Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
25 Jun 2021 · 1 min read

किताबें

किताबें बोलेगी,
तुम्हारी ऊर्जा के द्वार खोलेगी,
तुम्हे बताएगी,
खुद जैसा बनना है,
तुम्हे सिखाएगी,
खुद से प्यार करना,
तुम्हारी भाषा में__
शब्द-शब्द दुलराएगी
वाक्यों की सीढ़ी बना
सफलता तक पहुँचाएगी,
सपनों के पंख बन जाएगी,
किताब खोलो___
दुनिया खुल जाएगी|

Language: Hindi
7 Likes · 2 Comments · 503 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
*संपूर्ण रामचरितमानस का पाठ/ दैनिक रिपोर्ट*
*संपूर्ण रामचरितमानस का पाठ/ दैनिक रिपोर्ट*
Ravi Prakash
"बताया नहीं"
Dr. Kishan tandon kranti
** दूर कैसे रहेंगे **
** दूर कैसे रहेंगे **
Chunnu Lal Gupta
नए साल की नई सुबह पर,
नए साल की नई सुबह पर,
Anamika Singh
विश्व भर में अम्बेडकर जयंती मनाई गयी।
विश्व भर में अम्बेडकर जयंती मनाई गयी।
शेखर सिंह
"भाभी की चूड़ियाँ"
Ekta chitrangini
रामभक्त शिव (108 दोहा छन्द)
रामभक्त शिव (108 दोहा छन्द)
महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali
मैयत
मैयत
शायर देव मेहरानियां
We host the flag of HINDI FESTIVAL but send our kids to an E
We host the flag of HINDI FESTIVAL but send our kids to an E
DrLakshman Jha Parimal
हिन्दी की मिठास, हिन्दी की बात,
हिन्दी की मिठास, हिन्दी की बात,
Swara Kumari arya
2491.पूर्णिका
2491.पूर्णिका
Dr.Khedu Bharti
जिंदगी की खोज
जिंदगी की खोज
CA Amit Kumar
■ क़तआ (मुक्तक)
■ क़तआ (मुक्तक)
*Author प्रणय प्रभात*
किए जा सितमगर सितम मगर....
किए जा सितमगर सितम मगर....
डॉ.सीमा अग्रवाल
दो शे'र ( अशआर)
दो शे'र ( अशआर)
डॉक्टर वासिफ़ काज़ी
अंत में पैसा केवल
अंत में पैसा केवल
Aarti sirsat
सद् गणतंत्र सु दिवस मनाएं
सद् गणतंत्र सु दिवस मनाएं
Pt. Brajesh Kumar Nayak
मनमर्जी की जिंदगी,
मनमर्जी की जिंदगी,
sushil sarna
बस तेरे हुस्न के चर्चे वो सुबो कार बहुत हैं ।
बस तेरे हुस्न के चर्चे वो सुबो कार बहुत हैं ।
Phool gufran
लिखने – पढ़ने का उद्देश्य/ musafir baitha
लिखने – पढ़ने का उद्देश्य/ musafir baitha
Dr MusafiR BaithA
वो लुका-छिपी वो दहकता प्यार—
वो लुका-छिपी वो दहकता प्यार—
Shreedhar
***
*** " नाविक ले पतवार....! " ***
VEDANTA PATEL
मानसिक शान्ति के मूल्य पर अगर आप कोई बहुमूल्य चीज भी प्राप्त
मानसिक शान्ति के मूल्य पर अगर आप कोई बहुमूल्य चीज भी प्राप्त
Paras Nath Jha
मैंने खुद को जाना, सुना, समझा बहुत है
मैंने खुद को जाना, सुना, समझा बहुत है
सिद्धार्थ गोरखपुरी
दिन गुज़रते रहे रात होती रही।
दिन गुज़रते रहे रात होती रही।
डॉक्टर रागिनी
!!!! सबसे न्यारा पनियारा !!!!
!!!! सबसे न्यारा पनियारा !!!!
जगदीश लववंशी
अतिथि देवो न भव
अतिथि देवो न भव
Satish Srijan
इंसान में नैतिकता
इंसान में नैतिकता
Dr fauzia Naseem shad
मेरा हर राज़ खोल सकता है
मेरा हर राज़ खोल सकता है
Shweta Soni
भजलो राम राम राम सिया राम राम राम प्यारे राम
भजलो राम राम राम सिया राम राम राम प्यारे राम
Satyaveer vaishnav
Loading...