Comments (4)
7 Aug 2022 03:17 PM
अच्छा जीवन को समझाया। बहुत खूब।
'अशांत' शेखर
Author
7 Aug 2022 04:27 PM
जी बहोत बहोत आभार शुक्रिया 💐💐💐🙏🙏🙏
दो मुठ्ठी में जितना समाया
उतना ही तो अपना समझा है
सत्यता की झलक दिखाती उम्दा रचना
जी बहोत बहोत दिल से आभार शुक्रिया 🙏🙏🙏💐💐💐