DrLakshman Jha Parimal Language: Hindi 735 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid DrLakshman Jha Parimal 9 Sep 2021 · 2 min read "अतिशय रगड़ करे जो कोई अनल प्रकट चन्दन से होई" डॉ लक्ष्मण झा "परिमल " =============================== राष्ट्रकवि श्री रामधारी सिंह "दिनकर " की पंक्ति उनके खंडकाव्य "कुरुक्षेत्र " में कही गई हैं ! इसे लाखों संदर्भ में कहा जाता हैं... Hindi · लेख 2 5k Share DrLakshman Jha Parimal 26 Nov 2021 · 2 min read “ अभिनंदन ,आभार और प्रणाम शालीनता का परिचायक “ डॉ लक्ष्मण झा “ परिमल “ ====================================== विनम्रता ,शालीनता ,माधुर्यता और शिष्टाचार के अस्त्रों से सुसज्जित मनुष्य तभी हो सकता है जब अपने व्यक्तित्व की मलिनता को परित्याग करके अभिनंदन... Hindi · लेख 1k Share DrLakshman Jha Parimal 10 Jul 2021 · 2 min read " खुलजा सिम सिम " " खुलजा सिम सिम " डॉ लक्ष्मण झा " परिमल " ************************ कितने सालों से हमारे कानों में 'अलीबाबा चालीस चोर ' का आदेशात्मक संवाद गूंज रहा है ..., "... Hindi · लेख 3 939 Share DrLakshman Jha Parimal 10 Sep 2021 · 1 min read " अकाट्य सत्य से साक्षात्कार " डॉ लक्ष्मण झा "परिमल " ================ हम बड़ी -बड़ी बातें करते हैं , अपने विचारों , लेखों को , लिखकर , किताबों की शक्ल में उसे ढाल देते हैं !... Hindi · मुक्तक 1 713 Share DrLakshman Jha Parimal 19 Jul 2021 · 1 min read " जननायक " " जननायक " ========== अभिमान और घमंड शायद ही किसी का रहा है ! ये बातें हम नहीं कहते ये तो इतिहास कह रहा है !! हमें कुछ आस रहती... Hindi · कविता 1 672 Share DrLakshman Jha Parimal 7 Nov 2021 · 1 min read " गाँव की एक शाम " डॉ लक्ष्मण झा"परिमल " ============== आ गयी एक मधुर वेला लालिमा है छा गयी ! थक गया हो सूर्य देखो नींद उसको आ गयी !! पक्षियों की चहचहाट संकेत सबको... Hindi · कविता 712 Share DrLakshman Jha Parimal 10 Sep 2021 · 2 min read " अपन महिस के कुरहैरे ल के नाथब " डॉ लक्ष्मण झा " परिमल " ====================== हम कखनो -कखनो किनको तर्क सं तिलमिला जाइत छी ,अचंभित भ जाइत ! कखनो माथ कुड़ीयबैत इ अन्वेषण करS लगैत छी कि एहन... Hindi · लेख 1 2 508 Share DrLakshman Jha Parimal 24 Jul 2022 · 1 min read “ यादों के सहारे ” डॉ लक्ष्मण झा “परिमल ” =================== यादें तुम्हारी तन्हाईओं में साथ देती है ! तेरी हर बातें मेरे दिलके करीब रहती है !! लगता नहीं कि तू मुझसे दूर रहती... Hindi · ग़ज़ल 636 Share DrLakshman Jha Parimal 20 Aug 2021 · 2 min read "आसमान से गिरा खजूर में अटका " डॉ लक्ष्मण झा " परिमल " ======================= नए यंत्रों के इजाद ने हमारी जिंदगी को ही बदल डाला !...... अब हम पुरानी विधाओं को भूलते जा रहे हैं ! .........डाक... Hindi · लेख 1 656 Share DrLakshman Jha Parimal 9 Jul 2021 · 1 min read “ फेसबूक के अनजाने दोस्त “ “ फेसबूक के अनजाने दोस्त “ डॉ लक्ष्मण झा “ परिमल “ ==================== किसी से हम यहाँ , मिलते नहीं हैं आपस में ! फिर भी है प्यार , हमें... Hindi · मुक्तक 3 1 532 Share DrLakshman Jha Parimal 11 Jul 2021 · 1 min read " शाश्वत कविता " " शाश्वत कविता " ============= कविताओं में अनेक विधाओं का सामंजस्य होता है, कभी रस का प्रयोग, कवि के कल्पनाओं के कलमों से कविता की कला निखरती है !! अलंकार... Hindi · मुक्तक 1 1 556 Share DrLakshman Jha Parimal 2 Aug 2021 · 1 min read " फेस -बुक के साथी " डॉ लक्ष्मण झा " परिमल " ============= आखिर हम दोस्त किसे बनाए ? फेस -बुक में हम दूँढते रहते हैं ! कोई अच्छा लगता है हम ऐड में क्लिक करते... Hindi · मुक्तक 498 Share DrLakshman Jha Parimal 13 Nov 2021 · 2 min read " करत करत अभ्यास ते जड़मति होत सुजान " डॉ लक्ष्मण झा "परिमल " ============================ आधुनिक यंत्रों के आविष्कारों ने मनो हमारे अंगों में पंख लगा दिये !.... क्षितिजों को नापना आसन हो गया ! .....हम इसके सहारे विश्व... Hindi · लेख 583 Share DrLakshman Jha Parimal 10 Jul 2021 · 2 min read “ हम तो राही प्यार के “ “ हम तो राही प्यार के “ डॉ लक्ष्मण झा " परिमल " =============== सबको लेकर साथ चलो , आशाओं के दीप जलाओ ! राहों को प्रज्ज्वलित करके , मंजिल... Hindi · गीत 1 522 Share DrLakshman Jha Parimal 19 Jul 2022 · 1 min read " आशा की एक किरण " डॉ लक्ष्मण झा"परिमल " ================= स्तब्ध मौन मायूस भरी नज़रों से निहार रही थी, शब्द मनोमस्तिष्क में उमड़ घुमड़ रहे थे, पर होठ हिलते नहीं थे, बातें तो बहुत उनसे... Hindi · कविता 661 Share DrLakshman Jha Parimal 29 Jan 2022 · 1 min read " शब्दों का महासंग्राम " डॉ लक्ष्मण झा"परिमल " ================ हमारी धारणाओं की दिशा द्रिग्भ्रमित होने लगी है !.... हम ज़माने के साथ चलने से कभी -कभी कतराने क्यों लगते हैं ?...... भाषाओँ में विभिन्य... Hindi · लेख 517 Share DrLakshman Jha Parimal 8 Aug 2021 · 2 min read " गुड नाईट "(शुभ रात्रि )..बन गया परमाणु बम " डॉ लक्ष्मण झा " परिमल " =============================== कभी -कभी अनायास हम कह देते हैं " समय कहाँ मिलता है ?..."समय का आभाव है" और दूसरे को कहते हैं ."आप कितने... Hindi · लेख 1 497 Share DrLakshman Jha Parimal 18 Nov 2021 · 2 min read " मिट्टी की खुशबू " ( एक सस्मरण ) डॉ लक्ष्मण झा "परिमल " ============== गाँव जाने की ललक हमारी बचपन से रही ! मिट्टी की खुशबू ..पेड पौधों की हवा ..सौंधी -सौंधी मदमस्त बनाने... Hindi · लघु कथा 504 Share DrLakshman Jha Parimal 6 Feb 2022 · 2 min read " आलोचना में शालीनता की खुशबू " डॉ लक्ष्मण झा "परिमल " ====================== अपनी आकांक्षाओं के पंखों के सहारे हम क्षितिज के छोर तक चल दिए ! मित्रता का बंधन अब कहाँ ? हम तो अब सारे... Hindi · लेख 498 Share DrLakshman Jha Parimal 26 Jul 2021 · 1 min read " मेरी कविता मुझसे बोल पड़ी " डॉ लक्ष्मण झा “ परिमल “ =================== मैं लेटा था ...मैं सोया था , मेरी आँखें कुछ क्षण बंद हुई ! कभी उस करवट कभी इस करवट, मेरी निंद्रा मुझसे... Hindi · मुक्तक 1 427 Share DrLakshman Jha Parimal 14 Jul 2021 · 1 min read "मेघ " "मेघ " ====== "कभी तू बनता कोमल पंकज , मंदिर बनता और भब्य महल ! कभी लगता है तू बन गया विशाल स्वर्ग का स्वेत शिखर ! नभ में तू... Hindi · मुक्तक 476 Share DrLakshman Jha Parimal 13 Oct 2021 · 1 min read " भाषा की शुद्धता " डॉ लक्ष्मण झा "परिमल " =============== हम जब भी किन्हीं भाषाओँ में कुछ लिखते हैं तो हमें बहुत सी बातें अपने मस्तिष्क में रखनी पड़ती है !..... भाषा की शुद्धता... Hindi · लेख 1 600 Share DrLakshman Jha Parimal 12 Feb 2022 · 1 min read "निमंत्रण" निमंत्रण पत्र को दरवाजे पर फ़ेंक देते हैं ! ईमेल ,व्हात्सप और मेसेस भेज देते हैं !! प्रीति-भोज का जमाना है अब कहाँ ? प्रेम से सबको खिलाना अब कहाँ... Hindi · कोटेशन 445 Share DrLakshman Jha Parimal 27 Feb 2022 · 1 min read "मेरे अपने " यादें आती हैं लोगों की ,जब हम दुख से घिर जाते हैं! लोगों के मरहम से सारे ,काले बादल छट जाते हैं!@परिमल Hindi · कोटेशन 491 Share DrLakshman Jha Parimal 2 Mar 2022 · 1 min read " कविता हमको छोड़ चली " डॉ लक्ष्मण झा 'परिमल " ================ हमारे मन में हुआ कविता को नये रूपों में सजाएँ अलंकार के परिधानों में उनका श्रृंगार कराएँ!! बड़े यत्नों से उनके केश को परिधानों... Hindi · कविता 533 Share DrLakshman Jha Parimal 11 Jul 2021 · 2 min read “ बरसात की एक रात “ “ बरसात की एक रात “ डॉ लक्ष्मण झा “ परिमल “ =============== बरसातों में तुम याद मुझे क्यों आती हो ? तुम मुझसे आँखों से ओझल आखिर क्यूँ हो... Hindi · गीत 488 Share DrLakshman Jha Parimal 12 Sep 2021 · 1 min read " दिल की दास्ताँ " डॉ लक्ष्मण झा ” परिमल ” ============= कैसे कहूँ मैं दिल की दास्ताँ को , कोई पास आके बात मेरी सुनले ! कब तलक यूंही छुपाके सीने में , राज... Hindi · गीत 2 1 470 Share DrLakshman Jha Parimal 14 Jul 2021 · 2 min read “ “ सर्पराज ” सूबेदार छुछुंदर से नाराज “ ( व्यंगयात्मक अभिव्यक्ति ) “ “ सर्पराज ” सूबेदार छुछुंदर से नाराज “ डॉ लक्ष्मण झा " परिमल " ( व्यंगयात्मक अभिव्यक्ति ) ==================== सर्पराज आजकल नाराज चल रहे थे ! वो नाराजगी थी... Hindi · कहानी 465 Share DrLakshman Jha Parimal 14 Jul 2021 · 1 min read “ अधूरी प्यास “ “ अधूरी प्यास “ डॉ लक्ष्मण झा “ परिमल “ ================ जरा सा रुक जाओ तो , खुलके दीदार करूँ ! बरस के बाद मिले हो , थोड़ा सा प्यार... Hindi · कविता 1 3 541 Share DrLakshman Jha Parimal 19 Nov 2021 · 1 min read “ गाँवों की सौंधी मिट्टी “ डॉ लक्ष्मण झा"परिमल " ================= सब लोग बदले लगते हैं मेरे गाँव का रास्ता बदल गया कोई मुझे पहचानता नहीं एक जमाना निकाल गया !! मुझे याद है मेरा बचपन... Hindi · कविता 462 Share DrLakshman Jha Parimal 22 Oct 2021 · 2 min read “ प्रतिक्रिया ,समालोचना और टिप्पणियाँ “ डॉ लक्ष्मण झा “ परिमल “ ====================== प्रतिक्रिया सकारात्मक ,विषय संबंधित ,तथ्यपूर्ण ,रोचक ,सुंदर सभी को अच्छे लगते हैं ! बात यहीं जाकर नहीं रुकती है ! कभी -कभी समालोचना... Hindi · लेख 2 432 Share DrLakshman Jha Parimal 15 Oct 2021 · 1 min read " मिलन फेस बुक मित्र का " डॉ लक्ष्मण झा " परिमल " ================ हमारी सोचों ने हमें धूमिल कर दिया था इन यंत्रों के प्रभावों से मित्रों के करीब रहते हमें दूर कर दिया था !!... Hindi · कविता 442 Share DrLakshman Jha Parimal 25 Jul 2021 · 1 min read " सफलता का मंत्र " " सफलता का मंत्र " डॉ लक्ष्मण झा “ परिमल “ ---------------------- ह्रदय बिदीर्ण हुआ है मेरा, अंगों का पक्षाघात हुआ ! जिस आशा से बाग लगाया , पतझड़ से... Hindi · कविता 2 429 Share DrLakshman Jha Parimal 10 Nov 2021 · 3 min read "बदलाब की बयार " डॉ लक्ष्मण झा "परिमल " ============ कप्तान राय साहेब का रोब अभी तक बरक़रार था ! आर्मी के गतिविधिओं ने उन्हें एक कड़ा और सशक्त इन्सान बना रखा था !... Hindi · लघु कथा 453 Share DrLakshman Jha Parimal 28 Jul 2021 · 1 min read " विकास से बँचित " डॉ लक्ष्मण झा " परिमल " ================== कुछ दिन हुए , विकास का ढोल बजा , खुशियाँ मनायी गयी , जश्न मनाये गये ! कोई भूखा नहीं रहेगा, रोजगार मिलेगा... Hindi · मुक्तक 1 458 Share DrLakshman Jha Parimal 2 Sep 2021 · 2 min read " हमारा पैतरा " { व्यंग्यात्मक } डॉ लक्ष्मण झा " परिमल " =============== " आखिर कब तक हम बंदरों की तरह गुलटियाँ मारते रहेंगे ? उम्र का तकाजा है मेरे दोस्त ! 70... Hindi · लघु कथा 435 Share DrLakshman Jha Parimal 12 Jul 2021 · 1 min read " अभिव्यक्ति " " अभिव्यक्ति " डॉ लक्ष्मण झा " परिमल " ================== मित्रता के आमंत्रण पर हम शीघ्रता से इस यन्त्र माध्यम से हम जुड़ जाते हैं ! हम इठलाने लगते हैं... Hindi · लेख 456 Share DrLakshman Jha Parimal 24 Nov 2021 · 1 min read " फेस बुक की बातें " डॉ लक्ष्मण झा "परिमल " ============== विचारों की असमानता मित्रता की नींव को हिला के रख देती है ! इसके आभाव में सहयोग और सामंजस तो पनप ही नहीं सकती... Hindi · लेख 421 Share DrLakshman Jha Parimal 17 Jul 2021 · 2 min read " राजनीति की चाशनी में फीकी मित्रता " " राजनीति की चाशनी में फीकी मित्रता " डॉ लक्ष्मण झा " परिमल " ========================== उन जमानों से भी होकर हम गुजरे हैं जहाँ मित्रता की संख्यां उँगलियों पर गिनी... Hindi · लेख 413 Share DrLakshman Jha Parimal 13 Jul 2021 · 2 min read " हमारा पैतरा ( व्यंग ) " आखिर कब तक हम बंदरों की तरह गुलटियाँ मारते रहेंगे ? उम्र का तकाजा है मेरे दोस्त ! 69 के दहलीज को पार कर के 70 में प्रवेश करने... Hindi · लघु कथा 1 1 469 Share DrLakshman Jha Parimal 25 Aug 2021 · 2 min read " संक्षिप्तता " डॉ लक्ष्मण झा " परिमल " ================ " Brevity is the soul of wit " संक्षिप्तता साहित्य की आत्मा होती है ! और ऐसी आत्मा को कौन भला खोने दे... Hindi · लेख 1 436 Share DrLakshman Jha Parimal 19 Oct 2021 · 1 min read " प्रतिक्रिया ,शब्द और स्टोरी " डॉ लक्ष्मण झा " परिमल " ===================== सारे लोग तो मनोवैज्ञानिक नहीं हो सकते ! निपुण पेशेवर मनोवैज्ञानिक अधिकारियों को देश के विभिन्य सर्विस सेलेकसन बोर्ड में नियुक्त किए जाते... Hindi · लेख 2 445 Share DrLakshman Jha Parimal 14 Jul 2021 · 2 min read “ दोस्तों की बातें “ “ दोस्तों की बातें “ डॉ लक्ष्मण झा " परिमल " ============== यह बातें उन दिनों की नहीं जब हमारी दोस्ती “प्रत्यक्ष” होती थी ! यह बातें इन दिनों की... Hindi · लेख 459 Share DrLakshman Jha Parimal 9 Jul 2021 · 1 min read “ प्यार की अनुभूति “ “ प्यार की अनुभूति “ डॉ लक्ष्मण झा “ परिमल “ ================ तुम अपने होंठों से कोई गीत सुनाओ , नयनों की भाषा से मेरा दिल बहलाओ ! अंगों की... Hindi · गीत 1 1 418 Share DrLakshman Jha Parimal 29 Dec 2021 · 1 min read प्रतिकार कौन कहता है आक्रोश को अभद्रता का हथियार चाहिए ?हम तो मौन रहकर भी प्रतिकार करना जानते हैं@परिमल Hindi · कोटेशन 428 Share DrLakshman Jha Parimal 10 Jul 2021 · 2 min read “ फेसबूक बन गया ज्ञान की गंगा “ “ फेसबूक बन गया ज्ञान की गंगा “ डॉ लक्ष्मण झा “ परिमल “ ==================== फेसबूक को एक अद्भुत गंगा माना गया है जिसकी धारा अविरल तुंग शिखर से निकल... Hindi · लेख 1 446 Share DrLakshman Jha Parimal 11 Jul 2021 · 1 min read “ प्रिये की प्यास “ “ प्रिये की प्यास “ डॉ लक्ष्मण झा “ परिमल “ ================= मेरे सजन जरा देखो इधर , मैं सज के सँवर के आयी हूँ ! तेरे बिन था सुना... Hindi · कविता 459 Share DrLakshman Jha Parimal 10 Jul 2021 · 1 min read उन्मुक्त गगन के हम पक्षी पंख फैलाये उड़ जा पक्षी , दूर देश तुम चलते जाओ ! अपने जैसे लोग जहाँ हों , उनके साथ ही समय बिताओ !! जहाँ बंधन ना हो , ना... Hindi · गीत 2 1 416 Share DrLakshman Jha Parimal 17 Jan 2022 · 2 min read " विभाजित व्यक्तित्व .. बनाम ..सम्पूर्ण व्यक्तित्व " डॉ लक्ष्मण झा "परिमल " ============================ हमें फेसबुक के क्यारिओं में रंग बिरंगी फूलों की पंखुडियों का आभास होने लगा ! ...उनकी सुगंधों से नयी ताजगी मिलने लगी !... मन... Hindi · लेख 445 Share DrLakshman Jha Parimal 11 Dec 2021 · 1 min read " प्यार का उपहार " डॉ लक्ष्मण झा"परिमल" ================ हम जाँबाज़ परिंदे बन गए ! अपने पंखों को फैलाये क्षितिज पर छा गए !! सारी दुनिया हमारे छोटे से यंत्रों में सिमट कर रह गयी... Hindi · कविता 400 Share Page 1 Next