आचार्य ओम नीरव Tag: लेख 13 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid आचार्य ओम नीरव 22 Jun 2024 · 3 min read गीतिका और ग़ज़ल गीतिका और ग़ज़ल काव्य की विधा ‘ग़ज़ल’ पहले से ही बहुत लोकप्रिय रही है जबकि आजकल गीतिका भी लोकप्रियता के शिखर को छू रही है। प्रायः यह प्रश्न उठता है... Hindi · लेख 89 Share आचार्य ओम नीरव 22 Dec 2021 · 11 min read समभारी समभारी छन्दबद्ध कविता में उर्दू भाषा के मूल शब्दों के स्थान पर समान मात्राभार वाले जिन हिन्दी शब्दों का प्रयोग यथावत अथवा प्रकारान्तर से किया जा सकता है उन्हें समभारी... Hindi · Sahitya Kaksha · लेख 13 747 Share आचार्य ओम नीरव 22 Dec 2021 · 13 min read फिल्मी गानों से छंद *फिल्मी गानों से छंद* फिल्म संसार में अधिकांश गाने किसी न किसी भारतीय सनातनी छंद पर आधारित हैं। इन गानों को बहुत ही आकर्षक धुन में गाया गया है और... Hindi · Sahitya Kaksha · लेख 17 1 5k Share आचार्य ओम नीरव 22 Dec 2021 · 11 min read छन्द से ग़ज़ल छन्द से ग़ज़ल ग़ज़ल एक ऐसी विधा है जिसमें किसी बहर पर आधारित दो-दो लयात्मक पंक्तियों के विशेष कहन वाले पूर्वापर निरपेक्ष पाँच या अधिक युग्म होते हैं जिनमें से... Hindi · Sahitya Kaksha · लेख 9 4k Share आचार्य ओम नीरव 22 Dec 2021 · 3 min read अनुगीतिका अनुगीतिका परिभाषा यदि एक ही विषय पर केन्द्रित किसी गीतिका के युग्म अभिव्यक्ति की दृष्टि से पूर्वापर सापेक्ष हों तो उसे अनुगीतिका कहते हैं। अनुगीतिका वास्तव में गीत के निकट... Hindi · Sahitya Kaksha · लेख 5 680 Share आचार्य ओम नीरव 22 Dec 2021 · 11 min read गीत का तानाबाना *गीत का तानाबाना* गीत काव्य की सर्वाधिक लोकप्रिय विधा है। पर्व-त्यौहार से लेकर फिल्म-संसार तक और खेत-खलिहान से लेकर साहित्य-जगत तक गीतों का वर्चस्व सहज ही देखा जा सकता है।... Hindi · Sahitya Kaksha · लेख 8 1 1k Share आचार्य ओम नीरव 22 Dec 2021 · 4 min read मुक्तक मुक्तक मुक्तक एक ऐसी काव्य विधा है जो आजकल सर्वाधिक लोकप्रिय है, कवि सम्मलेन का मंच हो या कविगोष्ठी या फिर फेसबुक का विस्तृत संसार, मुक्तक का वर्चस्व सर्वत्र देखा... Hindi · Sahitya Kaksha · लेख 11 2 2k Share आचार्य ओम नीरव 22 Dec 2021 · 4 min read मापनी-विज्ञान मापनी-विज्ञान मापनी का तरंग सिद्धान्त लघु-गुरु स्वरों को एक विशेष क्रम में रखकर स्वाभाविक उच्चारण करने से एक लयात्मक तरंग उत्पन्न होती है। इस तरंग के विभिन्न खंडों से मापनी... Hindi · Sahitya Kaksha · लेख 4 1k Share आचार्य ओम नीरव 22 Dec 2021 · 4 min read मापनी मापनी परिभाषा किसी काव्य पंक्ति की लय को निर्धारित करने के लिए प्रयुक्त मात्राक्रम को ‘मापनी’ कहते है। उदाहरणार्थ: ‘लेखनी की साधना है ब्रह्म की आराधना’ इस पंक्ति की मापनी... Hindi · Sahitya Kaksha · लेख 4 1k Share आचार्य ओम नीरव 22 Dec 2021 · 8 min read तुकान्त विधान तुकान्त विधान छन्द और छन्दबद्ध कविता के शिल्प में तुकान्त का विशेष महत्व है, इसलिए तुकान्त को समझना आवश्यक है। काव्य-पंक्तियों के अंतिम समान भाग को तुकान्त कहते हैं और... Hindi · Sahitya Kaksha · लेख 4 1k Share आचार्य ओम नीरव 22 Dec 2021 · 7 min read मात्रा कलन *मात्रा कलन* *मात्राभार* किसी वर्ण का उच्चारण करने में लगने वाले तुलनात्मक समय को मात्राभार कहते है। जैसे अ, इ, उ, ऋ, क, कि, कु, कृ आदि हृस्व वर्णों के... Hindi · Sahitya Kaksha · लेख 4 2k Share आचार्य ओम नीरव 22 Dec 2021 · 7 min read छन्दों की भाषा छन्दों की भाषा छन्द के सैद्धान्तिक और अनुप्रयोगात्मक रूपों को समझने के लिए कुछ विशेष शब्दों का परिचय जान लेना आवश्यक है। इन शब्दों को यहाँ पर स्पष्ट किया जा... Hindi · Sahitya Kaksha · लेख 3 1k Share आचार्य ओम नीरव 6 Feb 2018 · 8 min read *गीतिका विधा* *गीतिका का तानाबाना* गीतिका एक लोकप्रिय काव्य विधा है । इसकी परिभाषा और मुख्य लक्षण यहाँ पर स्पष्ट किये जाते हैं। *गीतिका की परिभाषा* - गीतिका हिन्दी भाषा-व्याकरण पर पल्लवित... Hindi · Sahitya Kaksha · लेख 25 6 4k Share