Ram Krishan Rastogi Tag: कविता 621 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Previous Page 2 Next Ram Krishan Rastogi 25 Jan 2023 · 1 min read हमारा प्यारा गणतंत्र दिवस आओ सब मिलकर गणतंत्र दिवस मनाए , इसे विश्व का हम सबसे बड़ा गणतंत्र बनाएं, लागू हुआ था इस दिन नव निर्मित संविधान, जिसमे है नागरिकों के सब अधिकार समान,... Hindi · कविता 2 3 315 Share Ram Krishan Rastogi 23 Jan 2023 · 1 min read सुभाष चंद्र बोस जयंती तुम मुझको दो खून अपना , मै तुमको दे दूंगा आजादी | यही सुनकर देश वासियों ने, अपनी जान की बाजी लगा दी || यही सुभाष का नारा था ,... Hindi · कविता 4 6 205 Share Ram Krishan Rastogi 16 Jan 2023 · 1 min read कविताओ में मुहावरे पार्ट तीन धोबी का कुत्ता न घर का न घाट का। दलबदलू रहता न सत्ता का न पाट का। सत्ता के लालच में जो पाला बदलता है, उल्टा पहाड़ा पढ़ता सोलह दूनी... Hindi · कविता 2 2 167 Share Ram Krishan Rastogi 15 Jan 2023 · 1 min read महंगाई नही बढ़ी खर्चे बढ़ गए है महंगाई नही बढ़ी,खर्चे बढ़ गए है। हम अपनो से ही जुदा हो गए है। पहले अपने घर त्यौहार मनाते थे, अब बाहर जाकर त्यौहार मनाते है। पहले काफी दूर तक... Hindi · कविता 3 2 833 Share Ram Krishan Rastogi 8 Jan 2023 · 1 min read सर्दी का मौसम दिखता नहीं दूर तक अब कोहरे ने ढका है सब अब। गांव से निकलना है मुश्किल, जाए तो जाए कहां हम अब।। छिपे हुए हैं रजाई हम सब, सर्दी ने... Hindi · कविता 2 2 94 Share Ram Krishan Rastogi 29 Dec 2022 · 1 min read झूठ की दुकान कुछ झूठ की दुकान लगाए बैठे हैं, कुछ आपसी झगड़े भुलाए बैठे है। लूट सके इस सारे भारत को वो, ये उम्मीद आज वे लगाए बैठे है।। पल रहे है... Hindi · कविता 3 4 366 Share Ram Krishan Rastogi 24 Dec 2022 · 1 min read अब तो दिखावटी हो रहा सब कुछ बदल चुका है अब तो दिखावटी हो रहा। प्यार मोहब्बतअब कहां वह भी बनावटी हो रहा।। अब तो हर इंसान बनावटी बाते अब कर रहा। बिना मतलब के... Hindi · कविता 2 3 137 Share Ram Krishan Rastogi 18 Dec 2022 · 1 min read चलो अब गांवों की ओर चलो अब गांवो की ओर ****************** चलो अब गांवो की ओर, बढ़ रहा है शहरों में शोर। प्रदूषण भी यहां बढ़ रहा, जीना दूभर यहां हो रहा।। चिमनियां धुआं उगल... Hindi · कविता 2 2 246 Share Ram Krishan Rastogi 7 Dec 2022 · 2 min read बैंक पेंशनर्स की वेदना जब सबकी पेंशन बढ़ती हैं, बैंकर्स की क्यों नहीं बढ़ती है ? ये प्रश्न पूछते है हम सरकार से, क्यों ये फाईलो मे ही सड़ती हैं ? बैंकों को हमने... Hindi · कविता 2 3 220 Share Ram Krishan Rastogi 30 Nov 2022 · 1 min read बचे हैं जो अरमां तुम्हारे दिल में बचे हैं जो अरमां तुम्हारे दिल में, उनको पूरा कर लो अब तुम। अब ना हाथ आऊंगी तुम्हारे, चाहे जितने जतन कर लो तुम।। बचे जो तीर तरकस में तुम्हारे,... Hindi · कविता 1 1 294 Share Ram Krishan Rastogi 25 Nov 2022 · 1 min read तोड़ देना चाहे ,पर कोई वादा तो कर तोड़ देना चाहे ,पर कोई वादा तो कर। मेरा महबूब है,तो कोई इशारा तो कर।। आ तो सही,भले ही आकर चले जाना। रोकूं नही मै,प्यास बुझाकर चले जाना।। इंतजार कर... Hindi · कविता 2 3 257 Share Ram Krishan Rastogi 20 Nov 2022 · 1 min read मां थपकी देकर सुलाती है मां, बड़े प्यार से बुलाती है मां। करती है मजदूरी बच्चो के लिए, खुद भूखी रहकर खिलाती है मां। लजा न देना मां का दूध तुम... Hindi · कविता 4 7 288 Share Ram Krishan Rastogi 19 Nov 2022 · 1 min read कार्तिक पूर्णिमा की रात चांदी जैसे चमके रात चांदनी, और न तुम मुझको तरसाओ। मिलने की है ललक अब तुमसे, और मेरे करीब तुम आ जाओ।। ठिठुर रही हूं मैं शरद ऋतु में, कैसे... Hindi · कविता 2 2 239 Share Ram Krishan Rastogi 15 Nov 2022 · 1 min read दीयो के मन की संवेदना सभाल कर हमें जरा तुम उठाना, दिवाली पर हमे तुमने जलाए थे। हमने तो अपना वजूद जलाकर, तुम्हारे लिए हर खुशियां लाए थे। हमने ही कुम्हार का पेट पाला था,... Hindi · कविता 2 3 286 Share Ram Krishan Rastogi 14 Nov 2022 · 1 min read पूनम की रात हो,पिया मेरे साथ हो पूनम की चाँदनी रात हो,पिया मेरे साथ हो | नजरे जरा झुकी हो,दिल से दिल की बात हो || फूलो के सेज हो,केवल मेरे पिया साथ हो | मन्द मन्द... Hindi · कविता 1 1 432 Share Ram Krishan Rastogi 13 Nov 2022 · 1 min read बिन माचिस के आग लगा देते हो शब्दो को अधरों पर रखकर,मन का भेद खोलो। आंखो से सुन सकता हूं,तुम आंखो से तो बोलो।। कहना है कुछ कह दो,इशारों के जरिए कह दो। समझता हूं सारे इशारे... Hindi · कविता 1 1 264 Share Ram Krishan Rastogi 1 Nov 2022 · 1 min read हमारा हरियाणा प्रदेश हरियाणा सबसे न्यारा,प्यारा प्रदेश हमारा। दूध दही यहां खाना है,पशुधन है हमारा। 56 वर्ष पूर्व बना ये प्रदेश,1 नवंबर 66 को जन्म हुआ। भाषा के आधार पर पंजाब प्रांत से... Hindi · कविता 2 2 363 Share Ram Krishan Rastogi 31 Oct 2022 · 1 min read जिंदगी एक चादर है इस जिंदगी रूपी चादर में, बस सांसों के ताने बाने है। दुःख की थोड़ी सलवटे है, सुख के कुछ फूल सुहाने है।। यह ज़िंदगी एक पहेली है, सुख दुःख की... Hindi · कविता 2 2 356 Share Ram Krishan Rastogi 30 Oct 2022 · 1 min read बेटा बेटी है एक समान बेटा बेटी जग में है एक समान, दोनो ही करते जग का निर्माण। अगर बेटा तन है तो बेटी मन है, अगर बेटा अंश है तो बेटी अंश है। अगर... Hindi · कविता 3 5 524 Share Ram Krishan Rastogi 27 Oct 2022 · 1 min read जमाना उड़ान को देखता है जमीन पर बैठ कर,क्यो आसमान को देखता है। पंख अपने ही फैला,जमाना उड़ान को देखता है।। कमाई दूसरे की देखकर,क्यो तू जलता है। कमाई अपनी ही कर,उसी से काम चलता... Hindi · कविता 2 3 226 Share Ram Krishan Rastogi 24 Oct 2022 · 1 min read दिवाली पर एक गरीब की इच्छा बनाकर दीये मिट्टी के,जरा सी आस पाली है। मेरी मेहनत को खरीदो,मेरे घर भी दिवाली है।। करता हूं मेहनत मै ,मुझे उसी का फल मिल जाए। कुछ ऐसा भी करो,मेरे... Hindi · कविता 2 4 358 Share Ram Krishan Rastogi 4 Oct 2022 · 1 min read गुजर जाती है उम्र रिश्ते बनाने में गुजर जाती है उम्र,रिश्ते बनाने में। पर पल नही लगता इसे ठुकराने में।। वक्त लगता है,अपना घर बनाने में। पर पल नही लगता,इसे गिराने में।। उम्र खत्म हो जाती है,धन... Hindi · कविता 4 5 188 Share Ram Krishan Rastogi 2 Oct 2022 · 1 min read गुदडी के लाल, लालबहादुर शास्त्री छोटा कद पर सोच बड़ी थी, तेज सूर्य सा चमके था भाल। भारत मां के गौरव वे थे, कहलाए वे गुदड़ी के लाल।। देश के प्रति थी पूरी निष्ठा, कोई... Hindi · कविता 3 3 247 Share Ram Krishan Rastogi 20 Sep 2022 · 1 min read एक पाती पितरों के नाम लिखता हूं एक पाती पितरो के नाम, करता हूं कोटि कोटि उनको मै प्रणाम। किया था तुमने हमारा लालन पोषण, कभी न किया था हमारा तुमने शोषण। पढ़ा लिखा कर... Hindi · कविता 2 2 300 Share Ram Krishan Rastogi 19 Sep 2022 · 1 min read मुझे आज भी तुमसे प्यार है तुमसे बिछड़े वर्षो बीत गए, अभी भी मुझे तेरा इंतजार है, तेरी पुरानी यादों की चुभन, आज भी दिल में बरकरार है। मुझे आज भी तुमसे प्यार है।। लौट कर... Hindi · कविता 6 11 424 Share Ram Krishan Rastogi 18 Sep 2022 · 1 min read नायिका की सुंदरता की उपमाएं नाक है तेरी तोते जैसी, टमाटर जैसे तेरे है गाल। गर्दन तेरी सुराही जैसी, हिरणी जैसी तेरी चाल।। बाल है तेरे रेशम जैसे, होठ बने पंखुड़ी गुलाब। प्रभु ने फुर्सत... Hindi · कविता 2 2 714 Share Ram Krishan Rastogi 12 Sep 2022 · 1 min read राष्ट्रभाषा हिन्दी है हमारी शान राष्ट्रभाषा हिन्दी है हमारी शान, हम सब करते हैं इसका मान। सब भाषाओं में है सबसे न्यारी, बोलने में लगती है मधुर प्यारी।। बने गुलाम सब अंग्रेजी के आज, इसको... Hindi · कविता 5 6 277 Share Ram Krishan Rastogi 9 Sep 2022 · 1 min read उनकी यादें विचलित कर देती है उनकी यादें कभी मुझको। नींद उड़ा कर ले जाती है,सोने नहीं देती मुझको।। पता नहीं लग पाता है,कहां ले जाती है मुझको। करवटें बदलती हूं सलवटे... Hindi · कविता 2 3 261 Share Ram Krishan Rastogi 5 Sep 2022 · 1 min read शिक्षक दिवस माँ ही मेरी पहली शिक्षक है, क्यों न उसे मै शीश निवाऊ। पढ़ा लिखा कर बड़ा किया है, क्यों न शिक्षक दिवस मनाऊ।। पहले जैसे गुरु नही अब रहे, पहले... Hindi · कविता 1 1 207 Share Ram Krishan Rastogi 31 Aug 2022 · 1 min read गणेश चतुर्थी विघ्न हरता मंगल करता, सब देवों के देव भी हो। आप ही तो आरंभ करता, आप ही सबके अन्त हो।। कैसे पूजन करूं मैं आपका, मै तो हूं बहुत मूर्ख... Hindi · कविता 4 7 292 Share Ram Krishan Rastogi 27 Aug 2022 · 1 min read अगर तुम्हे कुछ बनना है अगर तुम्हे कुछ बनना है, परिश्रम तुम्हे करना होगा। सूरज की तरह ही तुमको, निरन्तर तुम्हे चलना होगा।। कहा है कृष्ण ने गीता में, कर्म तुम्हारा जीवन होगा। अच्छे कर्म... Hindi · कविता 2 3 2k Share Ram Krishan Rastogi 26 Aug 2022 · 1 min read प्रेमी और प्रेमिका की मोबाइल पर वार्तालाप जब तुमको मै फोन पर बात करती हूं। बस एक ही आवाज मै सुनती रहती हूं।। मोबाईल मै बैलेंस कुछ भी नही है। इसे रखने में तुम्हे जरा शर्म नही... Hindi · कविता 2 3 261 Share Ram Krishan Rastogi 24 Aug 2022 · 1 min read क्षमा याचना दिवस दुखाया था दिल जो मैंने किसी का, फल पा रहा हूं मै आज उसी का। दुखाया न होता अगर दिल मैंने किसी का, क्षमा याचना का मौका मिला है उसी... Hindi · कविता 3 4 516 Share Ram Krishan Rastogi 21 Aug 2022 · 1 min read विश्व वरिष्ठ नागरिक दिवस करे सम्मान वरिष्ठ नागरिकों का, करे उनका हम सब ध्यान। मिलेगा उनका आशीष तुमको, और मिलेगा उनका तुमको ज्ञान।। धरोहर हैं वे हम सबकी, और तुम्हारी वे पहचान। एक दिन... Hindi · कविता 3 3 415 Share Ram Krishan Rastogi 15 Aug 2022 · 1 min read मै लाल किले से तिरंगा बोल रहा हूं मै लाल किले से तिरंगा बोल रहा हूं। मै देश के हित में कुछ बोल रहा हूं।। जब जब मुझको यहां फहराया जायेगा। खड़े होकर ही राष्ट्रीयगान गाया जायेगा।। हमे... Hindi · कविता 6 8 327 Share Ram Krishan Rastogi 8 Aug 2022 · 2 min read जीवन संगनी की विदाई छोड़ कर जा रही हूं तुम्हें,मुझे याद मत करना। जाना है सबको संसार से 1 दिन सबको मरना।। जन्म हुआ है जिसका,मृत्यु भी उसकी एक दिन होगी। ये क्रम चलता... Hindi · कविता 8 15 714 Share Ram Krishan Rastogi 7 Aug 2022 · 1 min read एक पत्र पुराने मित्रों के नाम क्या करे मित्र तुम्हारे घर आकर हम। अब तो कभी याद नहीं करते हमे तुम।। हम सदा आते थे,जब कभी बुलाते थे तुम। अब बुलाना छोड़ दिया,अब आए क्यों हम।।... Hindi · कविता 2 3 379 Share Ram Krishan Rastogi 6 Aug 2022 · 1 min read मेरे ख्यालों में क्यो आते हो मेरे ख्यालों में तुम क्यों आते हो, आकर तुम मुझे क्यों सताते हो। सताना है पास आकर सताओ, रोज रोज ऐसे क्यों तड़पाते हो।। ये जिंदगी तुम्हारे नाम करदी मैने,... Hindi · कविता 4 8 385 Share Ram Krishan Rastogi 5 Aug 2022 · 1 min read आओ हम सब घर घर तिरंगा फहराए आओ हम सब घर घर तिरंगा फहराए, आजादी का 75 वा महोत्सव मनाए। कोई भी घर इससे वंचित न रह पाए, आजादी के गीत हम सब घर घर गाए।। तिरंगा... Hindi · कविता 3 4 488 Share Ram Krishan Rastogi 4 Aug 2022 · 1 min read घर घर तिरंगा फहराएंगे घर घर तिरंगा फहराएंगे, हम देश की शान बढ़ाएंगे। जो करेगा इसका अपमान, उसको सजा हम दिलाएंगे।। हुए आजादी के 75 वर्ष पूरे, हुए अधूरे हमारे सब काम पूरे। गली... Hindi · कविता 2 5 298 Share Ram Krishan Rastogi 2 Aug 2022 · 1 min read ए ! सावन के महीने क्यो मचाता है शोर ए ! सावन के महीने तू, क्यो मचाता है इतना शोर। साजन मेरे साथ नही है, मै हो रही हूं काफी बोर।। धीरे धीरे बूंदे पड़ती है, भिगो रही है... Hindi · कविता 2 2 354 Share Ram Krishan Rastogi 1 Aug 2022 · 1 min read शाम से ही तेरी याद सताने लगती है शाम से ही तेरी याद सताने लगती है। पता नही क्या चीज तड़फाने लगती है।। होगा मिलन हमारा जब रात हो जायेगी। बाते करते करते सारी रात कट जायेगी।। होगी... Hindi · कविता 3 5 303 Share Ram Krishan Rastogi 31 Jul 2022 · 1 min read महादेवी वर्मा जी की वेदना मै नीर भरी दुख की बदली, अब मै क्या भू पर बरसुंगी ? शुष्क हो गया है जीवन मेरा, जीवन भर मैं अब तरसुंगी।। इच्छाएं मेरी अनेक अनंत थी, उनका... Hindi · कविता 4 7 821 Share Ram Krishan Rastogi 28 Jul 2022 · 1 min read एक नारी की वेदना रात्रि को जब तुम अपने, शयन कक्ष में सोने आओगे। मिलूंगी नही वहां पर मैं फिर तुम मन में पछताओगे।। जा रही हूं मै उस जगह, जहां से कोई लौट... Hindi · कविता 2 1 480 Share Ram Krishan Rastogi 21 Jul 2022 · 1 min read चुरा कर दिल मेरा,इल्जाम मुझ पर लगाती हो (व्यंग्य) चुरा कर दिल मेरा,इल्ज़ाम मुझ पर लगाती हो। थाने में तुम जाकर, झूठी रिपोर्ट लिखाती हो।। सैया तुम्हारे कोतवाल,फिर उनसे पिटवाती हो। पिटवा कर मुझे,फिर हवालात में बंद कराती हो।।... Hindi · कविता 4 6 302 Share Ram Krishan Rastogi 13 Jul 2022 · 1 min read एक पत्नि की मन की भावना मेरे प्राणों से तुम प्यारे हो, मेरी आंखो के तुम तारे हो। अलग नहीं हो सकती तुमसे, मेरे जीवन के तुम रखवाले हो।। तुम राम व कृष्ण मेरे हो, मै... Hindi · कविता 2 3 378 Share Ram Krishan Rastogi 13 Jul 2022 · 1 min read मौत का क्या भरोसा मौत का क्या भरोसा, कब तुझको आ जाए। भज ले प्रभु का नाम तू, फिर समय न मिल पाए।। मौत है एक सच्चाई, ये सबको एक दिन आती। कब कहां... Hindi · कविता 2 2 138 Share Ram Krishan Rastogi 12 Jul 2022 · 1 min read कुछ कहता है सावन कुछ कहता है सावन, मेरे मन के आँगन मे। साजन से तेरा मिलन करा दू, क्या दोगी मुझे निछावन मे।। मैं एक ऐसा सावन हूँ, तेरे तन मे अग्नि लगाता... Hindi · कविता 4 6 459 Share Ram Krishan Rastogi 11 Jul 2022 · 1 min read विश्व जनसंख्या दिवस बढ़ेगी जब आबादी,अच्छे दिन कैसे आएंगे। होगे जब दस बच्चे,फिर बुरे दिन तो आएंगे।। बढ़ती जा रही है जनसंख्या कैसे नियंत्रण कर पाएंगे। करा नहीं नियंत्रण तुमने फिर तुम कहां... Hindi · कविता 3 4 291 Share Ram Krishan Rastogi 6 Jul 2022 · 1 min read उनकी यादें विचलित कर देती है,उनकी यादें कभी मुझको। नींद उड़ा ले जाती है,सोने नहीं देती है मुझको।। पता नहीं लग पाता है,कहां ले जाती है मुझको। करवटें बदलती हूं बस सलवटे... Hindi · कविता 9 15 523 Share Previous Page 2 Next