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107 posts
कितनी करूं पढ़ाई माँ
कितनी करूं पढ़ाई माँ
बसंत कुमार शर्मा
पागल जैसा पागल क्यों है
पागल जैसा पागल क्यों है
बसंत कुमार शर्मा
वजन नहीं है
वजन नहीं है
बसंत कुमार शर्मा
बेटियाँ
बेटियाँ
बसंत कुमार शर्मा
क्यों  लड़ना  और  लड़ाना है
क्यों लड़ना और लड़ाना है
बसंत कुमार शर्मा
हमें न पत्थरबाज चाहिए
हमें न पत्थरबाज चाहिए
बसंत कुमार शर्मा
दिल से जरा गुजरना साहब
दिल से जरा गुजरना साहब
बसंत कुमार शर्मा
दिल से जरा  गुजरना साहब
दिल से जरा गुजरना साहब
बसंत कुमार शर्मा
माँ
माँ
बसंत कुमार शर्मा
बादल
बादल
बसंत कुमार शर्मा
पहली बार
पहली बार
बसंत कुमार शर्मा
कोई रिश्ता निभाया जा रहा है
कोई रिश्ता निभाया जा रहा है
बसंत कुमार शर्मा
ढूँढ रहा हूँ
ढूँढ रहा हूँ
बसंत कुमार शर्मा
आँसू
आँसू
बसंत कुमार शर्मा
आंसू कहाँ बहाने निकले
आंसू कहाँ बहाने निकले
बसंत कुमार शर्मा
ठहर जाता तो अच्छा था
ठहर जाता तो अच्छा था
बसंत कुमार शर्मा
ख्वाब पलना चाहिए
ख्वाब पलना चाहिए
बसंत कुमार शर्मा
ऋतु बसंत की जब है आती
ऋतु बसंत की जब है आती
बसंत कुमार शर्मा
सच्चाइयाँ वो अब कहाँ
सच्चाइयाँ वो अब कहाँ
बसंत कुमार शर्मा
हर साँझ सुरमई है
हर साँझ सुरमई है
बसंत कुमार शर्मा
हिय से मत दूर मुझे करना
हिय से मत दूर मुझे करना
बसंत कुमार शर्मा
जटाधारी शिव जी
जटाधारी शिव जी
बसंत कुमार शर्मा
मुहब्बत में
मुहब्बत में
बसंत कुमार शर्मा
तो किस्मत हार जाती है
तो किस्मत हार जाती है
बसंत कुमार शर्मा
मुहब्बत होती है
मुहब्बत होती है
बसंत कुमार शर्मा
वंदना माँ शारदा की
वंदना माँ शारदा की
बसंत कुमार शर्मा
जब वफ़ा पर सवाल होता है
जब वफ़ा पर सवाल होता है
बसंत कुमार शर्मा
नाम है बस दीप का
नाम है बस दीप का
बसंत कुमार शर्मा
बचपन सी सौगात न कोई
बचपन सी सौगात न कोई
बसंत कुमार शर्मा
महक बाकी भी तक है
महक बाकी भी तक है
बसंत कुमार शर्मा
सब्र  कहाँ  मुझसे  होता  है
सब्र कहाँ मुझसे होता है
बसंत कुमार शर्मा
चर्चा करें मीडिया वीर
चर्चा करें मीडिया वीर
बसंत कुमार शर्मा
भूल गया घर द्वारा मन
भूल गया घर द्वारा मन
बसंत कुमार शर्मा
कहाँ बदली गई
कहाँ बदली गई
बसंत कुमार शर्मा
चैन कहाँ आराम कहाँ अब
चैन कहाँ आराम कहाँ अब
बसंत कुमार शर्मा
कभी   जिन्दगी  में  उजाले  न  होते
कभी जिन्दगी में उजाले न होते
बसंत कुमार शर्मा
यूँ सूरज की शान बहुत है
यूँ सूरज की शान बहुत है
बसंत कुमार शर्मा
थोड़ी  दुनियादारी  रख
थोड़ी दुनियादारी रख
बसंत कुमार शर्मा
सरकारी नाखून
सरकारी नाखून
बसंत कुमार शर्मा
शिकायत यहाँ हुजूर
शिकायत यहाँ हुजूर
बसंत कुमार शर्मा
आ  तो सही  इक  बार मेरे गाँव में
आ तो सही इक बार मेरे गाँव में
बसंत कुमार शर्मा
कहीं आदर नहीं मिलता
कहीं आदर नहीं मिलता
बसंत कुमार शर्मा
बूँद नयन से ढलकी कैसे
बूँद नयन से ढलकी कैसे
बसंत कुमार शर्मा
झूठी मूठी बात न करिए
झूठी मूठी बात न करिए
बसंत कुमार शर्मा
मौन मुझे स्वीकार नहीं है
मौन मुझे स्वीकार नहीं है
बसंत कुमार शर्मा
ख्वाब
ख्वाब
बसंत कुमार शर्मा
केवल माँ को ज्ञात
केवल माँ को ज्ञात
बसंत कुमार शर्मा
देश हो रहा शहरी
देश हो रहा शहरी
बसंत कुमार शर्मा
लोकतंत्र
लोकतंत्र
बसंत कुमार शर्मा
मुहब्बत आप करते है
मुहब्बत आप करते है
बसंत कुमार शर्मा
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