Anoop 'Samar' Language: Hindi 253 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Anoop 'Samar' 24 Apr 2022 · 1 min read बाबू जी कभी अभिमान हैं बाबूजी, स्वाभिमान है बाबू जी! कभी धरती हैं बाबूजी कभी आसमान है बाबू जी! कभी हंसी हैं बाबूजी और अनुशासन है बाबू जी! कभी मौन हैं बाबूजी... “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह · कविता 12 22 1k Share Anoop 'Samar' 15 Dec 2020 · 1 min read हौसला रखो...!! बुरा वक़्त हैं गुज़र जायेगा ज़रा हौसला रखो! अच्छा वक़्त फ़िर आयेगा ज़रा हौसला रखो! कभी रोक न पाया अंधेरा भी सवेरा होने से! राहे ले जायेगी मंजिल पे जरा... "कोरोना" - काव्य प्रतियोगिता · कविता 14 62 699 Share Anoop 'Samar' 7 Feb 2021 · 1 min read उसके खत में... कुछ खता थी........उसके खत में! कुछ वफ़ा थी........उसके खत में! कुछ रज़ा थी........उसके खत में! कुछ सज़ा थी.......उसके खत में! बहुत कुछ अर्ज़ था...उसके खत में! ला-ईलाज़ मर्ज़ था....उसके खत... "कुछ खत मोहब्बत के" - काव्य प्रतियोगिता · कविता 7 70 596 Share Anoop 'Samar' 18 Feb 2020 · 1 min read बदनाम 2 नाम तो बहुत हैं अपना खुद की गलियों में! बदनाम तो हम सिर्फ़ उन की गलियो में हैं! ?अनूप एस? Hindi · मुक्तक 2 2 618 Share Anoop 'Samar' 7 Dec 2020 · 1 min read वो किसान...!! तेज धुप कड़कती बिजली और तेज बारिश! मगर वो कभी हार कहाँ मानता हैं! सुबह से शाम तक वो कितना थक जाता हैं! मगर वो कभी आराम कहाँ माँगता हैं!... Hindi · कविता 4 8 601 Share Anoop 'Samar' 25 May 2020 · 1 min read जाता हूँ जब करीब..!! मैं जाता हूँ जब करीब कुछ बताने के लिये! ज़िन्दगी दूर चली जाती हैं सताने के लिये! महफ़िलो की कभी शान न समझो मुझ को! हम तो अक्सर हँसते हैं... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 5 6 612 Share Anoop 'Samar' 6 Dec 2020 · 1 min read सुनाओ तो सही...!! कुछ वक़्त खुद के लिये बिताओ तो सही! ख़ुद से ख़ुद को अब मिलवाओ तो सही! तेरी, मेरी, इसकी,उसकी छोडो भी अब! ख़ुद से ख़ुद की शक्ल मिलाओ तो सही!... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 2 544 Share Anoop 'Samar' 3 Dec 2019 · 1 min read पी रहा हूँ वो नज़र से पिला रहा है मैं नज़र से पी रहा हूँ! बस अल्लाह के फजल से मैं अब भी जी रहा हूँ! मय ज़ीस्त थी पहले भी मय अब... Hindi · मुक्तक 6 545 Share Anoop 'Samar' 4 Dec 2020 · 1 min read इक रोज़...! चढ़ता हुआ समंदर भी उतर जायेगा इक रोज़! और अपना मुकद्दर भी सँवर जायेगा इक रोज़! कुछ भी न कहा जुबां से जब घर जला हमारा! अपना ख़ामोश रहना असर... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 3 2 494 Share Anoop 'Samar' 25 May 2020 · 1 min read ज़ख्म वो नाराज़ हैं हमसे कि हम कुछ लिखते नहीं! लफ्ज़ लाये कहाँ से जब हम को मिलते नहीं! दर्द की ज़ुबान होती तो बता देते हम तुमको! ज़ख्म कैसे दिखा... Hindi · मुक्तक 3 481 Share Anoop 'Samar' 25 May 2020 · 1 min read चाँद.. उनकी ही जिद थी कि कोई मुझसा दूसरा लेकर आओ तो जाने! बड़ी मशक्कत से चाँद को खींचकर अपने कमरे तक लाया हूँ! Hindi · मुक्तक 4 533 Share Anoop 'Samar' 25 Feb 2020 · 1 min read Ek Kitaab ज़िंदगी पर मैं जब एक किताब लिखूंगा! उस वक़्त में मैं सभी का हिसाब लिखूंगा! वक़्त तो फ़िसल रहा है बस हाथों से मेरे! ख़ुद की चाहतों को मैं बेहिसाब... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 4 2 456 Share Anoop 'Samar' 24 May 2020 · 1 min read काली रात गहरी काली रात अब सूरज को न रोक पायेगी! मुश्किले कैसी भी हो सब की सब कट जायेंगी! जब होगा उजाला तो सब दूरियाँ मिट जायेंगी! सवेरा होने पर ये... Hindi · मुक्तक 3 485 Share Anoop 'Samar' 16 Feb 2020 · 1 min read शेर दरिया की तरह हैं मेरा जीने का सलीक़ा! चुपचाप से बहता हूँ और मौज में रहता हूँ! ?~अनूप एस. Hindi · मुक्तक 1 449 Share Anoop 'Samar' 18 Feb 2020 · 1 min read बदनाम शब भी होगी ज़रा सूरज तो डूब जाने दो! लौट जाऊंगा ज़रा नाकाम तो हो जाने दो! बहाना ढूँढते हैं सब हमें बदनाम करने का! नाम भी होगा ज़रा बदनाम... Hindi · मुक्तक 2 495 Share Anoop 'Samar' 3 Jan 2021 · 1 min read मालूम नहीं था हमको.....!! अपना ही मुक़द्दर मालूम नहीं था हमको! टूटेगा मेरा घर भी मालूम नहीं था हमको! बहुत शान से सफ़र ये तय कर रहे थे हम! रास्ते के पत्थर का मालूम... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 3 2 479 Share Anoop 'Samar' 30 Nov 2019 · 1 min read मुलाकात फिर उनसे आज मेरी मुलाकात हो गयी! ख्वाबो में सही उन से मेरी बात हो गयी! न मैंने कुछ कहा था न उसने कुछ कहा! दोनों हाथ पकड़ चलते रहे... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 7 4 486 Share Anoop 'Samar' 4 Dec 2019 · 1 min read बेइंतहा इश्क़ तेरी यादें रोज़ तड़पा रही हैं हमे! तेरी हर आहट रुला रही हैं हमे! बेइंतहा इश्क़ किया हैं हमने तुझे! वही चाहत तो उलझा रही हैं हमे! ?-AnoopS© Hindi · मुक्तक 6 2 523 Share Anoop 'Samar' 3 Dec 2019 · 1 min read सच्चे झूठॆ किस्से... सुने सच्चे किस्से शराबखाने में वो भी जाम हाथ मे लेकर! सुने झूठे किस्से अदालत में वो भी गीता कुरान हाथ मे लेकर! ?-AnoopS© Hindi · मुक्तक 6 518 Share Anoop 'Samar' 14 Nov 2019 · 1 min read इश्क़ का चिराग हर कदम पर मै सपने सजाता ही जाऊंगा! जितने भी जख्म दोगे भुलाता ही जाऊंगा! लगने दो मेरे सर ज़माने भर की तोहमतें! इल्ज़ाम सब मैं सर पे उठाता ही... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 8 476 Share Anoop 'Samar' 4 Dec 2019 · 1 min read तलाश... हाज़िर हैं नयी गज़ल का मतला.... नज़र को ना जाने अब किस की तलाश हैं! ऐसे लगता हैं जैसे तु यही मेरे आसपास हैं! ?-AnoopS© 04 Nov 2019 Hindi · मुक्तक 6 2 439 Share Anoop 'Samar' 18 Nov 2019 · 1 min read किस्मत..... कितनी शामे बस यू ही तन्हा गुज़र जाती हैं! तेरी यादे साँसों में जुनूँ बन के उतर जाती है! वक्त का क्या हैं गुज़रा हैं कुछ गुज़र जायेगा! हौसला हो... Hindi · मुक्तक 7 2 439 Share Anoop 'Samar' 9 Dec 2020 · 1 min read मेरे अल्फ़ाज़ वो मेरे अल्फ़ाज़ को ताना तीर समझ बैठा! नादान मेरी कलम को शमशीर समझ बैठा! नाकाम सारी कोशिशें फ़ैसले ना थे हक में! मंज़ूर-ए-खुदा कह के तकदीर समझ बैठा! #LafzDilse... Hindi · मुक्तक 5 4 480 Share Anoop 'Samar' 14 Dec 2019 · 1 min read अज़ान मेरी तो हर दुआ मे तुम हो हर अज़ान में तुम हो! घर खुदा का कहे जिसको उस मकान में तुम हो! जाने कब और कैसे पहुंचेगी मेरी परवाज़ तुझ... Hindi · मुक्तक 6 2 436 Share Anoop 'Samar' 24 May 2020 · 2 min read खाली पेट... *खाली पेट -* (लघुकथा) लगभग दस साल का बालक राधा का गेट बजा रहा है। राधा ने बाहर आकर पूंछा "क्या है ? " "आंटी जी क्या मैं आपका गार्डन... Hindi · लघु कथा 4 2 422 Share Anoop 'Samar' 24 Nov 2019 · 1 min read आईना दिखाना चाहता हूँ तुम को दिल में मैं बसाना चाहता हूँ! अपने गम को भूल जाना चाहता हूँ! झील से भी गहरी ये तेरी नीली आँखे! इनमे डूब कर ही पार जाना चाहता... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 6 462 Share Anoop 'Samar' 17 Feb 2020 · 1 min read तहज़ीब तहज़ीब और फ़रमान एक साथ बिकता हैं! यहाँ पर तो टके टके में ही ईमान बिकता हैं! ?-AnoopS© 06 Jan 2020 Hindi · मुक्तक 3 448 Share Anoop 'Samar' 15 Dec 2019 · 1 min read गम... गम जब भी आता हैं दिल के दरवाजे खटखटाता हैं! हम जब मुस्कुराते हैं शर्मिंदा हो के पलट जाता हैं! ?-AnoopS© 12 Dec 2016 Hindi · मुक्तक 6 446 Share Anoop 'Samar' 17 Feb 2020 · 1 min read मेहमान वो चुप जब रहता हैं तो आसान दिखता हैं! बात शुरु कर दे तो फ़िर तुफ़ान दिखता हैं! जो लाया अपने घर बना कर मुझे मेहमान! वो अपने घर में... Hindi · मुक्तक 1 456 Share Anoop 'Samar' 17 Feb 2020 · 1 min read खामोश आवाज़ नहीं हैं शब्द नहीं हैं बस खामोश सा रहता हूँ! मैं उनकी एक झलक पाने को बस बेताब सा रहता हूँ! ?-AnoopS© 21 JAN 2017 Hindi · मुक्तक 2 2 459 Share Anoop 'Samar' 3 Dec 2019 · 1 min read शायरी कर रहा हूँ... मैं ज़िन्दगी बस अब यूँ ही बसर कर रहा हूँ! मैं लफ्ज़ ब लफ्ज़ उन को नज़र कर रहा हूँ! लद गये वो दिन जब हम आशिकी थे करते! ज़नाब... Hindi · मुक्तक 6 467 Share Anoop 'Samar' 15 Dec 2019 · 1 min read वक़्त हूँ ज़नाब कदम दर कदम मैं बदलता रहता हूँ यूँ ही! वक़्त हूँ ज़नाब एक जगह ठहरता ही नहीं! ?-AnoopS© Hindi · मुक्तक 7 457 Share Anoop 'Samar' 17 Nov 2019 · 1 min read फ़िरते रहे थे हम चढ़ते रहे गिरते रहे उतरते रहे थे हम !! तस्वीर तेरी लेकर फ़िरते रहे थे हम !! जाने क्या होगा अपना मिलने के बाद तुझसे !! ये सोच सोच कर... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 7 405 Share Anoop 'Samar' 19 Feb 2020 · 1 min read वक़्त गर बदलना चाहते हैं आप वक़्त अपना! फ़िर ज़रा वक़्त को भी तो वक़्त दीजिये! ?-AnoopS© 03 Jan 2020 Hindi · मुक्तक 3 476 Share Anoop 'Samar' 26 May 2020 · 1 min read बचपन...!! वो कागज़ की कश्ती और नदी का किनारा था! खेलने की मस्ती थी और दिल भी आवारा था! अब आ गये हैं हम सब समझदारी के ज़माने में! हमारा वो... Hindi · मुक्तक 3 2 440 Share Anoop 'Samar' 19 Dec 2021 · 1 min read इक रोज़.. चढ़ता हुआ समंदर भी उतर जायेगा इक रोज़! और अपना मुकद्दर भी सँवर जायेगा इक रोज़! कुछ भी न कहा जुबां से जब घर जला हमारा! अपना ख़ामोश रहना असर... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 3 3 465 Share Anoop 'Samar' 17 Nov 2019 · 1 min read रोशनी चिरागो की तरह हम खुद जलते हैं सब के अंधेरे को दुर करते हैं! इंतज़ार में नहीं बैठते मंजिल के खुद को जलाकर रोशनी करते हैं! ?-AnoopS© Hindi · मुक्तक 7 449 Share Anoop 'Samar' 18 Feb 2020 · 1 min read बदल न जाँऊ! जब तक पिघल न जाँऊ और तुझ में ढल न जाँऊ! समा लो मुझको खुद मे जब तक मैं बदल न जाँऊ! ?अनूप एस? Hindi · मुक्तक 4 434 Share Anoop 'Samar' 17 Nov 2019 · 1 min read अभी तो बात बाक़ी हैं अभी आये अभी बैठे अभी तो बात बाक़ी हैं! अभी तो सिर्फ भीगे हो पूरी बरसात बाकी है! अभी तो रात बाकी हैं दिल की बात बाकी हैं! मेरे दिल... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 7 4 389 Share Anoop 'Samar' 16 Feb 2020 · 1 min read सहारा न मिला उनका हाथ थाम के भी कोई सहारा न मिला! मैं वो लहर हूँ जिसे कोई भी किनारा न मिला! हम तो सहारा बने थे हर बुरे वक़्त में उन का!... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 431 Share Anoop 'Samar' 13 Dec 2019 · 1 min read अंधेरा नज़र आता हैं करू आँख बंद तो कोई चेहरा नज़र आता हैं! आँख खुली तो दूर तक अंधेरा नज़र आता हैं! खो गया हूँ मैं दुनिया की भीड़ में कहीं शायद! इस शहर... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 6 2 389 Share Anoop 'Samar' 25 May 2020 · 1 min read झुका हुआ शख़्स कलम लाएंगी एक रोज़ बदलाव की सूरत! लफ़्ज़ो से खतरनाक शरारा नहीं होता हैं! तहजीब अदब और सलीका भी तो कुछ है! झुका हुआ हर शख़्स बेचारा नहीं होता हैं!... Hindi · मुक्तक 4 2 462 Share Anoop 'Samar' 17 Feb 2020 · 1 min read दास्ता ना छेड़ अब मुझको, रहने दे य़की तक दास्ता मेरी! कहुँगा सच तो जल ही जायेगा दिल तेरा ज़बा मेरी! ?--अनूप एस. Hindi · मुक्तक 1 405 Share Anoop 'Samar' 18 Feb 2020 · 1 min read बेसमझ बेसमझ ही थे................. तो ठीक था! उलझने ज्यादा हुई तो समझदार हो गए! ?अनूप एस? Hindi · मुक्तक 2 422 Share Anoop 'Samar' 18 Feb 2020 · 1 min read रिवाज़ हदें तोड़ दी हैं हमने भी उन से रूठ जाने की! उस ने भी खत्म कर दिया रिवाज़ मनाने का! ?-अनूप एस. Hindi · मुक्तक 2 436 Share Anoop 'Samar' 1 Dec 2019 · 1 min read सच बोलता हूँ तुम मिलते हो जब भी मेरा हाल बदल जाता है! मैं सच बोलता हूँ मेरा हर ख्याल बदल जाता हैं! सोचता था करूंगा बहुत सी शिकायतें मिलकर! मिलते हो तुम... Hindi · मुक्तक 6 424 Share Anoop 'Samar' 17 Feb 2020 · 1 min read भूल भुलैया तेरी मोहब्बत भूल भुलैया का एक जाल हैं! उसमे खो चुका हूँ बस खुद से ये सवाल हैं! निकलना चाहता हूँ बस तेरे इस दिखावे से! मोहब्बत के नाम पर... Hindi · मुक्तक 2 2 391 Share Anoop 'Samar' 9 Dec 2020 · 1 min read बेजान परिंदा...!! बेजान परिंदा हूँ मैं,मुझ मे अभी जान बाकी हैं! सँभल के देखना मुझको अभी तुफ़ान बाकी हैं! लहरों की ख़ामोशी को तू बेबसी ना समझना! जितनी गहराई अंदर हैं उतना... Hindi · मुक्तक 2 4 402 Share Anoop 'Samar' 17 Feb 2020 · 1 min read मेरे सारे गुनाह ... हैं याद मुझ को मेरे सारे गुनाह! एक तो इश्क़ कर लिया! दूसरा आप से कर लिया! तीसरा बेपनाह कर लिया! ?अनूप एस? Hindi · मुक्तक 3 439 Share Anoop 'Samar' 25 Nov 2019 · 1 min read सियासत... जनता सब सहती हैं खिलाफ़त कोई नहीं करता! तमाशा देखते हैं सब हिफ़ाज़त कोई नहीं करता! ये तो प्रदेश हैं सिर्फ़ एक लगा दे देश दाँव पर! मिलकर करते हैं... Hindi · मुक्तक 7 2 369 Share Page 1 Next