Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
27 May 2023 · 1 min read

__3__शिक्षा व्यवस्था

कब बदल गया तरीका
पढ़ लिखकर ना आया सलीका,
उम्र की दहलीज पर ही कदम रख पाता है बच्चा,
कि लद जाता है पीठ पर बोझ खासा अच्छा,
पैंट शर्ट टाई बेल्ट सब चाहिए,
शिक्षण शुल्क समय पर पहुंचाइए,
गर नहीं हैं हजारों हज़ार,
तो बालक को घर में बैठाइए ,
पाठयक्रमों का हाल कुछ कहा ना जाए,
शून्य का ज्ञान नहीं है ,
टू वन जा टू कैसे याद हो पाए,
आदर शिष्टाचार सब गुमनाम हो गए,
पुस्तकों के भी अच्छे दाम हो गए,
पुरखों की बेकार हो रही दीक्षा,
पढ़े लिखे लोग भी मांग रहे भिक्षा,
क्या हाल हो गया तेरा शिक्षा?

Language: Hindi
1 Like · 189 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from सत्येन्द्र पटेल ‘प्रखर’
View all
You may also like:
रामपुर का किला : जिसके दरवाजों के किवाड़ हमने कभी बंद होते नहीं देखे*
रामपुर का किला : जिसके दरवाजों के किवाड़ हमने कभी बंद होते नहीं देखे*
Ravi Prakash
अनन्त तक चलना होगा...!!!!
अनन्त तक चलना होगा...!!!!
Jyoti Khari
कहीं वैराग का नशा है, तो कहीं मन को मिलती सजा है,
कहीं वैराग का नशा है, तो कहीं मन को मिलती सजा है,
Manisha Manjari
बेटी
बेटी
Dinesh Yadav (दिनेश यादव)
चाँद बदन पर ग़म-ए-जुदाई  लिखता है
चाँद बदन पर ग़म-ए-जुदाई लिखता है
Shweta Soni
अपने-अपने संस्कार
अपने-अपने संस्कार
Dr. Pradeep Kumar Sharma
दुआएं
दुआएं
Santosh Shrivastava
इश्क हम उम्र हो ये जरूरी तो नहीं,
इश्क हम उम्र हो ये जरूरी तो नहीं,
शेखर सिंह
प्रार्थना
प्रार्थना
सत्यम प्रकाश 'ऋतुपर्ण'
चंद्रयान
चंद्रयान
डिजेन्द्र कुर्रे
dr arun kumar shastri
dr arun kumar shastri
DR ARUN KUMAR SHASTRI
आँखों की गहराइयों में बसी वो ज्योत,
आँखों की गहराइयों में बसी वो ज्योत,
Sahil Ahmad
कभी जब नैन  मतवारे  किसी से चार होते हैं
कभी जब नैन मतवारे किसी से चार होते हैं
Dr Archana Gupta
'I love the town, where I grew..'
'I love the town, where I grew..'
Dr. Asha Kumar Rastogi M.D.(Medicine),DTCD
जब हम छोटे से बच्चे थे।
जब हम छोटे से बच्चे थे।
लक्ष्मी सिंह
*** कृष्ण रंग ही : प्रेम रंग....!!! ***
*** कृष्ण रंग ही : प्रेम रंग....!!! ***
VEDANTA PATEL
पहाड़ चढ़ना भी उतना ही कठिन होता है जितना कि पहाड़ तोड़ना ठीक उस
पहाड़ चढ़ना भी उतना ही कठिन होता है जितना कि पहाड़ तोड़ना ठीक उस
Dr. Man Mohan Krishna
बुराई कर मगर सुन हार होती है अदावत की
बुराई कर मगर सुन हार होती है अदावत की
आर.एस. 'प्रीतम'
The Nature
The Nature
Bidyadhar Mantry
আজ চারপাশ টা কেমন নিরব হয়ে আছে
আজ চারপাশ টা কেমন নিরব হয়ে আছে
Sukoon
Bundeli Doha by Rajeev Namdeo Rana lidhorI
Bundeli Doha by Rajeev Namdeo Rana lidhorI
राजीव नामदेव 'राना लिधौरी'
खाली मन...... एक सच
खाली मन...... एक सच
Neeraj Agarwal
अपनी ही निगाहों में गुनहगार हो गई हूँ
अपनी ही निगाहों में गुनहगार हो गई हूँ
Trishika S Dhara
"सोचिए"
Dr. Kishan tandon kranti
23/36.*छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
23/36.*छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
आजकल गरीबखाने की आदतें अमीर हो गईं हैं
आजकल गरीबखाने की आदतें अमीर हो गईं हैं
भवानी सिंह धानका 'भूधर'
कौन कहता है छोटी चीजों का महत्व नहीं होता है।
कौन कहता है छोटी चीजों का महत्व नहीं होता है।
Yogendra Chaturwedi
प्रीत ऐसी जुड़ी की
प्रीत ऐसी जुड़ी की
Seema gupta,Alwar
मुझे बिखरने मत देना
मुझे बिखरने मत देना
Dr. Ramesh Kumar Nirmesh
कच्चे मकानों में अब भी बसती है सुकून-ए-ज़िंदगी,
कच्चे मकानों में अब भी बसती है सुकून-ए-ज़िंदगी,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
Loading...