ईश्वर दयाल गोस्वामी 250 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Previous Page 2 Next ईश्वर दयाल गोस्वामी 19 Feb 2024 · 1 min read ग़ज़ल रात में भी ज़रा जगा कीजे । सुब्ह उठके उसे पढ़ा कीजे । खेल, मैदाँ में खेलना, लेकिन थोड़ी घाटी कभी चढ़ा कीजे । भाव उसके ज़रा समझ,पढ़ के, शे'र... Poetry Writing Challenge-2 · ग़ज़ल 2 102 Share ईश्वर दयाल गोस्वामी 19 Feb 2024 · 1 min read ग़ज़ल सहमा-सहमा-सा आदमी क्यूँ है । रूठी-रूठी-सी ज़िन्दगी क्यूँ है । क्यूँ ये सूरज छिपा-छिपा रहता, चाँद पर आज तीरगी क्यूँ है । जो कभी लाजमी नहीं थी, वो बात फिर... Poetry Writing Challenge-2 · ग़ज़ल 2 123 Share ईश्वर दयाल गोस्वामी 19 Feb 2024 · 1 min read ग़ज़ल एक मीठी - सी सजा है ज़िन्दगी । रोग भी है औ' दवा है ज़िन्दगी । मौत पर ही ख़त्म हो जिसका असर, वो मुसलसल-सा नशा है ज़िन्दगी । खोज़ती... Poetry Writing Challenge-2 · ग़ज़ल 2 146 Share ईश्वर दयाल गोस्वामी 19 Feb 2024 · 1 min read ग़ज़ल पहले दाएँ मुड़कर देखो । फिर बाएँ से जुड़कर देखो । बैठे हो क्यों पंख सिकोड़े, खुले गगन में उड़कर देखो । फैल - फैल कर फैल गए हो, अब... Poetry Writing Challenge-2 · ग़ज़ल 2 154 Share ईश्वर दयाल गोस्वामी 19 Feb 2024 · 1 min read ग़ज़ल :: हिंदी ग़ज़ल :: -------------------- पहले ज़रा ठहरना बेटा ! फिर डग आगे धरना बेटा ! गत,आगत की फ़िक्र छोड़कर, वर्तमान में रहना बेटा ! पहले मन को समझा लेना,... Poetry Writing Challenge-2 · ग़ज़ल 4 2 123 Share ईश्वर दयाल गोस्वामी 19 Feb 2024 · 1 min read ग़ज़ल यहाँ जिस बात पै पर्दा रहा है । उसी का ही यहाँ चर्चा रहा है । मिला है प्यार दुनिया का उन्हीं को, मुहब्बत से जिन्हें शिकवा रहा है ।... Poetry Writing Challenge-2 · ग़ज़ल 4 124 Share ईश्वर दयाल गोस्वामी 19 Feb 2024 · 1 min read ग़ज़ल ज़िन्दगी अब अजाब की सी है । खाली बोतल शराब की सी है । दर्द लिक्खा है हर सफे जिसके, ज़िन्दगी उस किताब की सी है । अपनी हालत का... Poetry Writing Challenge-2 · ग़ज़ल 3 133 Share ईश्वर दयाल गोस्वामी 19 Feb 2024 · 1 min read ग़ज़ल इस लम्हे, मैं सस्ता हूँ । उस लम्हे, मैं मँहगा हूँ । राहू लील नहीं पाता, चाँद - सरीखा टेढ़ा हूँ । बाहर भीड़ बहुत है मेरे, भीतर - भीतर... Poetry Writing Challenge-2 · ग़ज़ल 4 139 Share ईश्वर दयाल गोस्वामी 19 Feb 2024 · 1 min read ग़ज़ल तुम हो तो अब सब सुंदर है । घर लगता है , अपना घर है । पायल भरकर ममता छलके, बिछड़ी-सा लालित्य सुगर है । बिंदिया-सा व्यवहार दमकता, कुमकुम-सा आदर्श... Poetry Writing Challenge-2 · ग़ज़ल 3 114 Share ईश्वर दयाल गोस्वामी 19 Feb 2024 · 1 min read ग़ज़ल थोड़ा - थोड़ा पागल हूँ मैं । पागलपन का कायल हूँ मैं । बरस पड़ूँगा तेरी जद में, दीवाना इक बादल हूँ मैं । जिन आँखों ने नीर बहाया, उन... Poetry Writing Challenge-2 · ग़ज़ल 4 130 Share ईश्वर दयाल गोस्वामी 19 Feb 2024 · 1 min read ग़ज़ल हत्यारे , गद्दार देखिए । कितने हैं ? मक्क़ार देखिए । लूट , रेप औ ' इश़्तहार से , भरे पड़े अख़बार देखिए । पल दो पल की ख़ुशी मिली... Poetry Writing Challenge-2 · ग़ज़ल 3 149 Share ईश्वर दयाल गोस्वामी 19 Feb 2024 · 1 min read ग़ज़ल सवालों के हृदय टूटे हुए हैं । जवाबों के जिगर रूठे हुए हैं । बहुत फेंके है पत्थर ये ज़माना, मगर फल डाल पर अटके हुए हैं । बहारे गुल... Poetry Writing Challenge-2 · ग़ज़ल 3 139 Share ईश्वर दयाल गोस्वामी 2 Feb 2024 · 1 min read ग़ज़ल / सवालों के हृदय टूटे हुए हैं । जवाबों के जिगर रूठे हुए हैं । बहुत फेंके है पत्थर ये ज़माना, मगर फल डाल पर अटके हुए हैं । बहारे गुल... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 9 10 549 Share ईश्वर दयाल गोस्वामी 7 Sep 2023 · 1 min read कृष्ण जन्म / (नवगीत) :: कृष्ण जन्म :: ____________ प्रेमपूर्ण जीवन की शिक्षा कनु का जन्म ललाम । मोहित बचपन शोभित आँगन, नटखट लीला थी मनभावन, मारण,मोहन उच्चाटन के थे तीनों आयाम । यमुन,कदंब... Hindi · गीत 5 4 935 Share ईश्वर दयाल गोस्वामी 15 Jun 2023 · 4 min read जनपक्षधरता के कालजयी कवि रमेश रंजक :/-- ईश्वर दयाल गोस्वामी स्मृति-शेष नवगीतकार रमेश रंजक जी का पहला ही नवगीत देखिए जो आज और भी अधिक प्रासंगिक हो चला है- "धूप ने कर्फ्यू लगाया है।" भाव व शिल्प की दृढ़ता के... Hindi · निबंध 8 2 652 Share ईश्वर दयाल गोस्वामी 15 Jun 2023 · 1 min read बोलो ! ईश्वर / (नवगीत) बोलो ! ईश्वर ! अब कैसे हो ? उड़ा रहे फोकट में पैसे चाय फुरकते पान चबाते बगलोलों से छद्म प्रसंशा सुन-सुन अपने गाल फुलाते बरसा बहुत बहा सब पानी... Hindi · गीत 10 18 643 Share ईश्वर दयाल गोस्वामी 15 Jun 2023 · 1 min read चंद्रयान-3 / (समकालीन कविता) अब बदलेंगे मिथक, परिवर्तित होंगीं चंद्रमा पर सदियों-सदियों से प्रचलित कहावतें । शुरू होगा एक बार फिर देश-दुनिया के काव्य-मंचों पर चंद्रमा पर केंद्रित समकालीन आलाप । लेखकों की मेज... Hindi · कविता 8 8 353 Share ईश्वर दयाल गोस्वामी 14 Jun 2023 · 1 min read सूरज नमी निचोड़े / (नवगीत) ताक रहे हैं आसमान को सूखे खेत निगोड़े । बिगड़ गया है ताव बखर का, टूटी मुठिया हल की, नहीं दीखती एक बूंद भी कुइला भीतर जल की, दाग किरण... Hindi · गीत 10 10 607 Share ईश्वर दयाल गोस्वामी 10 Apr 2023 · 1 min read ग़ज़ल / हत्यारे , गद्दार देखिए । कितने हैं ? मक्क़ार देखिए । लूट , रेप औ ' इश़्तहार से , भरे पड़े अख़बार देखिए । पल दो पल की ख़ुशी मिली... Hindi · ग़ज़ल 9 8 762 Share ईश्वर दयाल गोस्वामी 2 Apr 2023 · 1 min read छाती पर पत्थर / पल-पल कठिन तपस्या करके, बाप ! चला पाता है, घर । बासन-भाँड़े, कपड़ा-लत्ता, सब्जी-भाजी औ' राशन ; ब्याह, पढ़ाई रोग-दवाई कर्ज उठाकर, लाए धन ; अनचाहे हिस्सों में बँटके, बाप... Hindi · गीत 10 16 803 Share ईश्वर दयाल गोस्वामी 29 Mar 2023 · 1 min read मुस्कुराकर देखिए / आपका मनमीत हूँ मैं मुस्कुराकर देखिए । आईए खुलकर हवा में, फूल , पत्तों की सभा में, डालियों पर हिल रहा जो, फुनगियों पर खिल रहा,वो पंछियों का गीत हूँ... Hindi · गीत 6 12 561 Share ईश्वर दयाल गोस्वामी 28 Mar 2023 · 1 min read बौराये-से फूल / लगे फुनगियों पर,वसंत के बौराये-से फूल । चटकी कलियाँ आर्द्र लताएँ, हिमपातों की करुण कथाएँ, लिए साथ में कुरित बदरिया, वर्षा,आँधी,धूल । कटन-पूर्व ही सौंसर खेती, रमण नदारद नीरस-रेती, भटक,जवानी... Hindi · गीत 5 18 409 Share ईश्वर दयाल गोस्वामी 16 Mar 2023 · 1 min read कविता ही हो / नीचे गिरकर नहीं उठाना कुछ भी हो, कविता ही हो । उदरम्भरि अनात्म नहीं हम, कर्मशील हैं, उठा कुदाली पर्वत खोदा, श्रम का बाग उगाया हमने ; चुचवाकर दिन-रात पसीना... Hindi · गीत 11 20 521 Share ईश्वर दयाल गोस्वामी 7 Mar 2023 · 1 min read होली (होली गीत) सारे उत्सव, फीके पड़ते होली के सम्मुख । होली के सम्मुख । ईद भले हो बिना दीद के, लाए उदासी, दीवाली । लेकिन रंग, नृत्य से होली जाती नहीं कभी... Hindi · गीत 9 18 662 Share ईश्वर दयाल गोस्वामी 4 Mar 2023 · 1 min read बचपन-सा हो जाना / (नवगीत) चंग,गुलेलें, गुल्ली-डंडा और रूठना, गाना । बहुत कठिन है इस पड़ाव में बचपन-सा हो जाना । सीत भात का छपा गाल पर और हाथ में कट्टू । मनस-संपदा पाकर पूरी... Hindi · गीत 6 22 578 Share ईश्वर दयाल गोस्वामी 1 Mar 2023 · 1 min read मीठी-मीठी माँ / (नवगीत) घी-शक्कर के कट्टू जैसी मीठी-मीठी माँ । पौ फटने के पहले उठती, चूल्हे पर रोटी-सी सिकती । मैले बासन पर कूची-सी घिसती-घिसती माँ । मुन्ना-मुन्नी को नहलाती, बड़े चाव से... Hindi · गीत 4 4 372 Share ईश्वर दयाल गोस्वामी 27 Feb 2023 · 1 min read बदले-बदले गाँव / (नवगीत) सूनी-सूनी चौपालें हैं बदले-बदले गाँव । मारी-मारी फिरे जवानी लाचारी में विरधापन । नंगा-भूखा गली-गली में, फिरे अनाथों-सा बचपन । आम लदी डाली चटकी,तो दूर भागती छाँव । बखरी-बखरी नचै... Hindi · गीत 6 18 500 Share ईश्वर दयाल गोस्वामी 10 Feb 2023 · 1 min read सही नहीं है / :: सही नहीं है :: ------------------- यह जो आपाधापी है सिंहासन पा लेने की, सही नहीं है । इसको पाया, उसको खोया । कचरे को कचरे से धोया । उदरम्भरि... Hindi · गीत 7 12 382 Share ईश्वर दयाल गोस्वामी 7 Feb 2023 · 1 min read डरे गड़ेंता ऐंड़ाने (बुंदेली गीत) दाँद परी सो चुरे घाम में जड़कारें में जड़याने । सूँकौ-तींतौ जैसें-तैसें कट गव कक्का बसकारौ, उन्ना-लत्ता की छौंटई है कैसें कट है जड़कारौ । पुचकी घेंटी, सूकीं बालें, पत्ता... Hindi · गीत 7 16 371 Share ईश्वर दयाल गोस्वामी 6 Feb 2023 · 1 min read नौनी लगै घमौरी रे ! (बुंदेली गीत) जूड़ी-जूड़ी बैहर चल रई नौनी लगै घमौरी रे ! उठत भुंसराँ कुहला पर रव, सूरज दुफरै लौ जूड़े । धौर कें बाहर धौर कें भीतर हो रय बारे औ' बूड़े... Hindi · गीत 7 8 480 Share ईश्वर दयाल गोस्वामी 3 Feb 2023 · 1 min read जे जाड़े की रातें (बुंदेली गीत) हमखों लगें गुरीरीं भौतऊ, जे जाड़े की रातें । चार जनौं ने बारो कौंड़ौ, बैठे आगी तापें, क्याऊँ की ईंट क्याऊँ कौ गारौ बैठे राग अलापें । सुक्क-दुक्ख कीं राजनीत... Hindi · गीत 6 14 430 Share ईश्वर दयाल गोस्वामी 11 Jan 2023 · 1 min read शिशिर का स्पर्श / (ठंड का नवगीत) आग जूड़ी लग रही है हो रहा पारा हताहत । हाथ सेंको, पाँव जूड़े, पाँव सेंको कमर जूड़ी । और जो बाकी बची वो कोर जूड़ी, कसर जूड़ी । धुंध... Hindi · गीत 8 10 332 Share ईश्वर दयाल गोस्वामी 4 Dec 2022 · 1 min read मंदिर दीप जले / (नवगीत) याद तुम्हारी ऐसी, जैसे मंदिर दीप जले । पनहारिन के चंचल सिर पर जब गगरी छलके । दूनर होती चाल मधुर तब स्वेद बिन्दु ढलके । ज्यों आनंद सफलता की... Hindi · गीत 6 14 387 Share ईश्वर दयाल गोस्वामी 26 Nov 2022 · 1 min read संविधान / समीक्षार्थ : गीत -------------------- :: संविधान :: ----------------- फूलों की भी कांँटों की भी मैं समताओं की किताब हूंँ । आम पके गदराने नींबू मध्य क्षेत्र के काश्मीर की केशर... Hindi · गीत 9 20 373 Share ईश्वर दयाल गोस्वामी 14 Nov 2022 · 1 min read केवल मृत्यु ही निश्चित है / (गीत) केवल मृत्यु ही निश्चित है । धधक रही मरघट की ज्वाला बाहर - बाहर नगर, गांँव के । प्रचलित होते भीतर - भीतर अंधे किस्से धूप - छांँव के ।... Hindi · गीत 10 14 450 Share ईश्वर दयाल गोस्वामी 11 Nov 2022 · 1 min read जस का तस / (नवगीत) ।। जस का तस ।। ---------------------- आप चले गए गांँव छोड़कर मझले कक्का, गांँव अभी तक जस का तस है । वही पुराने किस्सा-गोई, वही ताश औ' चौपर, वही बेर... Hindi · गीत 12 22 463 Share ईश्वर दयाल गोस्वामी 4 Nov 2022 · 1 min read देव उठनी एकादशी/ :: देव उठनी एकादशी:: ------------------------------ आज जगेंगे देव, होगी तांत्रिकों की दीवाली । रात-रात भर फूटेंगे नारियलों के सिर । भाव भूत सिर पटकेंगे कुछ उठकर,कुछ गिर । भक्त करेंगे... Hindi · गीत 12 14 323 Share ईश्वर दयाल गोस्वामी 25 Oct 2022 · 1 min read कोई दीपक ऐंसा भी हो / (मुक्तक) :: कोई दीपक ऐंसा भी हो :: ----------------------------------- जगमग कर दे जो अंतस्थल, कोई दीपक ऐंसा भी हो । और शिखा न उगले काजल, कोई दीपक ऐंसा भी हो ।... Hindi · मुक्तक 8 18 390 Share ईश्वर दयाल गोस्वामी 13 Oct 2022 · 1 min read सवैया / यह क्षण समक्ष तेरे आया, इसको तू पूरा जी, प्यारे । होठों पर फेर मलाई तू, जिव्हा पर रख तू घी,प्यारे । आनंद प्रवाहित अंतरतम, उसको बाहर से मत जोड़ो,... Hindi · मुक्तक 9 14 336 Share ईश्वर दयाल गोस्वामी 2 Oct 2022 · 1 min read नए-नए हैं गाँधी / (श्रद्धांजलि नवगीत) नई अहिंसा, नया सत्य है, नए-नए हैं गाँधी । जिसने जितने "गाल बजाए" उतना है वो ज्ञानी । उतना बड़ा संत कहलाए जितना हो अभिमानी । बिना त्याग के, बिना... Hindi · गीत 10 10 306 Share ईश्वर दयाल गोस्वामी 21 Sep 2022 · 1 min read ग़ज़ल / मुझे आज तुझसे पड़ा काम साकी । तेरे हाथ में है मेरा ज़ाम साकी । न यारों , न महबूब और न किसी के, तेरे नाम होगी मेरी शाम साकी... Hindi · ग़ज़ल 12 20 409 Share ईश्वर दयाल गोस्वामी 14 Sep 2022 · 3 min read मैं हिन्दी हूँ , मैं हिन्दी हूँ / (हिन्दी दिवस पर एक गीत) मैं हिन्दी हूँ , मैं हिन्दी हूँ । मै गायक हूँ, सुखदायक हूँ, मैं जनमन की अधिनायक हूँ । मैं राजकाज,जन-जन भाषा, औ' वेदों की अनुवादक हूँ । जिसके माथे... Hindi · गीत 12 28 935 Share ईश्वर दयाल गोस्वामी 13 Sep 2022 · 1 min read पढ़वा लो या लिखवा लो (शिक्षक की पीड़ा का गीत) जो तुम चाहो, करवा लो । पढ़वा लो या लिखवा लो । मेहनत का पैसा मिलता है, मेहनत तो करनी ही होगी । जो इच्छा हो राजकाज की, इच्छा वो... Hindi · गीत 13 20 627 Share ईश्वर दयाल गोस्वामी 17 Aug 2022 · 1 min read आजादी अभी नहीं पूरी / (समकालीन गीत) मीलों-मीलों, कोसों-कोसों है बनी हुई इससे दूरी । आजादी अभी नहीं पूरी, आजादी अभी नहीं पूरी । अब भी नारे जेहाद भरे, अब भी तारे अवसाद भरे । अब भी... Hindi · गीत 12 14 390 Share ईश्वर दयाल गोस्वामी 4 Aug 2022 · 1 min read ग़ज़ल / (हिन्दी) एक मीठी-सी सजा है ज़िन्दगी । रोग भी है औ' दवा है ज़िन्दगी । मौत पर ही ख़त्म हो जिसका असर, वो मुसलसल-सा नशा है ज़िन्दगी । खोज़ती है सिर्फ़... Hindi · ग़ज़ल 12 14 803 Share ईश्वर दयाल गोस्वामी 1 Aug 2022 · 1 min read रुक-रुक बरस रहे मतवारे / (सावन गीत) रुक-रुक बरस रहे मतवारे । घरर-घरर ध्वनि उत्तर आती, सरर-सरर सर दक्षिण जाती । नैना तरस रहे कजरारे । टप-टप पूरब बूँद छलकती, रस-रस पश्चिम देह सँवरती । नभ में... Hindi · गीत 11 6 423 Share ईश्वर दयाल गोस्वामी 30 Jul 2022 · 1 min read माँ की भोर / (नवगीत) सुन,सपने में धुन मुर्गे की पौ फटने के पहले उठकर माता अँगन बुहारन लगती बँधी सार में गैया भूखी, जैसे माँ की आशा रूखी, चारा रखती भूसा रखती । धौन-धान... Hindi · गीत 15 18 455 Share ईश्वर दयाल गोस्वामी 23 Jul 2022 · 1 min read अमर शहीद चंद्रशेखर "आज़ाद" (कुण्डलिया) महानतम् क्रांतिकारी अमर शहीद पं. चंद्रशेखर "आज़ाद" की जयंती पर अर्पित श्रद्धा-शब्द-सुमन - वक्त गुलामी में रहे,हरपल जो आज़ाद । ऐंसे वीर सपूत को, अमर मुबारकबाद । अमर मुबारकबाद पिता... Hindi · कुण्डलिया 10 10 676 Share ईश्वर दयाल गोस्वामी 21 Jul 2022 · 1 min read मर्यादा का चीर / (नवगीत) घोड़ा चलता चाल दुलत्ती औंधे पड़े वज़ीर । राजा के भी कर्म-धर्म की धुँधली है तस्वीर । जल संकट की व्यापकता से विचलित होते ऊँट । पँक्ति बनाकर चली चींटियाँ... Hindi · गीत 12 20 551 Share ईश्वर दयाल गोस्वामी 18 Jul 2022 · 1 min read कभी-कभी / (नवगीत) :: कभी-कभी :: -------------------- कभी-कभी ढोता हूँ पृथ्वी अपने ही दुर्बल कंधों पर कभी-कभी सागर की तह तक जाना पड़ता है आँखों को, कभी-कभी ऊँचाई नभ की उड़ना पड़ती है... Hindi · गीत 10 17 356 Share Previous Page 2 Next