कवि गोपाल पाठक''कृष्णा'' 28 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid कवि गोपाल पाठक''कृष्णा'' 18 Oct 2022 · 1 min read है कौन सही है गलत क्या रक्खा इस नादानी में, है कौन सही है गलत क्या रक्खा इस नादानी में, कौड़ी की चिंता करने में, हीरा बह जाता पानी में, अब कौन भला समझाए इन्हे, घर का हीरा बतलाए इन्हे... Hindi · Kavi Gopal Pathak · Osho · Osho Rajnish · Shayari · ओशो 1 287 Share कवि गोपाल पाठक''कृष्णा'' 26 Dec 2021 · 1 min read कोई जंचता ही कब है तुम्हारे सिवा - ग़ज़ल आप नुकसान दें चाहे दे दें नफा। सामने पर तुम्हारे ये सिर है झुका।। मान जाओ जरा रुक भी जाओ कभी। दे रहे हैं तुम्हे प्यार का वास्ता।। देख लेगा... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 459 Share कवि गोपाल पाठक''कृष्णा'' 7 Dec 2021 · 1 min read एक दर्द भरी ग़ज़ल क्या किया वर्षों पुराने आपने अहसास का। एक पल ही जान लेते हाल जिंदा लाश का।। हम तुम्हारी बाट में ही रात को सोते नहीं। आप अंदाजा लगालो अब हमारी... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 2 1 317 Share कवि गोपाल पाठक''कृष्णा'' 3 Dec 2021 · 1 min read हौसला अफजाई ग़ज़ल मत ठहरना एक पल भी पैर अपना रोककर। जीत लोगे तुम जहां को नेक ताकत झोंककर।। तुम विरोधी से कभी भी एकपल डरना नहीं। सोच लेना क्या करेंगे ऐसे कुत्ते... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 198 Share कवि गोपाल पाठक''कृष्णा'' 13 Nov 2020 · 1 min read खौफ भी ऐसा है साहब कह नहीं पाएंगे हम ख़ौफ भी ऐसा है साहब, कह नहीं पाएंगे हम। भूलकर भी कह दिया तो जान से जाएंगे हम।। मिट गए हैं रास्ते पर हौसले हारे नहीं। इन फिज़ाओं में सुनो... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 1 228 Share कवि गोपाल पाठक''कृष्णा'' 19 May 2020 · 1 min read इस्लाम में थोड़े मंसूर होते दूर तुम भी न होते न हम दूर होते। इश्क में क्यों भला आज मजबूर होते।। महफिलों से निकाला न जाता कभी मै । फैसले हर तरह के जो मंजूर... Hindi · कविता 3 2 324 Share कवि गोपाल पाठक''कृष्णा'' 10 Apr 2020 · 1 min read ग़ज़ल क्या किया वर्षों पुराने आपने अहसास का। एक पल ही जान लेते हाल जिंदा लाश का।। हम तुम्हारी बाट में ही रात को सोते नहीं। आप अंदाजा लगालो अब हमारी... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 246 Share कवि गोपाल पाठक''कृष्णा'' 10 Apr 2020 · 1 min read ग़ज़ल महका दिया है तूने पाकीज़गी से यूं। पहचानती है दुनिया दीवानगी से अब।। देखा नहीं है उसको सच बात है लेकिन। मिलने लगा हूं हर दिन उस अजनबी से अब।।... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 221 Share कवि गोपाल पाठक''कृष्णा'' 10 Apr 2020 · 1 min read तन्हाइयों में भी नहीं तन्हा रहा हूं मै तन्हाइयों में भी नहीं तन्हा रहा हूं मैं। सब भूलकर इकवार जो खुद से मिला हूं मै।। मिलता नहीं, दिखता नहीं,सुनता नहीं फिर भी। हर एक चेहरे मे तुझे ही... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 242 Share कवि गोपाल पाठक''कृष्णा'' 10 Apr 2020 · 1 min read ग़ज़ल आप नुकसान दें चाहे दे दें नफा। सामने पर तुम्हारे ये सिर है झुका।। मान जाओ जरा रुक भी जाओ कभी। दे रहे हैं तुम्हे प्यार का वास्ता।। देख लेगा... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 289 Share कवि गोपाल पाठक''कृष्णा'' 10 Apr 2020 · 1 min read ग़ज़ल भले पत्थर मुझे कह ले,मगर पत्थर नहीं हूं मैं। लगे जो पीठ पे आकर तिरे खंजर नहीं हूं मैं।। जहां समझा रखा मुझको जहां चाहा वहां फेंका। किसी मयकश के... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 256 Share कवि गोपाल पाठक''कृष्णा'' 10 Apr 2020 · 1 min read ग़ज़ल रोज झांसा नया एक झांसे के बाद। अब दिलासा न दो इस दिलासे के बाद।। तिश्नगी प्यार की अब किसी को नहीं। राह तकता रहा एक प्यासे के बाद।। दर्द... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 350 Share कवि गोपाल पाठक''कृष्णा'' 10 Apr 2020 · 1 min read मां सरस्वती की वंदना ज्ञान का दीपक जला ये मोह माया मार दे। ले बना चरणों का सेवक मातु मेरी शारदे।। कर मेरा कल्याण माता भाग्य रेखा खीच दे। ज्ञान गुण देने का माता... Hindi · कविता 507 Share कवि गोपाल पाठक''कृष्णा'' 9 Apr 2020 · 1 min read मत ठहरना एक पल भी पैर अपना रोककर मत ठहरना एक पल भी पैर अपना रोककर। जीत लोगे तुम जहां को नेक ताकत झोंककर।। तुम विरोधी से कभी भी एकपल डरना नहीं। सोच लेना क्या करेंगे ऐसे कुत्ते... Hindi · कविता 2 237 Share कवि गोपाल पाठक''कृष्णा'' 3 Jan 2019 · 1 min read जिंदगी अब तेरा ये कहर ही सही। जिंदगी अब तेरा ये कहर ही सही। हर कदम दर कदम ये सफर ही सही।। कुछ न बाकी रहे तुम दिखा दो अगर। मेरे महबूब को इक नजर ही सही।।... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 250 Share कवि गोपाल पाठक''कृष्णा'' 31 Jul 2018 · 1 min read लड़ाई के लिए लड़ाई के लिए खुदको सदा तैयार कहते हैं। खुदी को सूरमा अक्सर बही हरबार कहते हैं।। बताऊं हाल तुमको मै अगर जो दुश्मनों का तो। बुराई हैं भरी मुझमें सरे... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 303 Share कवि गोपाल पाठक''कृष्णा'' 31 Jul 2018 · 1 min read आज वक़्त का साथ मिला है आज वक़्त का साथ मिला है तो इतना न इतराओ। तुम कोई सम्राट नहीं हो खुदको इतना समझाओ। आसमान को चूमने वाले ऐसा न हो न लौटो। एक मशविरा है... Hindi · कविता 200 Share कवि गोपाल पाठक''कृष्णा'' 31 Jul 2018 · 1 min read खुद्दार कविता राह मैंने ढूंढ ली है टोंककर भी क्या करोगे। बन गया हूं मै हवा अब रोककर भी क्या करोगे।। अब जुबां खामोश करलो रोकना बस में नहीं। आज हाथी जा... Hindi · कविता 694 Share कवि गोपाल पाठक''कृष्णा'' 31 Jul 2018 · 1 min read तिलमास की घटना पर ::-तिलमास की घटना पर::- ----------------------------------------------- आज कलम को रोना आया अपने ही अहसास पर। राज व्यवस्था कुछ लोगों ने आज रखी है ताक पर।। गाना गाकर दारू पीकर बेखुद होकर... Hindi · कविता 272 Share कवि गोपाल पाठक''कृष्णा'' 9 Jan 2018 · 1 min read खुशियों से दामन क्यूँ हमारा भर नही देता ! न जाने क्यूँ प्रभु हमको हमारा घर नही देता!! खुशियों से दामन क्यूँ हमारा भर नही देता ! न जाने क्यूँ प्रभु हमको हमारा घर नही देता!! कई जन्मो से मांगा है मगर अब भी तो है प्यासे! तू... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 404 Share कवि गोपाल पाठक''कृष्णा'' 9 Jan 2018 · 1 min read दुखी हूँ मन से फिर भी मिल रहा हूँ ! दुखी हूँ मन से फिर भी मिल रहा हूँ ! मै दिया हूँ इसलिये ही ज़ल रहा हूँ !! कभी मिल ही जायेगी मंजिल मुझे ! आज तक इसीलिये ही... Hindi · कविता 501 Share कवि गोपाल पाठक''कृष्णा'' 12 Dec 2017 · 1 min read वो मिले आज जैसे अंजान हों वो मिले आज जैसे अंजान हों! मुलाकात ऐसी की मेहमान हों !! मेरी आरजू है -ए- मेरे खुदा ! वो दिल से भी अच्छे इंसान हों !! कभी रास्तो में... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 216 Share कवि गोपाल पाठक''कृष्णा'' 12 Dec 2017 · 1 min read इतना भी क्यूँ याद आता है तू इतना भी याद क्यूँ आता है तू इतना भीमुझे क्यूँ रुलाता है तू मोहब्बत तो तू भी करता है मुझसे आखिर क्यूँ छुपाता है तू मेरी जिन्दगी में तू ही... Hindi · कविता 318 Share कवि गोपाल पाठक''कृष्णा'' 3 May 2017 · 1 min read कुछ मुक्तक तेरे इस अहसास को अहसान बना लू तुझको जिन्दगी का महमान बना लू पलकों पर रखु तुझको या दिल में सहज लू लगता है तुझको अपना भगवान बना लू इन्तहां... Hindi · शेर 267 Share कवि गोपाल पाठक''कृष्णा'' 3 May 2017 · 1 min read बाहर क्यू न आते हो मै बिखरा हूँ याद में तेरी क्यू इतना तड़पाते हो एकबार मुझे देखने खातिर बाहर क्यू न आते हो पल पल याद में जीता हु पल पल आहें भरता हूँ... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 292 Share कवि गोपाल पाठक''कृष्णा'' 20 Apr 2017 · 1 min read प्यार की कहानी खुला छोड़ा है जिनको दरवाजा अन्दर वो अभी तक आये नहीं हैं हमने तो अपनी कहानी बता दी पर जज्वात उनने जताए नहीं है वो नागिन सी बल खाती चालें... Hindi · गीत 695 Share कवि गोपाल पाठक''कृष्णा'' 15 Apr 2017 · 1 min read हम जैसे शायद दिवाने नहीं है खुला छोड़ा था जिनको दरवाजा अन्दर वो अभी तक आये नहीं है हमने तो अपनी कहानी बता दी पर जज्वात उनने जताए नहीं है वो नागिन के जैसी बलखाती चाले... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 326 Share कवि गोपाल पाठक''कृष्णा'' 15 Apr 2017 · 1 min read लिखते रहते है गुल तो गुलशन में रोज खिलते रहेते है कभी नए तो कभी पुराने मिलते रहते है तुम भी कदर् करो क्यों आखिर मेरे इन जज्वातो की कितने तुमको गोपाल जैसे... Hindi · कविता 241 Share