Dushyant Kumar 105 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Dushyant Kumar 26 Oct 2022 · 1 min read कोई नई ना बात है। मरना है एक दिन सबको, कोई नई ना बात है।। सोचता है क्यों अमर हूं, यह हैरत की बात है। पिता के साथ नाचती हैं, अर्द्ध वेश में बेटियां। लगती... Hindi · Poem 8 617 Share Dushyant Kumar 4 Apr 2023 · 1 min read गीत(सोन्ग) गीत(सोन्ग) तेरी लाल लाल आंखें, पीके हुई लाल हैं।-२ तेरे काले काले बाल, नागिन सी देखो ढाल। तेरी हिरनी जैसी चाल, देख होता बुरा हाल। तेरी नजर कटीली, वो करती... Hindi · गीत · मुक्तक 5 592 Share Dushyant Kumar 2 Aug 2023 · 1 min read *पुरानी पेंशन हक है मेरा(गीत)* *पुरानी पेंशन हक है मेरा(गीत)* पुरानी पेंशन हक है मेरा, बुढ़ापे का सहारा है। अपने भी जब साथ छोड़ दें, यही एक सहारा है। माननीय लेते कई-कई पेंशन। हमारे लिए... Hindi · कविता · गीत 5 639 Share Dushyant Kumar 17 May 2023 · 2 min read *अच्छी आदत रोज की* *अच्छी आदत रोज की* आओ बच्चों तुम्हें सिखाएं, अच्छी आदत रोज की। जल्दी उठो शौच करो तुम, जिंदगी काटो मौज की। नाखूनों में मैल भरे ना, उनको समय से तुम... Poetry Writing Challenge · कविता 5 496 Share Dushyant Kumar 20 May 2023 · 1 min read *पानी व्यर्थ न गंवाओ* यू ना गंवा पानी इस तरह बेकार। कर ले तू मानव पानी से प्यार। क्योंकि कोई काम का नहीं व्यर्थ पानी। उठाएगा तू इसके कारण बहुत परेशान।।१।। नलकूप हैंडपम्प समर्सिबल... Poetry Writing Challenge · कविता 5 495 Share Dushyant Kumar 12 Apr 2023 · 5 min read *वो मेरी जान, मुझे बहुत याद आती है(जेल से)* वो मेरी जान, मुझे बहुत याद आती है। प्रेरणा है वो, मुझे प्रेरणा देकर जाती है। वो मेरी जान, मुझे बहुत याद आती है। उसका गोल चांद सा चेहरा, मासूम... Hindi · कविता · शेर 5 402 Share Dushyant Kumar 30 Oct 2022 · 4 min read चुनाव आते ही....? चुनाव आते ही....? चुनाव आते ही सभी राजनीतिक पार्टियां अपने अपने तरह से चुनाव प्रचार करने लग जाती हैं। अधिकतर पार्टियां साम, दाम, दंड, भेद राजनीति की चारों युक्तियों का... Hindi · निबंध · लेख 6 405 Share Dushyant Kumar 28 Oct 2022 · 1 min read हिन्दी हमारी शान है, हिन्दी हमारा मान है। तू ही मेरी सोच पहुंच, तू ही अभिव्यक्ति। तू ही भाव तू ही राग, गाए हर व्यक्ति। हिन्द की भाषा है तू, मेरी परिभाषा। बोले तुझे हर जन यही, अभिलाषा।... Hindi · कविता · मुक्तक 8 512 Share Dushyant Kumar 10 Nov 2022 · 2 min read *मेरी इच्छा* *मेरी इच्छा* रंग रूप हो एक हमारा, एक हमारा विधान है। अन्जान भी हमारे यहां, बन जाता मेहमान हैं। बहे समरसता की गंगा, समान सब इंसान हो। ईर्ष्या नहीं प्रेम... Hindi · कविता · मुक्तक 5 367 Share Dushyant Kumar 18 May 2023 · 1 min read *कोई नई ना बात है* *कोई नई ना बात है* मरना है एक दिन सबको, कोई नई ना बात है।। सोचता है क्यों अमर हूं, यह हैरत की बात है। पिता के साथ नाचती हैं,... Poetry Writing Challenge · कविता 5 437 Share Dushyant Kumar 18 May 2023 · 1 min read *भगवान के नाम पर* धिक्कार है तुमको ऐसे काम पर, लूट क्यों रहे हो भगवान के नाम पर। कावड़ लाए गंगा नहाए और चढ़ाई फूल। भगवान क्या साथ दे, जब विचार है प्रतिकूल। नाम... Poetry Writing Challenge · कविता 5 419 Share Dushyant Kumar 18 May 2023 · 1 min read *नाम है इनका, राजीव तरारा* *नाम है इनका, राजीव तरारा* गांव तरारा पोस्ट उझारी, संघर्षी साहसी आज्ञाकारी। तहसील हसनपुर थाना नगली, बात साफ कहें ना कोई चुगली। जिला अमरोहा का सहारा, नाम है इनका, राजीव... Poetry Writing Challenge · कविता 5 347 Share Dushyant Kumar 17 May 2023 · 1 min read *आदत बदल डालो* संभल डालो कुछ कर डालो, आदत अभी बदल डालो। कानून के विरुद्ध चले तुम, अब कानून में बंध डालो। ऊंच-नीच का भेद छोड़कर, सभी को गले तुम लगा लो। मिलेगा... Poetry Writing Challenge · कविता 5 341 Share Dushyant Kumar 20 May 2023 · 1 min read *बोल* किसी को मीठे किसी को कड़वे। किसी को तीखे लगते बोल। बोलने वाला सोचकर बोले। लगे सभी को दूर के ढोल।।१।। कुछ अच्छे हैं कुछ बुरे, कुछ होते दोनों के... Poetry Writing Challenge · कविता 7 306 Share Dushyant Kumar 18 May 2023 · 1 min read *हिंदी हमारी शान है, हिंदी हमारा मान है* *हिंदी हमारी शान है, हिंदी हमारा मान है* तू ही मेरी सोच पहुंच, तू ही अभिव्यक्ति। तू ही भाव तू ही राग, गाए हर व्यक्ति। हिन्द की भाषा है तू,... Poetry Writing Challenge · कविता 5 343 Share Dushyant Kumar 25 Oct 2022 · 1 min read "फल" लाल बैंगनी पीले काले, फलों को जितना चाहे खाले। मीठा खट्टा और रसीला, मन भावन रंग रंगीला । फल करते रोगों से रक्षा, खाएं चाहे बूढ़ा बच्चा। विटामिन मिलते हैं... Hindi · कविता 5 301 Share Dushyant Kumar 24 Oct 2022 · 1 min read "बीमारी न छुपाओ" रोग हो या बीमारी इसको ना छुपाओ। छोटे से बड़ा हो जाता बाद में पछताओ। बाद में पछताओ तुम जीवन को रोकर। जीवन हमको जीना है अति खुश होकर। बन... Hindi · कविता · मुक्तक 6 328 Share Dushyant Kumar 21 Nov 2022 · 2 min read "अच्छी आदत रोज की" आओ बच्चों तुम्हें सिखाएं, अच्छी आदत रोज की। जल्दी उठो शौच करो तुम, जिंदगी काटो मौज की। नाखूनों में मैल भरे ना, उनको समय से तुम काटो। बालों में कंघा... Hindi · कविता · गीत · मुक्तक 6 309 Share Dushyant Kumar 20 May 2023 · 1 min read *हे!शारदे* मां शारदे ज्ञानदायिनी हंसवाहिनी। हे! शारदे तू तार दे। जिसको चाहे देती ज्ञान, तेरी महिमा है महान। जो चरण कमलों में तेरे आए, उसको ना धिक्कार दे हे! शारदे तू... Poetry Writing Challenge · कविता · गीत 5 295 Share Dushyant Kumar 27 Oct 2022 · 1 min read किस किस को वोट दूं। "किस किस को वोट दूं।" आया दौर चुनावों का, खड़े हुए उम्मीदवार। कोई है, पढ़ा लिखा तो, कोई अनपढ़ गंवार। कोई पिलाता दारू, कोई जाता द्वार द्वार। पता नहीं कौन... Hindi · कविता 9 2 222 Share Dushyant Kumar 18 May 2023 · 1 min read *भगवान के नाम पर* *भगवान के नाम पर* धिक्कार है तुमको ऐसे काम पर, लूट क्यों रहे हो भगवान के नाम पर। कावड़ लाए गंगा नहाए और चढ़ाई फूल। भगवान क्या साथ दे, जब... Hindi · कविता 5 301 Share Dushyant Kumar 30 Jun 2023 · 1 min read *रिश्ते* *रिश्ते* मम्मी पापा चाची ताई, सबसे सुन्दर बहन भाई। बुआ फूफा मौसा मौसी, सब अच्छे हैं ना कोई दोषी। मेरे चाचा मेरे ताऊ, मोटे लाला लगते खाऊ। दादा-दादी नाना-नानी, सुनाते... Hindi · बाल कविता 6 398 Share Dushyant Kumar 19 May 2023 · 2 min read क्या रखा है? वार में, मानव मानव का दुश्मन हुआ, मैं तुमको आज बताता हूं। रक्त पिचास क्यों बने हुए तुम, मैं तुमको समझाता हूं। युद्ध नहीं बुद्ध की नीति, अभी आज अपना लो तुम।... Poetry Writing Challenge · कविता 5 314 Share Dushyant Kumar 1 Nov 2022 · 2 min read "भीमसार" कविता का नाम- "भीमसार" तन में भीम, मन में भीम, मिट्टी के कण कण में भीम। भीम हमारी शान है। भीम हमारा मान है। देश का सम्मान है। भीम हमारा... Hindi · कविता · मुक्तक 7 5 253 Share Dushyant Kumar 5 Nov 2022 · 2 min read करना है, मतदान हमको करना है, मतदान हमको, करना है, मतदान। माता सुन लो, सुन लो बहना। पांच साल में फिर मत कहना। लालच में तुम कभी ना बहना। वोट हमारा अमूल्य गहना। सब... Hindi · कविता · मुक्तक 6 2 249 Share Dushyant Kumar 3 Apr 2023 · 1 min read "जब रास्ते पर पत्थरों के ढेर पड़े हो, तब सड़क नियमों का पालन "जब रास्ते पर पत्थरों के ढेर पड़े हो, तब सड़क नियमों का पालन करना मूर्खता है।" दुष्यन्त कुमार Quote Writer 5 231 Share Dushyant Kumar 8 Nov 2022 · 1 min read इश्क रोग रोगों में रोग इश्क रोग, इसकी कोई दवा नहीं। प्रेमी इसकी दवा है, प्रेमिका इसकी दवा है। जो इसमें लगा है, भूल गया कौन सा सगा है। चाह कर भी... Hindi · मुक्तक · शेर 5 209 Share Dushyant Kumar 3 Nov 2022 · 1 min read *जातिवाद का खण्डन* कोई बड़ा न कोई छोटा, एकता का है सब टोटा। ना हो कोई जातिवाद, मिट जाएगा सब अपवाद।।१।। क्या है आज जातिवाद, ऊंच नीच का है विवाद। सब है मानव... Hindi · कविता · मुक्तक 9 239 Share Dushyant Kumar 9 Jul 2023 · 1 min read *पशु- पक्षियों की आवाजें* *पशु- पक्षियों की आवाजें*(बाल कविता) मुर्गा बोले कुकड़ू कू। कबूतर बोले गुटर गूं। तोता बोले टैं टैं। बकरी बोले मैं मैं। चूहा बोले चरचर। मेंढक बोले टर्र टर्र। मक्खी करती... Hindi · बाल कविता 6 451 Share Dushyant Kumar 15 Jul 2023 · 1 min read *फितरत* *फितरत* फितरत है मेरी, ना यूं ही बातें बनाना। फितरत है मेरी, खुद को मजबूत बनाना। फितरत है मेरी, ना दूसरों को सताना। फितरत है मेरी, ना झूठी बात बनाना।... Hindi · कविता 6 435 Share Dushyant Kumar 15 Jul 2023 · 1 min read *फितरत* *फितरत* फितरत है मेरी, ना यूं ही बातें बनाना। फितरत है मेरी, खुद को मजबूत बनाना। फितरत है मेरी, ना दूसरों को सताना। फितरत है मेरी, ना झूठी बात बनाना।... "फितरत" – काव्य प्रतियोगिता · कविता 7 372 Share Dushyant Kumar 23 Jul 2023 · 1 min read *देश का दर्द (मणिपुर से आहत)* *देश का दर्द (मणिपुर से आहत)* आंखें सबकी मिची हुई हैं, चारों ओर अंधेरा है। अस्मत इज्जत तार-तार हुई, ऐसा नया सवेरा है। देश में कितनी घटनाएं ऐसी, संख्या गिनना... Hindi · कविता 6 326 Share Dushyant Kumar 20 Nov 2022 · 1 min read "REAL LOVE" "REAL LOVE" REAL LOVE IS NOT CHANGABLE TIME TO TIME. IT IS THE THE BEST GIFT OF OUR INNERSOUL, WHO IS THE PART OF GOD OWN. REAL LOVE IS LIKE... English · Poem 5 239 Share Dushyant Kumar 19 Dec 2022 · 1 min read अहमियत स्वाद उनसे पूछिए, जिनके दांत नहीं। प्यार उनसे पूछिए, जिनके मां बाप नहीं। कहने वाले तो कह देते, जो आती इनके गले। पता तो जब चलता है, जब आता है... Hindi · कोटेशन · शेर 7 187 Share Dushyant Kumar 29 Oct 2022 · 1 min read "स्कूल चलो अभियान" स्कूल चलो अभियान आया, स्कूल चलो अभियान। एडमिशन स्कूल में कराना, खुद सीखो दूसरों को सिखाना। नई नई सीख नई नई बातें, स्कूल में ही सीख पाते। बिन पढ़ाई ना... Hindi · कविता · मुक्तक 5 157 Share Dushyant Kumar 4 Jan 2023 · 1 min read नाम है इनका, राजीव तरारा *नाम है इनका, राजीव तरारा* पिता तोताराम जी माता कृष्णा। ना कोई दोष ना कोई तृष्णा। बड़ी बहन प्रभा छोटी मिथलेश, छोटा भाई संजीव कुमार। स्पष्ट छवि प्रभाव अपारा। नाम... Hindi · कविता 5 245 Share Dushyant Kumar 16 May 2023 · 1 min read *वो बीता हुआ दौर नजर आता है*(जेल से) *वो बीता हुआ दौर नजर आता है*(जेल से) जरूरी नहीं सभी गुनहगार हों यहां, फिर भी हर कोई चोर नजर आता है। शान्त गुमशुदा खोया सा हर एक यहां, फिर... Poetry Writing Challenge · कविता 5 270 Share Dushyant Kumar 19 May 2023 · 1 min read *जातिवाद का खण्डन* कोई बड़ा न कोई छोटा, एकता का है सब टोटा। ना हो कोई जातिवाद, मिट जाएगा सब अपवाद।।१।। क्या है आज जातिवाद, ऊंच नीच का है विवाद। सब है मानव... Poetry Writing Challenge · कविता 5 235 Share Dushyant Kumar 19 May 2023 · 1 min read *बीमारी न छुपाओ* रोग हो या बीमारी इसको ना छुपाओ। छोटे से बड़ा हो जाता बाद में पछताओ। बाद में पछताओ तुम जीवन को रोकर। जीवन हमको जीना है अति खुश होकर। बन... Poetry Writing Challenge · कविता 5 243 Share Dushyant Kumar 19 May 2023 · 2 min read *हम पर अत्याचार क्यों?* खाने से ईर्ष्या, पाने से ईर्ष्या। छूने से ईर्ष्या, पीने से ईर्ष्या। मूछों से ईर्ष्या, पूछो तो ईर्ष्या। घोड़ी से ईर्ष्या, जोड़ी से ईर्ष्या। विरोध से ईर्ष्या, मोद से ईर्ष्या।... Poetry Writing Challenge · कविता 5 220 Share Dushyant Kumar 31 Oct 2022 · 2 min read कहां है, शिक्षक का वह सम्मान जिसका वो हकदार है। *कहां है शिक्षक का वह सम्मान जिसका वो हकदार है* खुद अंधेरे में रहकर दूसरों को प्रकाशित करना वाला, दूसरों को महत्तम ऊंचाई तक पहुंचाने वाला, ईमानदार निष्पक्षपाती, दूरदर्शी निष्कपट,... Hindi · निबंध · लेख 5 161 Share Dushyant Kumar 18 May 2023 · 2 min read #करना है, मतदान हमको# करना है, मतदान हमको, करना है, मतदान। माता सुन लो, सुन लो बहना। पांच साल में फिर मत कहना। लालच में तुम कभी ना बहना। वोट हमारा अमूल्य गहना। सब... Poetry Writing Challenge · कविता 5 194 Share Dushyant Kumar 23 Oct 2022 · 2 min read क्या रखा है, वार (युद्ध) में? मानव मानव का दुश्मन हुआ, मैं तुमको आज बताता हूं। रक्त पिचास क्यों बने हुए तुम, मैं तुमको समझाता हूं। युद्ध नहीं बुद्ध की नीति, अभी आज अपना लो तुम।... Hindi · कविता · मुक्तक 7 156 Share Dushyant Kumar 2 Nov 2022 · 2 min read *हम पर अत्याचार क्यों?* खाने से ईर्ष्या, पाने से ईर्ष्या। छूने से ईर्ष्या, पीने से ईर्ष्या। मूछों से ईर्ष्या, पूछो तो ईर्ष्या। घोड़ी से ईर्ष्या, जोड़ी से ईर्ष्या। विरोध से ईर्ष्या, मोद से ईर्ष्या।... Hindi · कविता · मुक्तक 6 2 169 Share Dushyant Kumar 18 May 2023 · 1 min read *नया साल* *नया साल* नया साल है नया दौर है, नई आज शुरुआत है। नए साल पर क्या करना है, यही राज की बात है? अच्छी बातें तुम अपनाओ, जो हुआ सो... Hindi · Poem · कविता 5 184 Share Dushyant Kumar 18 May 2023 · 1 min read *आस्था* *आस्था* अगर है तुम्हारे अंदर आस्था, तो नहीं रोक सकता तुम्हारा कोई रास्ता। बदल सकते हो चाहो तो जीवन को, अगर रखते हो इसके प्रति वास्ता।।१।। नाम है आस्था का... Hindi · कविता 5 232 Share Dushyant Kumar 18 May 2023 · 1 min read "किस किस को वोट दूं।" "किस किस को वोट दूं।" आया दौर चुनावों का, खड़े हुए उम्मीदवार। कोई है, पढ़ा लिखा तो, कोई अनपढ़ गंवार। कोई पिलाता दारू, कोई जाता द्वार द्वार। पता नहीं कौन... Poetry Writing Challenge · कविता 5 163 Share Dushyant Kumar 24 May 2023 · 2 min read *रक्तदान* रक्तदान का अर्थ है, किसी को रक्त देना। इसके बदले उससे, तुम्हें कुछ नहीं लेना। इस प्रकार बचा सकते हो, तुम किसी की जान। करना है रक्तदान हमको, करना है... Poetry Writing Challenge · कविता 6 222 Share Dushyant Kumar 16 May 2023 · 1 min read *दया* *दया* दया विद्वानों का गुण है भाई, इसका फल बड़ा सुखदाई। दया अपनाओ अहंकार छोड़ो। सभी से दया का नाता जोड़ो।।१।। दया से व्यक्ति होता महान। दया है विद्वानों की... Poetry Writing Challenge · कविता 5 220 Share Dushyant Kumar 3 Apr 2023 · 1 min read *वो बीता हुआ दौर नजर आता है*(जेल से) *वो बीता हुआ दौर नजर आता है*(जेल से) जरूरी नहीं सभी गुनहगार हों यहां, फिर भी हर कोई चोर नजर आता है। शान्त गुमशुदा खोया सा हर एक यहां, फिर... Hindi · कविता 5 159 Share Page 1 Next