दीपक झा रुद्रा Tag: गीत 33 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid दीपक झा रुद्रा 2 Apr 2024 · 1 min read तुम कहो या न कहो तुम कहो या न कहो,है उम्रभर की यह प्रतीक्षा और तुमसे जो मिली है ,वो व्यथा सहता रहूंगा। इंद्रधनुषी रंग के, तुम तो हो अवयव कदाचित.... व्योम के मस्तक की... Hindi · कविता · गीत 105 Share दीपक झा रुद्रा 20 Feb 2024 · 1 min read तुम कहो या न कहो,है उम्रभर की यह प्रतीक्षा तुम कहो या न कहो,है उम्रभर की यह प्रतीक्षा और तुमसे जो मिली है ,वो व्यथा सहता रहूंँगा। इंद्रधनुषी रंग के, तुम तो हो अवयव कदाचित.... व्योम के मस्तक की... Poetry Writing Challenge-2 · गीत · प्रेम 1 132 Share दीपक झा रुद्रा 5 Feb 2024 · 1 min read अंतर्मन में खामोशी है एक गीत आपके हवाले!! अंतर्मन में ख़ामोशी है ऊपर ऊपर क्या बोलूंँ? तेरा सच है ज्ञात सभी को तुझको पत्थर क्या बोलूंँ? उमस भरा मन के आंँगन में, तुलसी तुम... Poetry Writing Challenge-2 · कविता · गीत 107 Share दीपक झा रुद्रा 5 Feb 2024 · 1 min read गीत पिरोते जाते हैं प्यारी आंखों के सपने जब टूटे हों तब मासूम से दिल भी रोते जाते हैं आंँखों से जो गिरी अश्क की कुछ बूंदें हम शायर हैं गीत पिरोते जाते हैं।... Poetry Writing Challenge-2 · कविता · गीत 1 87 Share दीपक झा रुद्रा 5 Feb 2024 · 1 min read हो तन मालिन जब फूलों का, दोषी भौंरा हो जाता है। हो तन मालिन जब फूलों का, दोषी भौंरा हो जाता है। और सुखों की, आस लिए जुगनू केवल पछताता है। जब दीप बुझे दोषारोपित होने लगती है मंद पवन। किंतु... Poetry Writing Challenge-2 · कविता · गीत 41 Share दीपक झा रुद्रा 5 Feb 2024 · 1 min read फिर कैसे गीत सुनाऊंँ मैं? धस रही धरा तल से प्रतिपल,फिर कैसे गीत सुनाऊंँ मैं? अंतश है धुंध से आच्छादित,कैसे अब दीप जलाऊंँ मैं! नव कुंज सा खिलता प्रश्न दिखा, उत्तर क्यों है कोलाहल में?... Poetry Writing Challenge-2 · कविता · गीत 62 Share दीपक झा रुद्रा 5 Feb 2024 · 1 min read उर से तुमको दूंँ निर्वासन। अक्सर आंँसू ने धोखा से छोड़ा नयन का व्योम अकिंचन। घटना है, प्रयास अथक है, मन से तुमको दूंँ निर्वासन। फूल सरीखा दिल है मेरा तुम कहते हो पत्थर होने।... Poetry Writing Challenge-2 · कविता · गीत 55 Share दीपक झा रुद्रा 5 Feb 2024 · 1 min read एक तुम ही थे हमारे एक तुम ही थे हमारे किस सपन की बात करता। नेत्र के अंँधेर नगरी में मैं कैसे रश्मि भरता। बाक़ी कुछ मैं क्या बताऊंँ रोऊंँ या चिखूंँ चिल्लाऊंँ मन में... Poetry Writing Challenge-2 · कविता · गीत · नई वाली हिंदी · प्रेम गीत 86 Share दीपक झा रुद्रा 5 Feb 2024 · 1 min read द्वंद मन मृदुल भाव का घोतक था,जिसको दुनियां ने छला बहुत। माना दीपक बुझ गया किंतु,संघर्ष पंथ पर जला बहुत। जीवन ने अवसर दिया नहीं,किस्मत से अक्सर हारा मैं। मेहनत में... Poetry Writing Challenge-2 · कविता · गीत 77 Share दीपक झा रुद्रा 5 Feb 2024 · 2 min read पीड़ाओं के संदर्भ पीड़ाओं के संदर्भों में, रिश्तों का खेल अनोखा है। है व्यथित हृदय,क्या मौन रहूंँ?या कह दूंँ सब कुछ धोखा है। धोखा है दिनकर का दिन भी,धोखा है चांँदनी रातें भी।... Poetry Writing Challenge-2 · कविता · गीत 1 75 Share दीपक झा रुद्रा 5 Feb 2024 · 1 min read विरह पीड़ा है विरह की पीर करुणा स्याही बनकर गीत लिख दो जिसमें मेरी हार हो उसमें उनकी जीत लिख दो भावनाएंँ अब विखंडित हो रही मेरे हृदय में जिसमें स्नेहिल चिर... Poetry Writing Challenge-2 · कविता · गीत 1 54 Share दीपक झा रुद्रा 5 Feb 2024 · 1 min read कहांँ गए वो भाव अमर उद्घोषों की? शीर्षक आज मेरी कविताएं मुझसे पूछ रही. आज मेरी कविताएं मुझसे पूछ रही... कहां गए वो भाव अमर उद्घोषों की। जहां व्यथाएं स्वर्णिम अक्षर होती थी... जहां चेतना व्योमी उर्ध्वर... Poetry Writing Challenge-2 · कविता · गीत 69 Share दीपक झा रुद्रा 5 Apr 2023 · 1 min read करुणा, स्याही बनकर गीत लिख दो.... है विरह की पीर करुणा स्याही बनकर गीत लिख दो जिसमें मेरी हार हो उसमें उनकी जीत लिख दो भावनाएं अब विखंडित हो रही मेरे हृदय में जिसमें स्नेहिल चिर... Hindi · कविता · गीत · विरह गीत 2 2 218 Share दीपक झा रुद्रा 27 Jan 2023 · 1 min read उर से तुमको दूंँ निर्वासन! अक्सर आंँसू ने धोखा से छोड़ा नयन का व्योम अकिंचन। घटना है, प्रयास अथक है, मन से तुमको दूंँ निर्वासन! फूल सरीखा दिल है मेरा तुम कहते हो पत्थर होने।... Hindi · कविता · गीत · प्रेम · विरह गीत 149 Share दीपक झा रुद्रा 25 Dec 2022 · 1 min read जीवन की जर्जर कश्ती है,तुम दरिया हो पार लगाओ... जीवन की जर्जर कश्ती है,तुम दरिया हो पार लगाओ... दिल के बचैनी मौसम में , फूलों की बौछार लगाओ। जीवन की जर्जर कश्ती है..... बहुत अचंभित मैं होता हूं,सुन अश्रव्य... Hindi · कविता · गीत · जर्जर कश्ती 4 3 326 Share दीपक झा रुद्रा 6 Mar 2022 · 1 min read अकाल धरती की संतानें देखो कलयुग की काली छाया। और देख लो यह अकाल जीवन पर कैसे आया। है अकाल जीवन पर ऐसा प्राणवायु भी पानी है। स्वार्थलीन मन भावों पर... Hindi · गीत 2 2 220 Share दीपक झा रुद्रा 6 Mar 2022 · 1 min read मेरा तन है संतापित है शापित शापित मन तेरा। *एक गीत पढ़िए शायद पसंद आ जाए* मेरा तन है संतापित है शापित शापित मन तेरा। प्रेम करेंगे हम लेकिन सह पाए न चितवन तेरा। मेरा तन है संतापित....... तुमको... Hindi · गीत 519 Share दीपक झा रुद्रा 6 Mar 2022 · 1 min read एक कवि मन कई वेदना,, एक कवि मन ,कई वेदना,, किस किस को हम ताल करेंगे? कब रक्तों को लाल करें हम? कब मेंहदी को लाल करेंगे? एक कवि मन ,कई वेदना........... कभी धूप से... Hindi · गीत 1 268 Share दीपक झा रुद्रा 5 Jan 2022 · 1 min read भ्रूण वियोग आज कलुषित राग मन में है उमस बन। और कुछ ना शेष है अब साधना को। प्रेम का पहला ही अक्षर खो गया। है नहीं हिम्मत स्वयं से सामना को।... Hindi · गीत 2 2 374 Share दीपक झा रुद्रा 2 Jan 2022 · 1 min read तुमको मुझसा दिवाना मिला ,प्यार कर लो बहाना मिला। तुमको मुझसा दिवाना मिला प्यार कर लो बहाना मिला। जबसे लब पर तेरा नाम है तबसे मुझको तराना मिला। लोग रखते नज़र हैं हमीं पर,देखने क्या छपा है जबीं पर... Hindi · गीत 1 360 Share दीपक झा रुद्रा 22 Nov 2021 · 1 min read मैं भी रोऊंगा सिसककर तुम भी रोओगी। जाओगी तुम भी मुझे,छोड़कर इक दिन प्रिय। मैं भी रोऊंगा सिसककर तुम भी रोओगी। अश्रुओं का मोल तब कुछ रह न पाएगा। अश्क मन चितवन नयन से जब गिराएगा। स्नान... Hindi · गीत 1 428 Share दीपक झा रुद्रा 18 Nov 2021 · 1 min read पटकथा लिखने पधारो फिर से भूमि हे हरी। एक गीत समर्पित ❤️ पटकथा लिखने पधारो फिर से भूमि हे हरी। काल की काली घनेरी रो रही तुमको पुकारी। और रण चंडी भी जागी बोलती केशव मुरारी। पटकथा लिखने... Hindi · गीत 2 368 Share दीपक झा रुद्रा 15 Nov 2021 · 1 min read और तुम कहते हो मधुरिम गान गाओ!! सत्य की राहों पे गिरती बिजलियों को देखकर आती नई मधुमास गाओ! मौत नर्तन कर रही सर पर मेरे। और तुम कहते हो मधुरिम गान गाओ! पुण्य कर्मों का ये... Hindi · गीत 1 226 Share दीपक झा रुद्रा 12 Oct 2021 · 1 min read आई हैं शेरा वाली मां नतमस्तक होकर ध्यान करें। जिनके तेजों के सम्मुख ,सूरज भी शीश झुकाता है। जिनके सांसों से यह वायु भी जन्म सदा से पाता है। हां उस मां के शुभ कृत्यों का आओ आओ बाखान... Hindi · गीत 1 264 Share दीपक झा रुद्रा 10 Sep 2021 · 1 min read अगर प्रेम को पाना है तो , सत्य पथों पर आना होगा। अगर प्रेम को पाना है तो , सत्य पथों पर आना होगा। और हृदय में निष्छलता को, पुण्य मान अपनाना होगा। तुम सोचो क्या दृश्य प्रेम को यहां कलंकित करता... Hindi · गीत 1 274 Share दीपक झा रुद्रा 5 Jul 2021 · 1 min read आहें जीवन का गीत रहा है। किसे बताऊं हाल है दिल का दिल पर क्या क्या बीत रहा है। भटका भटका फिरता हूं कि आहें जीवन का गीत रहा है। बचपन में पचपन के जैसे चिंता... Hindi · गीत 1 1 257 Share दीपक झा रुद्रा 8 Jun 2021 · 1 min read बारिश 1222 1222 मुझे अक्सर रुलाती है तुम्हें अक्सर हंसाती है कहीं बह जाए ना फसलें ये चिंता भी सताती है । पला है द्वंद मन में यह अगर बारिश ना... “बरसात” – काव्य प्रतियोगिता · गीत 2 1 323 Share दीपक झा रुद्रा 22 Apr 2021 · 2 min read राष्ट्र जागरण गीत देखिए उत्कर्ष और उत्थान का पथ गढ़ रहा हूं। स्वर्ण पृष्ठों पर रचित है आज गाथा पढ़ रहा हूं। देखिए मुगलों पे टूटे ये मराठी वीर हैं देखिए निज पंथ... Hindi · गीत 1 2 323 Share दीपक झा रुद्रा 21 Apr 2021 · 2 min read आप में यूं झांकिए छोड़िए अब क्या लिखें हम स्वयं के दर्द पर सूर्य से भी प्राप्त होती है मुझे उस सर्द पर। अब तो दूरी में भलाई है कलम से राखिए। छोड़िए भी... Hindi · गीत 289 Share दीपक झा रुद्रा 4 Sep 2020 · 1 min read यार मंजिल मिरा है नहीं बेवफ़ा। 212 212 212 212 रास्ते हर दफा हो रही है खफा। यार मंजिल मिरा है नहीं बेवफ़ा। मैं थका कब कहो राह चलते मगर। ना वफ़ा हो सकी यार मेरी... Hindi · गीत 230 Share दीपक झा रुद्रा 4 Jul 2020 · 1 min read हरिक बूंद में इश्क बरसा रहा है!! रिमझिम बरसता है सावन जनेजां बूंद बूंद में ख्याल तिरा है जानेजां तेरी नजर में नशा जैसे कि भांग का बरसा रहा है इश्क मुझपे ये आसमां। गीत नया सा... Hindi · गीत 3 2 417 Share दीपक झा रुद्रा 22 Jun 2020 · 1 min read हमने कहा चांद से हमनें कहा है चांद से अब तो रास्ता बदल गगन पे हक हमारा है तुम्हें नहीं खबर !!! हमने मढ़ा है माथ पर आफताब को। लाया है कदम तल में... Hindi · गीत 3 2 261 Share दीपक झा रुद्रा 22 Jun 2020 · 1 min read देता हूं दुआएं कि यार तुमको प्यार हो! मधुरिम खिला खिला दिल का बहार हो। देता हूं दुआएं कि यार तुमको प्यार हो!! क्या क्या नहीं दिखा था साथ ख्वाब में हां चांद उतर आई थी हमार नाव... Hindi · गीत 3 6 562 Share