Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
7 Feb 2022 · 1 min read

आ,तुझ को तुझ से चुरा लू

आ तुझ को तुझ से चुरा लू
*********************
आ , तुझ को तुझ से चुरा लू,
प्यार से तुझे दिल में बसा लू।
ख्वासिश है यह आखरी मेरी,
तुझ को मै अपना ही बना लू।।

कजरे की जगह तुझे लगा लू,
बंद नयनों में मै तुझे बसा लू।
तुम मेरे श्याम हो मै राधा तेरी,
यह मोहनी सूरत तेरी बसा लू।।

गजरे की जगह तुझे लगा लू,
बालो में तुझ को मै सजा लू।
खश्बू आती रहेगी तेरी मुझे,
आ तुझ को मै पास सुला लू।।

सिंदूर हो तुम सुहाग भी मेरे,
प्रिय प्रियतम जीवन के मेरे।
तुम बिन जीवन कैसे बिताऊं,
सात फेरे लेलो साथ तुम मेरे।

होठों की लाली हों तुम मेरे,
लाली आती नही है बिन तेरे।
स्पर्श करू कैसे तेरे लबों का,
समझ आती नही है अब मेरे।।

मंगल सूत्र तुम्हे मै बना लू,
गले में तुमको मैं लटका लू।
दिल के पास रहोगे तुम मेरे,
कैसे तुमको मैं अब भुला लू।।

मेरे जीवन के भरतार हो मेरे,
मै नाव हूं तुम पतवार हो मेरे।
भवसागर से पार उतारो मुझे,
मेरे जीवन के खिवैया हो मेरे।।

आर के रस्तोगी गुरुग्राम

Language: Hindi
6 Likes · 6 Comments · 444 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from Ram Krishan Rastogi
View all
You may also like:
प्रतिशोध
प्रतिशोध
Shyam Sundar Subramanian
दिलरुबा जे रहे
दिलरुबा जे रहे
Shekhar Chandra Mitra
निर्धनता ऐश्वर्य क्या , जैसे हैं दिन - रात (कुंडलिया)
निर्धनता ऐश्वर्य क्या , जैसे हैं दिन - रात (कुंडलिया)
Ravi Prakash
खुद से भी सवाल कीजिए
खुद से भी सवाल कीजिए
Mahetaru madhukar
पिता का पता
पिता का पता
अभिषेक पाण्डेय 'अभि ’
पितृ दिवस
पितृ दिवस
Ram Krishan Rastogi
23/182.*छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
23/182.*छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
माय
माय
Acharya Rama Nand Mandal
क्यों दिल पे बोझ उठाकर चलते हो
क्यों दिल पे बोझ उठाकर चलते हो
VINOD CHAUHAN
तेरी वापसी के सवाल पर, ख़ामोशी भी खामोश हो जाती है।
तेरी वापसी के सवाल पर, ख़ामोशी भी खामोश हो जाती है।
Manisha Manjari
यह जो आँखों में दिख रहा है
यह जो आँखों में दिख रहा है
कवि दीपक बवेजा
मां की ममता जब रोती है
मां की ममता जब रोती है
Harminder Kaur
गांव की गौरी
गांव की गौरी
नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर
वर्ल्ड रिकॉर्ड
वर्ल्ड रिकॉर्ड
Dr. Pradeep Kumar Sharma
धरती के सबसे क्रूर जानवर
धरती के सबसे क्रूर जानवर
*Author प्रणय प्रभात*
सच
सच
Neeraj Agarwal
दुनिया की ज़िंदगी भी
दुनिया की ज़िंदगी भी
shabina. Naaz
बंधन यह अनुराग का
बंधन यह अनुराग का
Om Prakash Nautiyal
काजल
काजल
SHAMA PARVEEN
एक पते की बात
एक पते की बात
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
आस नहीं मिलने की फिर भी,............ ।
आस नहीं मिलने की फिर भी,............ ।
निरंजन कुमार तिलक 'अंकुर'
विचार, संस्कार और रस [ एक ]
विचार, संस्कार और रस [ एक ]
कवि रमेशराज
पग-पग पर हैं वर्जनाएँ....
पग-पग पर हैं वर्जनाएँ....
डॉ.सीमा अग्रवाल
खोल नैन द्वार माँ।
खोल नैन द्वार माँ।
लक्ष्मी सिंह
फितरत या स्वभाव
फितरत या स्वभाव
विजय कुमार अग्रवाल
आम्बेडकर मेरे मानसिक माँ / MUSAFIR BAITHA
आम्बेडकर मेरे मानसिक माँ / MUSAFIR BAITHA
Dr MusafiR BaithA
कैसा विकास और किसका विकास !
कैसा विकास और किसका विकास !
ओनिका सेतिया 'अनु '
सुशब्द बनाते मित्र बहुत
सुशब्द बनाते मित्र बहुत
Umesh उमेश शुक्ल Shukla
"इतिहास गवाह है"
Dr. Kishan tandon kranti
अमूक दोस्त ।
अमूक दोस्त ।
SATPAL CHAUHAN
Loading...