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14 Feb 2024 08:55 AM

मुझ अकिंचन का मन न रहे कलुषित
हे कुमुदिनी! अग्रसर मुझे सुपथ पर करो।

बेहतरीन वंदना…

बहुत सुन्दर ।
मां शारदे की कृपा बनी रहे 🙏

8 Feb 2024 09:06 PM

धन्यवाद आदरणीय जय प्रकाश जी

8 Feb 2024 02:37 PM

बहुत सुंदर, माँ सरस्वती की असीम कृपा आपके लेखन, वाणी और जीवन पर बनी रहे।

8 Feb 2024 09:07 PM

चेतन देव जी …….आप की शुभकामनाएं फलित हों

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