Ashok Sharma 198 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Ashok Sharma 7 Jul 2021 · 1 min read कथात्मक कविता ◆◆◆◆◆◆◆◆◆◆◆◆◆◆◆◆◆◆◆◆ रही दो बिल्लियाँ भूखी,पाई एक सूखी रोटी। पेट भूख कुछ ऐसी, हुई छीना छपौटी। धैर्य न किसी को भाया, बन्दर एक दिखाया। झगड़ा क्यों करना, ऐसा पाठ पढ़ाया। हम... Hindi · कविता 1 2 1k Share Ashok Sharma 21 Jul 2021 · 2 min read "देशभक्ति मुक्तक" कोई जिंदा है मर कर भी, कोई मर कर भी जिंदा है, न दिलों में राष्ट्रभक्ति हो, वो मानुष दरिंदा है, मेरी धरती मेरी माता, हमें आवाज देती है, वतन... Hindi · मुक्तक 1k Share Ashok Sharma 26 May 2021 · 2 min read प्राइवेट टीचर की व्यथा अजब तेरी महिमा है, गजब तेरा बखान, दर्जा ऐसा मिला तुम्हें, तुझसे नीचे भगवान। अभिनंदन है पाँव में तेरे, सब करते प्रणाम, मातु पितु से बढ़कर तू, तेरे चरणों में... Hindi · कविता 6 11 1k Share Ashok Sharma 16 May 2021 · 1 min read ●सुहानी बरसात● ★★★★★★★★★★★★★ पवन लहर सम, बहकत तन मन , गगन बजत जस, छमछम छमछम । दमकत चमकत ,नभ बरसत जब, जलकण तनपर ,मलत मदन तब। सरवर छलकत, लचकत लचकत। जलधर सरकत,... “बरसात” – काव्य प्रतियोगिता · घनाक्षरी 8 12 864 Share Ashok Sharma 11 Aug 2021 · 1 min read ज्ञानदीप तम की क्या औकात है प्यारे, अब उसको बतलाना है। ज्ञानदीप बनकर हर जीवन, अंधेर धरा से मिटाना है। माना है बरसात का मौसम, भर गए गड्ढे गंदे पानी, अब... Hindi · कविता 3 3 641 Share Ashok Sharma 26 Jun 2021 · 1 min read कन्यादान का वास्तविक अर्थ कन्यादान का वास्तविक अर्थ °°°°°°°°°°°°°°°°°°°°°°°°°° कन्यादान शब्द पर समाज में गलतफहमी पैदा हो गयी है और अकारण भ्रांतियाँ उत्पन्न की गई हैं। समाज को यह समझने की जरूरत है कि... Hindi · लेख 2 672 Share Ashok Sharma 18 Jul 2021 · 1 min read विश्व गुरु भारत विश्व गुरु बन भारत ने, जग को राह दिखाय। प्रेम एकता से रहो, सबको पाठ पढ़ाय।। ऋषि मनीषियों की वाणी, वेद करें बखान। भारतीय संस्कृति का, होत उच्च सम्मान।। शून्य... Hindi · दोहा 1 796 Share Ashok Sharma 24 Jul 2021 · 1 min read कुण्डलिया: रोटी (1) गाड़ी बँगला आपको, शोभित है श्रीमान । मुझ निर्धन को मिला है, कच्चा एक मकान । कच्चा एक मकान, सहित कपड़ा जल रोटी। जग में होय महान, चखें मदिरा... Hindi · कुण्डलिया 1 599 Share Ashok Sharma 30 Aug 2021 · 2 min read कान्हा फिर आओ ना कृष्ण जन्माष्टमी पर मनहरण घनाक्षरी ★★★★★★★★★★★★★★ गोकुल में जन्म लिए, यशोदा को लाल दिए, हर्ष भरे गाँव वाले, फिर तुम आओ ना। दूध दही नहीं रही, छाछ न मलाई सही,... Hindi · घनाक्षरी 4 4 678 Share Ashok Sharma 12 Dec 2021 · 1 min read सीखो मुश्किलों से लड़ना सीखो, मन्द समीर सा बहना सीखो, तम कोनों से गुम हो जाये, दीपक बनकर जलना सीखो। मृदु लता से झुकना सीखो, आँधी तूफान में रुकना सीखो, जिससे... Hindi · कविता · बाल कविता 1 634 Share Ashok Sharma 15 May 2021 · 1 min read अपना परिवार ● काम आते सब एक दूजे के, भरा पूरा हो जब परिवार, आओ मिलकर काम करें, हम बदलें अपना व्यवहार। कद्र करें हम एक दूजे की, बढ़ाएं सबका सम्मान , टूटे... Hindi · कविता 1 571 Share Ashok Sharma 15 May 2021 · 1 min read बेवज़ह बेवज़ह घर से जाने से क्या फ़ायदा ◆●◆●◆●◆●◆●◆●◆●◆●◆ बेवज़ह घर से जाने से क्या फ़ायदा, आग में पाँव जमाने से क्या फायदा, जब समय हो बुरा तो संभलकर चलें, मुफ़्त... Hindi · गीत 3 2 528 Share Ashok Sharma 3 Jul 2021 · 1 min read देखीं न कइसन ई जमाना बा देखीं न कइसन ई जमाना बा, बुनत ई कइसन ताना बाना बा। अखियन में प्यार लउकेला बाकिर, दिलवा में नफरत के अफसाना बा। भीड़ भाड़ चौराहे पर देखीं, पियवाईया से... Bhojpuri · कविता 3 4 528 Share Ashok Sharma 5 Jun 2021 · 1 min read *पर्यावरण और मानव* 5 जून विश्व पर्यावरण दिवस पर मनहरण घनाक्षरी रचना °°°°°°°°°°°°°°°°°°°°°°°°°°°°°°°°°°°°°°°°°°°°°°°°°°° ★ *पर्यावरण और मानव*★ धरा का श्रृंगार देता, चारो ओर पाया जाता, इसकी आगोश में ही, दुनिया ये रहती। धूप... Hindi · घनाक्षरी 3 4 553 Share Ashok Sharma 9 Jun 2021 · 1 min read कुण्डलिया: मान की कुर्सी °°°°°°°°°°°°°°°°°°°°°°°°°°°°°°°°°°°°° कुर्सी सबको सम्मान दे, कर दे ऊंची आन। जो बैठे इसको पाकर , सदा बढ़ाये मान।। सदा बढ़ाये मान, प्रतिष्ठा जग में लावे, दुश्मन आके बैठे , तब बैर... Hindi · कुण्डलिया 1 526 Share Ashok Sharma 10 Jun 2021 · 1 min read नैनों की बरसात वर्षा भी धोती है , घाव जन मन के, भाव भी भींग, जाते तन बदन के। विरह प्यार दर्द के , भाव दिखाती , धरा पे करे ख़ुशहाली, जन जन... “बरसात” – काव्य प्रतियोगिता · मुक्तक 2 2 539 Share Ashok Sharma 4 Oct 2021 · 1 min read दर्पण देख देख मानव का चेहरा, अब दर्पण भी मुस्काता है। सर्वश्रेष्ठ है यही धरा का, जो अपनों को भरमाता है। मुझमें देख लगाए मुखौटे, मेरे सामने ही इतराता है। देख... Hindi · कविता 2 2 485 Share Ashok Sharma 29 Apr 2022 · 1 min read पिता:(त्रिभंगी छंद) हे जगत विनायक, भाग्य विधायक, गृह पालक तू, सन्यासी। खुशियों के दाता, सुहाग माता,जग पालक हे, अधिशासी । हे दर्द विनाशक, शांति उपासक, रहते हरदम, श्रमवासी। तू गम ना पाले,... “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह · छंद 4 6 486 Share Ashok Sharma 2 May 2022 · 1 min read अश्लील गाने अश्लील गानों का अब ऐसा दौर आया है, पर्व आयोजनों में यह प्रमुखता से छाया है। घर की औरतें पुरुषों संग ठुमके लगा रही, मान मर्यादा इज्जत सब सामने लाया... Hindi · कविता 1 463 Share Ashok Sharma 8 Jun 2021 · 1 min read काटो ना मुझे काटो न मुझे कहते सब पेड़ , पछताओगे। शुद्ध हवा मैं देता धरती को, कहाँ पाओगे। बाढ़ सुनामी भयंकर तबाही, आती रहेगी। प्रकृति जब डालेगी मुश्किल में काया डरेगी। तुम... Hindi · हाइकु 3 480 Share Ashok Sharma 12 Jul 2021 · 1 min read अनेक भाषा हर भाषा की अपनी शान, अभिव्यक्ति की पहचान दे। मन भावों को इक दूजे के, अन्तर्मन हृदय में डाल दे । अनेकानेक भाषाएं तो क्या, सार तो सबका एक है... Hindi · कविता 1 453 Share Ashok Sharma 2 Jul 2021 · 1 min read कविता कवि का प्यार जो मन के भावों को, कोरे कागज पर उतार दे, बसन्त को प्रकृति का, उपहार बना श्रृंगार दे, कविता उस कवि को प्यार दे। जो हवाओं नदियों झरनों, के धुन... Hindi · कविता 1 504 Share Ashok Sharma 28 Jan 2022 · 1 min read कैसे गाऊँ खुशी के गीत? कैसे गाऊँ खुशी के गीत? किसको बनाऊँ अपना मीत, दुनिया को जब मैंने समझा, होश उड़ गए देख के रीत। कैसे गाऊँ खुशी के गीत? मुँह में राम बगल में... Hindi · कविता 464 Share Ashok Sharma 21 Jun 2021 · 1 min read योग दिवस पर दोहे 21 जून, विश्व योग दिवस पर दोहे ************************** जगत गुरु बन भारत ने, योगा दिया सिखाय। सकल विश्व को एक दिन,एक मंच पर लाय।। जिसको योगा भा गया, हुआ नहीं... Hindi · दोहा 2 1 472 Share Ashok Sharma 5 Jan 2022 · 1 min read व्यथा मन खामोश था , मौन तोलता रहा। तन्हाई थी अकेले, इश्क बोलता रहा। प्रेम भाव स्वर से, तो दर्द नाचने लगे, आस नए कल की, रुग्ण खोलता रहा। डाह देख... Hindi · कविता 1 486 Share Ashok Sharma 14 May 2021 · 1 min read प्यार के साथी... कुंडलिया-छंद ◆◆◆◆◆◆◆ प्यार में तप अनेक है, करके रहिये संग। ज्योति तमस व शोक खुशी,सबमें जीते जंग। सबमें जीते जंग, जहाँ में रस बरसावे। अरि अधरन का रंग, उर प्रीत... Hindi · कुण्डलिया 1 437 Share Ashok Sharma 3 Jun 2021 · 1 min read मेरी छोटी सवारी 3 जून, विश्व साइकिल दिवस पर कुंडलिया छंद °°°°°°°°°°°°°°°°°°°°°°°°°°°°°°°°°°°°°°°°°° ●साइकिल● ◆◆◆◆◆◆◆◆◆◆◆◆◆◆◆◆◆◆◆ साइकिल गुणों से भरा, सदा लगाएँ हाथ। शहर गाँव नाला जहाँ, तहाँ निभाये साथ। तहाँ निभाये साथ, धन ईंधन... Hindi · कुण्डलिया 1 2 434 Share Ashok Sharma 24 May 2021 · 1 min read अंतिम इच्छा जल विश्व जल दिवस पर कविता ◆◆◆◆◆◆◆◆◆◆●◆◆ जल है जीवन का आधार, करता सबका है बंटाधार। जल से धरती परती सजती, मिले ना जल हो जन लाचार। जल जीवों की काया... Hindi · कविता 3 2 434 Share Ashok Sharma 31 May 2021 · 1 min read तम्बाकू: एक भूरा जहर 31 मई विश्व तंबाकू निषेध दिवस पर कविता ◆◆◆◆◆◆◆◆◆◆◆◆◆◆◆◆◆◆◆◆ तम्बाकू: एक भूरा जहर-अशोक शर्मा ●••••••••••••••••••••••••••••••••••● आया प्रचलन अमेरिका से, दुनिया भर बोया जाता है। भारत में दूसरे नम्बर पर, तम्बाकू... Hindi · कविता 3 4 435 Share Ashok Sharma 8 Jul 2021 · 1 min read ले कलम…. ले कलम…. ले कलम तलवार चल युद्ध कर। हो रहे जो पाप उनको शुद्ध कर।। तोड़ दो उनकी कमर जो पापरत। कृत्य गंदे को सतत अवरुद्ध कर। कर कलम से... Hindi · कविता 433 Share Ashok Sharma 11 Jul 2021 · 1 min read लतपथ °°°°°°°°°°°°°°°°°°°°°°°°°° सत्संगत का मूल्य अमूल्य है, देखें अब कौन चुकाता है ? देखें कौन लतपथ को तज, सत्पथ को अपनाता है । सकल बुरी संगत को तजकर, मर्यादा जिसको प्यारी... Hindi · कविता 2 470 Share Ashok Sharma 20 Dec 2021 · 1 min read पैसा बोलता है पैसे के गुण अनेक, करे काम बड़े नेक, मान देता जग सारा, श्री चक्षु खोलता है, कि पैसा बोलता है। अभाव न कटे जाड़ा, पैसा भरे पेट सारा, रहता चंचल... Hindi · कविता 2 2 513 Share Ashok Sharma 12 Mar 2022 · 1 min read फगुनी बयार बसन्त में बाग फूले, आम्र डाली डाली झूले, प्रेम मतवाली झूमे, फगुनी बयार है। खेत दिखे पीले सब, हरा भरा दिखे रब, खग मद मस्त दिखे, बसन्त बहार है। रग... Hindi · घनाक्षरी 431 Share Ashok Sharma 1 Jul 2021 · 1 min read ये भी विकलांगता ये भी विकलांगता है °°°°°°°°°°°°°°°°°°°° नर मूर्तियाँ बना प्रभु ने , किया काम उत्तमता है। रह गयी कुछ कमियाँ, जग कहे अपंगता है। ये भी...................। पाँव एक ही होकर भी... Hindi · कविता 1 439 Share Ashok Sharma 23 Jul 2021 · 1 min read माता-पिता मनहरण घनाक्षरी में रचित ******************** ममता की भाषा बोले,माँ ही सारा प्रीत घोले, पिता की है बड़ी त्याग, इनकी जय बोल। पाल पोश बड़ा किये, प्यारा नाम तुझे दिये, सब... Hindi · घनाक्षरी 2 1 410 Share Ashok Sharma 5 Nov 2021 · 1 min read इस दीवाली देखा हमने इस दीवाली देखा हमने, स्नेह की बाती से दीप जले। कोने कोने से भी भगाया, तम जो छुपा था चिराग तले। खूब खिलाई हलवा पूड़ी, मिष्ठान भी खूब चले। महंगा... Hindi · कविता 1 475 Share Ashok Sharma 12 Aug 2021 · 1 min read युवा दिवस युवाओं तुम महान बनो, अमिट देश की शान बनो। दूर दुश्मन सब भागें तुमसे, ऐसी तुम पहचान बनो। जब हो जाये काले बादल, तुम जुगनू बन जगमगाना। जब अम्बर अगन... Hindi · कविता 2 441 Share Ashok Sharma 30 Nov 2021 · 1 min read क्या? फिर चुनाव आया है! गली-गली चौराहे पर, ये कैसा रौनक छाया है? कहीं चाय तो कहीं मिठाई, खूब पकौड़ी छनाया है। क्या? फिर चुनाव आया है! जिनसे मिलने खातिर भैया, नैना बरसों तरस गए।... Hindi · कविता 1 414 Share Ashok Sharma 19 May 2021 · 2 min read ●●●ऐसी बरसात ! ◆◆◆◆◆◆◆◆◆◆◆◆◆◆◆◆◆◆◆◆◆◆ तपन जब भूमि में होती, तरु जब माँगते हैं जल, कृषक जब हार थक जाते, और तब रुकते हैं हल। धरा की वेदना और प्यास , मिटाने को तब... “बरसात” – काव्य प्रतियोगिता · मुक्तक 3 4 390 Share Ashok Sharma 31 Oct 2021 · 1 min read कुम्हार ब्रह्माजी का रूप धर, मृतिका को रौंद कर, रचे नयी नयी चीज, कुम्भकार कहलाता। छोटे छोटे बेच दीया, जग में प्रकाश किया, प र्या व र ण सुरक्षा, खातिर हाथ... Hindi · घनाक्षरी 2 2 428 Share Ashok Sharma 3 Aug 2021 · 1 min read सावन गीत टिप टिप टिप सावन की लड़ी, तन पे गिरे बूंदों की झड़ी। धरा उमंग से झूम उठी, लगने लगी है हरी भरी, टिप टिप............... बदरा मगन हो झूम रहे, गगन... Hindi · गीत 1 437 Share Ashok Sharma 24 Feb 2022 · 1 min read शेर खुशियाँ कम और अरमान बहुत हैं, जिसे भी देखो परेशान बहुत है !! करीब से देखा तो निकला रेत का घर, मगर दूर से इसकी शान बहुत है !! कहते... Hindi · शेर 1 388 Share Ashok Sharma 2 Oct 2021 · 1 min read दीपक चाहत है मेरी कि,मैं सिर्फ रहूँ जलता, मेरी रूह रोशनी में , जग रहे पलता। रौंद गया जब मैं, तब बना मिट्टी गीला, चाक का चक्कर सहा,नहीं हुआ ढीला। धूप... Hindi · कविता 1 432 Share Ashok Sharma 6 Jul 2021 · 1 min read बढ़ती जनसंख्या ,घटते संसाधन """"""""""""""""""""""""""""""'"""""""""""""" अशिक्षा ने हमें खूब फसाया, धर्म के नाम पर खूब भरमाया । अंधविश्वास के चक्कर में पड़, जनसंख्या बढ़ा हमने क्या पाया? बढ़ती जनसंख्या धरा पर , बढ़ रहा... Hindi · कविता 1 390 Share Ashok Sharma 25 Jul 2021 · 1 min read बेटियाँ बेटियाँ घर की फुलवारी हैं, परिवार की शोभा न्यारी हैं। बहुत ज्यादा वफादार हैं बेटियाँ, हर कामों में मददगार हैं बेटियाँ, पिता के सीने लग खुशियाँ बाँटें, समझ इनकी बड़ी... Hindi · कविता 2 407 Share Ashok Sharma 6 Jun 2021 · 1 min read ◆पेट की भूख◆ °°°°°°°°°°°°°°°°°°°°°°°° ठीक दोपहरी कड़की धूप, ज्वाला में तप रखे थे नभ भूप। सहसा दिखा एक परिवार, जिसमें थे सदस्य बस चार। नन्हे शिशु शैशव दादी माता, पेट था बहुत भूखा... Hindi · कविता 2 2 380 Share Ashok Sharma 28 Jun 2021 · 1 min read मानसून """"""""""""""""""""""""""""""" सूख रही थी परती परती। तपन सहन धरा न करती, मानसून की ताक में देखो, बहुत बेचैन सी थी धरती। दादुर ताके दुबक दुबक के, पपीहा पिहके सुबक सुबक... Hindi · कविता 1 2 386 Share Ashok Sharma 22 May 2021 · 1 min read ●बंद करो तुम आतंकवाद● (आतंकवाद विरोधी दिवस) ●●●●●●●●●●●●●●●● ◆बंद करो तुम आतंकवाद◆ ●●●●●●●●●●●●●●●● मानव से मानव का झगड़ा, बढ़ रहा है कितना तगड़ा। हो रहे हैं नरसंहार, देश देश से अत्याचार । मर रहा... Hindi · कविता 1 4 417 Share Ashok Sharma 31 May 2021 · 1 min read प्यार के पर्याय 'लगन' लाये मात्रा तीन, 'इश्क' में होवे तीन। जब 'प्यार' मिल जाता है, उसमें मात्रा तीन। उसमें मात्रा तीन , तीन 'मोह' में आवे। 'नेह', 'स्नेह' में तीन, 'प्रीति' को... Hindi · कुण्डलिया 3 5 416 Share Ashok Sharma 15 Jun 2021 · 1 min read मेरी अच्छी कविता °°°°°°°°°°°°°°°°°°°°°°°°°°°°°°°°°°°°°° प्यार किया कविता से,रति से धोखा खाय। रैना यादों में बीते, बन्दा सो ना पाए।। बन्दा सो ना पाय, मन में कविता आती। कोरा मन कागज व, कलम हाथों... Hindi · कुण्डलिया 2 414 Share Page 1 Next