DR. DINESH GUPTA - AANANDSHREE Tag: कविता 88 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid DR. DINESH GUPTA - AANANDSHREE 10 Mar 2019 · 1 min read नए युग का प्रारम्भ आसमान मैं उड़ती मेट्रो जीवन का राग सुनाती मेट्रो, हवा हवाई, धुप सुनहरी, नया जंहा दिखलाती मेट्रो, समय बचत,इको फ्रेंडली, सुरक्षित मंजिल पहुचाती मेट्रो, कभी ना थकना आगे बढना हम... Hindi · कविता 3 212 Share DR. DINESH GUPTA - AANANDSHREE 2 Jul 2020 · 1 min read संघर्ष की कहानी में संघर्ष की कहानी में यह वक्त संघर्ष का है रोज नए खबरों का है सहमी सहमी दुनिया में शांति को महसूस करने का है बैठ जाओ घर में तुम अपने... Hindi · कविता 3 400 Share DR. DINESH GUPTA - AANANDSHREE 4 Feb 2021 · 2 min read आप जो चाहते हो, उस पर ध्यान दो, न कि उस पर जो आप नही चाहते - आनंदश्री -अदृश्य का नियम काम करता है आप मानो या न मानो आप जो चाहते हो, उस पर ध्यान दो, न कि उस पर जो आप नही चाहते - आनंदश्री -अदृश्य का नियम काम करता है आप मानो या न मानो इसे... Hindi · कविता 3 2 216 Share DR. DINESH GUPTA - AANANDSHREE 12 Jan 2021 · 2 min read दुनिया आपको कुछ भी समझें, आपको पता होना चाहिए कि आप कौन हो - आनंदश्री दुनिया आपको कुछ भी समझें, आपको पता होना चाहिए कि आप कौन हो - आनंदश्री - जब ईश्वर साथ है तो कौन हमारे खिलाफ है कुछ फर्क नही पड़ता कार्ली... Hindi · कविता 3 3 421 Share DR. DINESH GUPTA - AANANDSHREE 14 Jan 2021 · 2 min read स्वयं को नए रूप में देखना शुरू करे - आनन्द्श्री " फेक इट एंड मेक इट " को अपनाये स्वयं को नए रूप में देखना शुरू करे - आनन्द्श्री " फेक इट एंड मेक इट " को अपनाये क्या आप विचारों में मजबूत और शक्ति शाली है ? या,... Hindi · कविता 3 2 321 Share DR. DINESH GUPTA - AANANDSHREE 10 Mar 2019 · 1 min read जा तेरे सपने बड़े हो.. जा तेरे सपने बड़े हो, तू हसे मुस्कुराये, पवन की तरह उड़ान भरे जा तेरे सपने बड़े हो, जल्द ही भावना की गोद से उतरे नाचे, खेले, कूदे फूलों की... Hindi · कविता 2 269 Share DR. DINESH GUPTA - AANANDSHREE 9 Mar 2019 · 1 min read आनंद ही जीवन की परिभाषा है उम्मीद का दरवाज़ा खटखटाते रहना नई राह है बनानी आशा का दीपक जालायें रखना कई लोग आएंगे साथ चलेंगे, संभलेंगे कुछ रुकेंगे, कुछ आगे निकल जाएंगे वास्ता सभी से बनाये... Hindi · कविता 2 416 Share DR. DINESH GUPTA - AANANDSHREE 9 Mar 2019 · 1 min read जीवन क्या है सवाल उठा जवाब ढूंढ जीवन क्या है तू बतला जाने किस माहौल में कोई हीरा बन जाये कोई सूरज बन जाये जबाब ढूंढता जा तेरा जवाब अलग होगा मकसद अलग... Hindi · कविता 2 274 Share DR. DINESH GUPTA - AANANDSHREE 9 Mar 2019 · 1 min read दिवाली हर घर मे एक उम्मीद का दिया जलने दो, घर आंगन में खुशियों की रंगोली बनने दो आधार हो अपनो का हर मुश्किल आसान हो बेशर्त प्रेम भाव का फूल... Hindi · कविता 2 385 Share DR. DINESH GUPTA - AANANDSHREE 9 Mar 2019 · 1 min read उद्योग ऊर्जा गीत ...!! उद्योग ऊर्जा गीत नई भावना बहने लगी कश्तियों को किनारा मिला सहारा मिला काम मिला हर हाथ को उद्योग मिला रग रग में ऊर्जा संचार हुआ व्यवसाय को पहचान मिला... Hindi · कविता 2 258 Share DR. DINESH GUPTA - AANANDSHREE 9 Mar 2019 · 1 min read पथिक अंधियारे जंहा में मशाल ले कर चला हूँ, कई पथिक यंहा से गुजरेंगे उनके रास्ते बनाने चला हूँ.. आंधी तूफ़ान बारिश सभी का सामना करते चला हूँ, दुनियावी चीजों में... Hindi · कविता 2 424 Share DR. DINESH GUPTA - AANANDSHREE 10 Mar 2019 · 1 min read इंसान ही अकेला है लोग साथ है सड़क भरे है इंसानों के भीड़ में इंसान ही अकेला है नई रांहे अमर उजाले है दिशा नई फिर भी खोया इंसान है फैलाएं बाहें सूरज ताक... Hindi · कविता 2 203 Share DR. DINESH GUPTA - AANANDSHREE 10 Mar 2019 · 1 min read अवरोध अपना अवरोध ना बन तू आगे बढ़ युद्ध कर अपने विकार को समाप्त कर बस युद्ध कर जीवन एक उपहार है यूँ न उसे नष्ट कर तू आगे बढ़ तू... Hindi · कविता 2 232 Share DR. DINESH GUPTA - AANANDSHREE 9 Mar 2019 · 1 min read वह रास्ते आज भी तेरा इंतजार करते है Dear NRI, वह रास्ते आज भी तेरा इंतज़ार करती है जिन्हें तू छोड़ गया था वह मोड़ भी तेरा इंतज़ार करती है जिससे तू मुह मोड़ गया था कदम को... Hindi · कविता 2 212 Share DR. DINESH GUPTA - AANANDSHREE 10 Mar 2019 · 1 min read ....उस पार ... ....उस पार ... चल उठ, नया आकाश, राह तके .. जीवन की नैया को पार लगा उस पार जंहा मानवता का मानवता से प्रेम है.. इंसानो की भीड़ में, ना... Hindi · कविता 2 203 Share DR. DINESH GUPTA - AANANDSHREE 10 Mar 2019 · 1 min read ......।।। हम कसौधन है ।।।...... भले ही दृष्टिकोण अलग है लेकिन दृष्टिलक्ष्य एक है हम कसौधन है। कांटो से भरी आसान नही राह लेकिन लोग साथ है हम कसौधन है। कथा नही, साक्षी भाव मे... Hindi · कविता 2 533 Share DR. DINESH GUPTA - AANANDSHREE 10 Mar 2019 · 1 min read ........अनंत यात्रा ........ लाखों से शुन्य की कुछ है से खुश नहीं की, आकार से निराकार की यह यात्रा है अनंत की... टाइम स्पेस के बाहर की सुख दुःख से परे की मन... Hindi · कविता 2 327 Share DR. DINESH GUPTA - AANANDSHREE 10 Mar 2019 · 1 min read ईश्वर से साक्षात्कार यह इंद्रधनुष है या केवल रंगो का मेल या केवल एक एहसास है प्रकृति का चमत्कार है देता है सन्देश हमें जीवन की गहराईंयों का सात स्तर अध्यात्म का चेतना... Hindi · कविता 2 331 Share DR. DINESH GUPTA - AANANDSHREE 10 Mar 2019 · 1 min read ऐसा मेरा भारत है .. ऐसा मेरा भारत है .. छूता हिमालय नील गगन को हर तरफ हरियाली है वीर जावानो की कुर्बानी है ऐसा मेरा भारत है ऐसा मेरा भारत है.... एक तरफ गंगा... Hindi · कविता 2 174 Share DR. DINESH GUPTA - AANANDSHREE 10 Mar 2019 · 1 min read तू ना कभी घबराना. कल कल करती तुफानो मे... तूफ़ानों से घबराकर नाविक पथ से ना डिग जाना लहरें आती जाती रहती, तू बस बहते जाना. चाहे हो आंधी की बयार, चाहे हो तूफ़ानी... Hindi · कविता 2 421 Share DR. DINESH GUPTA - AANANDSHREE 10 Mar 2019 · 1 min read जीवन जीते हुए जीवन जीते हुए ए दोस्त, एक काम जरुर करना जिंदगी को भरपूर जी लेना जिसमे आपको अपनी अभिव्यक्ति व्यक्त करनी है. भरपूर जीना ए दोस्त भरपूर जीना. दिनेश किशोर गुप्ता Hindi · कविता 2 210 Share DR. DINESH GUPTA - AANANDSHREE 10 Mar 2019 · 1 min read कुछ बात बने ... हे ईश्वर थक गया हूँ चलते चलते तुम आओ तो बात बनें राह मुश्किल है कठिन डगर है तुम्हारे इशारों पर बात बने नई खोज करनी है पहले खुद को... Hindi · कविता 2 227 Share DR. DINESH GUPTA - AANANDSHREE 9 Mar 2019 · 1 min read मौलिकता !! कॉपी पेस्ट के जमाने में कुछ खोया खोया लगता है अपनी ही प्रतिभा से बहुत लोग अनजान से लगते है जाने क्या शॉर्टकट की लत लग गयी अपनी ही मौलिकता... Hindi · कविता 2 248 Share DR. DINESH GUPTA - AANANDSHREE 9 Mar 2019 · 1 min read तुम लगे रहना... तुम लगे रहना लक्ष्य भटकाएँगे तुम्हे चिड़ाएंगे बुराई आजमाएगी नींद गहराएगी मंजिल के पास जाते जाते खो जाओगे लेकिन तुम लगे रहना मान्यता की बोझ को उतारना लोग क्या कहेंगे... Hindi · कविता 2 241 Share DR. DINESH GUPTA - AANANDSHREE 10 Mar 2019 · 1 min read रूबरू रोज रूबरू होता हूँ जिंदगी के हकीकत से आश्चर्य होता है कायनात के हर शख्स से हँसता हूँ, हँसाता हूँ जान कर रब के खेल से सदियां गुजर गई, लोग... Hindi · कविता 2 222 Share DR. DINESH GUPTA - AANANDSHREE 10 Mar 2019 · 1 min read ख्वाब कुछ ख्वाब टूट जाते है कुछ हौसला बढ़ा जाते है कुछ नई चाह पैदा करते है तो कुछ पीछे छोड़ जाते है ख्वाब जिद पैदा करते है जीवन मे कुछ... Hindi · कविता 2 453 Share DR. DINESH GUPTA - AANANDSHREE 10 Mar 2019 · 1 min read सोशल मीडिया सोशल मीडिया में सब अकेले हो रहे है भीड़ में रह कर भी सब साथ छुट रहे है कौन पहचानता है इसको किसको सब अनजान है बेखबर खुद से सिल्फ़ी... Hindi · कविता 2 204 Share DR. DINESH GUPTA - AANANDSHREE 18 Jul 2020 · 1 min read प्रकृति, योग, भारतीय संस्कृति, और कोरोना पर जीत- आनन्द्श्री प्रकृति, योग, भारतीय संस्कृति, और कोरोना पर जीत- आनन्द्श्री अवसाद और भयावह की इस माहौल में बहुत कुछ नकारात्मक हुआ। ऊपर से लॉक डाउन के कारण घूमने फिरने के आदी... Hindi · कविता 2 1 202 Share DR. DINESH GUPTA - AANANDSHREE 11 Mar 2019 · 1 min read तू उठ , चल, तू उठ , चल, नयी रोशनी राह ताके आगे बढ़, शोर को अनदेखा कर तू चल , उठ, वक्त नहीं है खोने का समय नहीं है सोने का बस नयी... Hindi · कविता 2 439 Share DR. DINESH GUPTA - AANANDSHREE 11 Mar 2019 · 1 min read हार न मानना हार न मानना कुछ शामे निराश से भरी होगी जीतते जीतते रह जाएगी लेकिन जोश को कम न होने देना हार न मानना उम्मीद का दिया जलाए रखना अपनो पर... Hindi · कविता 2 318 Share DR. DINESH GUPTA - AANANDSHREE 7 Aug 2021 · 1 min read नीरज का भाला नीरज का भाला नीरज आपके भाले ने कमाल कर दिया उम्मीद के दिये को सुरज में बदल दिया लंबी दौड़, एक भाला इतिहास से भर दिया करोड़ो के दिलो में... Hindi · कविता 2 350 Share DR. DINESH GUPTA - AANANDSHREE 4 Aug 2021 · 1 min read सफलता ऐसे नही मिलती रोज नई सोच से खुद को गढना होता है नए विश्वास से सींचना होता है आपा धापी मे भी खुद को खोजना होता है समय के साथ चलना होता है... Hindi · कविता 2 2 261 Share DR. DINESH GUPTA - AANANDSHREE 8 Aug 2021 · 1 min read एक आदिवासी- आनंदश्री एक आदिवासी एक आदिवासी लड़ रहा है जल जंगल जमीन, और अपने अस्तित्व को बचाने अपने अस्मिता को बचाने प्रकृति की गोद मे रहकर लाठी और पुराने नुस्खों से एक... Hindi · कविता 1 406 Share DR. DINESH GUPTA - AANANDSHREE 14 Mar 2019 · 1 min read याद करना यह एहसासो की बात है शब्दों में ना अटकना बस भावनाओं में खो जाना पा लेगा हर वह चीज जिस जिस का एहसास है तुझे बस रोज उसे याद करना... Hindi · कविता 1 475 Share DR. DINESH GUPTA - AANANDSHREE 14 Mar 2019 · 1 min read छोड़ दो ख्वाहिशे है बहुत कुछ पाने की रोज नए नए बातो को भुलाने की बोझ बन जाती है जिंदगी जब बहुत कुछ रखा जाता है मन मस्तिष्क के पटल पर अपने... Hindi · कविता 1 521 Share DR. DINESH GUPTA - AANANDSHREE 1 Apr 2020 · 1 min read लॉक डाउन अनिश्चित काल के इस माहौल में एक दूसरे का साथ निभाते है कुछ रिश्तों में जो जंग लगी थी उसको चमकदार बनाते हैं । लॉक डाउन के इस घड़ी में... Hindi · कविता 1 411 Share DR. DINESH GUPTA - AANANDSHREE 11 May 2020 · 1 min read एक चुनौती एक चुनौती एक चुनौती है जिंदगी रोज पहेली है जिंदगी सोचो तो बहुत कुछ एक समंदर हैउ जिंदगी चलते चलते थक जाओ तो एक छाँव है जिंदगी प्रार्थना में चले... Hindi · कविता 1 224 Share DR. DINESH GUPTA - AANANDSHREE 11 May 2020 · 1 min read अक्षर अक्षर चुनता हूँ संभल संभल कर बस यही मेरी कहानी है बस यही मेरी जिंदगानी है यही शब्द मेरी कहानी बनेगी यही मेरी तक़दीर लिखेगी - आनंदश्री Hindi · कविता 1 311 Share DR. DINESH GUPTA - AANANDSHREE 11 May 2020 · 1 min read क़िताबे सोचता हूँ कभी किताबो के पन्ने में झाँक कर किताबे मौन में भी बहुत कुछ कहती है जिंदगी की सच्चाई बताती है आईने की तरह बस तुम उसे पढ़ते रहना... Hindi · कविता 1 1 199 Share DR. DINESH GUPTA - AANANDSHREE 14 Mar 2019 · 1 min read बस तू शुरुवात कर सूरज भी हारेगा तेरी रोशनी से आभा प्रतिभा से तेरी बस तू शुरुवात कर नया कदम उठा जो सीखा अब तक उसे उपयोग में ला कुछ नया कर कुछ नया... Hindi · कविता 1 272 Share DR. DINESH GUPTA - AANANDSHREE 11 May 2020 · 1 min read केनवास पर जिंदगी केनवास पर जिंदगी केनवास के खाली पन्ने में रंग भरते हुए लाल पीले हरे नीले कुछ काले काले रंग को चुनते चुनते भरे चले है चले चले है - आनंदश्री Hindi · कविता 1 235 Share DR. DINESH GUPTA - AANANDSHREE 26 Jun 2020 · 1 min read विशाल भारत विशाल भारत जीतेगा विशाल भारत कोरोना के इस काल में कोरोना पोसिटिव्ह ना रहे पर विचार हमेशा पोसिटिव्ह रहे मरीज नहीं हम, योद्धा है ईश्वर पर हमको श्रद्धा है आने... Hindi · कविता 1 2 416 Share DR. DINESH GUPTA - AANANDSHREE 27 Jun 2020 · 1 min read नया सहस नया सहस दृढ विश्वास को ह्रदय में भरकर साहस से नयी शुरुवात कर असंभव को संभव कर दिखला फिर से एक नयी शुरुवात कर जीवन पथ पर चलते चलते कितना... Hindi · कविता 1 1 357 Share DR. DINESH GUPTA - AANANDSHREE 19 Jan 2021 · 2 min read हर परिस्थिति में अपने साथ खुश रहना सीखे , खुश रहने का पहला सूत्र यही है - आनंदश्री हर परिस्थिति में अपने साथ खुश रहना सीखे , खुश रहने का पहला सूत्र यही है - आनंदश्री - तुलना करना छोड़िये और इसी समय आप जैसे भी स्वयं को... Hindi · कविता 1 2 1k Share DR. DINESH GUPTA - AANANDSHREE 21 Jan 2021 · 3 min read सही सलाह के लिए तैयार रहे - आनंदश्री - जो हमेशा पूंछते है , वह मंजिल पर जल्दी पंहुचते है कोरोना जैसे मुश्किल दौर का सामना करते समय अनिश्चित विकल्पों का सामना करना पड़ रहा है ऐसे समय... Hindi · कविता 1 2 241 Share DR. DINESH GUPTA - AANANDSHREE 3 Feb 2021 · 1 min read भाव एवं विचार ही हमारे जीवन का निर्माता हैः- आनन्द्श्री भाव एवं विचार ही हमारे जीवन का निर्माता हैः- आनन्द्श्री विश्व के तमाम मनोवैज्ञानिक साथ में आये और सभी मनोविद्वानों ने अपने खुद के अनुभव एवं विचार प्रकट करते हुए... Hindi · कविता 1 2 269 Share DR. DINESH GUPTA - AANANDSHREE 19 May 2021 · 1 min read यह तेरी ख़ोज है नए जीवन की शुरुवात है कुछ छूट गया कुछ बाकी कुछ अपने तो, कुछ पराये बने यह तेरी ही ख़ोज है मंजिल हरियाली है पत्थरीले रास्ते है शरीर लथपथ है... Hindi · कविता 1 278 Share DR. DINESH GUPTA - AANANDSHREE 3 Aug 2021 · 1 min read आज दर्द है, लेकिन रुकना नही आज दर्द है, लेकिन रुकना नही क्योंकि दर्द कल भी आएगा तैयारी कर, मोर्चा बांध क्योंकि दर्द कल भी आएगा यह बस्ती है, हस्तियों की क्यो अपने आप को छोटा... Hindi · कविता 1 247 Share DR. DINESH GUPTA - AANANDSHREE 3 Aug 2021 · 1 min read । माँ- हर सांस उसका उधार हैं । । माँ- हर सांस उसका उधार हैं । माँ अस्तित्व है प्रकृति की गोद है जंहा शब्द नही सिर्फ अनुभव है माँ भाग्य वरदान है, जन्नत का सुकून है प्रेम... Hindi · कविता 1 1 208 Share DR. DINESH GUPTA - AANANDSHREE 3 Aug 2021 · 1 min read आज एक फैसला कर आज एक फैसला कर अभी रात काली है तू सुबह का इंतज़ार कर बाहर कोरोना का कहर है तू घर में ही बैठा कर जाना है बहुत दूर तुमको रुक... Hindi · कविता 1 179 Share Page 1 Next