Dr. Kishan Karigar Tag: कविता 91 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Dr. Kishan Karigar 15 Jul 2023 · 1 min read प्रकृति के फितरत के संग चलो बिकास के अंधी दौड़ मे जिसे देखो वही सब? अरे भाई क्यूं तुम दूर भागे जा रहे हो? प्रकृति पर्यावरण सब काम आएंगें प्रकृति के फितरत के संग चलो। कंक्रीट... "फितरत" – काव्य प्रतियोगिता · कविता 3 728 Share Dr. Kishan Karigar 14 Jun 2023 · 1 min read मुझे भी जीने दो (भ्रूण हत्या की कविता) माँ के पेट में ही छटपटा रही मैं बेटी हो के जन्म ले रही तो क्या हुआ? मुझे मत मारो पापा मुझे भी तो जीने दो पापा. बेटा ही हो... Poetry Writing Challenge · कविता 2 884 Share Dr. Kishan Karigar 19 May 2023 · 1 min read हाई रे मेरी तोंद (हास्य कविता) उफ़ हाई रे मेरी तोंद ये कितनी हिलती डुलती है सेक्रेटरी से कितनी बार पूछा चल ये बता क्या, ये दिखती भी है? डरते डरते उसने इतना बताया जनता सालों-साल... Poetry Writing Challenge · कविता 2 874 Share Dr. Kishan Karigar 16 May 2023 · 1 min read सफ़र है बाकी (संघर्ष की कविता) सफ़र थोड़ा और है बांकी कुछ दूर और चलले साथी मंज़िल दूर है तो क्या? रास्ते में कहीं तो मिल जाएगी. ग़मो से मत होना परेशान असफ़लताओ से तुम मत... Poetry Writing Challenge · कविता 3 2 340 Share Dr. Kishan Karigar 16 May 2023 · 1 min read ढूँढती है निगाहें (मार्मिक कविता) तुम्ही बताओ न जाने क्यूँ? दिलो जाँ से मुहब्बत करने वाले शायद अब कभी ना मिलेंगें पर कैसे बताऊँ तुम्हें? ढूँढती है निगाहें. हर एक सूरत में हर कहीं सिर्फ़... Poetry Writing Challenge · कविता 1 292 Share Dr. Kishan Karigar 15 May 2023 · 1 min read होली आ गई खुशियों की त्योहार होली सबने सजाई अपने घर रंगोली रंग गुलाल लेकर निकल पड़े देखो आई है मस्तों की टोली. रंगो से भर के पिचकारी एक दूसरे पर... Poetry Writing Challenge · कविता 1 150 Share Dr. Kishan Karigar 14 May 2023 · 1 min read यादों में हम खो गए (मार्मिक गीत) आप मुझे छोड़कर कहीं चले गए सच्ची मुहब्बत में नादान कुछ पल रो लिए। इठलाती.बलखाती आपकी हँसी पैग़ाम.ए.मुहब्बत बन गए तस्वीर देखकर आपकी यादों में हम खो गए। आपकी जुदाई... Poetry Writing Challenge · कविता 1 143 Share Dr. Kishan Karigar 14 May 2023 · 1 min read घोटालेबाजों की मेरीट लिस्ट (हास्य कविता) सभी एक दूसरे पे चिल्ला रहे थे आखिर क्यों नहीं मैं? बनी है घोटालेवाजों की मेरिटलिस्ट इस लिस्ट में मेरा नाम नहीं। एक ने दूसरे को धकियाआ चल हट जा... Poetry Writing Challenge · कविता 365 Share Dr. Kishan Karigar 14 May 2023 · 1 min read चैनों-अमन की बातें अब कौन करता? चैनों-अमन की बातें अब कौन करता? उसे तो उल-जलूल सा लगता हमदर्द अब रह गए ही कितने? क्या कहे “किशन” हर कोई झूठी आहे भरता. जमाना भी खुदगर्ज़ कितना हो... Poetry Writing Challenge · कविता 1 227 Share Dr. Kishan Karigar 14 May 2023 · 1 min read लुगाई और मँहगाई (हास्य कविता) अपने मित्र को देखते ही? मैं भड़क उठा और बोला छोटे भाई बन मेरी लुगाई को घूरने से अच्छा? की तूं उसे ले ही भाग. मेरे मित्र ने पूछा, अच्छा... Poetry Writing Challenge · कविता 1 273 Share Dr. Kishan Karigar 14 May 2023 · 2 min read बँटवारा (मार्मिक कविता) आज भाइयों के बीच कहा सुनी हो रही क्योंकि बँटवारा जो हो रहा है लेकिन ये लड़ाई वो नहीं जब पिता कुछ खाने को लाते थे और ये लड़ते थे... Poetry Writing Challenge · कविता 1 273 Share Dr. Kishan Karigar 14 May 2023 · 1 min read दिल किसी का दुखाया (मार्मिक कविता) दिल किसी का दुखाया मैंने दिल किसी का दुखाया मैने दिल किसी का दुखाया। नादान था बहुत ही नटखट नादानगी में उनको बहुत सताया।। जिसने झुलाया था हमें अपनी बाहों... Poetry Writing Challenge · कविता 1 404 Share Dr. Kishan Karigar 14 May 2023 · 1 min read मैं भी चापलूस बन गया (हास्य कविता) आखिर क्या करता मैं? कहाँ मारा फिरता? किसको समझाता कहाँ नहीं धक्के खाता? ईमानदारी से हश्र एसा हुआ की? अब मैं भी चापलूस बन गया? इन चापलूसों की ही तो... Poetry Writing Challenge · कविता 1 591 Share Dr. Kishan Karigar 14 May 2023 · 1 min read मैं भी चुनाव लड़ूँगा (हास्य कविता) सुना बै बहुत फाइदें है? चुनाव ही तो जीतना है. बहुत जल्द मालामाल हो जाउँगा? फिर तो मैं भी चुनाव लड़ूँगा? धर्म जाति के नाम पर लोगों को लड़बाउँगा? लगे... Poetry Writing Challenge · कविता 2 554 Share Dr. Kishan Karigar 14 May 2023 · 1 min read सच्चा प्रेम कहाँ है? कौन ढूँढेगा? किसको ख़बर है? सच्चा प्रेम ना जाने अब किधर है? दिल क्यूँ ना मिलते अब? हृदय मे प्यार अब किधर है? प्यार में इतनी शर्तें आहें भी न... Poetry Writing Challenge · कविता 275 Share Dr. Kishan Karigar 14 May 2023 · 1 min read ईमानदार की मौत हो जाती है (मार्मिक कविता) जहाँ सौ मे नब्बे लोग झूठें हो? स्वार्थ से भरा झूठ ही झूठ हो? फिर कौन करेगा ईमानदारी की बात? झूठ के आगे ईमानदार की मौत हो जाती है? इस... Poetry Writing Challenge · कविता 352 Share Dr. Kishan Karigar 14 May 2023 · 1 min read अदबो ईल़्म सी उर्दू ज़शन ए उर्दू. अदबो इल़्म सी उर्दू . चैनो अमन की क़हक़शां है उर्दू . हर मुक़्तिलिफ़ की गंगा जमुनी तहज़ीब हो उर्दू. जबसे मालूमात हुआ की मीठी जबां है... Poetry Writing Challenge · कविता 1 259 Share Dr. Kishan Karigar 14 May 2023 · 1 min read दलाल ही दलाल (हास्य कविता) दलाल ही दलाल (हास्य कविता) मीडिया भी दलाल मुल़्क के हुक़्मरान भी दलाल कौन करेगा इनके काले कारनामों का पर्दाफाश? न्यायपालिका कार्यपालिका भी बन गए दलाल सुना है मोटी कमाई... Poetry Writing Challenge · कविता 1 490 Share Dr. Kishan Karigar 14 May 2023 · 1 min read जिम्मेदारी और पिता (मार्मिक कविता) जिम्मेदारीयों के बोझ तले दबा हुआ पिता बच्चों की ख़ातिर फिर भी खुश रहता है पिता. बीबी से भी कभी शिकायत नहीं कर पाता? बीबी बच्चों के लिए हर पल... Poetry Writing Challenge · कविता 1 363 Share Dr. Kishan Karigar 14 May 2023 · 1 min read पिता (मर्मस्पर्शी कविता) घर परिवार की जिम्मेदारीयों को निभाता रहता हर घर में वो जो है पिता. बच्चो बीबियों की खुशियों के ख़ातिर अपना हर ग़म छुपा लेता है पिता. जी तोड़ मेहनतक़शी... Poetry Writing Challenge · कविता 2 242 Share Dr. Kishan Karigar 14 May 2023 · 1 min read बच्चों के पिता रूठें हैं बच्चें आज उनको मनाने, ढेर सारे खिलौने लेकर आया है पिता. अच्छा तुम्हें और क्या चाहिए? बताओ ना? बच्चों को मनाते हुए पुछ रहा है पिता. बच्चों की... Poetry Writing Challenge · कविता 1 412 Share Dr. Kishan Karigar 14 May 2023 · 1 min read कैसे वोट बैंक बढ़ाऊँ? (हास्य कविता) कैसे वोट बैंक बढ़ाऊँ? (हास्य कविता) मुझे तो बस यही चिंता सत्ता रही की बजी अब चुनाबी घंटी मैं कैसे अपना वोट बैंक बढ़ाऊँ सत्ता की गलियारों में फिर कैसे... Poetry Writing Challenge · कविता 2 411 Share Dr. Kishan Karigar 14 May 2023 · 1 min read चंदा मामा (बाल कविता) चाँदनी रात में खिलखिला के हँसते हो कितने उजले दाँत हैं आपके प्यारे मामा? मैं आपके लिए नया टूथ ब्रश खरीदूँगा मेरे घर भी आओ ना चंदा मामा. मेरी माँ... Poetry Writing Challenge · कविता 1 457 Share Dr. Kishan Karigar 14 May 2023 · 1 min read किसे फुर्सत है? (मर्मस्पर्शी कविता) किसे फुर्सत है? हर कोई भाग रहा किसे फुर्सत है? शहर बन गया है तमाशाबीन कोई दर्द से चीखता-कराहता पर कोई करता तक धिनाधीन. कोई दौलत के पीछे तो हर... Poetry Writing Challenge · कविता 1 205 Share Dr. Kishan Karigar 14 May 2023 · 1 min read बूढ़ा बरगद का पेड़ बोला (मार्मिक कविता) बूढा बरगद का पेड़ बोला मेरी ही टहनियों को काटकर छाँव की तलाश में भटक रहे लोग कराहते हुए कहीं यहीं पर जैसे बूढा बरगद का पेड़ बोला. कुछ याद... Poetry Writing Challenge · कविता 2 1k Share Dr. Kishan Karigar 14 May 2023 · 1 min read जमाना नहीं शराफ़त का (सामायिक कविता) तुम किसी के साथ विनम्रता से पेश आओ वे तुम्हें बुद्धजिल कमज़ोर समझेंगें वेबज़ह चलती ट्रेन से दे देंगें धक्का अब तो जमाना नही रहा शराफ़त का. अपने फायदे के... Poetry Writing Challenge · कविता 332 Share Dr. Kishan Karigar 14 May 2023 · 1 min read ज़िस्म के लुटेरे (मार्मिक कविता) जिस्म के लुटेरे यहाँ भी वहाँ भी कुछ उधर भी सफेदपोश चादर ओढ़े कुछ लोग ये खरोंच डालेंगे तेरे जिस्म हर कहीं बैठें हैं जिस्म के लुटेरे क्या कर लोगे... Poetry Writing Challenge · कविता 156 Share Dr. Kishan Karigar 27 Dec 2022 · 1 min read ज़िस्म के लुटेरे जिस्म के लुटेरे यहाँ भी वहाँ भी कुछ उधर भी सफेदपोश चादर ओढ़े कुछ लोग ये खरोंच डालेंगे तेरे जिस्म हर कहीं बैठें हैं जिस्म के लुटेरे क्या कर लोगे... Hindi · कविता 179 Share Dr. Kishan Karigar 1 May 2022 · 1 min read चंदा मामा चाँदनी रात में खिलखिला के हँसते हो कितने उजले दाँत हैं आपके प्यारे मामा? मैं आपके लिए नया टूथ ब्रश खरीदूँगा मेरे घर भी आओ ना चंदा मामा. मेरी माँ... Hindi · कविता 1 824 Share Dr. Kishan Karigar 24 Apr 2022 · 1 min read मतलबी हो गए लोग किसे क्या कहें मतलबी हो गए लोग रिशते भी बज़ारू हो गए स्वार्थी हो गए लोग. आपसिक रिशतों में भी अमीरी ग़रिबी के तौलते वज़न ये वज़नी स्वार्थ खु़द के... Hindi · कविता 2 187 Share Dr. Kishan Karigar 23 Apr 2022 · 1 min read जिम्मेदारी और पिता जिम्मेदारीयों के बोझ तले दबा हुआ पिता बच्चों की ख़ातिर फिर भी खुश रहता है पिता. बीबी से भी कभी शिकायत नहीं कर पाता? बीबी बच्चों के लिए हर पल... “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह · कविता 7 18 1k Share Dr. Kishan Karigar 17 Apr 2022 · 1 min read बच्चों के पिता रूठें हैं बच्चें आज उनको मनाने, ढेर सारे खिलौने लेकर आया है पिता. अच्छा तुम्हें और क्या चाहिए? बताओ ना? बच्चों को मनाते हुए पुछ रहा है पिता. बच्चों की... “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह · कविता 8 14 711 Share Dr. Kishan Karigar 17 Apr 2022 · 1 min read पिता घर परिवार की जिम्मेदारीयों को निभाता रहता हर घर में वो जो है पिता. बच्चो बीबियों की खुशियों के ख़ातिर अपना हर ग़म छुपा लेता है पिता. जी तोड़ मेहनतक़शी... “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह · कविता 7 12 722 Share Dr. Kishan Karigar 28 Mar 2022 · 1 min read हौ तोरे त गौंआ छियअह हौ तोरे त गौंआ छियअह नीक हइ की अधलाह की करबहक लै? कोई हाकीम रहौ की कोई छै हरबाह? एक दोसरा के हाल चाल पुछैत रहबहक हौ तोरे तं गौंआ... Maithili · कविता 282 Share Dr. Kishan Karigar 22 Mar 2022 · 1 min read प्रकृति के बसाबह प्रकृति के बसाबह हौ कंक्रीटक महल अटारी मे चूर तूं सब प्रकृति के नै उजारह? हौ सब मिल गाछ बिरिछ लगाबह आबह उजरल प्रकृति के हरियर क बसाबह. गाछ बिरिछ... Maithili · कविता 1 373 Share Dr. Kishan Karigar 19 Mar 2022 · 1 min read हिल मिल के रहै जाह हिल मिल के रहै जाह हौ सब कोई हिल मिल के रहै जाह एक देसरा संग गारा मिल रहै जाह. की धर्म जाति के नाम पर लड़ै जाइ छह? बेमतलबो... Maithili · कविता 2 541 Share Dr. Kishan Karigar 21 Feb 2022 · 1 min read हो हो त हो हो (हास्य कविता) आइ तक कोनो पुरूस्कारी मुहें नै कतौअ सुनली? हो हो? जे बलू कि बाभन कि सोलकन? साहित्य मे सब एक समान? हो हो? सब वर्ग के दियौअ मैथिली साहित्य मे... Maithili · कविता 1 410 Share Dr. Kishan Karigar 18 Feb 2022 · 1 min read कतअ हेरा गेलै मनुक्खक जिनगी हे रूप्पैया रूप्पैया खाली रूप्पैया? सबके रूप्पैया लै बिरड़ो उठल छै? रूप्पैया आगू कोई केकरो ने चिन्ह रहल छै? कतअ हेरा गेलै मनुक्खक जिनगी? हौ आफत विपैत मे कोई केकरो... Maithili · कविता 1 382 Share Dr. Kishan Karigar 10 Nov 2021 · 1 min read दलाल ही दलाल (हास्य कविता) मीडिया भी दलाल मुल़्क के हुक़्मरान भी दलाल कौन करेगा इनके काले कारनामों का पर्दाफाश? न्यायपालिका कार्यपालिका भी बन गए दलाल सुना है मोटी कमाई के चक्कर मे जज साहाब... Hindi · कविता 1 2 409 Share Dr. Kishan Karigar 6 Nov 2021 · 1 min read बहिन के अंगना भरदुतिया नत पूरब. गोबर स निपल आंगन मे पिठारक अरिपन. पिरही पर बैस बहिन के अंगना भरदुतिया नत पूरब. भाई बहिन के निश्छल सिनेह समर्पण. आश बहिन के राखब भैया जुग जुग अहाँ... Maithili · कविता 2 2 322 Share Dr. Kishan Karigar 1 Nov 2021 · 1 min read होरी मे मचाउ हुरदंग (हास्य कविता) होरी मे मचाउ कनी हुरदंग खुशी सँ जिनगी हुए रंग-बिरंग “कारीगर” दैत अछि शुभकामना खूम होरी खेलाउ दोस महीमक संग। उज्जर मुहँ लाल-पीअर करू खुशी मनाउ कनियो ने डरू बुढ़बा... Maithili · कविता 1 241 Share Dr. Kishan Karigar 28 Oct 2021 · 1 min read ईमानदार की मौत हो जाती है? जहाँ सौ मे नब्बे लोग झूठें हो? स्वार्थ से भरा झूठ ही झूठ हो? फिर कौन करेगा ईमानदारी की बात? झूठ के आगे ईमानदार की मौत हो जाती है? इस... Hindi · कविता 3 8 285 Share Dr. Kishan Karigar 26 Oct 2021 · 1 min read जेकरा देखू सैह नेता? (हास्य कविता ) अहूँ नेता त हमहूँ नेता ? जेकरा देखू सैह नेता? उज्जर कुर्ता पर चमकी वला माला, पंचायत मे के नै नेता? नेता पर नेता? पंचायत भोंट दुआरे जेकरा देखियौ सैह... Maithili · कविता 2 333 Share Dr. Kishan Karigar 24 Oct 2021 · 1 min read सच्चा प्रेम कहाँ है? कौन ढूँढेगा? किसको ख़बर है? सच्चा प्रेम ना जाने अब किधर है? दिल क्यूँ ना मिलते अब? हृदय मे प्यार अब किधर है? प्यार में इतनी शर्तें आहें भी न... Hindi · कविता 1 399 Share Dr. Kishan Karigar 24 Oct 2021 · 1 min read नोर झहरि रहल छल बहिन उठि नैहर सँ सासुर बिदा भेलीह बपहारि काटि कानि रहल छलीह हमहू बाप बाप कानि रहल छलहुँ आखि सँ टप टप नोर झहरि रहल छल। माए गे माए भैया... Maithili · कविता 1 361 Share Dr. Kishan Karigar 22 Oct 2021 · 1 min read मिथिला मैथिली के ठीकेदारी? (हास्य कविता) कोनो गतर मे लाजे नै?त बाते की? गारि गंजन लगले कपरफोरियो क लेब? हमरा सन बुझक्कर तेसर के नै जानी? करब हम मिथिला मैथिली के ठीकेदारी? दिन भरि हो हो... Maithili · कविता 1 1k Share Dr. Kishan Karigar 21 Oct 2021 · 1 min read ग़रीब (मार्मिक कविता) हम छी गरीब नहि आब दैत छथि हमरा कियो अपना करीब किएक त हम छी गरीब।। भरि दिन भूखले रहि केँ किछु काज राज करैत छी मुदा तइयो दू टा... Maithili · कविता 1 305 Share Dr. Kishan Karigar 18 Oct 2021 · 2 min read सेहन्ता (मार्मिक कविता) हमरो छल एकटा सेहन्ता औ बाबू कहियो त उठी कहब अहाँ आब उठू यौ बौआ भेलैए भोर अहाँक दोस महीम कए रहल छथि सोड़।। हिचुकै हिंचुकै एसगर हम कनैत छलहु... Maithili · कविता 1 311 Share Dr. Kishan Karigar 18 Oct 2021 · 1 min read मैं भी चुनाव लड़ूँगा (हास्य कविता) सुना बै बहुत फाइदें है? चुनाव ही तो जीतना है. बहुत जल्द मालामाल हो जाउँगा? फिर तो मैं भी चुनाव लड़ूँगा? धर्म जाति के नाम पर लोगों को लड़बाउँगा? लगे... Hindi · कविता 2 321 Share Dr. Kishan Karigar 16 Oct 2021 · 1 min read देशऽक चिन्ता किनको छनि स्वार्थक चिन्ता किनको छनि घूस लेबाक चिन्ता नेता सभ के अछि कुर्सीक चिन्ता मुदा किनको नहि अछि, देशऽक चिन्ता। चुनाव जीतलाक बाद, कुर्सी भेटलैन्ह नेताजी के भऽ गेलाह... Maithili · कविता 1 245 Share Page 1 Next