Ram Krishan Rastogi Tag: मुक्तक 139 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Ram Krishan Rastogi 22 Mar 2021 · 1 min read उम्र को हराना है तो शोक को जिंदा रखिए उम्र को हराना है तो शोक जिंदा रखिए घुटने चले न चले,मन उड़ता परिंदा रखिए। बुढापा तो आता है एक उम्र के बाद सभी को। जिंदगी को हमेशा हर तरह... Hindi · मुक्तक 5 4 4k Share Ram Krishan Rastogi 16 May 2021 · 1 min read जब से हुई है उनसे मेरी मुलाकात जब से हुई है उनसे मेरी मुलाकात ************************* जब से हुई है उनसे मेरी मुलाकात, दिल में होने लगी है प्यार की बरसात। नन्हीं नन्हीं बूंदे पड़ने लगी है अब,... “बरसात” – काव्य प्रतियोगिता · मुक्तक 65 56 1k Share Ram Krishan Rastogi 19 May 2021 · 1 min read बरसात के दिन भूले नहीं हम बरसात के दिन भूले नहीं हम ********************** बरसात के दिन भूले नहीं हम, बचपन को याद करते अब हम। लौटा दे कोई बचपन अब हमारा, उसका एहसान सदा मानेंगे हम।।... “बरसात” – काव्य प्रतियोगिता · मुक्तक 73 60 1k Share Ram Krishan Rastogi 20 Nov 2019 · 1 min read एक हास्य रचना -सलवार दिवस --आर के रस्तोगी साथियों आज सलवार दिवस है | आज के दिन बाबा रामदेव जी रामलीला मैदान से सलवार पहन कर भागे थे | योग की दुनिया में,उठी जो ललकार किसकी थी |... Hindi · मुक्तक 1 3 1k Share Ram Krishan Rastogi 30 May 2022 · 1 min read कविता में मुहावरे धोबी का कुत्ता न घर का न घाट का। दलबदलू रहता न सत्ता का न पाट का। सत्ता के लालच में जो पाला बदलता है, उल्टा पहाड़ा पढ़ता सोलह दूनी... Hindi · मुक्तक 3 4 1k Share Ram Krishan Rastogi 14 Apr 2022 · 1 min read कौन किसके बिन अधूरा है कविता बिन कवि अधूरा है, सरिता बिन सागर अधूरा है। जब तक उनका न हो संगम, काव्य व जल संचय अधूरा है।। स्वर बिन व्यंजन अधूरा है, व्यंजन बिन शब्द... Hindi · मुक्तक 2 2 1k Share Ram Krishan Rastogi 21 Mar 2022 · 1 min read कविता पर कुछ मुक्तक कवि की शान है कविता, कवि की जान है कविता। सुख दुःख के साथ है ये, कवि का मान हैं कविता।। कवि की अभिलाषा है कविता, कवि की जिज्ञासा है... Hindi · मुक्तक 2 3 1k Share Ram Krishan Rastogi 27 Feb 2022 · 1 min read बारूद के ढेर पर बैठी है आज ये दुनिया बारूद के ढेर पर बैठी है आज ये दुनिया, पता नही किधर जायेगी आज ये दुनिया। जब से हुआ है युद्ध रसिया यूक्रेन का, भयभीत हो गई है अब सारी... Hindi · मुक्तक 1 1 930 Share Ram Krishan Rastogi 31 Mar 2023 · 1 min read सुहाग रात जब उनसे मेरी पहली मुलाकात होगी, पता नही उनसे क्या क्या बात होगी। उठायेंगे जब घुघंट वे मेरा पहली बार, मेरे जीवन की ये सबसे बड़ी सौगात होगी।। कमरे में... Hindi · मुक्तक 5 9 911 Share Ram Krishan Rastogi 24 Apr 2022 · 1 min read पनघट और मरघट में अन्तर पनघट पर प्यास है बुझती, मरघट पर लाशे है जलती। देखो यह जीवन की धारा, सदैव जग में चलती रहती।। पनघट पर सब पानी है पीते, मरघट पर सब प्राण... Hindi · मुक्तक 4 7 930 Share Ram Krishan Rastogi 23 Apr 2022 · 1 min read विश्व पुस्तक दिवस पर पुस्तको की वेदना ई बुक्स आते ही,हमारा बहिष्कार हो गया, जैसे कोई हमारा,बाज़ार से बनवास हो गया। क्या होगा हमारा भविष्य हमको पता नही, बच्चो के बसतो से हमारा बहिष्कार हो गया।। जमाना... Hindi · मुक्तक 4 5 893 Share Ram Krishan Rastogi 21 Jun 2022 · 1 min read में और मेरी बुढ़िया घर का नाम है मधुबाला, प्यार से कहता हूं बाला। जब जब वह आती है, खुल जाता दिल का ताला।। जब जब घंटी मै बजाता, दौड़ी दौड़ी मेरे पास आती।... Hindi · मुक्तक 6 11 770 Share Ram Krishan Rastogi 9 Apr 2022 · 1 min read तेरे दिल में कोई और है तेरे दिल में कोई और है, तुझे चाहता कोई और है। हो रहा है क्या समाज में, तेरे पास रहता कोई और है।। तेरी बात चली किसी और से, तेरी... Hindi · मुक्तक 3 3 664 Share Ram Krishan Rastogi 3 Mar 2022 · 1 min read रसिया यूक्रेन युद्ध दृश्य चारो ओर अब हाहाकार मचा है, मानव जीवन न अछूता बचा है। त्राहि त्राहि है अब चारो तरफ, विश्व युद्ध का अब डंका बजा है।। विज्ञान का दुरुपयोग हुआ है,... Hindi · मुक्तक 4 3 627 Share Ram Krishan Rastogi 19 Apr 2022 · 1 min read शादीशुदा कुंवारा (हास्य व्यंग) आदमी कितनी भी शादी कर ले, थोड़ा बहुत कुंवारा रह जाता है। बच्चे जितने भी हो जाए उसके, थोड़ा बहुत बचपना रह जाता है।। शादी शुदा कुंवारा बड़ा मिलनसार होता,... Hindi · मुक्तक 2 3 628 Share Ram Krishan Rastogi 30 Apr 2023 · 1 min read तुम मेरे बादल हो, मै तुम्हारी काली घटा हूं न सावन सूखी हूं मै,न भादो हरी हूं, बस मै तो आपके दिल की ही परी हूं। रखो जिस हाल में तुम अब मुझको, मै तो तुम्हारी जीवन की सहचरी... Hindi · मुक्तक 2 2 713 Share Ram Krishan Rastogi 27 Jul 2021 · 1 min read जिन्दगी पर मुक्तक जिन्दगी के रथ में लगाम बहुत है। अपनों के अपनों पर इल्जाम बहुत है। शिकायतों का दौर देखकर थक जाता हूँ, लगता है,उम्र कम है इम्तिहयान बहुत है। आर के... Hindi · मुक्तक 2 621 Share Ram Krishan Rastogi 19 Feb 2022 · 1 min read बांध कर प्रीत की डोरी बांध कर प्रीत की डोरी ***************** बांध कर प्रीत की डोरी,उसे क्यो खोल देते हो, पिला कर प्रेम का प्याला,उसे क्यो तोड़ देते हो। ये कैसा प्रेम है तुम्हारा,जो मुझ... Hindi · मुक्तक 4 5 594 Share Ram Krishan Rastogi 26 Apr 2022 · 1 min read तुझे अपने दिल में बसाना चाहती हूं तुझे मैं अपना बनाना चाहती हूं। सब कुछ तुझे सोपना चाहती हूं। कोई चुरा न ले,तुझको मुझसे, अपने दिल में छिपाना चाहती हूं।। तुझे अपने दिल में बसाना चाहती हूं।... Hindi · मुक्तक 5 5 572 Share Ram Krishan Rastogi 23 Apr 2022 · 1 min read कुछ झूठ की दुकान लगाए बैठे है कुछ झूठ की दुकान लगाए बैठे हैं, कुछ आपसी झगड़े भुलाए बैठे है। लूट सके इस सारे भारत को वो, ये उम्मीद आज वे लगाए बैठे है।। पल रहे है... Hindi · मुक्तक 4 4 560 Share Ram Krishan Rastogi 21 Nov 2021 · 1 min read एक पत्नि की इच्छा एक पत्नी की इच्छा *************** तेरे हाथों में मेरा हाथ रहे, हर साथ में तेरा साथ रहे। चाहती नही और कुछ मै, हर जन्म में तेरा साथ रहे।। हर सुबह... Hindi · मुक्तक 1 1 618 Share Ram Krishan Rastogi 17 Jan 2022 · 1 min read बिन माचिस के दिल जला देते है बिन माचिस के वे दिल जला देते है *************************** बिन माचिस के वे दिल जला देते हैं। बिन पानी के ही वे आग बुझा देते है। देखिए उनका हुनर ये... Hindi · मुक्तक 517 Share Ram Krishan Rastogi 16 Feb 2022 · 1 min read परछाई से वार्तालाप परछाई से वार्तालाप **************** पूछ लिया मैने परछाई से आज, क्यो तू चलती है मेरे साथ साथ। परछाई ने भी हंस कर पूछ लिया, बता,कौन चलता है तेरे साथ साथ।।... Hindi · मुक्तक 6 7 571 Share Ram Krishan Rastogi 16 Apr 2022 · 1 min read हनुमान जयंती पर कुछ मुक्तक हाथ में गदा रखते है हनुमान, लाल लंगोट पहनते है हनुमान। जो उनकी पूजा सदैव है करता, उनका कल्याण करते है हनुमान। अष्ट सिद्धि के दाता है हनुमान नौ निधियों... Hindi · मुक्तक 4 5 531 Share Ram Krishan Rastogi 30 May 2022 · 1 min read आ तुझको तुझ से चुरा लू आ तुझ को तुझ से चुरा लू, प्यार से तुझे दिल में बसा लू। ख्वाहिश है यह आखरी मेरी, तुझ को मै अपना बना लू।। कजरे की जगह तुझे लगा... Hindi · मुक्तक 2 7 518 Share Ram Krishan Rastogi 12 Dec 2021 · 1 min read दिल्ली मे रहकर दिल की बात क्या करे दिल्ली में रहकर,दिल की बात क्या करे, यहां सब धोखा है,उसकी बात क्या करे। लालच दिया जाता है,वोटरों को लुभाने को, चुनावो निष्पक्ष हो,इसकी वात क्या करे। आर के रस्तोगी... Hindi · मुक्तक 1 2 545 Share Ram Krishan Rastogi 30 Mar 2020 · 1 min read दो मुक्तक -आर के रस्तोगी मंजिल बहुत है,तो अफ़साने भी बहुत है | जिन्दगी की राह में,इम्तिहान भी बहुत है || मत करो दुःख उसका,जो बीत गया है | दुनिया में खुश रहने के बहाने... Hindi · मुक्तक 1 2 511 Share Ram Krishan Rastogi 9 Feb 2023 · 1 min read देखा है जब से तुमको देखा है जब से तुमको, कुछ दिल में होने लगा है। कैसे बताऊं मैं तुमको अब, मुझे तुमसे प्यार होने लगा है। दिल नहीं लगता तुम्हारे बिना, कैसे जियूं मैं... Hindi · मुक्तक 4 5 614 Share Ram Krishan Rastogi 16 Jan 2022 · 1 min read कविताओं में मुहावरे पार्ट तीन कविताओं में मुहावरे पार्ट तीन *********************** धोबी का कुत्ता न घर का न घाट का। दलबदलू रहता न सत्ता का न पाट का। सत्ता के लालच में जो पाला बदलता... Hindi · मुक्तक 6 8 481 Share Ram Krishan Rastogi 19 Aug 2021 · 1 min read सच्चे प्यार में ऐसा होता हैै क्यों सच्चे प्यार में ऐसा होता है क्यों ************************ जाग मै रही थी,करवट बदल रहा था वो। चाबुक मेरे पर पड़ी,सरपट दौड़ रहा था वो। प्यार की मिसाल इससे अधिक होती... Hindi · मुक्तक 3 1 489 Share Ram Krishan Rastogi 6 Feb 2022 · 1 min read स्वर कोकिला लता जी स्वर कोकिला लता जी ***************** सुरो की कोकिला चली गई, हमको रुलाकर वे चली गई। लताजी अब हमारे बीच नहीं, यादें छोड़कर अब चली गई।। गाये थे उन्होंने हजारों गीत,... Hindi · मुक्तक 7 5 459 Share Ram Krishan Rastogi 7 Feb 2022 · 1 min read आ,तुझ को तुझ से चुरा लू आ तुझ को तुझ से चुरा लू ********************* आ , तुझ को तुझ से चुरा लू, प्यार से तुझे दिल में बसा लू। ख्वासिश है यह आखरी मेरी, तुझ को... Hindi · मुक्तक 6 6 446 Share Ram Krishan Rastogi 25 Oct 2021 · 1 min read करवाचौथ से अगले दिन करवाचौथ से अगले दिन ******************* कल करवाचौथ थी,आज डंडा चौथ हो गई। कल जो सती सावित्री थी आज दुर्गा हो गई। नारी का चरित्र बदलते कुछ देर नहीं लगती, आज... Hindi · मुक्तक 434 Share Ram Krishan Rastogi 28 Jun 2021 · 1 min read मियां बीबी की खटपट मियां बीबी की खटपट ****************** तेरी याद आई,तेरे जाने के बाद, तुझे ढूंढा मैंने,तुझे जाने के बाद। लौट आओ अपने घर पर जल्द, कभी न लड़ेंगे,तेरे आने के बाद।। जरा... Hindi · मुक्तक 4 5 419 Share Ram Krishan Rastogi 26 Mar 2021 · 1 min read प्यार की पाती पर मुक्तक प्यार की पाती पर मुक्तक ******************** अपने मधुर स्वप्नों को जरा आकार दीजिए। जो दिल में है उसे आंखो से जरा कह दीजिए। जो लिख न सको स्याही से कागज... Hindi · मुक्तक 1 1 447 Share Ram Krishan Rastogi 8 Mar 2022 · 1 min read महिला दिवस पर कुछ मुक्तक महिला दिवस पर कुछ मुक्तक *********************** दुनिया की पहचान है औरत, दुनिया पर एहसान है औरत। मत समझो इसको कमजोर, पुरुष से बलवान है औरत।। हर घर की शान है... Hindi · मुक्तक 5 5 455 Share Ram Krishan Rastogi 22 Dec 2021 · 1 min read भले ही तुम कड़वे नीम प्रिय भले ही तुम कड़वे नीम प्रिय ********************** भले ही तुम कड़वे नीम प्रिय, गर्मी में देते हो ठंडी छांव प्रिय। मै भोली भाली ऐसी अबला हूं, मीठी निबोली खाती हूं... Hindi · मुक्तक 2 2 407 Share Ram Krishan Rastogi 1 Feb 2022 · 1 min read जीवन की कुछ सच्चाईयां जीवन की कुछ सच्चाईयां ******************** अहम की अकड़,ज्यादा चल नही सकती, मौत की घड़ी,कभी भी टल नही सकती। लूट कर दौलत,भले ही तुम जमा कर लो, पाप की कमाई,कभी भी... Hindi · मुक्तक 4 5 409 Share Ram Krishan Rastogi 29 Sep 2019 · 1 min read मै आशा के दीप जलाना चाहता हूँ ---आर के रस्तोगी आशा के दीप जलाना चाहता हूँ --- --------------------------------- मै आशा के दीप जलाना चाहता हूँ | निराशा के दीप बुझाना चाहता हूँ || जिस झोपडी में कभी न दीप जला... Hindi · मुक्तक 401 Share Ram Krishan Rastogi 11 Apr 2022 · 1 min read दिल से निकले हुए कुछ मुक्तक मेरे दिल में हो तुम, मेरी सांसों में हो तुम। देखती हूं मै जिधर, दिखाई देते हो तुम।। मेरी धड़कनों में हो तुम, मेरी तड़पनो में हो तुम। बन्द हो... Hindi · मुक्तक 3 2 428 Share Ram Krishan Rastogi 6 Oct 2021 · 1 min read मेरे शब्द व कलम सूंघते रहते है शब्द मेरे,समय की सुगंध को। परखते रहते है शब्द मेरे,हवा की भी मंद को, कलम चलती रहती है मेरी इनके हिसाब से, बदल देते हैं मेरे शब्द... Hindi · मुक्तक 2 2 406 Share Ram Krishan Rastogi 25 Nov 2020 · 1 min read मेरी दिनचर्या मेरी दिनचर्या ************ जब रात को गहरी नींद में सो जाता हूं, स्वप्नों की नई दुनियां में मै खो जाता हूं। देखता हूं नए नए स्वप्न मै रोज रात को,... Hindi · मुक्तक 1 375 Share Ram Krishan Rastogi 14 Jan 2022 · 1 min read कविताओं में मुहावरे कविताओं में मुहावरे **************** कुछ लोग बात का बतंगड़ बना देते है। कुछ लोग हथेली पर सरसो उगा देते है। रहते हैं दुनिया में अजीब अजीब लोग, बहुत से तो... Hindi · मुक्तक 4 4 379 Share Ram Krishan Rastogi 1 Apr 2023 · 1 min read तेरी यादों की खुशबू तेरी यादों की खुशबू में हम महकते रहते है, जब जब तुझको देखते है बहकते रहते है। अगर तेरा साथ मिल जाता हमे पूरी जिंदगी, पक्षियों की तरह पूरी जिंदगी... Hindi · मुक्तक 6 10 471 Share Ram Krishan Rastogi 22 Dec 2022 · 1 min read भले ही तुम कड़वे नीम प्रिय भले ही तुम कड़वे नीम प्रिय, गर्मी में देते हो ठंडी छांव प्रिय। मै भोली भाली ऐसी अबला हूं, मीठी निबोली खाती हूं प्राण प्रिए।। मैं तेरी छांव में जीवन... Hindi · मुक्तक 3 3 456 Share Ram Krishan Rastogi 13 Mar 2022 · 1 min read तुम मेरे बादल हो,मै तुम्हारी काली घटा हूं न सावन सूखी हूं मै,न भादो हरी हूं, बस मै तो आपके दिल की ही परी हूं। रखो जिस हाल में तुम अब मुझको, मै तो तुम्हारी जीवन की सहचरी... Hindi · मुक्तक 2 3 365 Share Ram Krishan Rastogi 16 May 2022 · 1 min read मेरे दिल का दर्द मेरे दिल का दर्द ************ अपने जो थे,आंखो से वे ओझल हो गए, जो दिलदार थे कभी वे बे दिलदार हो गए। ये कैसा समय आ गया कभी सोचा न... Hindi · मुक्तक 3 4 409 Share Ram Krishan Rastogi 2 Apr 2021 · 1 min read मै मन के भाव लिखता हूं मै मन के भाव लिखता हूं ******************* मन में भाव आते हैं तो मै लिखता हूं। दिल में दर्द होता है तो मै लिखता हूं।। किसी का कुछ न लेता... Hindi · मुक्तक 1 1 371 Share Ram Krishan Rastogi 10 Aug 2022 · 1 min read रक्षाबंधन भाई बहन का त्योहार रक्षाबंधन भाई बहन का है त्यौहार, कितना पावन व पवित्र है ये त्यौहार। डोरी रेशम की बांधती बहन भाई को, संसार का सबसे सुखद है ये त्यौहार।। बहन भाई के... Hindi · मुक्तक 2 2 426 Share Ram Krishan Rastogi 27 Nov 2020 · 1 min read शुभ प्रभात शुभ प्रभात ******** उगता सूरज दिखा रहा है,जादू अपनी किरणों से, ओस के मोतियों को,पिरोता है अपनी किरणों से। बिगुल बजा देता है,उठो भोर अब हो गई है दोस्तो अलसाई... Hindi · मुक्तक 1 1 381 Share Page 1 Next