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17 Feb 2020 · 1 min read

दास्ता

ना छेड़ अब मुझको, रहने दे य़की तक दास्ता मेरी!
कहुँगा सच तो जल ही जायेगा दिल तेरा ज़बा मेरी!
?–अनूप एस.

Language: Hindi
1 Like · 404 Views
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