सत्येन्द्र पटेल ‘प्रखर’ 72 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid सत्येन्द्र पटेल ‘प्रखर’ 17 Nov 2018 · 1 min read कविता (माँ) माँ तेरा वह लालन पालन, तेरा वह दुलराना । थपकी,लोरी,तुतली बोली,आँचल दूध पिलाना । याद बहुत आता है सब ,तुझको बहुत सताना । माँ तेरा वह लालन पालन, तेरा वह... "माँ" - काव्य प्रतियोगिता · कविता 18 73 2k Share सत्येन्द्र पटेल ‘प्रखर’ 13 May 2022 · 2 min read पापा जी पापा जी ------------------- पापा जी आदर्श हमारे सचमुच जग से न्यारे थे। ख़ूब दिलाते मौसम के फ़ल लगते हमको प्यारे थे। रात समय नौ बजते सोना सुबह उठाते जल्दी से।... “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह · कविता 9 4 1k Share सत्येन्द्र पटेल ‘प्रखर’ 28 Dec 2020 · 1 min read कोरोना -दोहे अगर कॅरोना हो गया,क्या होगा परिवार । हृदय निवेदन है प्रखर,कर लो आप विचार ।। क्यों आख़िर ताबूत में, ठोंक रहे हो कील। कोरोना ने कब प्रखर ,दिया तुम्हें ये... "कोरोना" - काव्य प्रतियोगिता · कविता 9 28 659 Share सत्येन्द्र पटेल ‘प्रखर’ 2 Dec 2018 · 1 min read भाषा की मर्यादा(दोहे) आज ‘प्रखर’यह देखकर, अब आता आवेश । राजनीति में दे रहे , भाँति-भाँति उपदेश ।। उनको पप्पू कह रहे , बिना ठोस आधार । ऐसे भी गप्पू मिलें , मुझको... Hindi · दोहा 645 Share सत्येन्द्र पटेल ‘प्रखर’ 8 Jun 2019 · 1 min read माँ का अनादर माँ तो इतना चाहती , बेटा बने महान । कभी प्यार से डाँट से ,कभी पकड़ती कान ।। कभी पकड़ती कान ,कभी पकवान बनाती । कभी खेलती साथ ,साथ में... Hindi · कुण्डलिया 554 Share सत्येन्द्र पटेल ‘प्रखर’ 13 Nov 2018 · 1 min read कविता (माँ) माँ तेरा वह लालन पालन, तेरा वह दुलराना । थपकी,लोरी,तुतली बोली,आँचल दूध पिलाना । याद बहुत आता है सब ,तुझको बहुत सताना । माँ तेरा वह लालन पालन, तेरा वह... Hindi · कविता 5 3 476 Share सत्येन्द्र पटेल ‘प्रखर’ 25 Apr 2023 · 1 min read रावण था विद्वान् अगर तो समझो उसकी सीख रही। रावण था विद्वान् अगर तो समझो उसकी सीख रही। साधू वाला वेश धरा तो इच्छा उसकी भीख रही। आम जनों का कहना क्या है सीता भी छल जाती है। सतयुग... Quote Writer 1 599 Share सत्येन्द्र पटेल ‘प्रखर’ 6 Jan 2021 · 1 min read दोहरा चरित्र छिपकली बन रात को जो, मस्त कीड़े खा रहे हैं । वह सुबह से राष्ट्र हित के, गीत सरगम गा रहे हैं । जातियाँ उन्माद भारत ,धर्म पथ आतंक अब... Hindi · मुक्तक 3 2 450 Share सत्येन्द्र पटेल ‘प्रखर’ 4 Apr 2023 · 1 min read मुझे भुला दो बेशक लेकिन,मैं तो भूल न पाऊंगा। मुझे भुला दो बेशक लेकिन,मैं तो भूल न पाऊंगा। भले दूर तुम जाओ लेकिन ,मैं तो इश्क निभाऊंगा।।1 बहुत मुसाफिर राह मिलेंगे, चाहत मिले मुबारक हो। बिना तुम्हारे सनम बता... Quote Writer 542 Share सत्येन्द्र पटेल ‘प्रखर’ 23 Mar 2023 · 1 min read नदियां जो सागर में जाती उस पाणी की बात करो। नदियां जो सागर में जाती उस पाणी की बात करो। विषदंतो से बड़ी भयानक उस वाणी की बात करो। सुबह उठे तो हिंदू मुश्लिम जाति धर्म दुर्भाव प्रखर। लोकतंत्र का... Quote Writer 512 Share सत्येन्द्र पटेल ‘प्रखर’ 25 Sep 2018 · 1 min read दोहा आज हमें लगते नहीं, मात पिता भगवान । इधर उधर हैं खोजते, ‘प्रखर’देख हैरान ।। Hindi · दोहा 1 357 Share सत्येन्द्र पटेल ‘प्रखर’ 24 Feb 2023 · 1 min read रात्रि पहर की छुटपुट चोरी होते सुखद सबेरे थे। रात्रि पहर की छुटपुट चोरी होते सुखद सबेरे थे। चौकीदार रखे जो हमने झूंठे प्रखर लुटेरे थे। भावुक होकर निर्णय लेते वही भूल दोहराते हैं। पढ़ी कहावत बचपन भूले चोर-... Quote Writer 1 430 Share सत्येन्द्र पटेल ‘प्रखर’ 12 Apr 2023 · 1 min read इश्क के बीज बचपन जो बोए सनम। इश्क के बीज बचपन जो बोए सनम। आज बढ़कर वो देखो फ़सल बन गई।। दिल ये तन्हा जिया हमसफ़र के बिना। प्यार जी भर किया ये मसल बन गई।। इस... Quote Writer 510 Share सत्येन्द्र पटेल ‘प्रखर’ 15 Mar 2023 · 1 min read क्या है खूबी हमारी बता दो जरा, क्या है खूबी हमारी बता दो जरा, वह तो कमियां हमारी बताते मिले। साथ देकर उठाने की खाई कसम, वह तो चुपके से हमको गिराते मिले। कहे महफ़िल सजाते तुम्हारे... Quote Writer 429 Share सत्येन्द्र पटेल ‘प्रखर’ 12 May 2019 · 1 min read माँ (कविता) माँ तेरी वो थपकी लोरी , भूल नहीं क्यों पाती है । बचपन वाली प्यारी बोली,याद मुझे फिर आती है।। मेरा बेटा राजा बेटा ,कहकर मुझे बुलाती थी। मुझको सूखा... Hindi · कविता 312 Share सत्येन्द्र पटेल ‘प्रखर’ 7 Dec 2018 · 1 min read दोहे कभी गाय के नाम में,कभी धर्म के नाम । नेता साधू दे रहे ,भाँति- भाँति पैग़ाम ।। राजनीति में है बहुत ,आज ग़ज़ब का स्वाद । जिधर देख लो आप... Hindi · दोहा 285 Share सत्येन्द्र पटेल ‘प्रखर’ 4 Apr 2023 · 1 min read दोष उनका कहां जो पढ़े कुछ नहीं, दोष उनका कहां जो पढ़े कुछ नहीं, किसने उनको पढ़ाया बताओ ज़रा। नाम फीका प्रखर झूंठी शोहरत रही , किसने हमसे छिपाया बताओ ज़रा। दुःख के बादल छटेंगे बताए थे... Hindi · Quote Writer · ग़ज़ल 1 467 Share सत्येन्द्र पटेल ‘प्रखर’ 7 Oct 2018 · 1 min read प्रखर देख हैरान भारतवासी एक हो, मान रहे क्यूँ हार । लोकतंत्र के राज में, तुम ही हो सरकार।। दान और मतदान में, केवल दे लो ध्यान । सारे कष्टों की वजह,जान सको... Hindi · कविता 270 Share सत्येन्द्र पटेल ‘प्रखर’ 28 Apr 2023 · 1 min read संविधान की बात करो सब केवल इतनी मर्जी है। संविधान की बात करो सब केवल इतनी मर्जी है। ऊंच नीच की बात मुझे बस केवल लगती फर्जी है। विश्व गुरू बनने की हसरत मन के अन्दर पाली हो। सम्यक... Quote Writer 1 397 Share सत्येन्द्र पटेल ‘प्रखर’ 20 Feb 2023 · 1 min read छिपकली बन रात को जो, मस्त कीड़े खा रहे हैं । छिपकली बन रात को जो, मस्त कीड़े खा रहे हैं । वह सुबह से राष्ट्र हित के, गीत सरगम गा रहे हैं । जातियाँ उन्माद भारत ,धर्म पथ आतंक अब... Quote Writer 2 381 Share सत्येन्द्र पटेल ‘प्रखर’ 8 Apr 2023 · 1 min read प्यार लिक्खे खतों की इबारत हो तुम। प्यार लिक्खे खतों की इबारत हो तुम। सच बताऊं प्रखर की इबादत हो तुम।। प्यार सच्चा किया झूँठ फिर भी लगा। गर सजा हो मुकर्रर अदालत हो तुम।। माना मुमकिन... Quote Writer 1 308 Share सत्येन्द्र पटेल ‘प्रखर’ 7 Oct 2018 · 1 min read प्रखर देख हैरान भारतवासी एक हो, मान रहे क्यूँ हार । लोकतंत्र के राज में, तुम ही हो सरकार।। दान और मतदान में, केवल दे लो ध्यान । सारे कष्टों की वजह,जान सको... Hindi · दोहा 2 262 Share सत्येन्द्र पटेल ‘प्रखर’ 17 Apr 2023 · 1 min read दिल धड़कने लगा जब तुम्हारे लिए। दिल धड़कने लगा जब तुम्हारे लिए। दिल तुम्हारा है मेरी अमानत नहीं।। इश्क में दिल की हालत बताऊं सनम। मिल्कियत भी हमारी सलामत नहीं।। इश्क मांगी सज़ा तुमसे ता उम्र... Quote Writer 419 Share सत्येन्द्र पटेल ‘प्रखर’ 24 Apr 2023 · 1 min read आप कुल्हाड़ी को भी देखो, हत्थे को बस मत देखो। आप कुल्हाड़ी को भी देखो, हत्थे को बस मत देखो। कौन तुम्हारा असली साथी ,जत्थे को बस मत देखो। संविधान का राज प्रखर है ,किस्मत जैसी बात नहीं । शिक्षित... Quote Writer 333 Share सत्येन्द्र पटेल ‘प्रखर’ 22 Feb 2023 · 1 min read जो मासूम हैं मासूमियत से छल रहें हैं । जो मासूम हैं मासूमियत से छल रहें हैं । प्रखर वही हैं जिनके पुरखे कल रहें हैं । बदस्तूर जारी है सियासत रहनुमाई की। सवाल यह नहीं है वह क्या... Quote Writer 1 351 Share सत्येन्द्र पटेल ‘प्रखर’ 29 Apr 2023 · 1 min read धर्म वर्ण के भेद बने हैं प्रखर नाम कद काठी हैं। धर्म वर्ण के भेद बने हैं प्रखर नाम कद काठी हैं। गोत्र वंश के नाम बहुत हैं गौतम कश्यप राठी हैं। संविधान का राज़ बनाओ धर्मों में मत वार करो।... Quote Writer 340 Share सत्येन्द्र पटेल ‘प्रखर’ 14 May 2023 · 1 min read बाल मेंहदी लगा लेप चेहरे लगा । बाल मेंहदी लगा लेप चेहरे लगा । बात इतनी सी चेहरे में नूर आ गया।। खुद से खुद को सज़ा है पता तक नहीं। थोड़ी चर्चा हुई तो गुरूर आ... Quote Writer 1 407 Share सत्येन्द्र पटेल ‘प्रखर’ 23 May 2023 · 1 min read हर अदा उनकी सच्ची हुनर था बहुत। हर अदा उनकी सच्ची हुनर था बहुत। रोज़ कितने ही नाटक दिखाते रहे।। फंस रहे ऐसा मुमकिन लगा ही नहीं । रोज़ जाले में अपने फंसाते रहे ।। जो भी... Quote Writer 429 Share सत्येन्द्र पटेल ‘प्रखर’ 17 Jun 2023 · 1 min read वक्त क्या बिगड़ा तो लोग बुराई में जा लगे। वक्त क्या बिगड़ा तो लोग बुराई में जा लगे। छोड़कर पुरानी रीत लोग रूबाई में जा लगे। कोशिशें तमाम करके छोटा न कर सके प्रखर। पैरों के नीचे तब यही... Quote Writer 416 Share सत्येन्द्र पटेल ‘प्रखर’ 13 Apr 2023 · 1 min read इश्क में हमसफ़र हों गवारा नहीं । इश्क में हमसफ़र हों गवारा नहीं । झूंठ कहती हो कोई हमारा नहीं ।। इश्क में एक पल भी हमारे बिना । झूंठ कहती हो तुमने गुजारा नहीं ।। इश्क... Quote Writer 1 339 Share सत्येन्द्र पटेल ‘प्रखर’ 19 Apr 2023 · 1 min read दिल में हसरत जगे तो दबाना नहीं। दिल में हसरत जगे तो दबाना नहीं। सुबह उठने का मक़सद मिटाना नहीं। मंजिलें भी कठिन कीमतें हैं अधिक। इस बहाने में खुद को छिपाना नहीं।। -सत्येन्द्र पटेल 'प्रखर ' Quote Writer 312 Share सत्येन्द्र पटेल ‘प्रखर’ 16 Mar 2023 · 1 min read दर्द तन्हाई मुहब्बत जो भी हो भरपूर होना चाहिए। दर्द तन्हाई मुहब्बत जो भी हो भरपूर होना चाहिए। रुसवाई हो या रहनुमाई कदर मशहूर होना चाहिए। शाने शौकत शोहरते मंज़िल रुआब दिखाओ प्रखर। जीत का जश्न हो तो हाथों... Quote Writer 300 Share सत्येन्द्र पटेल ‘प्रखर’ 11 Apr 2023 · 1 min read इश्क में हम वफ़ा हैं बताए हो तुम। इश्क में हम वफ़ा हैं बताए हो तुम। बेवफा बन के नस्तर चलाए हो तुम।। बात मौसम कि थी तुम बदलने लगे। दिल के अरमान सारे मिटाए हो तुम।। चांद... Quote Writer 1 333 Share सत्येन्द्र पटेल ‘प्रखर’ 6 Jun 2023 · 1 min read राजनीति में ना प्रखर,आते यह बलवान । राजनीति में ना प्रखर,आते यह बलवान । धरती या आकाश में,यदि होते भगवान।। सत्येन्द्र पटेल 'प्रखर ' Quote Writer 1 499 Share सत्येन्द्र पटेल ‘प्रखर’ 7 Apr 2023 · 1 min read सनम ऐसे ना मुझको बुलाया करो। सनम ऐसे ना मुझको बुलाया करो। गर बुलाओ वजह भी जताया करो।। बात कुछ भी नहीं तुम बताती प्रखर । दिल के अरमां न हमसे दबाया करो।। प्यार करती अगर... Quote Writer 279 Share सत्येन्द्र पटेल ‘प्रखर’ 18 Apr 2023 · 1 min read उनकी तोहमत हैं, मैं उनका ऐतबार नहीं हूं। उनकी तोहमत हैं, मैं उनका ऐतबार नहीं हूं। बता दो उनको ,मैं झूंठ का क़िरदार नहीं हूं। तुम जो चाहते हो कि, दिन को रात कहूं मैं। प्रखर मालिक हूं... Quote Writer 1 234 Share सत्येन्द्र पटेल ‘प्रखर’ 27 May 2023 · 1 min read ___2___किसे अपना कहूं? हर तरफ़ एक ही फ़साना है, हमारा दिल उनका दीवाना है। ये जहां हमारे काबिल नहीं, इन्हें अलग दुनियां बसाना है। टूटा तारा नहीं है किस्मत में, घर उनको कांटों... Poetry Writing Challenge 1 265 Share सत्येन्द्र पटेल ‘प्रखर’ 30 May 2023 · 1 min read _26_मुझे गम नहीं तार- तार हो चुका है मेरा दामन, राख हो गया है मेरा चमन, सब आकांक्षाएं हो गईं दफ़न, बांधा गया मेरे सिर कफ़न, तोड़ गए वो अपने सारे वचन, छलनी... Poetry Writing Challenge 2 290 Share सत्येन्द्र पटेल ‘प्रखर’ 7 Mar 2023 · 1 min read संविधान का शासन भारत मानवता की टोली हो। संविधान का शासन भारत मानवता की टोली हो। जाति धर्म भाषा से उठकर राष्ट्रवाद की बोली हो। संविधान का राज रहे तो मानव प्रखर समान बने। ईद मुबारक लोहड़ी हो... Quote Writer 159 Share सत्येन्द्र पटेल ‘प्रखर’ 5 Mar 2023 · 1 min read माना सच है वो कमजर्फ कमीन बहुत है। माना सच है वो कमजर्फ कमीन बहुत है। तो क्या हमें भी ख़ुद पर यकीन बहुत है। कोशिशें बदस्तूर जारी हैं चलने की प्रखर । हमारे कदमों तले अभी ज़मीन... Quote Writer 155 Share सत्येन्द्र पटेल ‘प्रखर’ 28 May 2023 · 1 min read _13_एक तिनका डूबते हुए मांझी के लिए काफ़ी है, साहिल का एक तिनका। मरते हुए काजी के लिए काफ़ी है, नूर का एक तिनका।। मायूसी की परछाइयों के लिए काफ़ी है, मयूख... Poetry Writing Challenge 1 279 Share सत्येन्द्र पटेल ‘प्रखर’ 26 Apr 2023 · 1 min read आपाधापी व्यस्त बहुत हैं दफ़्तर में व्यापार में । आपाधापी व्यस्त बहुत हैं दफ़्तर में व्यापार में । समय मिला तो मोबाइल में टीबी में अख़बार में। पत्नी बच्चे दुःख देते हैं प्रखर शिकायत इतनी है। कौन यहां कोई... Quote Writer 204 Share सत्येन्द्र पटेल ‘प्रखर’ 16 Jun 2023 · 1 min read "ताले चाबी सा रखो, "ताले चाबी सा रखो, पूर्ण समर्पण प्यार। भले टूटना ही पड़े, मत बदलो व्यवहार।।" सत्येन्द्र पटेल 'प्रखर ' Quote Writer 309 Share सत्येन्द्र पटेल ‘प्रखर’ 28 May 2023 · 1 min read __5__कोई मज़हब ऐसा बनाओ दूरियां हो जाएं कम ना होने पाए कोई आंख नम, मिट जाएं हमारे गम मैं और तू नहीं बन जाय हम, अद्वितीयता की धुन बनाओ, कोई मज़हब ऐसा बनाओ ।।... Poetry Writing Challenge 1 209 Share सत्येन्द्र पटेल ‘प्रखर’ 28 May 2023 · 1 min read _19_मैं मचल रहा हूं निश्छल है उनका प्रेम या सिर्फ़ उनका छलावा, पूछते हैं कुशल क्षेम या सिर्फ़ उनका दिखावा, वहां है कोई हरीफ या सिर्फ़ देते दुहाई, वहां जाने का कोई झरोखा या... Poetry Writing Challenge 2 204 Share सत्येन्द्र पटेल ‘प्रखर’ 28 May 2023 · 1 min read _11_शायद देश का नक्शा ही बदल गया खादी का कुर्ता रेशम बन गया, झूठ बैठा गद्दी में सच पहरेदार बन गया, इन्सान नहीं इन्सान हैवान बन गया, नेता नहीं है नेता भगवान बन गया, शायद देश का... Poetry Writing Challenge 1 193 Share सत्येन्द्र पटेल ‘प्रखर’ 27 May 2023 · 1 min read __3__शिक्षा व्यवस्था कब बदल गया तरीका पढ़ लिखकर ना आया सलीका, उम्र की दहलीज पर ही कदम रख पाता है बच्चा, कि लद जाता है पीठ पर बोझ खासा अच्छा, पैंट शर्ट... Poetry Writing Challenge 1 192 Share सत्येन्द्र पटेल ‘प्रखर’ 4 Aug 2023 · 1 min read वेदनामृत वेदनामृत काट रहे जो पेड़ जड़ों से वह प्यारे बन जाते हैं। कर्म वचन तन मन जो सींचे हत्यारे बन जाते हैं। बिना शर्म के कृत्य घिनौने रिश्तों में भी... Quote Writer 311 Share सत्येन्द्र पटेल ‘प्रखर’ 19 Jul 2023 · 1 min read वस्तु वस्तु का विनिमय होता बातें उसी जमाने की। वस्तु वस्तु का विनिमय होता बातें उसी जमाने की। केवल कृषक मसीहा होता सुन लो बात खजाने की। राजा जाति कृषक थी भारत शेष प्रजा जन होते थे। इसी कृषक... Quote Writer 1 210 Share सत्येन्द्र पटेल ‘प्रखर’ 23 Apr 2023 · 1 min read दिल तुम्हारे छिपा क्या मुझे ना पता। दिल तुम्हारे छिपा क्या मुझे ना पता। इश्क मैने किया तो निभाना भी था।। तुम सलामत रहो ये फिकर थी सदा। हर अदा का तुम्हारी दिवाना भी था।। दूर परदेश... Quote Writer 1 137 Share Page 1 Next