 6 287 Share Nitu Sah 16 Jun 2022 · 1 min read हर रिश्तों से बड़ा, पिता हर रिश्तों से बड़ा ,हर वादों से उपर जो बंधन हैं ,जो करवा हैं, इंसानों की उन सब में 'पिता' का नाता अनुपम हैं पिता शब्द,हर शब्दों से उत्तम हैं... “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह · कविता 3 6 222 Share Nitu Sah 16 Jun 2022 · 1 min read मेरी खामोशी का मेरी ख़ामोशि का और अब इम्तिहान ना लें सब कुछ लें लो मेरा ,मगर मेरी जान ना लों तुम किसी प्यार के काबिल नहीं हो,जो कोई तुझपे अपना दिल-ए-जान निसार... Hindi · गीत 3 4 218 Share Nitu Sah 15 Jun 2022 · 1 min read एक बात... पापा, करप्शन.. लेना ये विनती है या प्यार,पापा आप समझ लेना। किसी को कुछ दें नहीं सकते,तो दिल में ये ग़म मत लेना। पापा कभी करप्शन मत लेना। हमें ना चाहिए कोई ऐसा... “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह · कविता 5 6 528 Share Nitu Sah 14 Jun 2022 · 1 min read मैं हूं तेरे साथ ना डर मेरे लाडले ,आगे चलते-चल मैं हूं तेरे साथ, तू आगे चलते-चल।। किस बात की है हैरानी,तू ढूंढ ले ओ रौशनी मैं हूं तेरे साथ,तू मन में भर के... “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह · ग़ज़ल 3 4 228 Share Nitu Sah 13 Jun 2022 · 1 min read क्या हाल हैं दिल से पूछते हों क्या हाल है,दिल से पूछते हो या सिर्फ औपचारिकता पूरी करते हों समझ नहीं आता,संग वफ़ा करते हो या जफा करते हों नीतू साह हुसेना बंगरा, सीवान-बिहार Hindi · शेर 2 2 124 Share Nitu Sah 3 Jun 2022 · 1 min read ओ आग था ओ दरिया में डूबने का जज्बा रखता था आग था ओ, कहां किसी से डरता था।। नीतू साह हुसेना बंगरा, सीवान-बिहार Hindi · शेर 3 2 233 Share Nitu Sah 31 May 2022 · 1 min read जितना तुम लिख पाओगे मुझे यकीन हैं तुम , हमें दिल-ओ-जान से चाहोगे बस इतना ख्याल रखना, उतना ही लाइने हमें इंप्रेस करने के लिए सुनाना, जितना तुम लिख पाओगे।। नीतू साह हुसेना बंगरा,... Hindi · शेर 2 2 278 Share Nitu Sah 15 May 2022 · 1 min read अपने ही अपनों को जो दिखता हैं ओ होता कहां अपनों से भला कोई जीतता कहां।। सब मतलबी हों गए हैं लोग यहां अब लोगों में रहा ओ बात कहां।। होती थीं एक छत्त... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 3 4 142 Share Nitu Sah 13 May 2022 · 1 min read तुम्हारे पापा ने जब ब्याह कर के आई,घर तुम्हारे बेटी सा प्यार दिए तुम्हारे पापा ने। लोगों के नज़र में तो बहू बन के आई,घर तुम्हारे मगर बेटी का सम्मान दिए तुम्हारे पापा... “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह · कविता 5 13 250 Share Nitu Sah 13 May 2022 · 1 min read पिता दर्पण आपके पिताजी कैसे थें। मत पूछो मेरे मुन्ने मेरे पिताजी कैसे थें। अगर मैं करने लगूं उनका गुणगान,कम पड़ जाएगा ये पब्लिस पेज़। सच, झूठ को लेते पकड़,चाहे लिया हो... “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह · कविता 4 8 294 Share Nitu Sah 5 May 2022 · 1 min read जब बेटा पिता पे सवाल उठाता हैं पिता को भी दर्द होता हैं जब बेटा अपने कर्तव्य से मुकरता हैं जिन आंखों का था कभी पिता हिरों आज बेटा उसी से पूछता हैं कि किया क्या हैं... “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह · कविता 7 14 748 Share Nitu Sah 5 May 2022 · 1 min read पिता का दर्द एक बात बताओ ऐ खुदा पूछ रहा है एक पिता ये कैसा युग आया हैं जो एक कुआं सबको पिलाता था आज ओ दो मिठीं बोल के लिए तरस जाता... “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह · कविता 6 9 452 Share Nitu Sah 4 May 2022 · 2 min read जिन्हें रोज देखते थे जिन्हें रोज देखते थे इन गलियों में, आते-जाते हमने ओ आज कल ,न जानें कहां, खोए-खोए से रहते हैं नाराज़ हैं मुझसे,या कोई बात हों गई हैं कुछ समझ ना... Hindi · गीत 3 173 Share Nitu Sah 3 May 2022 · 1 min read सबका प्यार मुकबल हो सबका प्यार मुकबल हों,ये जरूरी तो नहीं जितना चाहा हमने ओ भी हमें उतना ही चाहें ये जरूरी तो नहीं।। नीतू साह हुसेना बंगरा, सीवान-बिहार Hindi · शेर 2 1 244 Share Nitu Sah 3 May 2022 · 1 min read बहते हुए लहरों पे बहते हुए लहरों पे उसका नाम लिख आया हूं उसे भूल जाने का एक नया तरकीब सीख आया हूं।। कह दो उसे,अब ओ बेफिक्र होकर आएं-जाएं मेरे गलियों से क्योंकि... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 3 3 586 Share Nitu Sah 2 May 2022 · 1 min read वजह ढूंढोगे तो अंत हो जाएगा वज़ह ढूंढोगे तो अंत हो जाएगा फिर दूर-पास का क्या मतलब रह जाएगा। बेवजह उसकी खिड़कियों से ना झांको। वरना उसके गलियों में बेकार के तमाशा हो जाएगा। तुम तो... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 2 3 176 Share Nitu Sah 1 May 2022 · 1 min read क्यो बार-बार आजमाते हो मुझे क्यों बार-बार आजमाते हों क्या अब तक मुझे जान पाएं हों कितने वक़्त तो गुजर गए हैं साथ तेरे फिर क्यों ऐसा-वैसा इल्जाम मुझपे लगातें हो।। मैंने तो एक... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 2 1 137 Share Nitu Sah 30 Apr 2022 · 2 min read सच में पिता के हाथों में जादू है पापा की परी उस समय मात्र छः माह की थीं,जब ये घटना घटी। उस नन्ही सी जान को एक विचित्र रोग ने छू लिया था, विचित्र इसलिए की जिस डॉ०... “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह · लघु कथा 3 2 172 Share Nitu Sah 29 Apr 2022 · 1 min read पापा समुद्र से मोती, आसमां से तारें। ढुंढ के ला दो चांद सितारे।। ओ मेरे पापा ओ मेरे पापा देख रहीं हु राह तुम्हारे। अब आ भी जाओ पापा हमारे।। ओ... “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह · कविता 5 2 718 Share Nitu Sah 28 Apr 2022 · 1 min read मेरे बेबसी पे मेरे बेबसी पे वक़्त भी उठा रहा हैं फायदा कोई बताओं उसे,उसकी क्या है कायदा।।नीतू साह Hindi · शेर 2 1 176 Share Nitu Sah 28 Apr 2022 · 1 min read ये दूरियां मिटा दो ना ये नाराजगी ,ये दूरियां पापा मिटा दो ना। सबको माफ करके ये फासला मिटा दो ना। तुम्हारे बिना जीना भला क्या जीना है । हमें गलें लगाकर ये दूरियां मिटा... “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह · कविता 3 2 425 Share Nitu Sah 28 Apr 2022 · 1 min read पिता अम्बर हैं इस धारा का पिता अम्बर हैं इस धारा का मैं हूं उनकी नन्ही परी पिता जादूगर हैं मेरी दुनिया की मैं हूं उनकी जादू की छड़ी पिता अरमां है मेरे सपने के मैं... “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह · कविता 8 6 584 Share Nitu Sah 28 Apr 2022 · 1 min read प्यारे पापा मैं तेरी बेटी प्यारी तु मेरा पापा प्यारा। जिवन के हर एक डगर पे है तुमने मुझको सम्हाला।। कंधे पर बिठा के मुझकोे तुमने सैर कराया था। तोतली भाषा में... “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह · कविता 3 2 249 Share Nitu Sah 27 Apr 2022 · 1 min read पापा सपने ख्वाब में देखें पुरा किया मेरे पापा ने। पकड़ के उंगली चलना सिखाया मेरे पापा ने।। कंधे पर बिठा के दुनिया की सैर कराया मेरे पापा ने। जरा-सा मैं... “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह · कविता 4 3 312 Share Nitu Sah 27 Apr 2022 · 1 min read बदनामी के धुंए कभी बदनामी के धुंए उठें थें मेरे दहलीज से भी कई मुद्दत बीत गए, फिर भी सुलगती है सीने बीच आग आज भी।। नीतू साह हुसेना बंगरा, सीवान-बिहार Hindi · शेर 1 288 Share Nitu Sah 27 Apr 2022 · 1 min read नसीहतों की पुजारी नसीहतों की पुजारी बहुत मिलेंगे तुम्हें। मगर कोई साथ नहीं देगा, याद हैं हमें।। Hindi · शेर 1 169 Share Nitu Sah 27 Apr 2022 · 1 min read रत्नों में रत्न है मेरे बापू रत्नों में रत्न है मेरे बापू मेरे सिर के ताज और अभिमान है मेरे बापू।। दुनिया के हर दौलत बेकार है उनके आगे उनसे ही हर सोहरत सकार हैं मेरे... “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह · गीत 5 4 416 Share Nitu Sah 27 Apr 2022 · 1 min read मेरे पापा जैसे कोई नहीं.......... है न खुदा जिनके थाम के सदा, मैं उंगली हूं चला जिनके कांधे पे चढ़कर, ये ज़हां हैं घुमा उनके जैसा कोई नहीं है, हां कोई नहीं हैं,हैं न ख़ुदा-२ मानतें हैं लोग... “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह · गीत 3 2 629 Share Nitu Sah 27 Apr 2022 · 1 min read मेरे पापा जैसे कोई....... है न ख़ुदा जिनके थाम के सदा, मैं उंगली हूं चला जिनके कांधे पे चढ़कर, ये ज़हां हैं घुमा उनके जैसा कोई नहीं है, हां कोई नहीं हैं हैं न ख़ुदा-२ मेरे पापा... Hindi · गीत 4 2 295 Share Nitu Sah 21 Apr 2022 · 1 min read बिखरी रौशनी चारों तरफ़ बिखरी एक रौशनी थी न जाने क्यों मेरे दहलीज पे खड़ी रजनी थी।। Hindi · शेर 1 116 Share Nitu Sah 19 Apr 2022 · 1 min read बाबूजी हमार, हिन्दी के हउवं पापा बाबूजी हमार , हउवं सत्य के किताब हमरा से अच्छा करेलें हिसाब तनको जे केहू चिऊं कसेले सबके अकल उहों टाईट कसेले मगर दिल के हउवं अच्छा बात करेले सदा... Bhojpuri · कविता 1 145 Share Nitu Sah 19 Apr 2022 · 2 min read गांव ,जैसे आम का आचार गांव एक आम के आचार की तरह हैं। जैसे ही गांव का नाम जुबां पे आया , यादों का पानी अपने आप बहने लगता हैं,बिल्कुल आचार की तरह। फिर क्या... Hindi · निबंध 1 314 Share Nitu Sah 19 Apr 2022 · 1 min read पापा हमारे पापा हमारे सबसे प्यारे जीवन के हैं हमारे रखवाले खुद ही मुश्किल में रहकर देते हैं दुनिया के सुख सारे उनके आगे जग हैं मिथ्या उन्हीं से हैं मेरी दुनिया... Hindi · कविता 148 Share Nitu Sah 7 Apr 2022 · 1 min read अगर उससे निगाहें मिला...समझो गले लगा लेता कभी-कभी मैं भी बजा लेता हूं शौक़ से शोहरतों की तालियां अगर उसे पा लेता,तो समझो सब कुछ पा लेता।। भीड़ में खड़ी थीं कुछ देर तक मेरे सामने अगर... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 183 Share Nitu Sah 6 Apr 2022 · 1 min read गलती सब से होती हैं गलती सब से होती है माना हमसे थोड़ा ज्यादा होती हैं अंदाज ग़लत नहीं होते मेरा बस लिखने में गलती होती हैं।। खुद को सुधारते है, सुधारते रहेंगे जब तक... Hindi · कविता 172 Share Nitu Sah 6 Apr 2022 · 1 min read होता ना शरीर राख सदियों से देख रहा है मन राहें अपनी बिछा के नयन ओ एक रोज आएगा मिलने यही देख रहा है रोज सपने खुद का दिल बहलाके एक क्षण ना करता... Hindi · कविता 1 129 Share Nitu Sah 6 Apr 2022 · 1 min read खुदा के रहमत मान के तुम चाहें जितना छुपा लों चाहे तो सबसे नज़र चुरा लों फिर भी तुम्हें चैन कहां मिलेगा बेचैनी की चादर तो तुमने खुद ओढ़ा है तुम्हें लगता हैं कि प्यार... Hindi · कविता 159 Share Nitu Sah 5 Apr 2022 · 1 min read सभे कहेला, प्यार एक रोग है सभे कहेला , प्यार एक रोग हैं कि न जाने कौना जन्म के ई दोष है जेकरा एक बार ऐकर हवा ल जाला ऊ आदमी कम, बल्कि चलता-फिरता रोग के... Bhojpuri · कविता 239 Share Nitu Sah 5 Apr 2022 · 1 min read शमां देखकर ,दिल ना बहलाओ शमां देखकर ,दिल को ना बहलाओं जल जाओगे ,हर जगह पर ना मारों।। कि हम किसी और के हो चुके हैं हमें अपना कहने के गलतफहमी मत डालो।। यू बार-बार... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 120 Share Nitu Sah 5 Apr 2022 · 1 min read हम सीवान के लड़के हैं बेइंतहा, बेहिसाब तुमसे प्यार करता हूं मैं लड़का हूं सीवान का खुद पे नाज़ करता हूं।। एक बार अगर तू हां कह दें तो डर नहीं, हमें किसी अंजाम से... Hindi · कविता 1 141 Share Nitu Sah 5 Apr 2022 · 1 min read मौन खड़े होते हैं अपने पड़ती हैं जब भी मुसीबत, इतिहास गवाही देता है। मौन खड़े होते हैं अपने बस दर्दे चीख सुनाई देती हैं।। आज़मा के क्या करेंगे ये दिल खेलने के चीज़ तो... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 2 272 Share Nitu Sah 5 Apr 2022 · 1 min read जब तक अंधेरा ना छटे जिंदगी तन्हाई की हों या मुश्किल की जब तक अंधेरा ना छटे, तब तक होती हैं काली रात रहबर भी भटक जाते हैं , जब दर्दे गम की खड़ी होती... Hindi · शेर 1 2 206 Share Nitu Sah 4 Apr 2022 · 1 min read तीर नजर के पार गईल बात कुछ अजीब भईल तीर नजर के पार गईल जवन सोचले ना रहनी कहीओं ऊ प्यार आज कल भईल।। नितु साह Bhojpuri · शेर 1 252 Share Nitu Sah 4 Apr 2022 · 1 min read तू चांद बारू हमार तू चांद बारू हमार हम तोहार आकाश जब भी तोहके देखी ला दिलवा धड़के ला हमार जैसे तू ही चाहत के आश बारू तू ही बारु हमरा जीवन के प्रकाश... Bhojpuri 1 181 Share Nitu Sah 3 Apr 2022 · 1 min read दुनिया एक शतरंज हैं दुनिया के एक शतरंज हैं जिसको सब कुछ मिला वहीं यहां मग्न-मस्त हैं।।नीतू साह Hindi · शेर 1 121 Share Nitu Sah 3 Apr 2022 · 1 min read हम घर से निकल आए हैं किसी मंजिल के तलाश में हम घर से निकल आएं हैं न जाने किस मोड़ पे ओ रू-ब-रू होगा जिसके लिए हम घर से भाग आए हैं।।नीतू साह Hindi · शेर 1 125 Share Nitu Sah 3 Apr 2022 · 1 min read लिखो तो कोई बात लिखो लिखों तो कोई बात लिखों अपने दिल की बात लिखों ओ बिते कैसे रात था ओ हसी कैसी शाम था जब उसके हाथों में तुम्हारा हाथ था प्रकृति ने उस... Hindi · कविता 1 144 Share Previous Page 2 Next