Jyoti Khari 93 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Jyoti Khari 4 May 2022 · 4 min read पिता:सम्पूर्ण ब्रह्मांड जब हम छोटे थे..... गिरते थे, कदम लड़खड़ाते थे। तब वो पिता ही थे..... जो हाथ थामकर चलना हमें सिखाते थे। हमारी नन्ही- सी मुस्कान के लिए..... घोड़ा बनकर पीठ... Hindi · कविता 20 18 723 Share Jyoti Khari 5 May 2022 · 4 min read पिता:सम्पूर्ण ब्रह्मांड जब हम छोटे थे, गिरते थे, कदम लड़खड़ाते थे। तब वो पिता ही थे, जो हाथ थामकर चलना हमें सिखाते थे। हमारी नन्ही- सी मुस्कान के लिए, घोड़ा बनकर पीठ... “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह · कविता 20 22 915 Share Jyoti Khari 8 Jun 2022 · 1 min read पिता:एक अनूठी अभिव्यक्ति पिता ने संघर्षों को चुना या संघर्षों ने पिता को चुना... यह मैं आज तक ना समझ पायी। बस इतना मालूम है... पिता ही हैं जिनके कारण, मेरे जीवन में... “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह · कविता 20 42 628 Share Jyoti Khari 24 Oct 2022 · 2 min read चलो खुद के अंदर आज हम एक दीपक जलाएँ... चलो खुद के अंदर... आज हम एक दीपक जलाएं, अपने अंदर बसे अंधकार को प्रज्वलित लौ से मिटाएं। मनुष्यता का धर्म हम कुछ तो अपनाएं... सिर्फ मर्यादा पुरुषोत्तम राम की... Hindi · कविता 19 16 228 Share Jyoti Khari 23 Oct 2023 · 1 min read काली स्याही के अनेक रंग....!!!!! ये काली स्याही की कलम.... ना जाने कितने रंगों से रूबरू कराती है , खुद बेरंग होकर हमको जिंदगी के हजारो रंग दे जाती है।। कभी कोई फसाना.... कभी मोहब्बत... Hindi · कविता 17 15 314 Share Jyoti Khari 9 May 2022 · 3 min read माँ की परिभाषा मैं दूँ कैसे? माँ की परिभाषा मैं दूँ कैसे? एक शब्द में कहूँ, माँ तो वो है..... स्वयं भगवान हो जैसे। माँ सृजनकर्ता है, माँ विघ्नहर्ता है। माँ तुलसी जैसी पवित्र है.... माँ... Hindi · कविता 17 21 1k Share Jyoti Khari 18 May 2022 · 2 min read मोहब्बत की दर्द- ए- दास्ताँ ख्वाबों के टूटते ही, आज मेरे आँसूं इस कदर बह रहे हैं....... बिना कुछ बोले मेरे, मोहब्बत की दर्द- ए- दास्ताँ कह रहे हैं। ये दर्द जो दिल में छिपा... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 17 19 747 Share Jyoti Khari 2 May 2022 · 1 min read बहन के लिए दिल से निकलती दुआ मेरी प्यारी बहना आपके अंदर, एक अनोखी बात है। सच में, आपके अंदर कुछ तो खास है। आपकी भाषा में..... मुझे विविधता मिलती है। लेकिन, फिर भी इसमें कुछ भी... Hindi · कविता 16 19 405 Share Jyoti Khari 18 Sep 2022 · 1 min read विचार जीवन में दीर्घायु होना आवश्यक नहीं है किन्तु, जीवन को आनंदित होकर जीना आवश्यक है। _ ज्योति खारी Hindi · कोटेशन 16 14 292 Share Jyoti Khari 27 May 2022 · 1 min read काश मेरा बचपन फिर आता काश मेरा बचपन फिर आता.... दिल खुशियों से भर जाता। बचपन की जब होती है बातें.... अचानक ही यूँ याद आ जाते हैं, वो दिन, वो शरारतों भरी रातें। उस... Hindi · बाल कविता 16 26 952 Share Jyoti Khari 5 May 2022 · 2 min read बेजुबां जीव बेजुबां की है एक ये दास्तां...... था कुछ ऐसा उसके जीवन का कारवां। रोज़ आता है वो घर पर..... स्नेहपूर्ण आँखों से है देखता, रोटी की आस लेकर, वो हमारे... Hindi · कविता 16 12 576 Share Jyoti Khari 9 May 2022 · 1 min read माँ: खूबसूरत अहसास कभी छोटे थे..... बचपन था, नादानी थी। आज जब वक़्त के तराजू में खुद को देखा...... तो पाया, बची थी बचपन की वो यादें, कुछ माँ के प्यार की निशानी... Hindi · कविता 15 17 635 Share Jyoti Khari 18 Jul 2022 · 2 min read द माउंट मैन: दशरथ मांझी बिहार के गहलौर में जन्मा था एक व्यक्तित्व महान, दशरथ मांझी था उसका नाम। पत्नी की आकस्मिक मौत से, उठ रहा था जिसके हृदय में सागर का तूफान। विषम परिस्थिति... Hindi · कविता 14 12 1k Share Jyoti Khari 16 Aug 2022 · 2 min read ज़िंदगी आसान हो जाती है जिंदगी जब सीख लेते हैं दर्द में भी मुस्कुराना रिश्तो में साजिशों की गहराई है फिर भी किसी के लिए द्वेष भाव क्या रखना माफ करना... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 13 14 370 Share Jyoti Khari 15 Aug 2022 · 1 min read हमारी मातृभूमि: हिंदुस्तान हिंदुस्तान में एक अनोखी बात है सच में इसमें कुछ तो खास है भारत में विविधता पाई जाती है इसी विविधता में एकता की सच्चाई दिखाई जाती है यहां देख... Hindi · कविता 12 6 218 Share Jyoti Khari 18 Sep 2022 · 1 min read गज़ल दिल के कुछ जज़्बात, कलम द्वारा कागज़ों पर उतार दिए जाएं, ज़िंदगी बहुत छोटी- सी है जनाब, चलो नफ़रतों को छोड़ों, प्रेम के कुछ लम्हें साथ में गुज़ार लिए जाएं।... Hindi · ग़ज़ल 12 10 304 Share Jyoti Khari 20 Jul 2023 · 2 min read जीवन मार्ग आसान है...!!!! जीवन मार्ग आसान है... मुस्कुराते रहो - क्योंकि जीवन का अर्थ ये नन्ही- सी मुस्कान है... जीवन मार्ग आसान है।। कहीं पर एक माँ बिता देती है अपना जीवन त्याग... Hindi · कविता 11 13 394 Share Jyoti Khari 18 Sep 2022 · 1 min read अच्छा आहार, अच्छा स्वास्थ्य ग्रहण करो अच्छा आहार, दूर होंगे सभी विकार। शक्ति का भंडार है आहार पौष्टिक, लगते हैं यह अति स्वादिष्ट। खाओगे जब तुम प्रतिदिन फल, होगा तुम्हारा अच्छा शरीर और अच्छा... Hindi · कविता 10 6 3k Share Jyoti Khari 25 Jun 2022 · 1 min read जन्मदिवस पर भाई को शुभकामनाएं आया है आज फिर ये खूबसूरत सा- दिन... मुबारक हो भाई तुम्हें ये तुम्हारा जन्मदिन। मिले तुम्हें ढेरों उपहार... प्रेम मिले प्रतिक्षण अपार। भविष्य हो तुम्हारा सुनहरा... अपनों के प्रति... Hindi · कविता 10 12 300 Share Jyoti Khari 11 Aug 2022 · 1 min read रक्षा- बंधन रेशम की डोर का है यह बंधन हर सावन में आए नाम है इसका रक्षाबंधन राखी सिर्फ धागा नहीं एक विश्वास होती है बहन आएगी राखी पर भाई की ये... Hindi · कविता 8 4 262 Share Jyoti Khari 23 Oct 2023 · 1 min read यादें....!!!!! फिर आज आँखों में यादें बसी है वो कुछ पुरानी.... कभी ज़िंदगी में खुशियाँ थी, आज ज़िंदगी बनकर रह गई है एक कहानी।।। यादों के दरिया में हम फ़िर से... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 8 4 223 Share Jyoti Khari 31 Jul 2022 · 2 min read ये प्यार बहुत याद आएगा ये प्यार बहुत याद आएगा जो बीता है हर लम्हा तुम्हारे साथ ये वक्त अब कभी ना आएगा ये प्यार बहुत याद आएगा वो तुम्हारी प्यारी सी बातें वो हमारी... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 7 10 332 Share Jyoti Khari 9 Jul 2023 · 2 min read सावन: मौसम- ए- इश्क़ वक़्त की बाँह थामें यादें बरकरार हैं... सुने कोई इस मौसम- ए- इश्क़ की सदाएँ, ये भी तो कितना कुछ कहने को बेकरार है। ये बारिशें उन्मुक्त गगन में बिखेर... Hindi · गीतिका 7 7 152 Share Jyoti Khari 14 Aug 2022 · 1 min read Birthday wishes from Jyoti side for my sister On this birthday looking back at the amazing moment live together I am thinking about all the momentous memories And those childhood stories It's been 25 years since we lived... English · Poem 6 8 338 Share Jyoti Khari 19 Jul 2023 · 1 min read मैं ज्योति हूँ निरन्तर जलती रहूँगी...!!!! मैं ज्योति हूँ... मैं निरन्तर जलती रहूँगी।। हौसलों की उड़ान भरकर आसमां को छूने की ख्वाहिश में पग- पग निरन्तर चलती रहूँगी।। मैं ज्योति हूँ... मैं निरन्तर जलती रहूँगी....!!!! -... Hindi · कोटेशन 6 2 156 Share Jyoti Khari 11 Jan 2023 · 2 min read नारी जागरूकता सड़कों पर चीर हरण होता है, बेटियों का मरण होता है। अभी भी हैं दुर्योधन, दुशासन, अभी भी है अधर्मी शासन। बेटियों को अब द्रौपदी नहीं काली बनना है, क्योंकि....... Hindi · कविता 6 2 203 Share Jyoti Khari 22 Oct 2023 · 1 min read अधूरी मोहब्बत की कशिश में है...!!!! खोया रहता है वो आजकल कुछ इस तरह लगता है किसी दबिश में है मोहब्बत में वो यूँ दीवाना है बस अब उसकी गिरफ्त मे है उसकी बंदिश मे है... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 5 4 142 Share Jyoti Khari 27 Mar 2024 · 1 min read गहरे ज़ख्म मिले हैं जिंदगी में...!!!! कुछ इस तरह के गहरे ज़ख्म मिले हैं जिंदगी में... उन्हें जीना नहीं हमें उनके बिना जीना नहीं, आख़िर दर्दों के सिवा क्या मिला इस बंदगी में... अस्मत लूटी जा... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 5 2 68 Share Jyoti Khari 14 Apr 2023 · 1 min read जीवन के बुझे हुए चिराग़...!!! नादां उम्र में कर बैठे हम एक गलती... कुछ इस कदर बुझे फिर खुशियों के चिराग़, न ही मौत से रूबरू हुए न ही बची जीवन की हस्ती ... नादां... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 5 2 421 Share Jyoti Khari 20 Jul 2023 · 1 min read होंगे ही जीवन में संघर्ष विध्वंसक...!!!! होंगे ही जीवन में संघर्ष विध्वंसक... होंगे ही घात हिंसक।। किंतु मृदुल भूमि में हम कहां जन्मे हैं- बस कर्म करेंगे और लड़ेंगे... हम इस जीवन समर के रण में... Hindi · कविता 5 2 251 Share Jyoti Khari 20 Jul 2023 · 1 min read अनन्त तक चलना होगा...!!!! जीवन पथ पर... बस अनन्त तक इन कदमों से चलना होगा।। कर लो पुरुषार्थ यौवन में... फ़िर शरीर को ढलना होगा- बस अनन्त तक इन कदमों से चलना होगा।। जैसे... Hindi · कविता 5 2 239 Share Jyoti Khari 9 Jun 2023 · 1 min read दिल के ज़ख़्म…!!!! दिल के ज़ख़्म… नज़्मों को चिरती हुई आवाज़ हो गए। बदले बदले… उनके वो अंदाज़ हो गए। कहीं गुम… दिल से निकले उनके वो अल्फ़ाज़ हो गए। सपने हमारे… कुव्वत-... Poetry Writing Challenge · ग़ज़ल/गीतिका 5 8 192 Share Jyoti Khari 12 Jan 2023 · 1 min read एहसास- पुरानी यादों का.... एक एहसास जगा है... पुरानी कुछ बातों का, पुरानी कुछ यादों का, उन सभी कसमों का, उन सभी टूटे हुए वादों का। जो देखा था सपना मिलकर हमने, वो पल... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 5 2 263 Share Jyoti Khari 13 Jan 2023 · 1 min read ख्वाहिशों का टूटता हुआ मंजर.... निभाई हमने सभी मोहब्बत की कसमें, निभाई हमने वफा- ए- इश्क की सारी रस्में। दिल की बाजियाँ खेली गई... मोहब्बत- ए- बाजार में, उसपर मरकर... जीते रहे हम उसी के... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 5 394 Share Jyoti Khari 20 Jan 2023 · 2 min read दिल ये एक अंधेरा घर हो गया...!!!! दिल ये एक अंधेरा घर हो गया... पनाहों में जो था कभी उसी पर वार करके, आज उनको भी सबर हो गया... एक वो पीर है जो ज़र्रे- ज़र्रे में... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 4 103 Share Jyoti Khari 10 Jan 2023 · 2 min read मेरी जिंदगी जिंदगी में गम इतने आए कि अब लगने लगा कहीं ना कहीं खुशियों से नाराज है मेरी जिंदगी अपनों के बिछड़ जाने के बाद एहसास हुआ अपनों के प्यार की... Hindi · कविता 4 88 Share Jyoti Khari 20 Jul 2023 · 2 min read तभी तो असाधारण ये कहानी होगी...!!!!! होंगे जब जीवन में संघर्ष अपरिमित... तभी तो असाधारण ये कहानी होगी, गिर कर उठना उठ कर गिरना खून में ऐसी रवानी होगी। यादों के बिना क्या लुत्फ़ इस सफ़र... Hindi · कविता 4 213 Share Jyoti Khari 11 Jan 2023 · 2 min read चौवालीस दिन का नर्क (जुन्को फुरुता) //Forty-four days of hell.... जिंदगी जीना उसके लिए दुश्वार था, चौवालीस दिन ना जाने कैसे झेला उसने वो वार था। 17 साल की बच्ची के साथ... खेल जीवन ने खेला या कुदरत ने मालूम... Hindi · कविता 4 4 280 Share Jyoti Khari 20 Jul 2023 · 1 min read संस्कारों और वीरों की धरा...!!!! जहां भगत सिंह जैसे... माटी की खातिर रस्सियों पर झूल गए।। जहां दुश्मनों को माफ करा हमने... और उनकी गलतियों को भूल गए।। हम उन महापुरुषों की संतान है ...... Hindi · कविता 4 2 147 Share Jyoti Khari 9 Jun 2023 · 1 min read पीर आँसुओं संग बह रही है….!!!! पीर आँसुओं संग बह रही है, आज भी ज़िंदगी की शामें, तुम्हारे इंतज़ार में तन्हा रह रही हैं… कोई आके… पढे़ इन आँखों को, ये कितना कुछ कह रही हैं…... Poetry Writing Challenge · ग़ज़ल/गीतिका 4 2 174 Share Jyoti Khari 22 Oct 2023 · 1 min read मोहब्बत आज भी अधूरी है….!!!! मात्र ज़रूरत थे हम,लेकिन तुम ज़रूरी हो, वो लम्हे ज़रूरी है…. मोहब्बत थी अधूरी तब, मोहब्बत आज भी अधूरी है….!!!! -ज्योति खारी Hindi · ग़ज़ल 4 124 Share Jyoti Khari 26 Jan 2023 · 2 min read वीर शहीदों की कुर्बानी...!!!! यारों आज फ़िर से याद किया जाए... क्यों ना वही इतिहास दोहरा दिया जाए। इतिहास की इमारतें देखते हैं हम... देखते हैं उनकी उस निशानी को। फिर क्यों हम लोगों... Hindi · कविता 4 4 325 Share Jyoti Khari 23 Jan 2023 · 1 min read अलविदा हो गए...!!!! हमेशा हमेशा के लिए जुदा हो गए... कुछ यूँ वो जिंदगी से अलविदा हो गए। कल और आज में हमारी दुनिया बदल गयी... और हम मोहब्बत में फ़ना हो गए।... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 4 233 Share Jyoti Khari 9 Jun 2023 · 1 min read ज़िंदगी हो गयी है संजीदा…!!!!! छिपाते छिपाते… हम इन आंखों की गहराई ना छिपा सके, जिंदगी के सफर की तन्हाई न छिपा सके… किस्मत नहीं बदली वो बदल गए, जिंदगी के वो पल- न जाने... Poetry Writing Challenge · ग़ज़ल/गीतिका 4 150 Share Jyoti Khari 9 Jun 2023 · 1 min read वो जो हमसे दूर हो गए…!!!! तुम जो हमसे दूर हो गए… करीब इस कदर हुए फिर, कि हमारी नज़्मों में मशहूर हो गए… हमारे दिल की सल्तनत पर, हुकूमत यूँ रही तुम्हारी- कि तुम हमारे... Poetry Writing Challenge · ग़ज़ल/गीतिका 4 2 248 Share Jyoti Khari 20 Jan 2023 · 1 min read पहचान खो दी...!!!! खामोश ज़िंदगी ने, ख़ामोशी से मेरी पहचान खो दी.... ज़ुबाँ पर, जब ज़िक्र आया उसका.... ये आँखों फ़िर हँसते हँसते रो दी....!!!!! -ज्योति खारी Hindi · ग़ज़ल 4 2 235 Share Jyoti Khari 20 Jul 2023 · 1 min read वर्तमान, अतीत, भविष्य...!!!! जीवन वर्तमान है... इसी में सीखना हमको जिंदगी का ज्ञान है।। भूल जाने के लिए ही होता है अतीत... फिर क्यों हम वर्तमान में भी करते हैं अतीत को व्यतीत।।... Hindi · कोटेशन 3 219 Share Jyoti Khari 9 Jun 2023 · 1 min read तन्हाइयों से मिलना आ गया...!!!! उनको यूँ रंग बदलना आ गया… उम्र के उस पड़ाव पर, जब हुआ तज़ुर्बा… ज़िंदगी के वास्ते, हमको फिर संभलना आ गया… मोहब्बत में ठोकर खा- खाकर, यहाँ रोती हुई-... Poetry Writing Challenge · ग़ज़ल/गीतिका 3 4 237 Share Jyoti Khari 10 Jan 2023 · 1 min read पहचान तुमसे है मेरी ज़िंदगी मेरी ये जान तुमसे है मेरी हर एक साँस तुमसे है मेरे चेहरे की मुस्कान तुमसे है मैं अधूरी हूँ तुम्हारे बिना, मेरा सारा संसार तुमसे है मैं... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 3 2 94 Share Jyoti Khari 9 Jun 2023 · 2 min read वीर शहीदों की कुर्बानी…!!!! यारों आज फ़िर से याद किया जाए… क्यों ना वही इतिहास दोहरा दिया जाए। इतिहास की इमारतें देखते हैं हम… देखते हैं उनकी उस निशानी को। फिर क्यों हम लोगों... Poetry Writing Challenge · कविता 3 291 Share Page 1 Next