Sanjay ' शून्य' Tag: Quote Writer 127 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Previous Page 2 Next Sanjay ' शून्य' 8 Mar 2024 · 1 min read शिव सबके आराध्य हैं, रावण हो या राम। शिव सबके आराध्य हैं, रावण हो या राम। सिद्धि बांटे जगत में, स्वयं रहे निष्काम।। प्रभु गुरुओं के हो गुरु, देवों के हो देव। कालों के हो काल, कहते सब... Quote Writer 3 256 Share Sanjay ' शून्य' 7 Mar 2024 · 1 min read *है गृहस्थ जीवन कठिन *है गृहस्थ जीवन कठिन माया मोह अनंत। कर्म धर्म देखत हसत, देव, दनुज अरू संत।* जय सीताराम Quote Writer 2 244 Share Sanjay ' शून्य' 6 Mar 2024 · 1 min read कुछ लोग घूमते हैं मैले आईने के साथ, कुछ लोग घूमते हैं मैले आईने के साथ, पूर्णिमा के चांद में दिखता है उन्हे दाग। सबसे जलील शख्स है जो अपने शहर का, कहता है कि दुनिया में कोई... Quote Writer 1 221 Share Sanjay ' शून्य' 2 Mar 2024 · 1 min read Good morning 🌅🌄 Good morning 🌅🌄 जीवन की शुभता में थे जो....आज नही धरती पर वो। तुम तारा बन मुझको साहस देते रहना, सब है पता भला तुमसे क्या कहना।। ऊर्जा अक्षुण है... Quote Writer 1 1 232 Share Sanjay ' शून्य' 26 Feb 2024 · 1 min read कृतघ्न व्यक्ति आप के सत्कर्म को अपकर्म में बदलता रहेगा और आप कृतघ्न व्यक्ति आप के सत्कर्म को अपकर्म में बदलता रहेगा और आपको छलता रहेगा, पहचाने और सावधान रहें। वह कोई भी और कहीं भी हो सकता है। उसे सद्भभाव से... Quote Writer 1 214 Share Sanjay ' शून्य' 10 Feb 2024 · 1 min read अपनी इच्छाओं में उलझा हुआ मनुष्य ही गरीब होता है, गरीब धोखा अपनी इच्छाओं में उलझा हुआ मनुष्य ही गरीब होता है, गरीब धोखा देने में माहिर होता है क्योंकि गरीबी एक धोखा है। निर्धनता जेब में हो तो ठीक परंतु मस्तिष्क... Quote Writer 2 240 Share Sanjay ' शून्य' 19 Jan 2024 · 1 min read दरिया का किनारा हूं, दरिया का किनारा हूं, निगहवां मंजर का, डूबते वही हैं जो सम्मान नहीं करते। मजधार बताता हूं मर्यादा नदी की भी, है पार वही करते, जो अपमान नहीं करते।। Quote Writer 2 232 Share Sanjay ' शून्य' 4 Jan 2024 · 1 min read ईश्वरीय समन्वय का अलौकिक नमूना है जीव शरीर, जो क्षिति, जल, प ईश्वरीय समन्वय का अलौकिक नमूना है जीव शरीर, जो क्षिति, जल, पावक, गगन, समीर (पंचतत्व) परस्पर विरोधी गुण होते हुए भी नर से नारायण की यात्रा करने में सक्षम है।... Quote Writer 2 262 Share Sanjay ' शून्य' 30 Dec 2023 · 1 min read प्रेम और पुष्प, होता है सो होता है, जिस तरह पुष्प को जहां भी प्रेम और पुष्प, होता है सो होता है, जिस तरह पुष्प को जहां भी हो वहीं सुशोभित होता है, कुछ ऐसा ही हाल प्रेम का भी है। न चाह न... Quote Writer 1 240 Share Sanjay ' शून्य' 20 Dec 2023 · 1 min read श्रीराम अयोध्या में पुनर्स्थापित हो रहे हैं, क्या खोई हुई मर श्रीराम अयोध्या में पुनर्स्थापित हो रहे हैं, क्या खोई हुई मर्यादाएं भी पुनर्जीवित होंगी। तो क्या माने की राम आयेंगे, मर्यादाएं लायेंगे।आशान्वित हैं हम अवध के नवयुवकों से। Quote Writer 2 1 232 Share Sanjay ' शून्य' 18 Dec 2023 · 1 min read सब कुछ पा लेने की इच्छा ही तृष्णा है और कृपापात्र प्राणी ईश् सब कुछ पा लेने की इच्छा ही तृष्णा है और कृपापात्र प्राणी ईश्वर के अस्तित्व को बल देते है। नर से नारायण की यात्रा केवल कर्मयोद्धा करते हैं और वही... Quote Writer 2 237 Share Sanjay ' शून्य' 17 Dec 2023 · 1 min read धन की खाई कमाई से भर जाएगी। वैचारिक कमी तो शिक्षा भी नहीं भर धन की खाई कमाई से भर जाएगी। वैचारिक कमी तो शिक्षा भी नहीं भर सकती, इसके लिए दीक्षा ही एक मात्र रामबाण उपाय है। ठहरे सोचें और पुनः कदम बढ़ाये... Quote Writer 2 168 Share Sanjay ' शून्य' 5 Dec 2023 · 1 min read कदम रोक लो, लड़खड़ाने लगे यदि। कदम रोक लो, लड़खड़ाने लगे यदि। जुबां रोक लो, बड़बड़ाने लगे यदि।। हैं आएंगी कमियां बहुत इस सफर में। जलन रोक लो, घर जलाने लगे यदि।। जय हिंद Quote Writer 1 265 Share Sanjay ' शून्य' 26 Nov 2023 · 1 min read जिस भी समाज में भीष्म को निशस्त्र करने के लिए शकुनियों का प् जिस भी समाज में भीष्म को निशस्त्र करने के लिए शकुनियों का प्रयोग होता हो, वह समाज कायर है। वहां अर्जुन बचाना था जो धर्म योद्धा था, तुम बेशर्म को... Quote Writer 1 1 165 Share Sanjay ' शून्य' 24 Nov 2023 · 1 min read जिस दिन आप कैसी मृत्यु हो तय कर लेते है उसी दिन आपका जीवन और जिस दिन आप कैसी मृत्यु हो तय कर लेते है उसी दिन आपका जीवन और जीवनकर्म निश्चित हो जाता है। फिर आप अथक पथिक तक चलते रहे मृत्युतक। सोचिए दधीच,... Quote Writer 2 1 281 Share Sanjay ' शून्य' 3 Nov 2023 · 1 min read आवारापन एक अमरबेल जैसा जब धीरे धीरे परिवार, समाज और देश रूपी आवारापन एक अमरबेल जैसा जब धीरे धीरे परिवार, समाज और देश रूपी बेल बृक्ष पर लिपटता है, तो देखने में तो हराभरा लगता है पर बेल फलना, फूलना भूल जाता... Quote Writer 2 215 Share Sanjay ' शून्य' 3 Nov 2023 · 1 min read स्वीकार्यता समर्पण से ही संभव है, और यदि आप नाटक कर रहे हैं स्वीकार्यता समर्पण से ही संभव है, और यदि आप नाटक कर रहे हैं तो समझें आप केवल पात्र है असली नाटककार जिन्दगी हैं। भ्रमित होने से अच्छा श्रमिक होना है।... Quote Writer 1 247 Share Sanjay ' शून्य' 18 Oct 2023 · 1 min read ये शास्वत है कि हम सभी ईश्वर अंश है। परंतु सबकी परिस्थितियां ये शास्वत है कि हम सभी ईश्वर अंश है। परंतु सबकी परिस्थितियां और चुनौतियां भिन्न हैं। विकट और चुनौतीपूर्ण जीवन ही अलभ्य को लभ्य बनाती हैं। नर से नारायण की... Quote Writer 1 1 209 Share Sanjay ' शून्य' 15 Oct 2023 · 1 min read अगर मध्यस्थता हनुमान (परमार्थी) की हो तो बंदर (बाली)और दनुज अगर मध्यस्थता हनुमान (परमार्थी) की हो तो बंदर (बाली)और दनुज (विभीषण) भी राम (मर्यादा) के मित्र हो सकते हैं। अतः व्यभिचारी और स्वार्थी की मध्यस्थता से भी बचें। जय मां... Quote Writer 1 400 Share Sanjay ' शून्य' 10 Oct 2023 · 1 min read संस्कार मनुष्य का प्रथम और अपरिहार्य सृजन है। यदि आप इसका सृ संस्कार मनुष्य का प्रथम और अपरिहार्य सृजन है। यदि आप इसका सृजन नहीं किया तो कोई भी विकास अर्जन हो सकता है और जल्द ही उसका विसर्जन हो जायेगा। सांस्कृतिक... Quote Writer 1 352 Share Sanjay ' शून्य' 6 Oct 2023 · 1 min read प्रेम की डोर सदैव नैतिकता की डोर से बंधती है और नैतिकता सत्क प्रेम की डोर सदैव नैतिकता की डोर से बंधती है और नैतिकता सत्कर्म से जन्मता है। फिर कहीं रहे प्रेम कम नहीं होगा, और वियोग में तो और बढ़ेगा। जै... Quote Writer 1 274 Share Sanjay ' शून्य' 4 Oct 2023 · 1 min read जब आपके आस पास सच बोलने वाले न बचे हों, तो समझिए आस पास जो भ जब आपके आस पास सच बोलने वाले न बचे हों, तो समझिए आस पास जो भी हैं दुर्भाग्य ही है और आपने पतन का सामान इकट्ठा कर लिया है। Quote Writer 1 1 220 Share Sanjay ' शून्य' 1 Oct 2023 · 1 min read हो नजरों में हया नहीं, हो नजरों में हया नहीं, जिसकी आंखों का पानी सूखा हो। मृग तृष्णा जिसके कंठ बसा, झूठे सम्मान का भूखा हो।। हर पल झूठ परोसे जो, झूठे आश्वासन देता हो।... Quote Writer 1 476 Share Sanjay ' शून्य' 28 Sep 2023 · 1 min read स्वाद छोड़िए, स्वास्थ्य पर ध्यान दीजिए। स्वाद छोड़िए, स्वास्थ्य पर ध्यान दीजिए। बीपी शुगर जैसी बीमारियां कम कीजिए।। Quote Writer 2 1 258 Share Sanjay ' शून्य' 22 Sep 2023 · 1 min read प्रारब्ध भोगना है, प्रारब्ध भोगना है, भविष्य बनाना है। सोने की तरह खुद का, वर्तमान तपाना है।। Quote Writer 2 281 Share Sanjay ' शून्य' 21 Sep 2023 · 1 min read बृद्धाश्रम विचार गलत नहीं है, यदि संस्कृति और वंश को विकसित बृद्धाश्रम विचार गलत नहीं है, यदि संस्कृति और वंश को विकसित होता देख, एक कर्मयोद्धा एक नए समुदाय को सहर्ष स्वीकार करे। अतः मां बाप की खुश और जीवंतता को... Quote Writer 1 1 280 Share Sanjay ' शून्य' 19 Sep 2023 · 1 min read हम शरीर हैं, ब्रह्म अंदर है और माया बाहर। मन शरीर को संचालित हम शरीर हैं, ब्रह्म अंदर है और माया बाहर। मन शरीर को संचालित करता है, यदि आप मन के संचालक हैं तो आप अंदर देख रहे हैं और यदि मन... Quote Writer 2 408 Share Sanjay ' शून्य' 18 Sep 2023 · 1 min read मिलना अगर प्रेम की शुरुवात है तो बिछड़ना प्रेम की पराकाष्ठा मिलना अगर प्रेम की शुरुवात है तो बिछड़ना प्रेम की पराकाष्ठा है। अतः बिरह में प्रेम का रंग और गाढ़ा होता है, तभी तो गोपियों से निराश हुए उद्धव जी।... Quote Writer 1 433 Share Sanjay ' शून्य' 29 Aug 2023 · 1 min read मां की जीवटता ही प्रेरित करती है, देश की सेवा के लिए। जिनकी मां की जीवटता ही प्रेरित करती है, देश की सेवा के लिए। जिनकी मां भी अपनी मां मानती हो भारत को, उन्हीं से सच्चा देश भक्त पैदा होता है। जय... Quote Writer 1 372 Share Sanjay ' शून्य' 25 Aug 2023 · 1 min read "संगठन परिवार है" एक जुमला या झूठ है। संगठन परिवार कभी नहीं "संगठन परिवार है" एक जुमला या झूठ है। संगठन परिवार कभी नहीं हो सकता, हां संगठन परिवार का एक बाह्य विस्तार है। परिवार का त्याग या जूठन संगठन है। जय... Quote Writer 2 397 Share Sanjay ' शून्य' 24 Aug 2023 · 1 min read कल कई मित्रों ने बताया कि कल चंद्रयान के समाचार से आंखों से कल कई मित्रों ने बताया कि कल चंद्रयान के समाचार से आंखों से अश्रु निर्वाद रूप से बहने लगे, पता नहीं क्यों? मैं बताया आप में भारत है और आपसे... Quote Writer 1 214 Share Sanjay ' शून्य' 21 Aug 2023 · 1 min read शक्तिहीनों का कोई संगठन नहीं होता। शक्तिहीनों का कोई संगठन नहीं होता। कायरों का भी कोई वतन नहीं होता।। पेट के खातिर ही, जो भी जीने वाले हैं। अंत में तन पे उनके कफ़न नहीं होता।।... Quote Writer 1 450 Share Sanjay ' शून्य' 20 Aug 2023 · 1 min read प्रश्नपत्र को पढ़ने से यदि आप को पता चल जाय कि आप को कौन से प्रश्नपत्र को पढ़ने से यदि आप को पता चल जाय कि आप को कौन से प्रश्न छोड़ने, तो आप सफल हैं। समाज एक प्रश्नपत्र है और सबलोग सवाल है, मर्यादित... Quote Writer 1 174 Share Sanjay ' शून्य' 19 Aug 2023 · 1 min read Being with and believe with, are two pillars of relationships Being with and believe with, are two pillars of relationships with motive of strengthening it. Positive way to life. Jai hind Quote Writer 1 191 Share Sanjay ' शून्य' 16 Aug 2023 · 1 min read राम समर्पित रहे अवध में, राम समर्पित रहे अवध में, अवध सपर्पित राम था। भरत अवध में रामसेतु थे, फिर बना अयोध्या धाम था।। Quote Writer 1 362 Share Sanjay ' शून्य' 14 Aug 2023 · 1 min read *सिर्फ तीन व्यभिचारियों का बस एक वैचारिक जुआ था। *सिर्फ तीन व्यभिचारियों का बस एक वैचारिक जुआ था। लालच और स्वमद में इस गुरुकुल का बंटवारा हुआ था।।* Quote Writer 1 269 Share Sanjay ' शून्य' 12 Aug 2023 · 1 min read समाज के बदलते स्वरूप में आप निवेशक, उत्पादक, वितरक, विक्रेता समाज के बदलते स्वरूप में आप निवेशक, उत्पादक, वितरक, विक्रेता और क्रेता हो सकते है, परंतु पारिवारिक संबंधों के संरक्षक और समाज के पालक तो नहीं हो सकते और आप... Quote Writer 1 269 Share Sanjay ' शून्य' 9 Aug 2023 · 1 min read जिसकी बहन प्रियंका है, उसका बजता डंका है। जिसकी बहन प्रियंका है, उसका बजता डंका है। फिर आई वो आंधी है, नाम से राहुल गांधी है। राजीव जी का बेटा है, वायनाड से नेता है। मोदी का सहयोगी... Quote Writer 2 332 Share Sanjay ' शून्य' 6 Aug 2023 · 1 min read कुछ कहूं ना कहूं तुम भी सोचा करो, कुछ कहूं ना कहूं तुम भी सोचा करो, सह सकूं दर्द उतना खरोचा करो। व्याध को क्या पता तीर के पीर का, दम निकल जाए तब पंख नोचा करो।। Quote Writer 1 1k Share Sanjay ' शून्य' 6 Aug 2023 · 1 min read चलना, लड़खड़ाना, गिरना, सम्हलना सब सफर के आयाम है। चलना, लड़खड़ाना, गिरना, सम्हलना सब सफर के आयाम है। टूटना, थकना, रुकना, हारना मृत्यु से पहले कायरों का काम है।। हौसलों से जीतते है, वीर मरने के भी बाद। मरना... Quote Writer 1 417 Share Sanjay ' शून्य' 1 Aug 2023 · 1 min read हो असत का नगर तो नगर छोड़ दो। हो असत का नगर तो नगर छोड़ दो। यदि तुम्हीं से जलन हो तो घर छोड़ दो।। संत! जिस राह पर लक्ष्य तेरा न हो। शीघ्रता से सखे वो डगर... Quote Writer 1 585 Share Sanjay ' शून्य' 25 Jul 2023 · 1 min read राजनीतिक यात्रा फैशन में है, इमेज बिल्डिंग और फाइव स्टार सुव राजनीतिक यात्रा फैशन में है, इमेज बिल्डिंग और फाइव स्टार सुविधा से लैश होती है। अन्ना हजारे के बाद कितने नेता जी लोग, लोक और देश कल्याण के लिए भूख... Quote Writer 1 357 Share Sanjay ' शून्य' 21 Jul 2023 · 1 min read सामाजिक मुद्दों पर आपकी पीड़ा में वृद्धि हुई है, सोशल मीडिया सामाजिक मुद्दों पर आपकी पीड़ा में वृद्धि हुई है, सोशल मीडिया के आने से। लोकतंत्र तो वही है जो कश्मीर में पंडितों के निर्वासन के समय था, जिसको आप कश्मीर... Quote Writer 2 338 Share Sanjay ' शून्य' 20 Jul 2023 · 1 min read न ठंड ठिठुरन, खेत न झबरा, न ठंड ठिठुरन, खेत न झबरा, न फसल न कंबल, कैसी पूस की रात है। वो जानवरों का चरना, झबरा का भौंकना, वाह प्रेमचंद जी आपकी क्या बात ।। Quote Writer 264 Share Sanjay ' शून्य' 18 Jul 2023 · 1 min read स्वयं द्वारा किए कर्म यदि बच्चों के लिए बाधा बनें और गृह स् स्वयं द्वारा किए कर्म यदि बच्चों के लिए बाधा बनें और गृह स्वामी जीवन त्याग तक कर दे, वो राम का घर। अपने दंभ और लिप्सा के लिए अपने स्वजनों... Quote Writer 1 310 Share Sanjay ' शून्य' 17 Jul 2023 · 1 min read Decision making is backed by hardwork and courage but to cha Decision making is backed by hardwork and courage but to change the decision needs patience and strong will power to get desired result in life. 🌞🌻🌻🌻🌻 Quote Writer 1 294 Share Sanjay ' शून्य' 16 Jul 2023 · 1 min read तन प्रसन्न - व्यायाम से तन प्रसन्न - व्यायाम से मन प्रसन्न - योग ध्यान से घर प्रसन्न - धन धान से प्रभु प्रसन्न - धर्म दान से Quote Writer 1 382 Share Sanjay ' शून्य' 15 Jul 2023 · 1 min read मुझे किराए का ही समझो, मुझे किराए का ही समझो, अपना समझे तो दुख होगा। खुलकर इस्तेमाल करो तुम, जी भी भरेगा और सुख होगा। Quote Writer 1 148 Share Sanjay ' शून्य' 15 Jul 2023 · 1 min read आप प्रारब्ध वश आपको रावण और बाली जैसे पिता और बड़े भाई मिले आप प्रारब्ध वश आपको रावण और बाली जैसे पिता और बड़े भाई मिले तो, आप तुरंत प्रभु राम को समर्पित हो जाय। उनकी कृपा से आपके जीवन में किसी न... Quote Writer 1 383 Share Sanjay ' शून्य' 9 Jul 2023 · 1 min read उसकी हड्डियों का भंडार तो खत्म होना ही है, मगर ध्यान देना कह उसकी हड्डियों का भंडार तो खत्म होना ही है, मगर ध्यान देना कहीं वो तुम्हें कुत्ता न बना जाए। मनुष्य हो तो श्रेष्ठ बनें और बड़ा दिखाना नहीं है, ज्येष्ठ... Quote Writer 1 457 Share Previous Page 2 Next