Poonam Matia Language: Hindi 25 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Poonam Matia 20 Feb 2024 · 1 min read *मन राह निहारे हारा* कब आओगे, कब आओगे, कब आओगे साजन! जब आँगन में मेघ निरंतर झर-झर बरस रहे हों, ऐसे में दो विकल हृदय मिलने को तरस रहे हों, जब जल-थल सब एक... Poetry Writing Challenge-2 · कविता · गीत · विरह गीत 7 6 1k Share Poonam Matia 19 Feb 2024 · 1 min read *निंदिया कुछ ऐसी तू घुट्टी पिला जा*-लोरी निंदिया के झूले में ललना झुला जा। आ जा री निंदिया! आ जा तू आजा। चंदा का अँगना अरु तारों का आँचल, छुप जा ओ ललना ज्यूँ अंखियन में काजल।... Poetry Writing Challenge-2 · कविता · लोकगीत · लोरी 8 5 1k Share Poonam Matia 19 Feb 2024 · 2 min read *भव-पालक की प्यारी गैय्या कलियुग में लाचार* माँ-सम सुत को पालती, कृषि-कृषक उद्धार| गौ माता अन्नपूर्णा, जीवन का आधार || सूरज की है प्रतिनिधि, वसुओं को दे प्यार, आदित्यों की बहना है, शिव भी नन्दी सवार, मनवांछित... Poetry Writing Challenge-2 · कविता · गीत 3 1k Share Poonam Matia 18 Feb 2024 · 1 min read *फंदा-बूँद शब्द है, अर्थ है सागर* छोटी थी जब स्वेटर बुनते माँ ने टोका था मुझको- 'सारा स्वेटर उधड़ न जाये ध्यान तो दे कहीं गिर न जाये बुनते-बुनते ही यह *फंदा*' छोटी-सी बुद्धि ने तब... Poetry Writing Challenge-2 · कविता 8 2 1k Share Poonam Matia 17 Feb 2024 · 1 min read *सपनों का बादल* अपने कोष में समेटे है धरती का अमृत, ले लेता है रूप कभी अपेक्षा-अनुरूप| वो रखता है क्षमता सूर्य को ढापने की फैलाता है माँ-सम आँचल तेज धूप में| मुलायम,... Poetry Writing Challenge-2 · कविता 8 4 1k Share Poonam Matia 16 Feb 2024 · 1 min read *खोटा था अपना सिक्का* वादों को अब वो अपने ऐसे निभा रहे हैं आँखों पे डाले चश्मा दुनिया घुमा रहे हैं बुद्धू है हमको समझा या फिर बना रहे हैं बाते बना-बना कर हमको... Poetry Writing Challenge-2 · कविता · ग़ज़ल · हास्य-व्यंग्य 8 2 1k Share Poonam Matia 16 Feb 2024 · 1 min read *होय जो सबका मंगल* जंगल, नदिया, खेत हैं, बाग, ताल अरु कूप। 'भारत' ठंडी छाँव है, किन्तु 'इंडिया' धूप।। किन्तु इंडिया धूप, छाँव तक को मन तरसे, प्रीत-नेह का मेह, यहाँ फिर कैसे बरसे?... Poetry Writing Challenge-2 · कविता · कुण्डलिया 4 2 981 Share Poonam Matia 16 Feb 2024 · 1 min read *मीठे बोल* कैसे कैसे लोग यहाँ, देखें हम जहाँ-तहाँ मात्र इक फ़ोटो देख, प्यार करने लगे| जीवन की रेल चले, नित नये लोग मिलें बोल लें ज़रा-सा भी तो प्रेम झरने लगे|... Poetry Writing Challenge-2 · कविता · घनाक्षरी छंद · हास्य-व्यंग्य 6 3 1k Share Poonam Matia 15 Feb 2024 · 1 min read *अजब है उसकी माया* काया सुलगत आग-सी, नीर भरे हैं नैन। तड़पत है इक मीन-सी, मौन हुए हैं बैन।। मौन हुए हैं बैन, चैन क्यों तनिक न आया? मन में रहे सदैव, किसलिए तम... Poetry Writing Challenge-2 · कविता · कुण्डलिया 6 1 1k Share Poonam Matia 14 Feb 2024 · 1 min read *जब कभी दिल की ज़मीं पे* जब कभी दिल की ज़मीं पे चहलक़दमी करती हूँ मैं, ठोकरें खाती हूँ कभी, कभी ख़ुद ही संभलती हूँ मैं| पहचाने रास्ते भी कभी अजनबी से नज़र आते हैं, अजनबी... Poetry Writing Challenge-2 · कविता 7 1 1k Share Poonam Matia 14 Feb 2024 · 1 min read *हो न लोकतंत्र की हार* उठो, चलो, बढ़ते रहो, कभी न हो गति मंद| नहीं असंभव काज फिर, कहें विवेकानंद|| उसी दिशा में ले चलें, नव गति, नव आरंभ| देश-प्रेम की भावना, नहीं बूँद भर... Poetry Writing Challenge-2 · कविता · गीत 1 549 Share Poonam Matia 13 Feb 2024 · 1 min read *नमस्तुभ्यं! नमस्तुभ्यं! रिपुदमन नमस्तुभ्यं!* पीड़ित-प्रताड़ित मानव ने जब-जब लगाई गुहार तब-तब ही हुई अवतरित, शक्ति ने किया आततायी-संहार| चक्रधर ने भी ज्यों त्याग निद्रा किया चक्र-संधान हुए नयन तुम्हारे भी प्रज्ज्वलित अग्नि समान| कोई... Poetry Writing Challenge-2 · कविता 4 2 679 Share Poonam Matia 13 Feb 2024 · 1 min read *कौन-सो रतन बनूँ* कैसी कठिनाई आई, नयनों में बसाऊँ कैसे, मीठे-मीठे बैन तोहे, सांवरे सुनाऊँ कैसे? कभी छेड़े मोहे मोरे कानन के कुंडल, कान्हा! बही-बही जावे मोरे माथे की बिंदिया| कभी मोहे मोहे... Poetry Writing Challenge-2 · कविता · गीत 6 1 1k Share Poonam Matia 12 Feb 2024 · 1 min read *समृद्ध भारत बनायें* आओ इस शिक्षक दिवस कुछ नया कर जायें, कुछ नया सोचे, कुछ नयी नीति अपनायें| डॉ. राधा कृष्णन के जन्मदिवस को यूँ ही हल्के में सिर्फ़ नाच-गाकर ही न बितायें|... Poetry Writing Challenge-2 · कविता · गीत 6 2 1k Share Poonam Matia 12 Feb 2024 · 1 min read *राम मेरे तुम बन आओ* राम मिले सीता को जैसे मुझको भी तुम मिल जाओ तोड़ धनुष को वरण करो तुम, राम मेरे तुम बन आओ नहीं मांगती बंगला, गाड़ी, नहीं मांगती मैं सोना कुछ... Poetry Writing Challenge-2 · कविता · गीत 6 2 1k Share Poonam Matia 11 Feb 2024 · 1 min read *लटें जज़्बात कीं* प्यार के रिश्ते में गुथना जैसे कि सीधी-सपाट लटों का किसी चोटी में गुथना| गुथने से पहले न कोई उतार-चढाव, न कोई घुमाव बस किसी धारा-सा निश्छल बहाव| गुथने के... Poetry Writing Challenge-2 · कविता 6 2 1k Share Poonam Matia 11 Feb 2024 · 1 min read *नयी पीढ़ियों को दें उपहार* बच्चो भारत लगाये गुहार- ‘कूड़ा डालें ‘बिन’ में हर बार’ खाएं चोकलेट, वेफर जितनी बार, आइसक्रीम से भी कर लें प्यार पर छिलके, ढक्कन, रैपर खाली सड़क पे फैकना, है... Poetry Writing Challenge-2 · कविता · गीत 5 1 1k Share Poonam Matia 10 Feb 2024 · 1 min read *जय माँ झंडेया वाली* उन्चियाँ मंदिरा वाली ,जय माँ झंडेया वाली | जय माता दी बोल भक्ता, जय माता दी बोल || दो मिठ्ठे आखर बोल भक्ता, जय माता दी बोल, बंद अँखियाँ नू... Poetry Writing Challenge-2 · कविता · गीत 4 4 1k Share Poonam Matia 10 Feb 2024 · 1 min read *याद तुम्हारी* याद तुम्हारी क्या कहूँ ........ प्रेशर कुक्कर की सीटी-सी है आती है तो तूफ़ान-सा शोर लेकर पर उसे दफ़्न कर देती हूँ भीतर ही कहीं जैसे बजती हुई सीटी का... Poetry Writing Challenge-2 · कविता 4 1k Share Poonam Matia 10 Feb 2024 · 1 min read *संस्कारों की दात्री* टूटती जब हर इक आस है माँ ही होती मेरे पास है प्यार से मुझको सहलाती वो मेरा हर लेती संत्रास है जब भी सपनो में आती है माँ मुझको... Poetry Writing Challenge-2 · कविता 5 3 1k Share Poonam Matia 9 Feb 2024 · 1 min read *और ऊपर उठती गयी.......मेरी माँ* जैसे, जैसे मैं पढ़ती गयी मेरी आँखें नम उसकी चमकती गयीं | उसकी एक, एक ख़ूबी जो मेरी आँखों में रह गयी, एक, एक लम्हा जो उसने हमारे नाम कर... Poetry Writing Challenge-2 · कविता 10 5 1k Share Poonam Matia 8 Feb 2024 · 1 min read *वरद हस्त सिर पर धरो*..सरस्वती वंदना हे वीणावादिनी! वाणी में मधुरता भरो। हे बुद्धिदायिनी! दूर मानसिक जड़ता करो। अज्ञान रूपी तम का माँ होता रहे शमन, हे तमहारिणी! रौशन अम्न का रास्ता करो। हे कमलधारिणी! जीवन... Poetry Writing Challenge-2 · कविता · गीत 6 5 1k Share Poonam Matia 7 Feb 2024 · 1 min read *कोपल निकलने से पहले* ख़ामोश है! न समझ कि मन में बात नहीं| सूरज छिपा है! न समझ कि है ही नहीं| असफल हुए आज तो क्या.. और भी मौक़े मिलेंगे आज़माने को| ख़्वाब... Poetry Writing Challenge-2 · कविता · कोटेशन 5 2 1k Share Poonam Matia 5 Feb 2024 · 1 min read *ऋषि नहीं वैज्ञानिक* वो ऋषि नहीं वैज्ञानिक थे जो ज्ञान के वृक्ष उगा गए धरती, जल, वायु,आकाश सबका संबंध बता गए वो ऋषि नहीं... नई नहीं है, बात पुरानी हम जो अब बतलाते... Poetry Writing Challenge-2 · कविता · गीत 6 777 Share Poonam Matia 16 Nov 2018 · 1 min read मां -टीका नज़र का टूटती जब हर इक आस है माँ ही होती मेरे पास है प्यार से मुझको सहलाती वो मेरा हर लेती संत्रास है जब भी सपनो में आती है माँ मुझको... "माँ" - काव्य प्रतियोगिता · कविता 8 26 702 Share