Comments (21)
17 Jun 2022 09:04 AM
बहुत सुंदर
कृपया मेरी कविता
अब आ भी जाओ पापाजी का अवलोकन जरूर करें
Jyoti Khari
Author
17 Jun 2022 02:47 PM
शुक्रिया: जी अवश्य
9 Jun 2022 08:35 PM
Nice
Jyoti Khari
Author
9 Jun 2022 09:19 PM
Thanx
1 Jun 2022 10:19 PM
बेहतरीन रचना..!माँ को शब्दों ढालना आसान कहाँ है। माँ के लिए शब्द भी कम पड़ जाते है।
Jyoti Khari
Author
1 Jun 2022 11:28 PM
जी बिल्कुल सही कहा आपने
Jyoti Khari
Author
1 Jun 2022 11:28 PM
कविता के भाव को समझने के लिए धन्यवाद
28 May 2022 08:34 AM
This must be nice one
Jyoti Khari
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28 May 2022 11:37 AM
Thanx
23 May 2022 02:32 PM
Bahut badhiya
Jyoti Khari
Author
23 May 2022 03:35 PM
शुक्रिया
21 May 2022 07:47 PM
अति सुन्दर।
Jyoti Khari
Author
21 May 2022 08:26 PM
बहुत बहुत शुक्रिया आपका
9 May 2022 09:44 PM
अति सुन्दर रचना।
Jyoti Khari
Author
9 May 2022 09:55 PM
बहुत बहुत शुक्रिया मान्य
9 May 2022 07:18 PM
Badhiya
Jyoti Khari
Author
9 May 2022 07:30 PM
बहुत बहुत शुक्रिया
Nice
Thanx