goutam shaw Tag: कविता 47 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid goutam shaw 23 Jan 2024 · 1 min read हर एक चेहरा निहारता हर एक चेहरा निहारता, कोई एक चेहरा तलाशत, दस्तक देता था जो कोई, ख्वाबों की दुनिया में भी, बजते थे तल मृदंग, एक एक धड़कन में, अनुभिज्ञ हर पल खोजता,... Poetry Writing Challenge-2 · कविता 71 Share goutam shaw 23 Jan 2024 · 1 min read हे मन हे मन, तुमको कैसे कौन, पल-पल समझें ? धड़क धड़क करता ये है हमारी धड़कन….. विचारों के समुंदर में डुबा, सपनों की ख्वाबों में निभोर, हाथों में उम्मीदों का दीपक,... Poetry Writing Challenge-2 · कविता 73 Share goutam shaw 22 Jan 2024 · 1 min read आकांक्षा तारे टिमटिमाते ( उल्का ) आकांक्षा तारे टिमटिमाते बस देखता मुस्कुराता रात के आंचल मे छिपता बचत बचता ……….. टूटा सितारा निशा के आगोश अंदर से सुलगता सुलगे – सुलगे सुलगता धुवा कही न होय... Poetry Writing Challenge-2 · कविता 59 Share goutam shaw 8 Oct 2023 · 1 min read कवियों का अपना गम... लिखने वाले की कमी कहां, पढ़ने वालों में क्षीण हुआ, देख कविता का हाल तमाशा, हर एक कवि उदास हुआ। ओस से पत्ता पत्ता सारा बोर हुआ, बरखा रानी की... Hindi · कविता 6 146 Share goutam shaw 4 Oct 2023 · 1 min read हे मन हे मन, तुमको कैसे कौन, पल-पल समझें ? धड़क धड़क करता ये है हमारी धड़कन..... विचारों के समुंदर में डुबा, सपनों की ख्वाबों में निभोर, हाथों में उम्मीदों का दीपक,... Hindi · कविता 4 2 195 Share goutam shaw 10 Jul 2023 · 1 min read फितरत ना बदल सका मेरा दिल आप से सजाया जीवंत नहीं, स्मृति सही रखा मैंने संदूक में भरके हां, फितरत ना बदल सका । फ़िज़ाओं ने सरगम गा दिया वसुन्धरा ने भर दी नई... "फितरत" – काव्य प्रतियोगिता · कविता 5 2 168 Share goutam shaw 1 Jul 2023 · 1 min read वफा से वफादारो को पहचानो वफा से वफादारो को पहचानो नहीं तो यही आफत बन जाएं । किया आपने प्रेम से आलिंगन छिपा कर बैठा था वह खंजर। कल जो मेरे जश्न में शामिल थे... "फितरत" – काव्य प्रतियोगिता · कविता 7 8 394 Share goutam shaw 1 Feb 2022 · 1 min read बजट बार- बार के बजट में, हर बार गरीब फेल हुआ। देख तमाशा दुनिया का , हर एक गरीब उदास हुआ। बाजार में नहीं है कुछ सस्ता, हर एक गरीब का... Hindi · कविता 3 4 258 Share goutam shaw 1 Feb 2022 · 1 min read महंगाई एक त्यौहार महंगाई की मार है, यह तो एक त्यौहार है । जो त्यौहार एक बार नहीं, मानते है हर एक दिन गरीब । भूखमरी लगता है, गरीबों का एहसान है। महंगाई... Hindi · कविता 1 2 399 Share goutam shaw 7 Jul 2021 · 1 min read अकाश,कुछ बदल पाता अकाश हाथ का लकीर को पढ़ पाता,कुछ बदल पाता सबके चेहरे में हंसी नहीं तो मुस्कुराहट तो ला पाता । अकाश पसीने भरी ललाट पोछ कर कुछ देख पाता संसार... Hindi · कविता 4 2 286 Share goutam shaw 2 Jul 2021 · 1 min read रिश्ते दरी कोन किसको पसंद करता ? वह तो वक्त बता दिया करता ! किसके तरकश में कितना वाण ? रिश्ते दरी का गाठ जोर कितना ? खराब समय तूफान बतला देता... Hindi · कविता 2 425 Share goutam shaw 1 Jul 2021 · 1 min read हैप्पी डॉक्टर डे ईश्वर का तुलना मानते हैं, हम सब देता जो हम सब को जीवन का दान । दीर्घायु करता हम सब की जात- पात का ना करते ध्यान । अच्छे स्वास्थ्य... Hindi · कविता 1 252 Share goutam shaw 25 Jun 2021 · 1 min read आलम ए हिंद (व्यंग) सोच कर ये दिल बैठा जाता हैं आलम ए हिंद आज़ादी के पहले आलम ए हिंद आज़ादी के बाद लोकतंत्र की बदली तस्वीर पर तक़रीर बदली बापू और सुभाषचन्द्र तस्वीर... Hindi · कविता 1 2 210 Share goutam shaw 22 Jun 2021 · 1 min read योग से जीवन को बांध लो सुबह-सुबह संभालो अपने आप को योग से जीवन को बांध लो अपने आप को। सूर्य नमस्कार ,चक्रासन , शीर्षासन और प्राणायाम से सांसों को बांध लो । जीवन तो जीना... Hindi · कविता 4 2 289 Share goutam shaw 22 Jun 2021 · 1 min read हैप्पी फादर्स डे(हास्य व्यंग) वृद्धाआश्रम में मनाया फादर्स डे बोलो सब मिलकर हैप्पी फादर्स डे टुकुर - टुकुर - टुक करके आज मैं जल्दी - जल्दी तैयार हो जाऊं । पुराने कपड़े को प्रेस... Hindi · कविता 3 2 367 Share goutam shaw 21 Jun 2021 · 1 min read योग ब्याम ,ध्यान कर लिए करे सुबह-सुबह टहल लिया कीजिए योग ब्याम ,ध्यान कर लिए करे। ठंडी हवाओं का झोंका का सामना सुबह-सुबह कर लिए करे । उगते सूरज को नमस्ते, शशरिकल, राम राम और सलाम... Hindi · कविता 2 4 425 Share goutam shaw 20 Jun 2021 · 1 min read पापा हमारे प्यारे पापा हमारे प्यारे है बसते हमारी जान है खुशियों का भंडार है नई ताजगी की उमंग है सबसे प्यारा मेरे पापा है समाज का अच्छा लेख -जोखा सदा रहे सादगी... Hindi · कविता 4 4 315 Share goutam shaw 20 Jun 2021 · 1 min read पापा मेरे प्यारे हैं पापा मेरे प्यारे हैं, बसते हमारी जान है। पापा एक क्षत्रिय है राम से मिला है पुरुषार्थ पाया युधिष्ठिर सा इंसाफ,सीखा दान करण से पापा मेरे प्रेम का सागर ,रहता... Hindi · कविता 4 4 370 Share goutam shaw 17 Jun 2021 · 1 min read टिक -टिक चली घड़ी की सुई टिक- टिक उलटी घड़ी की सुई चली, हो जा मेरी बचपन का समय शुरू। नया गुल्ली और नया डंडा , नदी में उमड़ा जोश का सैलाब। नहीं चलेगी मेरी और... Hindi · कविता 3 6 268 Share goutam shaw 16 Jun 2021 · 1 min read मेरा भी कुछ हिसाब बाकी मेरा भी कुछ हिसाब बाकी सूखे शब्दों के मत भेदों , कुछ -कुछ नरम गरम , भूली – बिखरी कर्म , उलझी – सुलझी धर्म । श्वास कम उम्र ज्यादा,... Hindi · कविता 4 6 332 Share goutam shaw 16 Jun 2021 · 1 min read पतंग पतंग पतंग उड़ी गगन में चली, कितना आंनद आया, इतराती , इठलाती , मदमस्त, छूना चाहता नभ की ऊंचाई को, उम्मीदों की बंधन तोड़ना चाहता बार- बार, दो तिनकों में... Hindi · कविता · बाल कविता 3 4 529 Share goutam shaw 15 Jun 2021 · 1 min read वफा से वफादारो को पहचानो वफा से वफादारो को पहचानो नहीं तो यही आफत बन जाएं । किया आपने प्रेम से आलिंगन छिपा कर बैठा था वह खंजर। कल जो मेरे जश्न में शामिल थे... Hindi · कविता 6 10 299 Share goutam shaw 14 Jun 2021 · 1 min read भारत माता की जय बोले जा भारत माता की जय बोले जा, देश को आगे बढ़ाए जा नहीं रुके थे ,नहीं थके थे , भारत के सिद्धांतों पर दुश्मनों को धूल चटा देंगे , त्याग, तपस्या... Hindi · कविता · बाल कविता 6 6 424 Share goutam shaw 14 Jun 2021 · 1 min read छोटी सी मिस (संदेश) मिस - मिस किया करो,मिलता प्रेम का न्याय । राह देखता अपना कोई,यह है स्नेह भरा अभार । दुनिया में भरे रिश्ते ,यह है मीठा सा एहसास । देख कर... Hindi · कविता 5 6 496 Share goutam shaw 12 Jun 2021 · 1 min read पंक्ति में व्यंग कहां से लाऊं ? पंक्ति में व्यंग कहां से लाऊं ? जब शब्दों में ही रह जाए अभाव । अभाव में वह स्वभाव कहां से लाऊं ? जब स्वभाव में है ,अज्ञानता का लेप... Hindi · कविता 8 18 281 Share goutam shaw 11 Jun 2021 · 1 min read मेरी लिखी मुझे ही पसंद नहीं मेरी लिखी मुझे ही पसंद नहीं आप को क्या सुनाऊ,पथिक । कहा पोस्ट ,कहा अपलोड करू बड़ी मुश्किल में हूं , पथिक । सोच - सोच कर बुरा हाल है... Hindi · कविता 2 2 383 Share goutam shaw 10 Jun 2021 · 1 min read वट सावित्री व्रत कैसा मधुर मिलन हुआ सावित्री और सत्यवान का। सदा सुहागन रहो सावित्री यमराज, को भी कहना पड़ा । सुहागिन का है यह अनोखा व्रत, मिलता सदा सुहागन का वरदान। प्रकृति... Hindi · कविता 2 4 383 Share goutam shaw 10 Jun 2021 · 1 min read आप कैसे मूड में है ? आप कैसे मूड में है ? महोदय,ये तो बता दे। फूल या शबाब चाहिए, हुजूर,ये बता तो दीजिए, सब रोग का है, इलाज मिया,रोग तो बात दीजिए, । दिल चाहिए... Hindi · कविता 2 2 325 Share goutam shaw 9 Jun 2021 · 1 min read लाइक और कमेंट से परहेज़ लाइक और कमेंट से परहेज़ पोस्ट देखने पर लगी पाबंदी क्या लोक डॉउन चलता यहां ? लिखता चल और लिखता चल कौन पूछता है साखी ? कोई फर्क नहीं पड़ता... Hindi · कविता 3 2 239 Share goutam shaw 9 Jun 2021 · 1 min read मेरे कविता से प्रेम चंदा का चकोर से प्रेम, पुष्प का मधुमक्खी से प्रेम, सब चाहते ऐसा आभास वसुंधरा में जिनका निवास । समझ नहीं पा रहा हूं, समझा भी ना पाऊं , है... Hindi · कविता · बाल कविता 4 4 359 Share goutam shaw 8 Jun 2021 · 1 min read छात्र का जीवन, मोज -मस्ती छात्र का जीवन, मोज -मस्ती का मिलता सभी का स्नेह और आशीष पढाई के अतिरिक्त जीवन में कोई और जिम्मेदारी नहीं पास। बदले दुनिया ज्यों -ज्यों विद्यार्थी बदले त्यों -... Hindi · कविता · बाल कविता 4 478 Share goutam shaw 8 Jun 2021 · 1 min read बीबी ओ बीबी सात फेरे लगा कर एक प्रेम का नगमा लाया नया नवाली आई , पर्दे कर के आई दिल में अनेकों ख्वाब दोनों के उभरे सात फेरे का वचन दोनों खूब... Hindi · कविता 2 429 Share goutam shaw 7 Jun 2021 · 1 min read नेताजी को सादर नमस्कार ( हास्य व्यंग ) नेताजी को सादर नमस्कार वोट का मौसम अब पार हुआ नेता नेतागिरी का मौसम आया दिल दिमाग दोनों खोल के रखो सुनहरा सपना तो भाग गया वादों से मुकरना का... Hindi · कविता 2 4 227 Share goutam shaw 6 Jun 2021 · 1 min read स्त्री का चलती राज चूड़ियों की मीठी सी झंकार, लिपस्टिक, पाउडर हमारी साज सादगी हमारी साड़ी की वही मेरी अलग अंदाज । बड़ी आंखों में,काजल का सिंगार, मीठी से मुस्कान में काला तिल माथे... Hindi · कविता 2 2 318 Share goutam shaw 6 Jun 2021 · 1 min read करोना की नसीहत माक्स पहन के शहंशाह समझे हो क्या ? सैनिटाइजर रखकर के शाहजहां समझे हो क्या ? इतना क्यों अकड़ खाते हो, ना समझ हो क्या ? द्वार पर तेरा यमराज... Hindi · कविता · बाल कविता 3 4 304 Share goutam shaw 5 Jun 2021 · 1 min read वृक्षारोपण मैंने भी एक छोटा पौधा लगाया सांसो का कर्ज चुकाना जो था लगा पाऊं कुछ एक पेड़ -पौधे ऐसा सपना मन में बोया हूं । शनि देवता हमारी भारी है... Hindi · कविता 3 2 273 Share goutam shaw 5 Jun 2021 · 1 min read यमराज को छुट्टी मंजूर नहीं यमराज को छुट्टी मंजूर नहीं, चित्रगुप्त का हिसाब फेल सब । आत्माओं का नया दोस्त मिला, स्वर्ग - नरक का ट्रैफिक जाम पड़ा । शवों का दाह संस्कार जरूरी ,... Hindi · कविता 3 4 254 Share goutam shaw 4 Jun 2021 · 1 min read कोरोना हाय रे करोना वाह रे कोरोना क्या-क्या रूप दिखा रे कोरोना चारों तरफ हाहाकार है कोरोना खोफ से मुलाकात है कोरोना लॉकडाउन का माहौल है कोरोना वैक्सीन की किल्लत है... Hindi · कविता · बाल कविता 2 2 244 Share goutam shaw 4 Jun 2021 · 1 min read साहित्यपीडिया और मेरी कविताएं अब मेरी भी कविताओं का नाम है, साहित्यपीडिया में मेरा एक प्रोफाइल है । लिख पाऊं रंग - बिरंगे ख्वाब , बुन बैठा मन में लाइक मिले , मिले कॉमेंट... Hindi · कविता 2 2 347 Share goutam shaw 4 Jun 2021 · 1 min read बरसात में लिखना बाकी है बरसात , में लिखना बाकी है, बसंत अभी आनी है मानसून तो कुछ दिन बाकी है मन की सिलाही भरी पड़ी है मैदान में जंग छिड़ी पड़ी है कुछ एक... Hindi · कविता 2 7 252 Share goutam shaw 4 Jun 2021 · 1 min read आधुनिक बारिश का इंतजार आधुनिकता की दौर में हाय ! किसका इंतजार ? एयर कंडीशन के बाजार में, एयर कूलर भरी ठंडी पानी से, पंखा चले फुल स्पीड में, हैं, किसका इंतजार ? वर्षा... “बरसात” – काव्य प्रतियोगिता · कविता 3 6 289 Share goutam shaw 3 Jun 2021 · 1 min read बारिश का पानी बिना रंग रूप कितना अकड़ती संसार की तीन भाग पे रहती यूंही ही नहीं तू राज करती प्यास बूझा कर प्राण लाती । नदियों को मधो मस्त करती पोखर में... “बरसात” – काव्य प्रतियोगिता · कविता 3 8 305 Share goutam shaw 3 Jun 2021 · 1 min read मोची की बरसात काली मेह छाया है ओ ,मेघा देखकर बरसना काल बैसाखी चली गई अब तेरी ही बारी है आश विश्वास टूट गया। काली मेह छाया है ओ ,मेघा देखकर बरसना मेरी... “बरसात” – काव्य प्रतियोगिता · कविता 3 6 267 Share goutam shaw 2 Jun 2021 · 1 min read आ रे बादल काले बादल आ रे बादल काले बादल वर्षा ऋतु मस्त आया किसानों के मुस्कुराहट लाए मिट्टी की सोंधी खुशबू जगा आ रे बादल काले बादल। छम- छम करके बरस प्यास धरती की... “बरसात” – काव्य प्रतियोगिता · कविता 3 8 1k Share goutam shaw 1 Jun 2021 · 1 min read क्रोध कोर्धावेश में किसी का बिगड़ जाए, अपेतु , बात तेरा ही बिगड़ जायेगा। कोर्धित से मत कर मुका- लत , नहीं तो होगी तेरी मुस्कुराहट कुर्बान । प्रतिघात की बनी... Hindi · कविता 1 300 Share goutam shaw 1 Jun 2021 · 1 min read मजदूर की बरसात ओ , मेघा तू ठहर के बरस मजा तुझको भी लेनी है मजा मुझको भी लेनी है कहीं धूप , कहीं छांव कहीं तुझे बरसना बस देख के बरस सयाम... “बरसात” – काव्य प्रतियोगिता · कविता 4 8 610 Share goutam shaw 1 Jun 2021 · 1 min read मां मां मां, मेरी प्यारी मां, सुन लो ना बात मेरी, जब मैं छोटा बच्चा था, मुझको कुछ ना आता था, छोटी सी आहट पाकर, आंचल में छुप जाता था ।।... Hindi · कविता 1 291 Share