kalipad prasad Language: Hindi 82 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid kalipad prasad 26 Nov 2018 · 1 min read माँ माँ अचेत अवोध शिशु को, तू सीने से लगाया माँ बड़ा किया उसको सींचकर, अपने खून से तू माँ |1| सब सोते रहे, तू जागती रही, गुनुनाकर, लोरी सुनाकर प्यार... "माँ" - काव्य प्रतियोगिता · कविता 5 23 501 Share kalipad prasad 22 Oct 2016 · 1 min read सरहद हम हैं जवान रक्षक देश के, अडिग जानो हमारा अहद, प्रबल चेतावनी समझो इसे, भूलकर पार करना न सरहद | अत्याचार किया अबतक तुमने, हमने भी सहन किया बेहद, सर्जिकल... Hindi · कविता 1 446 Share kalipad prasad 6 Aug 2017 · 3 min read नाम में कुछ है विद्यालय का यह रिवाज़ था कि जो भी कर्मचारी सेवा निवृत होता था, उसे पूरा विद्यालय मिलकर विदाई देता था | उस दिन एक चतुर्थ वर्ग कर्मचारी “वुद्धिमान” का विदाई... Hindi · लघु कथा 1 630 Share kalipad prasad 29 Sep 2016 · 1 min read ग़ज़ल/गीतिका थी जान जब तक वो लडे फिर जाँ लुटा कर चल दिये इस देश की खातिर वे खुद को भी मिटा कर चल दिये| लड़ते गए सब वीरता से टैंकरों... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 239 Share kalipad prasad 14 Jan 2018 · 1 min read ग़ज़ल जिंदगी में काम कुछ हो नाम के बज्मे नाज़े चूमा’ लूँ मैं जाम के | आँखों’ से आखें मिली, दिल खो गया याद कुछ है तो, तुम्हारे नाम के |... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 545 Share kalipad prasad 17 Sep 2016 · 1 min read कविता कर्मणि अधिकारस्ते मा फलेषु कदाचन भाग इंसान भाग तेरा भाग्य तभी उठेगा जाग, सुस्त पड़ा सोता रहेगा यह जग तेरे आगे निकल जायगा | यह शरीर मिला है तुझे इसका... Hindi · कविता 1 358 Share kalipad prasad 20 Jun 2018 · 1 min read ग़ज़ल रूठा रूठा रहता है जानम, कुछ बात बताये तो हम उसे (उन्हें)मनाये कैसे, साजन पास कभी आये तो | है अभिमानी ताकत के मद में, करता केवल मन का धैर्य... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 1 301 Share kalipad prasad 16 Oct 2017 · 1 min read ग़ज़ल हम करे कुछ भला’ नादान बुरा कहते हैं जख्म पर के दवा’ को वो जफ़ा कहते हैं | मंत्री’ बन कर वो’ फँसाया सभी चोरों को फिर एडवोकेट बने चोर... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 281 Share kalipad prasad 21 Oct 2017 · 1 min read ग़ज़ल जिक्र तेरी सुन्दरता और फिर बयाँ उनका कौन कौन है सच्चा दोस्त इम्तिहाँ उनका | वज्मे शाह में मय का है अकीद बंदोवस्त राजदां था’ जो तेरा, अब है’ राज़दां... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 253 Share kalipad prasad 14 Oct 2017 · 1 min read ग़ज़ल वो बेरुखी हबीब की’ दिल के सितम हुये रिश्ते तमाम छिन गए’ आशिक अलम हुये | संचार का विकास किया जिंदगी सुगम दुर्वोध बाधा विघ्न सभी ओर कम हुए |... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 265 Share kalipad prasad 23 Sep 2017 · 1 min read ग़ज़ल /गीतिका ताज़ा’ कानून लाभकारी है घूस खोरों में’ बेकरारी है | देश में आज अंध हैं श्रद्धा अंध विश्वास इक बिमारी है | अब मुहब्बत अदालतों में दर्ज मामला कत्ल फौजदारी... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 453 Share kalipad prasad 19 Sep 2017 · 1 min read ग़ज़ल /गीतिका रक्षा के’ नाम पर सभी’ लोगों में जोश है पर रहनुमा तमाम अभी तक खमोश हैं | ये जिन्दगी तमाम रही मय-ओ-नोश है वीरान मयकदा से’ दुखी मय फ़रोश है... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 382 Share kalipad prasad 15 Sep 2017 · 1 min read ग़ज़ल /गीतिका न जानूँ मैं बताऊँ कैसे’ मन में जो दबाई है जबां पर यह नहीं आती मे’रे खूँ में समाई है | नहीं था जीस्त में आराम शाही खानदानों ज्यो निभाया... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 284 Share kalipad prasad 11 Sep 2017 · 1 min read ग़ज़ल /गीतिका न जानूँ मैं बताऊँ कैसे’ मन में जो दबाई है जबां पर यह नहीं आती मे’रे खूँ में समाई है | नहीं था जीस्त में आराम शाही खानदानों ज्यो निभाया... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 274 Share kalipad prasad 16 Aug 2017 · 2 min read संकल्प से सिद्धि (गीत) संकल्प से सिद्धि’ (गीत) ‘संकल्प से सिद्धि’ का नारा, भारतवर्ष में सफल हो | दुआ करो सब देश वासियों, भारत सबसे निर्मल हो ||(टेक ) १ सुविधा छोड़े नेता अपना,... Hindi · गीत 1k Share kalipad prasad 4 Sep 2018 · 1 min read जगत में क्यों सदा तनहा रहा हूँ ? जगत में बारहा आता रहा हूँ खुदा का मैं बहुत प्यारा रहा हूँ | वफ़ा में प्यार मैं करता रहा हूँ निभाया प्यार मैं सच्चा रहा हूँ | मिले मुझसे... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 379 Share kalipad prasad 15 Jul 2017 · 2 min read ग़ज़ल /गीतिका दुअम्ली पाक सेना हार कर आजरफ़िशां क्यूँ हो हमेशा ही हमारे वीर सैनिक खूंचकाँ क्यूँ हो ? किया है प्यार जब उसने, विरह में तब फुगाँ क्यूँ हो बता सकता... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 316 Share kalipad prasad 14 Jun 2017 · 1 min read ग़ज़ल /गीतिका अब लूटपाट स्त्रीत्व हरण, सब चरम हुए व्यभिचार छल कपट, यही सबके धरम हुए | जब तेरी खिन्नता भरी आँखे भी’ नम हुए समझा था’ दुःख तेरी’, यही तो भरम... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 319 Share kalipad prasad 16 May 2017 · 1 min read ग़ज़ल /गीतिका मीना–ए-मय में’ मस्त सहारा शराब है गुज़र गया है’ वक्त, नहीं अब शबाब है | संसार में नहीं मिला दामन किसी का’ साफ प्रत्येक चेहरा ढका, काला नकाब है |... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 255 Share kalipad prasad 7 Apr 2017 · 1 min read दोहे दोहे अपनी ही आलोचना, है मुक्ति प्राप्ति मार्ग गलती देखे और का, उनमे अभाव त्याग | अगर क्षमा ही श्रेष्ठ है, जिद्दी क्यों है संत सभी लड़ाई व्यर्थ है, सबका... Hindi · दोहा 324 Share kalipad prasad 6 Apr 2017 · 1 min read ग़ज़ल /गीतिका बिन तेरे जिंदगी में’ पहरेदार भी नहीं दुनिया में’ अब किसी से’ मुझे प्यार भी नहीं | बेइश्क जिंदगी नहीं’ आसान है यहाँ इस मर्ज़ की दवा मिले’ आसार भी... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 374 Share kalipad prasad 8 Mar 2017 · 1 min read मुक्तक दो मुक्तक रंग श्याम हैं कृष्ण कन्हैया, राधा रानी हैं गोरी पीला सरसों ज्यो रंग, जैसी चाँद अँगोरी पीला वसन चुनरी, काली कजरारी है नैन वासंती हवा में झूमी निबोरी... Hindi · मुक्तक 404 Share kalipad prasad 3 Mar 2017 · 1 min read गीतिका /गजल गीतिका ********* बेवफा रिश्ते निभाने आ गया आज मुझको आजमाने आ गया | भूला बिसरा गीत यादों में बसा दोस्त उसको गुनगुनाने आ गया | कौन है जो यूँ ही... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 252 Share kalipad prasad 3 Mar 2017 · 1 min read गीतिका /गजल आजादी तुम्हे जो मिली उसको न गँवाना जो तोड़ने की बात करे उसको मनाना | काश्मीर से दक्षिण कभी कोई न अजाना मिलकर सभी इस देश में अब जश्न मनाना... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 446 Share kalipad prasad 5 Feb 2017 · 1 min read ग़ज़ल /गीतिका इस जीस्त से निराश हूँ मैं, यार क्या करूँ कुछ भी तो सूझता है नहीं, प्यार क्या करूँ | हमको निभाना प्यार तो, इकरार क्या करूँ उत्सर्ग जिंदगी है तो,... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 380 Share kalipad prasad 7 Dec 2017 · 1 min read ग़ज़ल प्यार से माँ की वो’ लोरी गुन्गुनानी फिर कहाँ राज कन्या राज रानी की कहानी फिर कहाँ ? तुम ही’ लायी थी बहारें जिंदगी में दिलरुबा तुम चली जब से... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 306 Share kalipad prasad 12 Apr 2018 · 2 min read कविता आरक्षण – एक भष्मासुर आरक्षण एक भष्मासुर है जिनलोगों ने इसकी सृष्टि की शिव जी की भांति वही आज उससे बचने के लिए इधर उधर भाग रहे हैं, अपने कर्मों... Hindi · कविता 566 Share kalipad prasad 17 Jan 2018 · 1 min read ग़ज़ल यह खुश नसीबी’ ही थी’, कि तुमसे जिगर मिले हूराने’ ख़ुल्द जैसे’ मुझे हमसफ़र मिले | किस्मत कभी कभी ही’ पलटती है’ अपनी’ रुख डर्बी के ढेर में तेरे जैसे... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 305 Share kalipad prasad 5 Jun 2018 · 1 min read ग़ज़ल इन्तिखाबों में फैसला क्या है देर करने में’ फायदा क्या है | शत्रु नादान बोलते क्या है उनका’ महफूज़ मशवरा क्या है ? देर क्यों है चुनाव राज्यों में घोषणा... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 342 Share kalipad prasad 12 Jan 2018 · 1 min read ग़ज़ल कभी तेरी भी’ चाहत हो, मिले आ जाये’ है मुझसे नज़ाकत से उठे घूँघट, तू’ शर्मा जाये’ है मुझसे | तकाज़ा-ए-निगह तेरी, पकड में हो मेरी जब भी पशेमां और... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 342 Share kalipad prasad 9 Jan 2018 · 1 min read ग़ज़ल (१) राजा’ मंत्री हुआ करे कोई जनता’ से तो वफ़ा करे कोई | बात सबको खरी खरी बोलूँ द्वेष हो तो जला करे कोई | दिल्लगी तो कभी नहीं करता... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 459 Share kalipad prasad 16 Dec 2017 · 1 min read ग़ज़ल बिल्ली चूहे का’ खेल, दिखाना कहे जिसे नेता प्रजा के’ बीच, तमाशा कहे जिसे | वादा किया था’ तुमने’ मिलेंगे यहीं सदा लंबा है’ इंतज़ार, तमन्ना कहे जिसे | दर्दे... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 253 Share kalipad prasad 9 Dec 2017 · 1 min read ग़ज़ल निर्दयी कंस सा’ दानव कोई मामा न हुआ सच यही बात कि उस सा कोई पैदा न हुआ | रोज़ ही हादसा’ क्यों हो रहा’ है रेल में’ अब रेल... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 231 Share kalipad prasad 8 Dec 2017 · 1 min read ग़ज़ल सब बताये न हुई इनको’ तसल्ली न सही दोस्त तो और बहुत, पर दिली’ वो भी न सही | जिंदगी काट ली’ है सुख से’ सफलतापूर्वक दोस्त! तुम सा सभी’... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 300 Share kalipad prasad 18 Oct 2017 · 1 min read ग़ज़ल उद्योग हो, भरोसा’ भी बेहद, अथाह हो मंजिल मिले उसी को’ सबल जिनमे’ चाह हो | इंसान की स्वतन्त्र, इबादत की’ राह हो इंसान के प्रकाश, ज्यों’ उजली निगाह हो... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 457 Share kalipad prasad 6 Dec 2017 · 1 min read ग़ज़ल तारीफ़ से हबीब कभी तर नहीं हूँ’ मैं मुहताज़ के लिए कभी’ पत्थर नहीं हूँ’ मैं | वादा किया किसी से’ निभाया उसे जरूर इस बात रहनुमा से’ तो’ बदतर... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 255 Share kalipad prasad 22 Nov 2017 · 1 min read ग़ज़ल तारीफ़ क्या करूँ तेरी आखों की नूर की देदिप्त अंग अंग है’ सुरलोक हूर की | वो नूर और ओज, सभी दिव्य देव के राजा या’ रंक चाह है’ दैविक... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 314 Share kalipad prasad 19 Nov 2017 · 1 min read ग़ज़ल प्यार की राह तो’ दुश्वार है’ आसां होना आशिकों, ये भी’ मयस्सर नहीं’ यजदां होना | आज इंसान की’ किस्मत है परीशाँ होना कोशिशें भी करे’ मुस्किल है’ गुलिस्ताँ होना... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 346 Share kalipad prasad 13 Nov 2017 · 1 min read ग़ज़ल तुम नहीं सुनते कहानी मेरी हो रही बंजर जवानी मेरी | क्या कहे तुमको जबानी मेरी खत्म अब सब वो रवानी मेरी | धीरे’ धीरे बह गया पानी सब रह... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 255 Share kalipad prasad 28 Jan 2017 · 1 min read ग़ज़ल /गीतिका सादगी है भली जिंदगी के लिये तीरगी फैली है रौशनी के लिये । बेवफाई नही पत्नियों से कभी फायदा है वफा, आदमी के लिये । क्या कहूँ क्या लिखूँ सब... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 239 Share kalipad prasad 8 Nov 2017 · 1 min read ग़ज़ल नया युग आ गया है अब, असहमति को मिटाना है नया भारत नया ढाँचा, बनेगा वह निराला है | वे’ जो नाराज़ हैं उनको, मनाना है दुबारा अब सभी को... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 287 Share kalipad prasad 5 Nov 2017 · 1 min read ग़ज़ल टूटी हुई गृहस्थी’ बसाने की बात कर अब आपसी रियाज़ निभाने की’ बात कर | भाषण की’ आग में जले’ घर द्वार जिन्दगी अब छोड़ सब तू’ आग बुझाने की’... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 265 Share kalipad prasad 5 May 2018 · 1 min read ग़ज़ल जान लो पत्थर में’ होती जान है कंकड़ों में दीखते भगवान है | ईँट पत्थर जोड़कर बनता भवन जिंदगी में आदमी सामान है | हो गया पत्थर सभी मानव यहाँ... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 295 Share kalipad prasad 23 Sep 2016 · 1 min read ग़ज़ल/गीतिका जो कुछ चाहिए सब बराबर रखा है मधुर मंजु चीजें सजाकर रखा है | तुम्हारी कसम है, हो तुम ही सहारा विगत पल की यादें, बचाकर रखा है | न... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 229 Share kalipad prasad 29 Oct 2016 · 1 min read गीतिका /गजल परीक्षा जिन्दगी की, हल को बारम्बार पढ़ लेना अनूठी जिन्दगी है यह, सही आधार पढ़ लेना |१ कभी ऊपर कभी नीचे, कभी चलती समानांतर बिना घबराये तुम धीरज से, जीवन... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 484 Share kalipad prasad 19 Oct 2016 · 1 min read दो मुक्तक स्वदेश : जन्मभूमि को कभी भूलो नहीं, यही है स्वदेश पढ़ लिख कर हुए बड़े, तुम्हारा परिचित परिवेश एक एक कण रक्त मज्जा, बना इसके अन्न से कमाओ खाओ कहीं,... Hindi · मुक्तक 458 Share kalipad prasad 14 Oct 2016 · 1 min read तुकांत कविता हम हैं जवान रक्षक देश के, अडिग जानो हमारा अहद, प्रबल चेतावनी समझो इसे, भूलकर पार करना न सरहद | अत्याचार किया अबतक तुमने, हमने भी सहन किया बेहद, सर्जिकल... Hindi · कविता 1 4k Share kalipad prasad 6 Oct 2016 · 1 min read गीतिका/ग़ज़ल गीतिका ----नौ दुर्गा –प्रार्थना बहर: २१२२ २१२२ २१२२ २१२ रदीफ़ : चाहिए ; काफिया : “आ” नौ दिनों की माँग भक्तों की माँ सुनना चाहिए वे बुलाते तो माँ उनके... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 320 Share kalipad prasad 2 Oct 2016 · 1 min read ग़ज़ल/गीतिका ना करो ऐसे कुछ, रस्म जैसे निभाती हो आरसी भी तरस जाता, तब मुहँ दिखाती हो | छोड़कर तब गयी अब हमें, क्यों रुलाती हो याद के झरने में आब... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 626 Share kalipad prasad 1 Oct 2016 · 1 min read दोहा-मुक्तक दोहा मुक्तक © आरम्भ हुआ आज से, गरबा नाच धमाल गाओ नाचो साथ सब, है डांडिया कमाल मौज मजा का पर्व है, मधुर है लोक गीत हँसी ख़ुशी मस्ती करो,... Hindi · दोहा 724 Share Page 1 Next