Arsh M Azeem Tag: मुक्तक 38 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Arsh M Azeem 14 Apr 2021 · 1 min read मुक्तक वो पहले तो मिलने की कसमें खाने लगा और फिर बिछड़ने के फायदे गिनाने लगा वो महबूब नहीं था शायद कोई फरेबी था वक्त गुजरते अपनी औकात में आने लगा Hindi · मुक्तक 538 Share Arsh M Azeem 8 Apr 2021 · 1 min read यादों का खज़ाना तेरे ख़्याल से शुरू तेरे ख़्वाब पे ख़त्म बस इतना ही है मेरी रातों का फ़साना तेरी मोहब्बत में मिली है मुझे ये अमीरी तेरे एहसास की दौलत यादों का... Hindi · मुक्तक 534 Share Arsh M Azeem 27 Mar 2021 · 1 min read मुरझा जाता है चंद लम्हों में ही चमन को महका जाता है फूल कुछ देर खिलता है फिर मुरझा जाता है झूठ चाहे कितना भी शातिर और ताकतवर हो मगर जब सच से... Hindi · मुक्तक 325 Share Arsh M Azeem 27 Mar 2021 · 1 min read सरकार तुम्हारे हाथ में जो चाहे फरमान करो सरकार तुम्हारे हाथ में जिसकी तुम चाहो सुनो दरबार तुम्हारे हाथ में जिसको चाहो सही कहो जिसको चाहो गलत खबरें तुम्हारे हाथ में अखबार तुम्हारे हाथ... Hindi · मुक्तक 511 Share Arsh M Azeem 24 Mar 2021 · 1 min read ज़िम्मेदार थे हम खुद अपनी तबाही के ज़िम्मेदार थे हम एक बेवफ़ा से वफ़ा के उम्मीवार थे हम किसी की आरज़ू करना अगर गुनाह है फिर तो बेशक बहुत गुनहगार थे हम Hindi · मुक्तक 1 296 Share Arsh M Azeem 27 Feb 2021 · 1 min read ऐतबार किया हमने अपनी अक्ल को दरकिनार किया हमने एक फरेबी शख्स पे ऐतबार किया हमने वो जल्द लौट आने का वादा कर के गया फिर मुद्दतों उसका इंतजार किया हमने Hindi · मुक्तक 2 326 Share Arsh M Azeem 14 Feb 2021 · 1 min read मुक्तक ये अचानक धड़कनों पे किसका इख़त्यार हो गया ये दिल मेरा आखिर किस मर्ज़ मे गिरफ्तार हो गया ख्वाबों और ख्यालों मे रहने लगा है बस एक चेहरा आखिर ये... Hindi · मुक्तक 1 4 586 Share Arsh M Azeem 28 Jan 2021 · 1 min read मुक्तक अपनी कोशिशों का यूंही सिलसिला रखना मंज़िल पाओगे एक दिन बस हौंसला रखना ये नफरतें भी मोहब्बत में बदलकर आएंगी अपने दिल का दरवाज़ा हमेशा खुला रखना Hindi · मुक्तक 315 Share Arsh M Azeem 28 Jan 2021 · 1 min read मुक्तक टुकड़ों में मां का जिगर बंट गया एक दीवार उठी और घर बंट गया फिर से खेल जीत गई सियासत शहर में नफरतों का ज़हर बंट गया Hindi · मुक्तक 1 2 371 Share Arsh M Azeem 22 Jan 2021 · 1 min read कब टोपी का रंग बदल लें कब अपने बोल बदलें कब ये अपना ढंग बदल लें नेताओं का क्या भरोसा कब टोपी का रंग बदल लें ये तो हैं उंट की तरह पता नहीं किस करवट... Hindi · मुक्तक 1 6 333 Share Arsh M Azeem 11 Jan 2021 · 1 min read मुश्किल होती है एक तो यह जुदाई बहुत मुश्किल होती है फिर उसपे तन्हाई बहुत मुश्किल होती है वक्त रहते जिनका एहसास नहीं होता "अर्श" उन गलतियों की भरपाई बहुत मुश्किल होती है Hindi · मुक्तक 2 346 Share Arsh M Azeem 9 Jan 2021 · 1 min read मुमकिन हो एक बार फिर मेरा मुस्कुराना मुमकिन हो काश किसी तरह तेरा आना मुमकिन हो तेरी याद तेरे ख्वाब तेरे ख्यालों से निजात हो किसी तरकीब से तुझे भुलाना मुमकिन हो Hindi · मुक्तक 4 427 Share Arsh M Azeem 3 Jan 2021 · 1 min read मुक्तक सवाल यह नहीं वो क्यूं इतना झूठ बोलता है मसला यह है कि लोग उसपे ऐतबार करते हैं सवाल ये नहीं कि वो वादा करके क्यूं नहीं आता हैरत यह... Hindi · मुक्तक 1 6 233 Share Arsh M Azeem 24 Dec 2020 · 1 min read मुक्तक कुछ कदम तुम बढ़ो कुछ हम बढ़ते हैं चलो इन फासलों को कुछ कम करते हैं मोहब्बतों का नया सिलसिला शुरू करके यह नफरतों की परम्परा अब ख़त्म करते है Hindi · मुक्तक 1 252 Share Arsh M Azeem 12 Dec 2020 · 1 min read शायद दवा पहुंची ही नहीं दर्द वाली जगह पर शायद दवा पहुंची ही नहीं दुआ इसलिए है बेअसर शायद दुआ पहुंची ही नहीं वो आखिर मेरी पुकार सुनकर क्यूं नहीं आया "अर्श" क्या अभी उस... Hindi · मुक्तक 1 270 Share Arsh M Azeem 12 Dec 2020 · 1 min read तेरा हो जाने तक तेरे ख्वाबों ख्यालों में खो जाने तक मै खुद का था मगर तेरा हो जाने तक वो जब याद आता है तो आता रहता है अश्कों से मेरी पलकें धो... Hindi · मुक्तक 2 248 Share Arsh M Azeem 10 Dec 2020 · 1 min read जुदा एक ही शाख पर है फूल और कांटे दोनों की फितरत है जुदा एक ही दरिया के हैं दोनों किनारे दोनों की किस्मत है जुदा एक ही फलक पे है... Hindi · मुक्तक 2 270 Share Arsh M Azeem 20 Nov 2020 · 1 min read तब तक जीवन है जब तक मन में आस है तब तक जीवन है जब तक अंतिम सांस है तब तक जीवन है जब तक जीने का एहसास है तब तक जीवन है जब... Hindi · मुक्तक 369 Share Arsh M Azeem 31 Oct 2020 · 1 min read मुक्तक ज़्यादातर चीजें शुरुआत में मुश्किल लगती हैं मगर बाद में आसान हो जाती है लेकिन मोहब्बत एक ऐसी चीज है जो शुरुआत में आसान लगती हैं मगर बाद में लोहे... Hindi · मुक्तक 257 Share Arsh M Azeem 28 Oct 2020 · 1 min read हर पल सुख की अभिलाषा है हर पल सुख की अभिलाषा है आखिर यह किस प्रकार का जीवन क्षण भर में ही मौत है संभव फिर क्यूं यह अहंकार का जीवन Hindi · मुक्तक 1 227 Share Arsh M Azeem 24 Oct 2020 · 1 min read यह प्राणी है कितने विचित्र देखिए यह प्राणी है कितने विचित्र देखिए बन जाते हैं मतलब पे मित्र देखिए गिरगिट के जैसे यह रंग बदलते है इन खद्दर धारियों का चरित्र देखिए Hindi · मुक्तक 1 364 Share Arsh M Azeem 16 Oct 2020 · 1 min read झूठ सीना तान खड़ा है सच्चाई सबूत ढूंढ रही है झूठ सीना तान खड़ा है अब ज़ुल्म की हुक़ूमत है बेबस हर इंसान खड़ा है Hindi · मुक्तक 359 Share Arsh M Azeem 16 Oct 2020 · 1 min read सच बोल दिया जाए झूठों का हौंसला तोड़ दिया जाए बेहतर है कि सच बोल दिया जाए न रहे कोई इक्तिलाफ किसी के लिए दिल का दर सब के लिए खोल दिया जाए Hindi · मुक्तक 230 Share Arsh M Azeem 22 Aug 2020 · 1 min read मुक्तक मेरी हर एक याद दिल से मिटाकर देख लो मैं फिर भी याद आऊँगा आज़माकर देख लो मैं अपने सारे दर्द और ग़म भूल जाऊँगा ‘अर्श’ बस एक बार मुझे... Hindi · मुक्तक 4 1 292 Share Arsh M Azeem 8 Aug 2020 · 1 min read मुक्तक अब और नही होता इंतज़ार तुम्हारा आँखें चाहती हैं अब दीदार तुम्हारा हमने अपनी ज़िन्दगी ही तुम्हे सौंप दी इससे ज़्यादा क्या करें ऐतबार तुम्हारा Hindi · मुक्तक 415 Share Arsh M Azeem 5 Aug 2020 · 1 min read उजाला दिखाई देता है घने अंधेरों में कुछ उजाला दिखाई देता है दूर कहीं एक दिया जलता दिखाई देता है ग़म की अंधेरी रात शायद अब जाने वाली है उम्मीद का सूरज निकलता दिखाई... Hindi · मुक्तक 1 211 Share Arsh M Azeem 30 Jul 2020 · 1 min read आओ साथ चलें इन मुश्किलों का हल ढूँढने आओ साथ चलें अंधकार में उजला कल ढूँढने आओ साथ चलें दुख और दर्द से हर कोई ग्रस्त दिखता है ख़ुशियों के कुछ पल ढूँढने... Hindi · मुक्तक 1 2 264 Share Arsh M Azeem 26 Jul 2020 · 1 min read एक दिन मरना तो है तमाम मुश्किलों से गुजरना तो है सफ़र मुश्किल है मगर करना तो है लम्बी उमर की उम्मीद अच्छी बात है मगर ऐ ज़िंदगी एक दिन मरना तो है Hindi · मुक्तक 2 514 Share Arsh M Azeem 25 Jul 2020 · 1 min read वफ़ा नही आती बस उन्हें एक वफ़ा नही आती वरना कौन सी अदा नही आती खिड़कियाँ तो सब खोल रखी हैं जाने क्यूँ घर में ठंडी हवा नही आती यह कैसा रोग लग... Hindi · मुक्तक 1 388 Share Arsh M Azeem 21 Jul 2020 · 1 min read पता चलने लगा जब ग़मों का सिलसिला चलने लगा यहाँ कौन अपना है पता चलने लगा जुल्म का शिकार तो आवाम होगी ही हुकूमत में सरफिरों का दबदबा चलने लगा Hindi · मुक्तक 2 491 Share Arsh M Azeem 6 Jul 2020 · 1 min read राष्ट्र समर्पित हम विकसित तो हो गये सुविकसित कब होंगे हम शिक्षित तो हो गये सुशिक्षित कब होंगे कानून से ऊपर उठकर राष्ट्रहित नहीं हो सकता हम राष्ट्रप्रेमी तो हैं राष्ट्र समर्पित... Hindi · मुक्तक 1 4 415 Share Arsh M Azeem 2 Jul 2020 · 1 min read शिकवा दर्दो गम का शिकवा नहीं करते यूँ जिन्दगी को रुसवा नहीं करते चाहे कितने भी दरिया समा जायें समन्दर कभी भी भरा नहीं करते Hindi · मुक्तक 2 443 Share Arsh M Azeem 2 Jul 2020 · 1 min read क्या करे दिल में दर्दो गम का मेला हो तो क्या करे इस हाल में गर कोई अकेला हो तो क्या करे लोग दिल से खेले तो खामोश ही रहा 'अर्श' जब... Hindi · मुक्तक 374 Share Arsh M Azeem 1 Jul 2020 · 1 min read दलील तुम जो उनपे उँगली उठाने पे आ जाओगे तो फिर सियासत के निशाने पे आ जाओगे हमने तो सिर्फ़ सच्चाई की दलील माँगी थी क्या पता था कि तुम क़सम... Hindi · मुक्तक 2 198 Share Arsh M Azeem 29 Jun 2020 · 1 min read नहीं माँगती सब दुःख दर्द बाँट लेती है माँ-बाप के मगर बेटी कभी जायदाद में हिस्सा नहीं माँगती वक़्त अगर दो तो ग़ैरों से भी हो जाती है मोहब्बत सिर्फ़ खून का... Hindi · मुक्तक 2 224 Share Arsh M Azeem 27 Jun 2020 · 1 min read सच कड़वा ही लगेगा 1- झूठ तो हलवा ही लगेगा मगर सच कड़वा ही लगेगा । मेरी बात पे सच्चों को अच्छा मगर झूठों को बुरा ही लगेगा । बात घुमा फिरा के कहते... Hindi · मुक्तक 4 327 Share Arsh M Azeem 27 Jun 2020 · 1 min read समझदारी 1- नफ़रत की तरफ़दारी ठीक नहीं मज़हब की ठेकेदारी ठीक नहीं खुद को सबसे बेहतर समझते हो आपकी यह समझदारी ठीक नहीं। 2- यहाँ कब बिगड़े हालात को सँभाला जाता... Hindi · मुक्तक 1 604 Share Arsh M Azeem 27 Jun 2020 · 1 min read अशआर 1- कड़ी धूप से पाला पड़ गया रंग चेहरे का काला पड़ गया एक ऐसी बबा फैली अचानक ज़माने भर में ताला पड़ गया। 2- यह गलफ़हमियों का अंधेरा छँटेगा... Hindi · मुक्तक 1 2 467 Share