Gurdeep Saggu Tag: कविता 11 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Gurdeep Saggu 22 May 2023 · 1 min read मुद्दतों बाद कैसे कह दूं कि तुम मेरे नहीं हो जब सामने चेहरे नहीं हो चेहरों के तकल्लुफ की बात करते हो और पीठ पीछे मेरे दुख की बात करते हो मैं... Hindi · कविता 191 Share Gurdeep Saggu 18 May 2023 · 1 min read कोरोना काल मैं इसे अच्छा कहूँ या फिर कहूँ बुरा मानवता का वक्त काल ने लिया चुरा समय मिला अपनों को समय मिला सपनों को जीव आजाद हुए पिंजरों से लौह-सलाखों की... Poetry Writing Challenge · कविता 84 Share Gurdeep Saggu 18 May 2023 · 1 min read अध्यापन लोग समझते हैं इसको बहाना समय यापन का मेरे लिए चुनौती का समय होता है अध्यापन का मेरे हाथों में होती है बागडोर ,किसी के भविष्य की। यह बात है... Poetry Writing Challenge · कविता 1 106 Share Gurdeep Saggu 17 May 2023 · 1 min read अध्याय अध्यापन का लोग समझते हैं इसको बहाना समय यापन का मेरे लिए चुनौती का समय होता है अध्यापन का मेरे हाथों में होती है बागडोर ,किसी के भविष्य की। यह बात है... Hindi · कविता 185 Share Gurdeep Saggu 17 May 2023 · 1 min read कोरोना काल मैं इसे अच्छा कहूँ या फिर कहूँ बुरा मानवता का वक्त काल ने लिया चुरा समय मिला अपनों को समय मिला सपनों को जीव आजाद हुए पिंजरों से लौह-सलाखों की... Hindi · कविता 177 Share Gurdeep Saggu 17 May 2023 · 1 min read सम्भव अगर तुम जीतना चाहते हो मन की बात मत करो मन को आज तक कोई नहीं जीता क्योंकि मन है भावों से नहीं रीता तुम खुद को जीतने की कोशिश... Hindi · कविता 1 264 Share Gurdeep Saggu 17 May 2023 · 1 min read चंचला मनचली या मनचला कुबेर या चंचला जहाँ दिखते हैं मेहनत करते मैं करता हूँ सजदा मेरी पूजा के पात्र किसान-मजदूर दमित पिछड़ी पंक्ति के लोग होते हैं सदा निरुत्साहित करता... Hindi · कविता 1 193 Share Gurdeep Saggu 17 May 2023 · 1 min read पथ मुझे बुलाता है हंसाता है रुलाता है मगर मंजिल तक ले जाता है मैं सो रहा हूँ या जागा मगर मंजिल से नहीं भागा मेरे तन-मन का है जो धागा... Hindi · कविता 1 480 Share Gurdeep Saggu 16 May 2023 · 1 min read मेरा हमसफ़र मेरे हमसफ़र, तू अगर साथ है तो कोई मंजिल दूर नहीं मेरे हाथ में जो तेरा हाथ है कोई साहिल दूर नहीं हम कर जाएंगे हर दरिया पार अगर तेरा... Hindi · कविता 1 135 Share Gurdeep Saggu 16 May 2023 · 1 min read तुम तुम अगर मेरे होते तो सपने सब अगर पूरे होते जहां में ऐसा सपना सब संजोते हैं। मगर सपने तो सपने हैं कब पूरे होते हैं? हर पौधा जो उगाया... Hindi · कविता 1 203 Share Gurdeep Saggu 16 May 2023 · 1 min read आज का इंसान आज अपनापन है तो कोई मजबूरी है मजबूरी दूर हुई तो समझो तुझसे दूरी है आज के इंसान की यही कहानी है जब गम है अमृत है, ना तो पानी... Hindi · कविता 1 386 Share