Ashok deep Language: Hindi 20 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Ashok deep 12 Nov 2023 · 1 min read दिवाली पग-पग आज दिवाली है हर ड्योढ़ी पर कलश सजे हैं द्वार-द्वार नव दीप जले हैं उतर गया है चाँद धरा पर यह रात बड़ी मतवाली है । पग-पग आज दिवाली... Hindi 1 117 Share Ashok deep 21 Apr 2023 · 1 min read जब साथ तुम्हारे रहता हूँ जब साथ तुम्हारे रहता हूँ पीड़ामय संसार भुलाकर आँसू वाला भार गिराकर धीरे-धीरे प्रीत-धरा पर आजाद पवन-सा बहता हूँ । जब साथ तुम्हारे रहता हूँ । दर्द न जाने किस... Hindi · Jab Sath Tumhare Rahta Hu · Love Poetry · Love Sayari Prem · Prem Geet 175 Share Ashok deep 3 Mar 2023 · 1 min read नैन फिर बादल हुए हैं नैन फिर बादल हुए हैं । क्या निहारूँ फूल झरते गंध को बेमौत मरते लुट गए हैं पर्ण सारे रंग भी काजल हुए हैं । नैन फिर बादल हुए हैं... Hindi · Love · Love Poetry · Love Song 1 374 Share Ashok deep 30 Dec 2022 · 1 min read हाँ प्राण तुझे चलना होगा हाँ प्राण तुझे चलना होगा जबतक घट में तार साँस का जबतक जगमग दीप आस का जीवन के बीहड़ जंगल में हाँ प्राण ! तुझे चलना होगा । माना पग-पग... Hindi 1 271 Share Ashok deep 11 Dec 2022 · 1 min read मेरी आँख वहाँ रोती है मेरी आँख वहाँ रोती है । विस्थापित-सा जीवन जीकर कर्कश बोलों का विष पीकर अपने ही जर्जर कंधों पर ममता लाश जहाँ ढोती है । मेरी आँख वहाँ रोती है... Hindi · कविता · ग़ज़ल · गीत · सामाजिक गीत 175 Share Ashok deep 11 Dec 2022 · 1 min read नदिया रोये.... नदिया रोए बिलखे भाखर । कौन किसे समझाए आकर । सोच रहे हैं मांझी सारे रखदे आँधी नौका लाकर l देता है जग खुशियाँ लेकिन दो में से दो रोज... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 131 Share Ashok deep 17 Mar 2022 · 1 min read उस दिन मेरी होली होगी उस दिन मेरी होली होगी जिस दिन आँसू नहीं झरेगा जिस दिन जीवन नहीं मरेगा हास्य उड़ेगा आँगन-आँगन चारों ओर ठिठोली होगी । उस दिन मेरी होली होगी । पनघट... Hindi · कविता 287 Share Ashok deep 5 Sep 2021 · 1 min read शिक्षक दिवस 1 जहाँ टपका दुखी आँसू, वहाँ घायल हुआ शिक्षक । जहाँ टूटा सपन कोई, वहाँ पागल हुआ शिक्षक । दुखों की राह में जग को, अकेला छोड़ता है कब- जहाँ... Hindi · मुक्तक 1 436 Share Ashok deep 26 Jul 2021 · 1 min read सीख ले नेवले से दिल लगाना सीख ले । सर्प को अपना बनाना सीख ले । जानना है जिंदगी का अर्थ तो आँसुओं को गुनगुनाना सीख ले । कौन पढ़ता है प्रणय... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 2 1 382 Share Ashok deep 21 Apr 2021 · 1 min read तुम्हारे बिन तुम्हीं से होंठ पर शबनम, तुम्हीं से नैन में शतदल । तुम्हीं से केश में थिरकन,तुम्हीं से कण्ठ में कलकल । निरी मिट्टी तुम्हारे बिन, सजन यह देह कंचन-सी- तुम्हीं... Hindi · मुक्तक 3 400 Share Ashok deep 12 Apr 2021 · 4 min read वेदने ! तू धन्य है री प्रणय-पीड़ा की प्रतिध्वनि है वेदने ! तू धन्य है री ! निश्चय ही सृजन का मूल पीड़ा है । पीड़ा के गर्भ से ही काव्य-शिशु जन्मता है । पीड़ा/संवेदना के... Hindi · लेख 1 257 Share Ashok deep 21 Mar 2021 · 1 min read माना मौसम अंगारों का माना मौसम अंगारों का माना मौसम अंगारों का प्रखर -धनुष की टंकारों का फिर भी अधरों की वसुधा पर फसल हँसी की बोनी है । मौसम की मक्कारी आगे झुकना... Hindi · गीत 1 3 338 Share Ashok deep 8 Mar 2021 · 1 min read तितली [१] चटकी कली आनंदित तितली हाँ मधुमास । [२] देखी मुकुर जग आ गया याद काँपी तितली । [३] घर तितली बाहर क्या निकली माता बेचैन । अशोक दीप जयपुर Hindi · हाइकु 2 477 Share Ashok deep 30 Jan 2021 · 1 min read नौका पार लगाए कौन नौका पार लगाए कौन प्रश्न पूछते प्रश्न खड़े हैं उत्तर साधे बैठे मौन । भँवरों के हैं नाविक सारे नौका पार लगाए कौन ? पाँव पसारे विषबेल हँसें अब रिश्तों... Hindi · गीत 1 1 276 Share Ashok deep 9 Jan 2021 · 1 min read वह मेरा संसार नहीं है वह मेरा संसार नहीं है । जहाँ हँसे बिन दिन ढल जाए । रात आँसुओं में गल जाए । टूट गिरें तारे यह कहकर, नील गगन में प्यार नहीं है... Hindi · गीत 2 8 385 Share Ashok deep 4 Jan 2021 · 1 min read अगर करो तुम वादा मुझसे अगर करो तुम वादा मुझसे मरुधर में भी फूल खिलादूँ पर्वत को भी धूल बनादूँ अगर करो तुम वादा मुझसे प्राण ! मेरे संग चलने का । हँस-हँसकर शूल चुनूँ... Hindi · गीत 2 5 254 Share Ashok deep 1 Jan 2021 · 1 min read नारी मांसल पिंड नहीं जब भी कोई चीख़ दफ़न होती है आसमां के सीने में। तड़पकर मरती है जब भी कोई गूँज धरती के किसी कोने में । आ खड़े होते हैं हम संवेदनहीन... Hindi · कविता 2 4 248 Share Ashok deep 1 Jan 2021 · 1 min read शीत/ठंड [1] शीत प्रदेश बरस रही चाँदी धूप बीमार । ~~~~~~~~~ [2] शीत लहर कँपकपाते होंठ हँसे धुनियाँ । ~~~~~~~~~ [3] बैरन शीत प्रीतम परदेश खुशियाँ सुन्न । ~~~~~~~~~ [4] मुस्काती... Hindi · हाइकु 2 3 269 Share Ashok deep 31 Dec 2020 · 1 min read कैसे कहदूँ प्यार नहीं है ? कैसे कहदूँ प्यार नहीं है ? कैसे कहदूँ प्यार नहीं है ? वह मेरी झंकार नहीं है ? बिन बाती क्या दीप जला है ? कहीं रेत बिन बीज फला... Hindi · गीत 1 3 251 Share Ashok deep 31 Dec 2020 · 1 min read जाने कैसी बात चली है गीतिका जाने कैसी बात चली है । सहमी-सहमी बाग़ कली है । जिन्दा होती तो आजाती सायद बुलबुल आग जली है । दुख का सूरज पीढ़ा तोड़े सुख की मीठी... Hindi · कविता 2 5 689 Share