कवि गोपाल पाठक''कृष्णा'' Tag: ग़ज़ल/गीतिका 16 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid कवि गोपाल पाठक''कृष्णा'' 26 Dec 2021 · 1 min read कोई जंचता ही कब है तुम्हारे सिवा - ग़ज़ल आप नुकसान दें चाहे दे दें नफा। सामने पर तुम्हारे ये सिर है झुका।। मान जाओ जरा रुक भी जाओ कभी। दे रहे हैं तुम्हे प्यार का वास्ता।। देख लेगा... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 476 Share कवि गोपाल पाठक''कृष्णा'' 7 Dec 2021 · 1 min read एक दर्द भरी ग़ज़ल क्या किया वर्षों पुराने आपने अहसास का। एक पल ही जान लेते हाल जिंदा लाश का।। हम तुम्हारी बाट में ही रात को सोते नहीं। आप अंदाजा लगालो अब हमारी... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 2 1 333 Share कवि गोपाल पाठक''कृष्णा'' 3 Dec 2021 · 1 min read हौसला अफजाई ग़ज़ल मत ठहरना एक पल भी पैर अपना रोककर। जीत लोगे तुम जहां को नेक ताकत झोंककर।। तुम विरोधी से कभी भी एकपल डरना नहीं। सोच लेना क्या करेंगे ऐसे कुत्ते... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 206 Share कवि गोपाल पाठक''कृष्णा'' 13 Nov 2020 · 1 min read खौफ भी ऐसा है साहब कह नहीं पाएंगे हम ख़ौफ भी ऐसा है साहब, कह नहीं पाएंगे हम। भूलकर भी कह दिया तो जान से जाएंगे हम।। मिट गए हैं रास्ते पर हौसले हारे नहीं। इन फिज़ाओं में सुनो... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 1 239 Share कवि गोपाल पाठक''कृष्णा'' 10 Apr 2020 · 1 min read ग़ज़ल क्या किया वर्षों पुराने आपने अहसास का। एक पल ही जान लेते हाल जिंदा लाश का।। हम तुम्हारी बाट में ही रात को सोते नहीं। आप अंदाजा लगालो अब हमारी... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 254 Share कवि गोपाल पाठक''कृष्णा'' 10 Apr 2020 · 1 min read ग़ज़ल महका दिया है तूने पाकीज़गी से यूं। पहचानती है दुनिया दीवानगी से अब।। देखा नहीं है उसको सच बात है लेकिन। मिलने लगा हूं हर दिन उस अजनबी से अब।।... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 236 Share कवि गोपाल पाठक''कृष्णा'' 10 Apr 2020 · 1 min read तन्हाइयों में भी नहीं तन्हा रहा हूं मै तन्हाइयों में भी नहीं तन्हा रहा हूं मैं। सब भूलकर इकवार जो खुद से मिला हूं मै।। मिलता नहीं, दिखता नहीं,सुनता नहीं फिर भी। हर एक चेहरे मे तुझे ही... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 251 Share कवि गोपाल पाठक''कृष्णा'' 10 Apr 2020 · 1 min read ग़ज़ल आप नुकसान दें चाहे दे दें नफा। सामने पर तुम्हारे ये सिर है झुका।। मान जाओ जरा रुक भी जाओ कभी। दे रहे हैं तुम्हे प्यार का वास्ता।। देख लेगा... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 297 Share कवि गोपाल पाठक''कृष्णा'' 10 Apr 2020 · 1 min read ग़ज़ल भले पत्थर मुझे कह ले,मगर पत्थर नहीं हूं मैं। लगे जो पीठ पे आकर तिरे खंजर नहीं हूं मैं।। जहां समझा रखा मुझको जहां चाहा वहां फेंका। किसी मयकश के... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 265 Share कवि गोपाल पाठक''कृष्णा'' 10 Apr 2020 · 1 min read ग़ज़ल रोज झांसा नया एक झांसे के बाद। अब दिलासा न दो इस दिलासे के बाद।। तिश्नगी प्यार की अब किसी को नहीं। राह तकता रहा एक प्यासे के बाद।। दर्द... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 361 Share कवि गोपाल पाठक''कृष्णा'' 3 Jan 2019 · 1 min read जिंदगी अब तेरा ये कहर ही सही। जिंदगी अब तेरा ये कहर ही सही। हर कदम दर कदम ये सफर ही सही।। कुछ न बाकी रहे तुम दिखा दो अगर। मेरे महबूब को इक नजर ही सही।।... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 260 Share कवि गोपाल पाठक''कृष्णा'' 31 Jul 2018 · 1 min read लड़ाई के लिए लड़ाई के लिए खुदको सदा तैयार कहते हैं। खुदी को सूरमा अक्सर बही हरबार कहते हैं।। बताऊं हाल तुमको मै अगर जो दुश्मनों का तो। बुराई हैं भरी मुझमें सरे... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 315 Share कवि गोपाल पाठक''कृष्णा'' 9 Jan 2018 · 1 min read खुशियों से दामन क्यूँ हमारा भर नही देता ! न जाने क्यूँ प्रभु हमको हमारा घर नही देता!! खुशियों से दामन क्यूँ हमारा भर नही देता ! न जाने क्यूँ प्रभु हमको हमारा घर नही देता!! कई जन्मो से मांगा है मगर अब भी तो है प्यासे! तू... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 428 Share कवि गोपाल पाठक''कृष्णा'' 12 Dec 2017 · 1 min read वो मिले आज जैसे अंजान हों वो मिले आज जैसे अंजान हों! मुलाकात ऐसी की मेहमान हों !! मेरी आरजू है -ए- मेरे खुदा ! वो दिल से भी अच्छे इंसान हों !! कभी रास्तो में... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 223 Share कवि गोपाल पाठक''कृष्णा'' 3 May 2017 · 1 min read बाहर क्यू न आते हो मै बिखरा हूँ याद में तेरी क्यू इतना तड़पाते हो एकबार मुझे देखने खातिर बाहर क्यू न आते हो पल पल याद में जीता हु पल पल आहें भरता हूँ... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 305 Share कवि गोपाल पाठक''कृष्णा'' 15 Apr 2017 · 1 min read हम जैसे शायद दिवाने नहीं है खुला छोड़ा था जिनको दरवाजा अन्दर वो अभी तक आये नहीं है हमने तो अपनी कहानी बता दी पर जज्वात उनने जताए नहीं है वो नागिन के जैसी बलखाती चाले... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 335 Share