Dr.sima Tag: मुक्तक 19 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Dr.sima 17 Jun 2022 · 1 min read हमलोग खुद का चेहरा हसीन लगता है। यूॅ ही मिजाज रंगीन लगता हैं। अपने में सिमटकर यूँ शरमा गये । मन में हंसी उठती हैं। कैसा हैं यहाँ का प्यार' जो... Hindi · मुक्तक 2 4 351 Share Dr.sima 12 Apr 2022 · 1 min read क्या गढ़ेगा (निर्माण करेगा ) पाकिस्तान हालत बद से बद्तर हो गई है। जनसंख्या बड़ी हो गई है। धूल में धूमिल हो रहा वर्तमान क्या गढ़ेगा देश पाकिस्तान मुकाम सरेआम हैं। दिल से रोना आ रहा,... Hindi · मुक्तक 4 338 Share Dr.sima 30 Mar 2022 · 1 min read काश समझ लेते । भावना में बहकर बहुत ही बैचेन हुई । ना दु:ख दूर हुआ ना सुख नसीब हुआ। और परेशानी जीवन के करीब हुआ। अतीत को वर्तमान में ढो रही हूं। बस... Hindi · मुक्तक 1 391 Share Dr.sima 22 Mar 2022 · 1 min read आज भी ( ढूंढ रहे ) हैं किसी बेगाने में हम अपनों को ढूंढ रहे हैं। कब से खड़ी अब तो उम्र हो गई बड़ी। सच कहती हूं अब तो सब कुछ खो रही हूं। झूठे सपने,... Hindi · मुक्तक 1 184 Share Dr.sima 18 Feb 2022 · 1 min read जीव ईश्वर से ईश्वर स्निग्ध मुस्कान लिए अपने आप में रहते हैं। जीव रोना लिए अपने चित्त में विचरते हैं। जीव भोगी नित रोगी बन जीवन खोते हैं। ईश्वर स्त्रष्टा - द्रष्टा ,निर्गुण,... Hindi · मुक्तक 1 151 Share Dr.sima 14 Feb 2022 · 1 min read भारत की भूमि। भारत की भूमि सत्य की भूमि हैं। जहाँ भक्त , भगवान एक होकर जीते । जहाँ सत्य- अहिंसा के लिए प्राण देते हैं। दिव्य भूमि ,देव भूमि भारत। अतुलनीय भारत।_... Hindi · मुक्तक 275 Share Dr.sima 25 Jan 2022 · 1 min read अपने को मत सताइए अपने को मत सताइए। विपत्ति को संपत्ति मत बनाइए। अपने को कर्म गति दिजिए, मुक्त जिंदगी बनाइए। संयम को आत्मसमर्पण मत बनाइए I सम्हल कर चलिए,चार दिन की जिन्दगी यूँ... Hindi · मुक्तक 1 2 429 Share Dr.sima 14 Jan 2022 · 1 min read वापस घर से लौटा दिया हमको, डर कर ही सही पर, ईमान अपना सही दिखा गया हमको । विदा होकर गई थी जिस गली से, उसी गली में छोड़ गया हमको।... Hindi · मुक्तक 123 Share Dr.sima 11 Jan 2022 · 1 min read मौत सबसे बड़ा सच हैं। दिखाता है वक्त , लगता है सबको इससे डर है। लेकर आगोश में जिंदगी । समय के मंच पर खड़ा मनुष्य, निश्चित काल का हिसाब ,... Hindi · मुक्तक 177 Share Dr.sima 11 Jan 2022 · 1 min read वृद्धावस्था वृद्धावस्था ना कोई व्यवस्था उम्र का वो पड़ाव है । मन से मजबूर तन से कमजोर देता नहीं शरीर साथ । ना अब संयुक्त परिवार, ना पोते- पोती साथ हैं।... Hindi · मुक्तक 353 Share Dr.sima 7 Jan 2022 · 1 min read मतलब के सनम । मतलब के सनम तुम्हें मोहब्बत सिखा देगें हम । कल शाम तक चलेगें ,सुबह छोड़ देंगे हम। तुम अच्छी लगी , दिल की सच्ची लगी । इतना तो तो दिखा... Hindi · मुक्तक 1 329 Share Dr.sima 5 Jan 2022 · 1 min read समाज समाज के दोहरेपन का आज भी शिकार है। प्रेम,मानव - मानवी आज भी सिर्फ विचार हैं । व्यक्तित्व के दोहरेपन को वाचता मौन की तु साधना साधता आधुनिक समाज हो... Hindi · मुक्तक 175 Share Dr.sima 5 Jan 2022 · 1 min read विकृत मानसिकता कलियुग की इस बेला में नृशंस हत्या नाच रही है । खुद माधुर्य रो रहे हैं । अपनी छवि का इतिहास रचने, मानवता को शर्मसार करने । तूल पकड़ कर... Hindi · मुक्तक 367 Share Dr.sima 4 Jan 2022 · 1 min read अभी सफर तय करना है खुद से ही लड़ना है । दंभ नहीं ये शुरूआत हैं। अपने पे विश्वास है। गुरु, माँ - बाँप भी अब तैयार । समय आ गया है स्त्री अपने को मुक्त करें । इसके लिए अपने... Hindi · मुक्तक 1 400 Share Dr.sima 4 Jan 2022 · 1 min read जज्बात इतने करीब से दूर हु ए । खुद से मजबूर हुए। बहुत सुंदर लगता , दिल, रिश्ता , प्यार दिल के रिश्ते दिल में होते बाहर नसीब से मिलते जिसके... Hindi · मुक्तक 185 Share Dr.sima 3 Jan 2022 · 1 min read ःअस्तित्व ः द्वंद का गठजोर हैं । असहाय अपना अस्तित्व है . लगता है मुझे आज । स्वार्थ की वेदी पर है हार -जीत। विचारों का तुफान लिए । अपना अपमान लिए... Hindi · मुक्तक 1 2 213 Share Dr.sima 1 Jan 2022 · 1 min read गुनाह कबूल कर,ऐ मर्दों की दुनियाँ गुनाह कबुल कर , ऐ खुदा के बहादुर बन्दों, हमनवां ,हमनशीं की नुमाइश मत कर,सरेआम हमसफ़र बनाकर, यूं रास्ता पर ना लाया कर। मत हो अलग ,हमजुदा का मतलब कभी... Hindi · मुक्तक 171 Share Dr.sima 1 Jan 2022 · 1 min read जिंदगी भर के लिए , माँगी थी साथ । रब से भी दुआ मांगी थी। जो हो ना सका कबुल। शिद्दत से चाहा जिसे , वही हो गया दूर। फिर भी दिया प्यार का वास्ता , उसे तो था... Hindi · मुक्तक 167 Share Dr.sima 31 Dec 2021 · 1 min read मत ठुकराइए फलसफा दीजिए । फलसफा कीजिए। आखिर मोड़ दीजिए । कुछ बन जाइए, आखिर शमाँ समझाइए दिल मत तोडिए बस जिदंगी बनइए खोज मन बन जाइए । फलसफा कीजिए, जुवाँ अपनी... Hindi · मुक्तक 216 Share