Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
4 Jan 2021 · 1 min read

अगर करो तुम वादा मुझसे

अगर करो तुम वादा मुझसे

मरुधर में भी फूल खिलादूँ
पर्वत को भी धूल बनादूँ
अगर करो तुम वादा मुझसे
प्राण ! मेरे संग चलने का ।

हँस-हँसकर शूल चुनूँ पथ के
पलकों की नाजुक उँगली से
बणीठणी-सा चित्र उकेरूं
मग पर करुणा कजली से

डगर-डगर की प्यास बुझादूँ
राहों की भी आह मिटादूँ
अगर करो तुम वादा मुझसे
जलद ! मेरे संग गलने का ।

पीप मचलते छालों का मैं
दर्द बसालूँ अंतर्मन में
मोती-माणक तारे जड़ दूँ
सपनों के जर्जर दामन में

हर आँसू की उम्र घटादूँ
मधुर हास को शिखर चढ़ादूँ
अगर करो तुम वादा मुझसे
कमल ! मेरे संग खिलने का ।

अटकी है जो नाव भँवर में
दूँ तट का आलिंगन उसको
खेते तार साँस का टूटे
तो भी कुछ शोक नहीं मुझको

हर भटके को राह दिखा दूँ
रोते मन को जरा हँसा दूँ
अगर करो तुम वादा मुझसे
मीत ! मेरे संग ढलने का ।

नूर नोंच लूँ आगे बढ़कर
अँधियारी काली रातों का
रहन पड़ा जो पूनम कंगन
छुड़ा बढ़ाऊँ सुख हाथों का

हर रजनी की मांग सजादूँ
सुबहों को भी सुधा पिलादूँ
अगर करो तुम वादा मुझसे
दीप ! मेरे संग जलने का ।

फैल रहा जो धुँआ नगर में
पसर गया जो दर्द सफर में
छेद रहा जो कांटा मन को
बैठ गया जो तीर जिगर में

पथ से उनको जरा हटादूँ
दर्दों का भी नाम मिटादूँ
अगर करो तुम वादा मुझसे
शलभ ! मेरे संग जलने का ।
000

अशोक दीप
जयपुर

Language: Hindi
Tag: गीत
2 Likes · 5 Comments · 250 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
*आर्य समाज और थियोसॉफिकल सोसायटी की सहयात्रा*
*आर्य समाज और थियोसॉफिकल सोसायटी की सहयात्रा*
Ravi Prakash
रिश्ते
रिश्ते
Harish Chandra Pande
माँ भारती वंदन
माँ भारती वंदन
Kanchan Khanna
"छलनी"
Dr. Kishan tandon kranti
सपनों का सफर
सपनों का सफर
पूर्वार्थ
मैं लिखता हूं..✍️
मैं लिखता हूं..✍️
Shubham Pandey (S P)
खुश्क आँखों पे क्यूँ यकीं होता नहीं
खुश्क आँखों पे क्यूँ यकीं होता नहीं
sushil sarna
आकर्षण गति पकड़ता है और क्षण भर ठहरता है
आकर्षण गति पकड़ता है और क्षण भर ठहरता है
शेखर सिंह
Pain changes people
Pain changes people
Vandana maurya
ग़ज़ल
ग़ज़ल
डॉ सगीर अहमद सिद्दीकी Dr SAGHEER AHMAD
అమ్మా తల్లి బతుకమ్మ
అమ్మా తల్లి బతుకమ్మ
डॉ गुंडाल विजय कुमार 'विजय'
तन्हाईयां सुकून देंगी तुम मिज़ाज बिंदास रखना,
तन्हाईयां सुकून देंगी तुम मिज़ाज बिंदास रखना,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
बहुत मुश्किल है दिल से, तुम्हें तो भूल पाना
बहुत मुश्किल है दिल से, तुम्हें तो भूल पाना
gurudeenverma198
हक औरों का मारकर, बने हुए जो सेठ।
हक औरों का मारकर, बने हुए जो सेठ।
डॉ.सीमा अग्रवाल
बदलने को तो इन आंखों ने मंजर ही बदल डाले
बदलने को तो इन आंखों ने मंजर ही बदल डाले
हरवंश हृदय
भूख
भूख
Dinesh Yadav (दिनेश यादव)
मुझे तेरी जरूरत है
मुझे तेरी जरूरत है
Basant Bhagawan Roy
हवाओं का मिज़ाज जो पहले था वही रहा
हवाओं का मिज़ाज जो पहले था वही रहा
Maroof aalam
आसा.....नहीं जीना गमों के साथ अकेले में.
आसा.....नहीं जीना गमों के साथ अकेले में.
कवि दीपक बवेजा
कविता: जर्जर विद्यालय भवन की पीड़ा
कविता: जर्जर विद्यालय भवन की पीड़ा
Rajesh Kumar Arjun
Life is proceeding at a fast rate with catalysts making it e
Life is proceeding at a fast rate with catalysts making it e
Sukoon
आप और हम
आप और हम
Neeraj Agarwal
चांद-तारे तोड के ला दूं मैं
चांद-तारे तोड के ला दूं मैं
Swami Ganganiya
Meri najar se khud ko
Meri najar se khud ko
Sakshi Tripathi
"बेज़ारी" ग़ज़ल
Dr. Asha Kumar Rastogi M.D.(Medicine),DTCD
नारी सम्मान
नारी सम्मान
डॉ प्रवीण कुमार श्रीवास्तव, प्रेम
सफलता का मार्ग
सफलता का मार्ग
Praveen Sain
*आ गये हम दर तुम्हारे दिल चुराने के लिए*
*आ गये हम दर तुम्हारे दिल चुराने के लिए*
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
जिसकी जिससे है छनती,
जिसकी जिससे है छनती,
महेश चन्द्र त्रिपाठी
मिटे क्लेश,संताप दहन हो ,लगे खुशियों का अंबार।
मिटे क्लेश,संताप दहन हो ,लगे खुशियों का अंबार।
Neelam Sharma
Loading...