Dr.Priya Soni Khare Tag: कविता 109 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Previous Page 2 Next Dr.Priya Soni Khare 22 May 2023 · 1 min read खुदा जाने वो दूर रह कर भी नज़दीक ही बने रहे जब नज़दीक होंगे, आलम खुदा जाने, पूरी दुनिया उनको अपना समझती है, वो किसको अपना बनायेगें खुदा जाने, चंद घड़ियां ही... Poetry Writing Challenge · कविता 2 228 Share Dr.Priya Soni Khare 22 May 2023 · 1 min read अहिल्या तुमसे दूर रह कर कैसे जीते है बाहर हंसते दिखते है भीतर भीतर रोते है बाते सबसे करते है तुमको ढूंढा करते है कोई पूछे मेरा हाल अगर बस सांसे... Poetry Writing Challenge · कविता 1 206 Share Dr.Priya Soni Khare 22 May 2023 · 1 min read क्या बोलूं वो हैरान है मेरी ख़ामोशी से मैं बोलूं भी तो क्या बोलूं शब्दों के अर्थ अनूठे है होठों के सांकल क्यूं खोलू बस पढ़ लो मेरी आंखों में कुछ गहरे... Poetry Writing Challenge · कविता 2 258 Share Dr.Priya Soni Khare 22 May 2023 · 1 min read मेला तेरा गम आस पास रहता है बाकी सब कुछ उदास रहता है यूं तो मसरूफ़ तुमसे ज्यादा है फिर भी मेरा वक्त तेरे नाम रहता है। मेरा हर शब्द अब... Poetry Writing Challenge · कविता 316 Share Dr.Priya Soni Khare 22 May 2023 · 1 min read मन मन तू इतना जज़्बाती क्यूं है तूने इस दर्द को पकड़ा क्यूं है कोई तेरी बात सुने या अनसुनी कर दे तुझे उम्मीदों की इतनी चाह क्यूं है तू तो... Poetry Writing Challenge · कविता 230 Share Dr.Priya Soni Khare 22 May 2023 · 1 min read प्रश्न –उत्तर कोई प्रश्न रथ पर सवार नहीं होता न ही उत्तर को रास्ते की दरकार होती है प्रश्न पुकार है तो उत्तर ध्वनि है बिना ध्वनि के पुकार संभव ही नहीं। Poetry Writing Challenge · कविता 209 Share Dr.Priya Soni Khare 15 May 2023 · 1 min read शुद्ध कारण संबंध है, जिसमें घुले मिले शब्द —- जीत लेना चाहते, हैं ,दुनिया—- परन्तु,कारण ही समाप्त हो जाय, तब संबंध —– पुकारते है प्रश्न करते हैं विचलित हो जाते हैं... Poetry Writing Challenge · कविता 215 Share Dr.Priya Soni Khare 7 Jun 2022 · 1 min read पिता तुम्हारी छाया में बड़ा सुख पाया है, मैं तुम्हारा ही अक्स हूँ, तुम ही ने मुझे बनाया है| कभी डांटा कभी चांटा ,अक्सर गोदी में उठाया है| मुझे आकार देने... “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह · कविता 5 10 411 Share Dr.Priya Soni Khare 6 Jun 2022 · 1 min read सदियों बाद सदियों बाद मन ने एक बार फिर उड़ान भरी जा बैठा प्रेम की ऊंची टहनी पर बनाने लगा घोंसला जुटाने लगा तिनका जीवन की हर कही अनकही कहानियों से तभी... Hindi · कविता 5 2 403 Share Dr.Priya Soni Khare 4 Jun 2022 · 1 min read देखो अच्छे बुरे का फर्क मिटा कर देखो, कब तक दूसरों को दिखाओगे, खुद आईना उठा कर देखो| मैं सही,तुम गलत,के खेल में, लगा दी सारी शक्ति जीवन की, आज दिल... Hindi · कविता 3 6 502 Share Dr.Priya Soni Khare 26 May 2022 · 1 min read तुम चली गई मां क्या सच में तुम चली गई या समा गई मुझ में ही कहीं अब मैं सुबह से ही रसोई बनाती हूँ थोड़ा परेशान होती हूं फिर भी सब का... Hindi · कविता 7 7 680 Share Dr.Priya Soni Khare 16 May 2022 · 1 min read पिता दिन में सूरज, रात में चांद है, पिता मेरे लिए पूरा आसमान है| इच्छाएं मेरी, प्रयास उसके, जीवन समस्या तो पिता समाधान है| मन उलझे या दिल में उदासी हो,... “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह · कविता 7 11 493 Share Dr.Priya Soni Khare 7 Sep 2021 · 1 min read मैं कौन मैं खुली किताब हूँ, या बन्द लिफाफा, जिसका जैसा स्नेह, उसने उतना आँका, परख मिट्टी की -- सोने के सौदागर क्या जाने---- खुदा के बन्दों को, कभी नहीं करना पडा... Hindi · कविता 4 4 560 Share Dr.Priya Soni Khare 19 Aug 2021 · 1 min read प्रश्न प्रश्न उठे, प्रश्न पूछे गये, उत्तर भी प्रश्न, श्रंखला प्रश्नों की बढ़ती गयी, जिज्ञासा और समझ आक्रोश बन गये, अन्त उपजा ज्ञान प्रश्न-उत्तर एक समान, दोनों भाषा और बुद्धि का... Hindi · कविता 2 2 438 Share Dr.Priya Soni Khare 18 Aug 2021 · 1 min read पूर्ण पूर्णता में अपूर्ण सहजता में असहज जीवन की महागाथा शब्दों संग दुरूह तरंगों की अनुभूति ब्रह्मांड से सानिध्य पाने- खोने को त्याग कर--- प्रकृति में विलीन स्वीकारना ही सहजता है,... Hindi · कविता 1 2 475 Share Dr.Priya Soni Khare 7 Aug 2021 · 1 min read .नदी सी बहती रही मैं पहाड़ी नदी की तरह अपनी ही धुन में कभी झरना, कभी सागर कभी तूफानों से टकरायी, सबने मेरी पहचान मिटाने की भरपूर कोशिश की---- कई मोड़ आये,... Hindi · कविता 4 2 594 Share Dr.Priya Soni Khare 1 Aug 2021 · 1 min read मेरे दौर की सहेलियां मेरे दौर की सहेलियां आज भी मुहँ पर हाथ रखकर बतियाती है, कानों में फुसफुसाती है, बगल में बैठ कर चिकुटियाती हैं, जब भी चार मिल जाती हैं ठहाके गूजँते... Hindi · कविता 14 19 793 Share Dr.Priya Soni Khare 16 Jul 2021 · 1 min read वो नहीं अकेला है मिश्रित सा भाव है, उत्साह और प्रेम का, देखना तो भीतर है, बाहर चमत्कार है, चलना और रुकना भी, सांसों से है,जुड़ा, परिक्रमा का मतलब है, रोम-रोम घूमना, शब्द जाप... Hindi · कविता 3 1 380 Share Dr.Priya Soni Khare 16 Jul 2021 · 1 min read स्री बुद्धि को त्याग कर बुद्ध बनना, किसी स्री के लिए उतना ही सहज हैं, जितना------ जटाओं को नोचकर जटिल आवरण को तोड़ कर भीतर के जल को किसी देवी मन्दिर... Hindi · कविता 4 5 500 Share Dr.Priya Soni Khare 25 Jun 2021 · 1 min read किताबें किताबें बोलेगी, तुम्हारी ऊर्जा के द्वार खोलेगी, तुम्हे बताएगी, खुद जैसा बनना है, तुम्हे सिखाएगी, खुद से प्यार करना, तुम्हारी भाषा में__ शब्द-शब्द दुलराएगी वाक्यों की सीढ़ी बना सफलता तक... Hindi · कविता 7 2 559 Share Dr.Priya Soni Khare 7 Jun 2021 · 1 min read हो जाओ अनन्त जागो सुमन्त, बन जाओ संत, भीतर के अंधकार में ढूँढ लो पंथ, व्यस्तता अंहकार है, शून्यता है, बसंत, ध्यान की सीढ़ी, अज्ञान का अंत, शरीर अस्र है, मन है, शस्र,... Hindi · कविता 1 675 Share Dr.Priya Soni Khare 4 Jun 2021 · 1 min read बरसात के दोहे उमड़ -घुमड़ कर बादल गरजे,हवा चले मतवाली, मेघों में पानी भर कर, बरखा आने वाली| लहर-लहर हिलकोरे लेती,पत्ता-पत्ता झूमें, बारिश की रिमझिम में,पंछी डाली-डाली घूमें| ताल तलैया पूर्ण हो गये,नदियाँ... “बरसात” – काव्य प्रतियोगिता · कविता · बाल कविता 5 6 447 Share Dr.Priya Soni Khare 3 Jun 2021 · 1 min read बरसात की याचना सुनो मेघ-- जब आना, तब ऐसे बरसना जैसे, अमृत बरसता हो, प्रकृति के तृण -तृण को ऊर्जा से भर देना, ऐसे बरसना जैसे, माँ के नयनों से प्रेम बरसता है,... “बरसात” – काव्य प्रतियोगिता · कविता 12 11 990 Share Dr.Priya Soni Khare 2 Jun 2021 · 1 min read शेष धृणा थी, अब क्षमा है, द्वेष था, अब प्रेम है, युद्ध था, अब शान्ति है, आरोप था, अब धन्यवाद हैं, विचारों के इस महासंग्राम में, अर्जुन सा मेरा मन, और... Hindi · कविता 5 4 439 Share Dr.Priya Soni Khare 31 May 2021 · 1 min read प्रेम की बरसात एक बूँद आशा और हिम्मत की तीन, उत्साह की पाँच बूँद, और विश्वास की सात, पवित्रता की नौ बूँद, और शेष सब हो प्यार, बूँद_ बूँद मिल कर हो, ख़ुशी... “बरसात” – काव्य प्रतियोगिता · कविता 12 13 511 Share Dr.Priya Soni Khare 27 May 2021 · 1 min read बरसात बूँद _बूँद जुटती है, धरती से उठती है| सूरज की गर्मी से, मेघों में छुपती है| गर्मी जब बढ़ती है, शाख _शाख झरती है| सूखते है कण्ठ तब, घास भी... “बरसात” – काव्य प्रतियोगिता · कविता 6 6 523 Share Dr.Priya Soni Khare 27 Apr 2021 · 1 min read चल पड़ो चल पड़ो, जिधर लें चले कदम, न श्वेत श्याम की हो फिकर, न धूप छाँव का हो असर, स्निग्ध सी मुस्कान हो, हृदय में सुंदर गान हो, अवसान भी हो... Hindi · कविता 2 4 598 Share Dr.Priya Soni Khare 29 Mar 2021 · 1 min read समझ लो तो होली यत्र तत्र ,सर्वत्र, शब्द,भाषा,रूप अलग, एक सुर में गूँज रहा, प्रकॄति का संगीत अलग, कण कण सौन्दर्य पूर्ण, जन. जन उल्लास अलग, स्वस्थ्य तन का सूत्र एक, मन के समीकरण... Hindi · कविता 7 10 537 Share Dr.Priya Soni Khare 15 Mar 2021 · 1 min read भारत की नारी गिलहरी सी कूदती,चिड़िया सी चहचहाती, कभी आसमां पर उड़ती ,कभी जमीं पर उतर आती, मदमस्त सी चाल, उसका बेबाक़ है अन्दाज़, मगर ज़िन्दगी ने छुपा लिए थे,उससे कई राज, वो... Hindi · कविता 6 559 Share Dr.Priya Soni Khare 13 Mar 2021 · 1 min read .वो नहीं अकेला मिश्रित सा भाव है, उत्साह और प्रेम का, देखना तो भीतर है, बाहर हाहाकार है, चलना और रुकना भी, सांसों से है जुड़ा, परिक्रमा का मतलब, रोम- रोम घूमना, शब्द... Hindi · कविता 6 6 506 Share Dr.Priya Soni Khare 12 Mar 2021 · 1 min read शिव संगीत सांसों संग बहता है, धड़कन स्पन्दन है, चेतना का सार तत्व, मन का आलम्बन है, बुद्धि से परे है, भाषा में बंधा नही, शब्दों में गढा नही, ध्वनि है अनन्त... Hindi · कविता 9 10 790 Share Dr.Priya Soni Khare 9 Mar 2021 · 1 min read आखिर कौन ब्रह्मांड की ऊर्जा स्री ,पुरुष नहीं होती, पंचतत्व स्री पुरुष नही होते, कर्म भी स्री,पुरुष नही होते, धर्म का मर्म, स्री, पुरुष नही होता, भाग्य भी पक्षपात नही करता, फिर... Hindi · कविता 5 7 539 Share Dr.Priya Soni Khare 29 Oct 2020 · 1 min read विजयादशमी मै ही सीता मैं ही राम मुझमें बसते सीता-राम, लक्ष्मण लक्ष्य मेरा ही है, भरत भाव, कर्म,संज्ञान| शत्रुहन लघु, आरम्भ करे मन, बन्द चक्षु सब एक समान| दशरथ मोह के... Hindi · कविता 3 2 411 Share Dr.Priya Soni Khare 11 Jun 2020 · 1 min read रुपान्तरण जीवन की संचित ऊर्जा अपने सूक्ष्मतम रूप में अणु से परमाणु तक क्रोध से प्रेम तक खाद से पुष्प तक कण से पर्वत तक नित्य परिवर्तित हो रही है, रूपांतरित... Hindi · कविता 8 9 336 Share Dr.Priya Soni Khare 11 Jun 2020 · 1 min read रुपान्तरण जीवन की संचित ऊर्जा अपने सूक्ष्मतम रूप में अणु से परमाणु तक क्रोध से प्रेम तक खाद से पुष्प तक कण से पर्वत तक नित्य परिवर्तित हो रही है, रूपांतरित... Hindi · कविता 5 2 305 Share Dr.Priya Soni Khare 15 May 2020 · 1 min read संबंध कारण संबंध है, जिसमें घुले मिले शब्द ---- जीत लेना चाहते, हैं ,दुनिया---- परन्तु,कारण ही समाप्त हो जाय, तब संबंध ----- पुकारते है प्रश्न करते हैं विचलित हो जाते हैं... Hindi · कविता 7 4 593 Share Dr.Priya Soni Khare 12 May 2020 · 1 min read मां का आर्शीवाद नही है मेरी माँ भोली, उसने सिखाया है,मुझे-लड़ना, जीवन संघर्षों में आगे बढ़ना, दिल दुःखे, तो क्या है करना, मेरी माँ ने बताया है------ गली मोहल्ले के लड़को से मत... Hindi · कविता 4 2 371 Share Dr.Priya Soni Khare 10 May 2020 · 1 min read माँ मेरे शरीर के भार को वहन करने वाली मुझे गुरूत्वाकषॆण के विरूद्ध खडा करने वाली धरती माँ को नमन ? मेरी भावनाओं को सशक्त कर मेरी भुजाओं में बल भरने... Hindi · कविता 2 4 503 Share Dr.Priya Soni Khare 8 May 2020 · 1 min read मां कैसे कैसे दर्द लिए फिरती हूँ मैं, रोज एक तिनका नीड़ का बुनती हूँ मैं, कभी उड़ती हूँ,आसमान को छूने.... कभी धरती पर बिखरे दाने ,चुनती हूँ मैं, थक कर... Hindi · कविता 6 1 269 Share Dr.Priya Soni Khare 7 May 2020 · 1 min read विकास शीर्षक-विकास हर तरफ शोर है,विकास चहुँओर है। कँही स्वछ भारत अभियान है, कँही बेटी बचाओ,बेटी पढ़ाओ का गान है, कोई मेट्रो से विकास को आँक रहा है, कोई सैनिक सुविधा,और... Hindi · कविता 5 526 Share Dr.Priya Soni Khare 3 May 2020 · 1 min read सीता देवी लंका विजय के बाद राम तुम्हे लेने नहीं आये, तुम मौन क्यो थी? अयोध्या की जनता तो साधारण थी उसके प्रश्नों का जवाब उसी समय क्यों नहीं दे दिया, गृह... Hindi · कविता 4 290 Share Dr.Priya Soni Khare 24 Apr 2020 · 1 min read परिवार माता-पिता है पूजनीय,करो इनका सम्मान, जिससे इनका दिल दुःखे, मत कर ऐसे काम। सब रिश्ते अनमोल है,समझो दिल की बात, छोटी-छोटी बात पर,क्यों करते उत्पात। कहानियों की पोटली,दादी-नानी का साथ,... Hindi · कविता 3 2 596 Share Dr.Priya Soni Khare 17 Apr 2020 · 1 min read करोना योद्धा चिकित्सक बने,करोना योद्धा, शत् शत्,उनका अभिनन्दन, संकट में भी निर्भय होकर, डटे रहे तुम,तुमको वंदन| नगर रक्षक भी,करोना योद्धा, मानव धर्म का कर विस्तार, भूख प्यास तज,कर्म निभाए, गीत संगीत... Hindi · कविता 3 2 326 Share Dr.Priya Soni Khare 17 Apr 2020 · 1 min read बेटी बहुत पढ़ा ली बेटी अबतो, बेटों पर भी ध्यान दो। मानवता का पाठ पढ़ाओ, उन्हें भी संस्कार दो। ताण्डव शिव का जग प्रसिद्ध है, माँ काली का विकराल रूप। शिव... Hindi · कविता 4 460 Share Dr.Priya Soni Khare 14 Apr 2020 · 1 min read जीत हम जीतेगे हर वो जंग जो इंसानियत के खिलाफ हो, वो जंगल जीतेगा, जिसमें आग लगी थी, वो इमारत भी जीतेगी जिसे बम से उड़ाने की साजिश थी, वो नदी... Hindi · कविता 3 4 517 Share Dr.Priya Soni Khare 14 Apr 2020 · 1 min read मानव शक्ति एक नया अध्याय नया इतिहास रचेंगे हम, ज्ञान,कर्म और योग का संधान करेंगे हम, प्रकृति का यह तांडव जीवन का है,अंश धैर्य हमारा सूत्र है सिद्ध करेंगे हम, स्वच्छता और... Hindi · कविता 4 2 301 Share Dr.Priya Soni Khare 10 Apr 2020 · 1 min read बचपन न कोई सेल्फी ,न अपडेट, फिर भी बचपन अप टू डेट। थोड़ी पढ़ाई,थोड़ा ड्रामा, सूरज दादा, चंदा मामा। दौड़े भागे मस्ती की रेल, सबका था आपस मे मेल। नानी का... Hindi · कविता 5 575 Share Dr.Priya Soni Khare 23 Mar 2020 · 1 min read रूपान्तरण बो दो जीवन को अन्तर्मन के धरातल पर प्रेम की मिट्टी में प्रेरणा,उत्साह संकल्प की खाद से पोषित करो सत्यता का निर्मल जल और श्वास की सकारात्मक उष्मा से उगने... Hindi · कविता 5 2 286 Share Dr.Priya Soni Khare 15 Mar 2020 · 1 min read नारी गिलहरी सी कूदती,चिड़िया सी चहचहाती, कभी आसमां पर उड़ती ,कभी जमीं पर उतर आती, मदमस्त सी चाल, उसका बेबाक़ है अन्दाज़, मगर ज़िन्दगी ने छुपा लिए थे,उससे कई राज, वो... Hindi · कविता 5 501 Share Dr.Priya Soni Khare 9 Mar 2020 · 1 min read अर्द्धनारीश्वर .थोड़ा सा पुरुष मेरे भीतर जगने दो, थोड़ी स्त्री तुम बन जाओ, अर्द्धनारीश्वर से हम ,अपनी सम्पूर्णता अपने भीतर ही पा ले| चलो,आज महिला दिवस मना ले| Hindi · कविता 4 258 Share Previous Page 2 Next