'अशांत' शेखर Tag: मुक्तक 112 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid 'अशांत' शेखर 5 Jun 2022 · 1 min read ✍️वो पलाश के फूल...!✍️ ✍️वो पलाश के फूल...!✍️ ------------------------------------// वो पलाश के फूल...! गहरे केसरी लाल जैसे जंगल में हो आग वो पलाश के फूल...! फ़ागुन का संकेत दर्शाते हैं बसंत का एहसास जगाते... Hindi · मुक्तक 4 7 1k Share 'अशांत' शेखर 12 Jun 2022 · 1 min read ✍️पत्थर✍️ ✍️पत्थर...!✍️ -----------------------------------// एक पत्थर तेरे हाथ में... एक पत्थर मेरे हाथ में... तू काँच की हवेली में खड़ा है मैं आँच की हथेली पे पला हूँ, आँधियों में भी बेख़ौफ़... Hindi · मुक्तक 675 Share 'अशांत' शेखर 5 Jun 2022 · 1 min read ✍️मैंने पूछा कलम से✍️ ✍️मैंने पूछा कलम से ✍️ --------------------------------------// मैंने पूछा कलम से किसके लिये क्या लिखूं ? कलम ने कहाँ राम के लिये "मर्यादा" सीता के लिये "अग्निपरीक्षा" कृष्ण के लिये "वरदान"... Hindi · मुक्तक 6 19 677 Share 'अशांत' शेखर 13 Jun 2022 · 1 min read ✍️✍️रूपया✍️✍️ ✍️✍️रूपया✍️✍️ ...................................…..// कल धरा के उस बाजार में वो गिर गया और चर्चा-ए-आम हो गया। अब चर्चा-ए-खास ये है हर कोई उसे उठाने पर आमादा है अपनी खुशियां आबाद रखने... Hindi · Ashantshekhatlekhani · मुक्तक 1 2 606 Share 'अशांत' शेखर 4 Jun 2022 · 1 min read ✍️हे शहीद भगतसिंग...!✍️ ✍️हे शहीद भगतसिंग...!✍️ ----------------------------------------// इस उम्र में तो जीवन के प्रति कोई सूझबूझ भी विकसित नहीं होती, आपने तो सामंतवादी साम्राज्य को ललकारा, फाड़ दिया काली सियाही से लिखा काले... Hindi · मुक्तक 1 4 497 Share 'अशांत' शेखर 6 Jun 2022 · 1 min read ✍️क्या क्या पढ़ा है आपने ?✍️ ✍️क्या क्या पढ़ा है आपने ?✍️ --------------------------------------------// क्या क्या पढ़ा है आपने ? रामायण,महाभारत,गीता खण्ड खण्ड अखंड पढ़ी है! क्या पाखंड पढ़ा है आपने ? क्या क्या पढ़ा है आपने... Hindi · मुक्तक 2 8 466 Share 'अशांत' शेखर 12 Jun 2022 · 1 min read ✍️वो मील का पत्थर....! ✍️वो मील का पत्थर....!✍️ ----------------------–----// रोज मेरे ख़्वाब में एक मील का पत्थर आता है और मुझसे मेरे शहर का पता पूछता है...! मैं हैरान परेशान मेरे जिस्म पर कोई... Hindi · Ashantshekharlekhani · मुक्तक 1 532 Share 'अशांत' शेखर 26 Jul 2022 · 1 min read ✍️खुदाओं के खुदा✍️ ✍️खुदाओं के खुदा✍️ ………………………………………………………// ये वाइज़ तो निकले थे ढूँढने एक ही खुदा और मिले यहाँ बेहिसाब खुदाओं के खुदा ये जहाँ की इंसानी नस्ले कर रही है सज़दा सादगी... Hindi · Ashantshekharlekhani · मुक्तक 2 4 444 Share 'अशांत' शेखर 2 Jun 2022 · 1 min read ✍️आझादी की किंमत✍️ ✍️आझादी की किंमत✍️ --------------------------------// अपनी आझादी छीन जाने के डर से ज्यादा पीड़ादायीं और तकलीफ़देह कुछ भी नहीं हो सकता.... अपनी नाजायज़ ताकतो पे दुनियां के जालीमो ने मजलूमो के... Hindi · मुक्तक 433 Share 'अशांत' शेखर 11 Jul 2022 · 1 min read ✍️"नंगे को खुदा डरे"✍️ ✍️"नंगे को खुदा डरे"✍️ ……………………………………// आप भला ये कहते आये हो "नंगे को खुदा डरे" और ज़िद कर बैठे है वाइज़ उसे जर्रे जर्रे में तलाशने की..! कभी दुनिया को... Hindi · Ashantshekharlekhani · मुक्तक 1 4 556 Share 'अशांत' शेखर 3 Jun 2022 · 2 min read ✍️✍️धूल✍️✍️ ✍️✍️धूल✍️✍️ -------------------------------------// साल बाद लौटा हूँ गहरी नींद थी पलकें भारी थी फिर भी सोचा आज घर की सफाई कर ली जाए, पाँच कमरे की ना सही कम से कम... Hindi · मुक्तक 2 425 Share 'अशांत' शेखर 5 Jun 2022 · 1 min read ✍️"सूरज"और "पिता"✍️ ✍️"सूरज"और "पिता"✍️ --------------------------------------// आप सभी को ऐसा लगता होगा के "सूरज" संध्या समय डूब जाता होगा । ये सच नहीं है... वो धरा की दुसरे हिस्से में बसे अपने बच्चों... “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह · मुक्तक 3 6 384 Share 'अशांत' शेखर 24 Jun 2022 · 1 min read ✍️पुरानी रसोई✍️ ✍️पुरानी रसोई✍️ ………………………………………// बचपन की रसोई मुझे याद है वो पितल की थालियां वो पितल की प्यालियां दीवाल पर टंगी लकड़ी के पाट पर सजी होती थी । थोड़े से... Hindi · Ashantshekharlekhani · मुक्तक 2 4 373 Share 'अशांत' शेखर 5 Jun 2022 · 1 min read ✍️मैं जब पी लेता हूँ✍️ ✍️मैं जब पी लेता हूँ ✍️ --------------------------------------// मैं जब थोड़ीसी पी लेता हूँ । अस्सल जिंदगी जी लेता हूँ ।। मुझे दुर तक कोई डर नहीं सताता है। मेरे पास... Hindi · मुक्तक 2 340 Share 'अशांत' शेखर 15 Jul 2022 · 1 min read ✍️अच्छे दिन✍️ ✍️अच्छे दिन✍️ ………………………………………// हमने कहाँ मांगे थे बेबस लाचारी के ये अच्छे दिन लौटा दो हमें न कड़वे ना मिठे वो पुराने बीते दिन चूल्हें की बुझती लौ और टिमटिमाती... Hindi · मुक्तक 2 4 415 Share 'अशांत' शेखर 1 Jun 2022 · 1 min read ✍️शराब का पागलपन✍️ ✍️शराब का पागलपन✍️ -----------------------// उसने कल चिल्लाते हुए अपना सारा गुस्सा रूस पे निकाला उसको यूक्रेन से बड़ी हमदर्दी थी केवल... अच्छा हुवा दो पेग ही पिया था वरना चीन... Hindi · मुक्तक 1 369 Share 'अशांत' शेखर 13 Jun 2022 · 1 min read ✍️✍️व्यवस्था✍️✍️ ✍️✍️व्यवस्था✍️✍️ ................................................// मैं जानता हूँ कल फिर यहाँ जिंदगानियाँ तरन्नुम होगी, फ़तेह की कहानियाँ नयी जुबाँ लिखेगी, खुशियों के मेले लगेंगे आदमियों की भीड़ सजेगी। क्या फर्क पड़ता है गर... Hindi · Ashantshekharlekhani · मुक्तक 2 4 377 Share 'अशांत' शेखर 13 Jun 2022 · 1 min read .✍️आशियाना✍️ ✍️✍️आशियाना✍️✍️ ........................................// कलेजे को हाथ में रखकर जिस्म को तपाना पड़ता है नंगे धुप में, रूह को भिगाना पड़ता है धुँवाधार बेरहम बारिश में, और साँसों को ठिठुरना पड़ता है... Hindi · Ashantshekharlekhani · मुक्तक 1 2 344 Share 'अशांत' शेखर 15 Aug 2022 · 1 min read ✍️मेरा प्रिय भारत सबसे न्यारा✍️ ✍️मेरा प्रिय भारत सबसे न्यारा✍️ …………………………………………………// आज फ़क्र से हर घर लहरा रहा है प्यारा तिरंगा शहीदों के बलिदान को ये वतन कभी ना भूल पायेगा मातृभूमि पे क़ुर्बान हुआ... Hindi · Ashantshekharlekhani · मुक्तक 2 4 650 Share 'अशांत' शेखर 20 Aug 2022 · 1 min read ✍️आग तो आग है✍️ ✍️आग तो आग है✍️ ……………………………………………// आग है बस जलना जानती है जलाना उसके फ़ितरत में नहीं है आप चाहे अपने पेट के वास्ते रोटी सेक लो या फिर अपनी स्वार्थ... Hindi · Ashantshekharlekhani · मुक्तक 4 6 463 Share 'अशांत' शेखर 13 Jun 2022 · 1 min read ✍️✍️हमदर्द✍️✍️ ✍️✍️हमदर्द✍️✍️ ..............…........................// वो नासाज़ लुटेरा बड़ा ही दिल के दर्द का मरीज़ होगा...! मेरी खाली तिजोरी से सिर्फ अल्फाज़ो के पन्ने चुरा ले गया...! .......................................// ©✍️"अशांत"शेखर✍️ 13/06/2022 Hindi · Ashantshekharlekhan · मुक्तक 1 4 322 Share 'अशांत' शेखर 13 Jun 2022 · 1 min read ✍️✍️नींद✍️✍️ ✍️✍️नींद✍️✍️ ................................…...// मेरी रूह से जाने की एक दफ़ा इजाजत क्या दी..! वो वापस लौटने का नाम ही नहीं लेती, कही अर्से हुए उसे मिले हुए...! वो आँखों से ओझल... Hindi · Ashantshekharlekhani · मुक्तक 2 2 348 Share 'अशांत' शेखर 22 Jul 2022 · 1 min read ✍️एक ख़ुर्शीद आया✍️ ✍️एक ख़ुर्शीद आया✍️ ………………………………………………// जब परछाई के साये अपने वजूद को अंधेरो मे खोज रहे थे जहाँ को रोशन करने एक ख़ुर्शीद आया... अज्ञान के गहरे भंवर में फंसकर उम्मीदों... Hindi · Ashantshekharlekhani · मुक्तक 5 10 360 Share 'अशांत' शेखर 11 Jun 2022 · 1 min read ✍️✍️चार बूँदे...✍️✍️ ✍️चार बूँदे...✍️ -----------------------------// आज फिर से बारिश चार बूँदे छिड़क गयीं दो बूँदे उसकी आँखों में नमी भर गयी। दो बूँदे दिल के तपिश को ठंडा कर गयी ।। -------------------------------//... Hindi · Ashantshekharlekhani · Muktakashantlekhani · मुक्तक 1 2 309 Share 'अशांत' शेखर 26 Jun 2022 · 1 min read ✍️दम-भर ✍️ ✍️दम-भर ✍️ ……………………// एक ख़्वाईश के बदले तेरे लाख इम्तिहाँ रहते है..! चंद साँसे दम-भर जीने के लिये, जिंदगी तूने उम्र भी तो घटा दी है...! ……………………………// ✍️"अशांत"शेखर✍️ 26/06/2022 Hindi · Ashantshekharlekhani · मुक्तक 1 2 318 Share 'अशांत' शेखर 29 Jun 2022 · 1 min read ✍️व्हाट्सअप यूनिवर्सिटी✍️ ✍️व्हाट्सअप यूनिवर्सिटी✍️ …………………………………………………………// आप व्हाट्सअप यूनिवर्सिटी के विद्यार्थी हो ? फिर तो… गहन विषयो के अध्ययन में हो अच्छे प्रोफाइल के जतन में हो सच या झूठ के फैसलों में... Hindi · Ashantshekharlekhani · मुक्तक 3 4 342 Share 'अशांत' शेखर 3 Jun 2022 · 1 min read .✍️वो थे इसीलिये हम है...✍️ ✍️वो थे इसीलिये हम है...✍️ ---------------------------------------------------- // पिता..! हमारे जीवन सृष्टि के है शिल्पकार... वो है जनक हम उनका अविष्कार... बिना उनके कैसे मिलता व्यक्तित्त्व को नया आकार... संसाररूपी कश्ती... “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह · मुक्तक 6 12 312 Share 'अशांत' शेखर 16 Sep 2022 · 1 min read ✍️मेरे भीतर का बच्चा अच्छा होता यदि मेरे भीतर का ये मासूम बच्चा कभी बड़ा ना होता कुछ नादानीयाँ और शरारते करता बड़ो जैसी गहरी साजिशें तो ना करता …………………………………// ©✍️'अशांत' शेखर 16/09/2022 Hindi · Ashantlekhani · मुक्तक 1 2 380 Share 'अशांत' शेखर 15 Sep 2022 · 1 min read ✍️मेरे जिंदगी का कैनवास... उसकी बातों पर यकीन था उसने कहाँ 'ये जिंदगी बड़ी ही रंगीन है'। मैंने अपने जिंदगी के कोरे 'कैनवास' पे इंद्रधनु के सारे रंग उँडेल दिये... हरा,लाल,पिला, गुलाबी,जामुनी,निला ओर भी... Hindi · Ashantlekhani · मुक्तक 1 2 461 Share 'अशांत' शेखर 16 Aug 2022 · 1 min read ✍️एक नन्हे बच्चे इंदर मेघवाल की मौत पर...! ✍️एक नन्हे बच्चे इंदर मेघवाल की मौत पर...! …………………………………………………………………// जल कुदरत की वो सौगात है जिस पर हर सजीवों का बराबर का अधिकार है..! हे मानव तू जानवरो से भी... Hindi · Ashantshekharlekhani · मुक्तक 2 5 369 Share 'अशांत' शेखर 15 Jun 2022 · 1 min read ✍️सिर्फ दो पल...दो बातें✍️ ✍️सिर्फ दो पल...दो बातें✍️ ............................................// कल नये साल के सौ मीठेबोल संदेश भेजें और बाकी है..! रोज किसी के जन्मदिन की बधाईयाँ... शादी वर्षगांठ की खुशियाँ... और किसीके पुण्यस्मरण की... Hindi · Ashantshekharlekhani · मुक्तक 2 355 Share 'अशांत' शेखर 4 Aug 2022 · 1 min read ✍️एक फ़िरदौस✍️ ✍️एक फ़िरदौस✍️ …………………………………………// मेरे अंदर हौसलों का एक बियाबान है जो किसी जालिम मौसम की जी तोड़ कोशिशों से उजड़ नही सकता मैंने अपने बूलंद इरादों से उसकी जड़ो को... Hindi · Ashantshekharlekhani · मुक्तक 4 8 293 Share 'अशांत' शेखर 4 Jun 2022 · 1 min read ✍️दिल बहल जाता है।✍️ ✍️दिल बहल जाता है।✍️ -------------------------------------// मानव गर जंग कलम से करना सिख ले, तो हथियार जंग खा जायेंगे । कितना अच्छा होगा बेवजह लोग मारे नही जायेंगे। मानव गर तंग... Hindi · मुक्तक 4 4 261 Share 'अशांत' शेखर 1 Jun 2022 · 1 min read ✍️शरारत✍️ ✍️शरारत✍️ ------------------// ये किसकी शरारत थी सूरज ने बग़ावत की उजाला अँधेरे की चाहत में खो गया और दुनिया का अंतिमसंस्कार हो गया ---------------------// ✍️"अशांत"शेखर✍️ 01/06/2022 Hindi · मुक्तक 258 Share 'अशांत' शेखर 28 Sep 2022 · 1 min read ✍️अस्तित्वाच्या पाऊलखुणा पावलांना कधी कुठे उसंत असते... ते शोधत फिरतात आपल्याच अस्तित्वाच्या पाऊलखुणा चुकलेल्या भूतकाळातल्या... पुन्हा पुन्हा भविष्याच्या वाटचालीत दिशाभूल करणारा तोच तो भूतकाळ येऊ नये म्हणून... मात्र वर्तमान निरंतर सांगड घालत... Marathi · Ashantlekhani · मुक्तक 314 Share 'अशांत' शेखर 2 Jun 2022 · 1 min read ✍️वास्तविकता✍️ ✍️वास्तविकता✍️ ------------------–-------------------// गुजरा बचपन उस चाल में जहाँ पुलिस का काफी पहरा होता था पीछे चाल सामने थाना होता था पिता मेरे कर्तव्यदक्ष पुलिसवाले थे घर में कमही थाने में... Hindi · मुक्तक 2 310 Share 'अशांत' शेखर 10 Jul 2022 · 1 min read ✍️मैं अपने अंदर हूं✍️ ✍️मैं अपने ही अंदर हूं✍️ ………………………………// कभी मुझे मेरी आवाज़ मेरे दिल के गहराई से मेरे दिल तक पहुँची नहीं जो मेरे दिल को सुनाई देती..! तो शायद मैं अपने... Hindi · Ashantshekharlekhani · मुक्तक 1 2 332 Share 'अशांत' शेखर 30 Jun 2022 · 1 min read ✍️सिर्फ मिसाले जिंदा रहेगी...!✍️ ✍️सिर्फ मिसाले जिंदा रहेगी...!✍️ ……………………………………………………// वो आँखे मूँदने की सलाह देंगे आप अंतर्दृष्टि से देखना वो कर्ण बधिर रखने की राय देंगे आप अंतर्मन से सुनना वो जुबाँ बंद रखने... Hindi · Ashantshekharlekhani · मुक्तक 1 2 336 Share 'अशांत' शेखर 18 Jun 2022 · 1 min read ✍️आप क्यूँ लिखते है ?✍️ ✍️आप क्यूँ लिखते है ?✍️ ................................................................// पुरे दिन की जहांन की हरकतें, मौसम की हलचल, करवट बदलता वक़्त, इन सबको निचोड़कर कुछ गंदगी को छानके कुछ अच्छाई को पिरोके लफ्ज़ो... Hindi · Ashantshekharlekhani · मुक्तक 2 4 266 Share 'अशांत' शेखर 17 Jul 2022 · 1 min read ✍️तन्हा खामोश हूँ✍️ ✍️तन्हा खामोश हूँ ✍️ ……………………………………………………// कोई कैसे पढता मुझे मैं तो एक पुराना सा गुमनाम खत हूँ मैं पहुँचता कैसे उनके पते से अंजान हूँ कोई कैसे चाहता मुझे मैं... Hindi · Ashantshekharlekhani · मुक्तक 1 2 308 Share 'अशांत' शेखर 14 Oct 2022 · 1 min read ✍️और शिद्दते बढ़ गयी है... कुछ मुद्दते गुजर गयी है पहचानी राहों से मिले हुये..! और शिद्दते बढ़ गयी है अंजान मंझिलो से मिलने की..! …………………………………// ✍️'अशांत' शेखर 14/10/2022 Hindi · Ashantlekhani · मुक्तक 2 2 338 Share 'अशांत' शेखर 15 Oct 2022 · 1 min read ✍️रूह के एहसास... मैं गहरा दर्द हूँ आँखों में भरकर भी आप मुझे गिरा सकते हो मैं चोटिल लफ्ज़ हूँ जुबाँ से बोलकर भी आप मुझे महसूस करा सकते हो गर लफ्ज़ अश्क़... Hindi · Ashantlekhani · मुक्तक 3 4 312 Share 'अशांत' शेखर 3 Jun 2022 · 4 min read ✍️ये केवल संकलन है,पाठकों के लिये प्रस्तुत ईरानी मजदूर साबिर हका की कविताएं तडि़त-प्रहार की तरह हैं. साबिर का जन्म 1986 में ईरान के करमानशाह में हुआ. अब वह तेहरान में रहते हैं और इमारतों में निर्माण-कार्य... Hindi · मुक्तक 1 269 Share 'अशांत' शेखर 13 Jun 2022 · 1 min read ✍️✍️हिमाक़त✍️✍️ ✍️✍️हिमाक़त✍️✍️ ......................................// यहाँ हर कोई हर किसीका सुकून छीनने के फिराक में है। यहाँ कोई किसीका रंज-ओ-गम चुराने की हिमाक़त नहीं करता।। ..........................................// ✍️"अशांत"शेखर✍️ 13/06/2022 Hindi · Ashantshekharlekhani · मुक्तक 4 2 249 Share 'अशांत' शेखर 23 Jul 2022 · 1 min read ✍️तुम्हे...!✍️ ✍️तुम्हे...!✍️ ……………………………………………// तुम्हे...! अगर बिछड़ना था हमसे तो कुम्भ के मेले भी लगे थे एक दास्ताँ तो बन जाती एक कहानी ओर लिखी जाती ना फिर दिल में ख़लिश होती... Hindi · Ashantshekharlekhani · मुक्तक 1 2 265 Share 'अशांत' शेखर 16 Jul 2022 · 1 min read ✍️चरित्र वो है…!✍️ ✍️चरित्र वो है…!✍️ ………………………………………// चरित्र कोई कैनवास पे उतारा गया चित्र नहीं है जो आप उसे सप्तरंगों से सजा दोगे चरित्र वो है अपनी लाख गलती में भी एक मित्र... Hindi · Ashantshekharlekhani · मुक्तक 1 5 256 Share 'अशांत' शेखर 13 Jun 2022 · 1 min read ✍️खुशी✍️ ✍️✍️खुशी✍️✍️ ......................................// कितना मेकअप ओढ़े घूमती फिरती है खुशी, यहाँ वहाँ और कहाँ कहाँ... जैसे गम की कोई बिसाद ही नहीं । कितनी भी परते हटा लो यहाँ वहाँ और... Hindi · Ashantshekharlekhani · मुक्तक 3 2 253 Share 'अशांत' शेखर 22 Jul 2022 · 1 min read ✍️पलभर का इश्क़✍️ ✍️पलभर का इश्क़✍️ .......…..............………...// उसका दिल उसका दर्द उसकी रूह उसकी जान वो किसी पर भी लुटा दे...! तुम्हारा क्यूँ कहाँ मानेगी..? जब तुमने कुछ कहाँ ही नहीं..! हो सकता... Hindi · Ashantshekharlekhani · मुक्तक 1 2 353 Share 'अशांत' शेखर 23 Jul 2022 · 1 min read ✍️क्या ये विकास है ?✍️ ✍️क्या ये विकास है ?✍️ ………………………………………// आखिर ये विकास का क्या मॉडल है ? या फिर विकास नाम का कोई मॉडल है ? जो छप्पन इंच के छोटे परदे पे... Hindi · Ashantshekharlekhani · मुक्तक 3 305 Share 'अशांत' शेखर 6 Aug 2022 · 1 min read ✍️जिंदगी का बोझ✍️ ✍️जिंदगी का बोझ✍️ ……………………………………// छूट रहा है जो कुछ हाथ आने से पहले.. दिल तो बेसबब ही फ़िक्र में पड़ा है.. जिंदगी बहते रहती है उसे बहने दो.. ज़ेहन क्यूँ... Hindi · Ashantshekharlekhani · मुक्तक 1 4 331 Share Page 1 Next