अंजनी कुमार शर्मा 'अंकित' 55 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid अंजनी कुमार शर्मा 'अंकित' 15 Jul 2020 · 1 min read पर्यावरण दिवस हे! मानव, प्रकृति के कहर से डर वातावरण में जहर न भर, खुद के स्वार्थ में चलायी कुल्हाड़ी पेड़ो की गरदन पर, काट डाला उन हरे-भरे पेड़ों को जिनकी छांंव... Hindi · कविता 8 6 250 Share अंजनी कुमार शर्मा 'अंकित' 15 Jul 2020 · 1 min read नेपाल भूकंप त्रासदी धरती काँपी, अम्बर डोला, पल-भर में हाहाकार मचा। भूमण्डल सारा काँप गया, मानो अम्बर भी निर्द्वन्द हँसा। चल पड़ी प्रलय की वह आँधी, मानव का ह्रदय डोल गया। दिन के... Hindi · कविता 7 5 464 Share अंजनी कुमार शर्मा 'अंकित' 20 Jun 2020 · 1 min read मैं पानी हूँ हाँ मैं ही हूँ निर्मल पानी बिन मेरे न जिंदगानी हाँ मैं ही हूँ..................। इस धरा का सार बनकर प्रकृति का उपहार बनकर बहता हूँ मैं धार बनकर वृक्षों का... Hindi · कविता 6 5 215 Share अंजनी कुमार शर्मा 'अंकित' 15 Jul 2020 · 1 min read मैं हिंदी हूँ मैं हिन्दी हूँ, मै हिन्दी हूँ, हमें आगे जरा लाओ। ऐ मेरे हिन्द के वासी, तुम ना हमसे शरमओं। जो मै सो गई थी नीद में तो अब जगा लो... Hindi · कविता 6 7 249 Share अंजनी कुमार शर्मा 'अंकित' 15 Jul 2020 · 1 min read कलम की अभिलाषा "चाह नही मैं वैरागी सम, जीव-जगत का सार लिखूँँ। चाह नही मैं प्रेम मिलन की, बातें निराधार लिखूँ। चाह नही देवों की महिमा, और असुरों की हार लिखूँ। चाह नही... Hindi · कविता 6 2 492 Share अंजनी कुमार शर्मा 'अंकित' 14 Jul 2020 · 1 min read विनती हे प्रभु! हुई थी क्या हमसे, इतनी भयानक बड़ी भूल। खुशियों की सुंदर बगिया में, बिछा दिए काँटों के फूल। एक साथ विश्व की यह जनता, करती है विनती बार-बार।... Hindi · कविता 6 4 365 Share अंजनी कुमार शर्मा 'अंकित' 11 Jul 2020 · 1 min read "बसंत ऋतु" ऋतुराज का हुआ आगमन, झूमे आम, कुसुमित डाली। पीली सरसों लहर रही है, खेतों में है हरियाली। महक उठे हैं गाँव, गली सब, नयी उमंगे हर मन में। हवा बसंती... Hindi · कविता 6 4 548 Share अंजनी कुमार शर्मा 'अंकित' 15 Jul 2020 · 1 min read लॉकडाउन में न बाहर जाना लॉकडाउन में न बाहर जाना, घर में रह दिन-रात बिताना। झूठों का मुँह हुआ है काला कौन देता दीनों को निवाला बंद हुआ ऑफिस में ताला बीवी से पड़ गया... Hindi · कविता 5 2 193 Share अंजनी कुमार शर्मा 'अंकित' 22 Jun 2020 · 1 min read नमक रगड़ते नेता पैरों के घावों में हैं नमक रगड़ते नेता, श्रमिकों का दर्द उन्हे नजर न आता है। भूख प्यास सहकर तन कृषकाय हुआ, उनका हरेक आंसू व्यथा को बताता है। बड़े-बड़े... Hindi · घनाक्षरी 5 2 558 Share अंजनी कुमार शर्मा 'अंकित' 15 May 2020 · 1 min read "चलता है मजदूर अकेला" पैरों में पड़ गए हैं छाले धूप में तन हो गए काले पैदल पथ पर बढ़ते जाते कुदरत का कैसा है खेला चलता है मजदूर अकेला। मन व्यथित, तन थका... Hindi · कविता 5 3 209 Share अंजनी कुमार शर्मा 'अंकित' 11 Jul 2020 · 1 min read वर्षा ऋतु की छटा निराली वर्षा ऋतु की छटा निराली, बादलों का घोर गर्जन सुन जिसे सिहर उठे तन छा गया पल में अंधेरा, रात हो ज्यों स्याह काली। वर्षा ऋतु की....। झर-झर नभ से... Hindi · कविता 4 6 262 Share अंजनी कुमार शर्मा 'अंकित' 22 Jun 2020 · 1 min read माँ माँ की ममता का कोई मोल न चुका पाए माँ के आगे तो ईश्वर भी शीश झुकाए माँ के आँचल में संसार के सभी सुख हैं बिना माँ के तो... Hindi · कविता 4 2 382 Share अंजनी कुमार शर्मा 'अंकित' 15 Jul 2020 · 1 min read कोरोना योध्दा तुम्हे सलाम "कोरोना योद्धा तुम्हे सलाम, हम सब बैठे घर के अंदर, तुम करते नित काम। कोरोना योद्धा.... ये कैसी महामारी आयी, सारे जग में व्यथा है छायी, भारत ने बुध्दिमता दिखायी,... Hindi · कविता 4 207 Share अंजनी कुमार शर्मा 'अंकित' 22 Jun 2020 · 1 min read प्यार का जाम तू पिला के देख प्यार का ज़ाम तू पिला के देख अपने सीने से मुझे लगा के देख मैं तेरे ख्वाबों में आ जाऊंगा मुझे एक बार तू बुला के देख शमा बनकर भी... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 4 1 334 Share अंजनी कुमार शर्मा 'अंकित' 8 Aug 2020 · 1 min read सिया रघुवर आये अवध नगरी सिया-रघुवर आये अवध नगरी..... आज चमकै बिजुरिया औ बरसै बदरी। सिया............। ह्वै प्रसन्न जन नाचै-गावैं। रघुवर जी के दर्शन पावैं। आज जगमग ज्योति जलै सगरी..... सिया...........। कौशल्या, सुमित्रादि महतारी। बरसत... Hindi · गीत 4 8 279 Share अंजनी कुमार शर्मा 'अंकित' 8 Aug 2020 · 1 min read मुक्तक "न मंदिर से, न मस्जिद से यहाँ इंसान बदलेगा। बढ़ रहा पाप का साम्राज्य, कहाँ शैतान बदलेगा। जब होगी शिक्षा, रोजगार और समता की बातें, यकीनन आयेंगी खुशियाँ और हिंदुस्तान... Hindi · मुक्तक 4 4 298 Share अंजनी कुमार शर्मा 'अंकित' 21 Aug 2020 · 1 min read नारी सशक्तिकरण मैं नारी हूँ, पर सदियों से किस्मत की मारी हूँ आज भी किया जाता है प्रताड़ित होती हूँ हवस का शिकार कभी चौराहों पर कभी गलियों में पर दब जाती... Hindi · कविता 4 2 237 Share अंजनी कुमार शर्मा 'अंकित' 22 Jun 2020 · 1 min read मै बेटी हूँ मैं बेटी हूँ तो क्या मुझको, जीने का अधिकार नहीं मैं क्यों मारी जाऊँ क्या मैं, ईश्वर का उपहार नहीं? मुझसे ही है दुनिया सारी, क्यों करते ये विचार नहीं... Hindi · कविता 3 2 295 Share अंजनी कुमार शर्मा 'अंकित' 14 Aug 2020 · 1 min read कान्हा की बंसी बंसी मेरो श्याम की, है गोपिन कौ प्रान। बाजत यमुना तीर पर, मधुर सुनावै तान। मधुर सुनावै तान, राग संत्रास नसावै। नाचत गोपी ग्वाल, मस्त ह्वै कोयल गावै। दृश्य देख... Hindi · कुण्डलिया 3 2 396 Share अंजनी कुमार शर्मा 'अंकित' 22 Jun 2020 · 1 min read वीर जवानों तुम्हे नमन हे! वीर जवानों तुम्हें नमन, करते हम कोटि-कोटि वन्दन। चट्टानों से टकराते हो, तुम देश की आन बचाते हो। जीवन की ना परवाह तुम्हें, बस देश की शान का भान... Hindi · कविता 2 2 418 Share अंजनी कुमार शर्मा 'अंकित' 21 Oct 2020 · 1 min read आज का सच "खून ठंडा हो चुका है इस वक्त पीढ़ियों का, इंसानियत को मिट्टी में गाड़ चुके हैं। नफ़रती बोलियों से फैलाते हैं ज़हर नेता, भाईचारे का पौधा उखाड़ चुके हैं। आकर... Hindi · कविता 2 2 437 Share अंजनी कुमार शर्मा 'अंकित' 7 Oct 2020 · 1 min read गम भी भावना है मुस्कुराओ, मुस्कुराना कहाँ मना है ? पर दर्द भी पालना एक भावना है। जिसके ह्रदय में किंचित दर्द का वास नही, वह अपूर्ण मानव इस दुनिया में खास नही। क्या... Hindi · कविता 2 1 303 Share अंजनी कुमार शर्मा 'अंकित' 26 Jan 2024 · 1 min read रे मन! यह संसार बेगाना रे मन! यह संसार बेगाना बेमतलब का आना-जाना। यह जीवन है सूरज जैसा संध्या होते है ढल जाना। माया-मोह है यह जग सारा क्षण भर का यह ताना-बाना। जो है... Poetry Writing Challenge-2 · 25 कविताएं · अंजनी कुमार शर्मा · कविता · संसार 1 62 Share अंजनी कुमार शर्मा 'अंकित' 13 Jun 2023 · 1 min read दिल नहीं जान पाया दिल नहीं जान पाया और ये तेरा हो गया। कल तक मेरे पास था, आज अचानक खो गया। रात भर तेरी याद में नींद नहीं आई मुझे, सुबह तेरी तस्वीर... Poetry Writing Challenge · अंजनी कुमार शर्मा · दिल 1 76 Share अंजनी कुमार शर्मा 'अंकित' 11 Jun 2023 · 1 min read किताबें एकाकीपन हो जीवन तो साथ हमारा निभाती किताबें, सच्चे साथी जैसे तत्काल सहारा बन जाती किताबें। हर व्यक्ति के अंतर्मन के दर्द की थाह लगाती किताबें, ज्ञान जगाकर मानव में... Poetry Writing Challenge · Anjani Kumar Sharma · अंजनी कुमार शर्मा · कविता · किताबें · साथी 1 297 Share अंजनी कुमार शर्मा 'अंकित' 11 Jun 2023 · 1 min read फिल्में फिल्में ! पर्दे पर दिखाती हैं समाज की वास्तविकता को मानव की सभ्यता को देश-दुनिया के रीति-रिवाज को बदलते समाज को अभावों में पिसती आम जनता को नेताओं की सत्तालोलुपता... Poetry Writing Challenge · फिल्म · हिंदी कविता 1 228 Share अंजनी कुमार शर्मा 'अंकित' 11 Jun 2023 · 1 min read महोत्सव जब भी आता कोई महोत्सव, दुःख, चिंता का होता पराभव। घर-आँगन सज जाता है, मन पुलकित हो जाता है। चाहे होली हो या दीवाली, लेकर आती हैं खुशहाली। उत्सव एकता... Poetry Writing Challenge · छठ पूजा · दीवाली · महोत्सव · हिंदी कविता · होली 1 185 Share अंजनी कुमार शर्मा 'अंकित' 5 Jun 2023 · 1 min read रे मन! यह संसार बेगाना रे मन! यह संसार बेगाना बेमतलब का आना-जाना। यह जीवन है सूरज जैसा संध्या होते है ढल जाना। माया-मोह है यह जग सारा क्षण भर का यह ताना-बाना। जो है... Poetry Writing Challenge · कविता · मोह · संसार 1 203 Share अंजनी कुमार शर्मा 'अंकित' 11 Jun 2023 · 1 min read मेरा प्यारा भारत विश्व में जिसकी धाक जमी है वो है मेरा प्यारा भारत! जन-जन की आँखों का तारा सारे जग से न्यारा भारत। आयी हैं जब-जब विपदाएँ तो साहस से लडा़ है... Poetry Writing Challenge · देश · प्यारा · भारत · हिंदी कविता 1 164 Share अंजनी कुमार शर्मा 'अंकित' 11 Jun 2023 · 1 min read ठंडी का मौसम आया है ठंडी का मौसम सूरज का बल हुआ है कम ओढे़ कोहरे की चादर गाँव-गाँव और नगर-नगर स्वेटर पहने जन पडे़ दिखाई ओढे़ कंबल और रजाई काँप रहा है... Poetry Writing Challenge · कविता · ठंडी · मौसम · हिंदी कविता 1 126 Share अंजनी कुमार शर्मा 'अंकित' 5 Jun 2023 · 1 min read आदर्श परिवार होता वही आदर्श परिवार खुशियाँ जहाँ हो अपरंपार रहे आपस में घना लगाव कभी न होता मनमुटाव भाई-बहन और मम्मी-पापा चाचा-चाची, दादी-दादा तरह-तरह के रिश्ते-नाते प्रेम भाव से रहें निभाते... Poetry Writing Challenge · आदर्श · परिवार · हिंदी कविता 1 221 Share अंजनी कुमार शर्मा 'अंकित' 5 Jun 2023 · 1 min read जीवन जलता रहता है दीपक की ज्योति के सम, जीवन जलता रहता है। शनै-शनै कालचक्र से, तन पिघलता रहता है। जब तक प्राण हैं यह ज्योति, झंझावतों से लड़ती है। इनके प्रखर प्रहारों से,... Poetry Writing Challenge · कविता · जीवन · ज्योति 1 218 Share अंजनी कुमार शर्मा 'अंकित' 5 Jun 2023 · 1 min read सिर्फ तुम तुमसे मेरी जिंदगी है तुम हो तो हर खुशी है तुम रहो जो साथ मेरे छाए हो बादल घनेरे फिर भी चाँद छू लूँगा मैं आसमां को चूम लूँगा मैं... Poetry Writing Challenge · कविता · प्रेम · सिर्फ तुम 1 146 Share अंजनी कुमार शर्मा 'अंकित' 13 Oct 2022 · 1 min read है जुनून कुछ करने का है जुनून कुछ करने का, कुछ पाने का, अच्छे कर्मों से दुनिया में नाम कमाने का। है जुनून एक दिन मंजिल को पा जाएंगे। मार्ग में कोई बाधा आए सबसे... Hindi · अंजनी कुमार शर्मा · कर्म · कविता · जुनून · सफलता 1 113 Share अंजनी कुमार शर्मा 'अंकित' 13 Oct 2022 · 1 min read बुराई हर युग में बुराई का जड़ से ही विनाश हुआ है, बुरे कर्म का बुरा तत्क्षण ही परिणाम मिला है। रावण, कंस, दुर्योधन का भी अहंकार चूर हुआ, इनके अत्याचारों... Hindi · अच्छाई · अंजनी कुमार शर्मा · कविता · बुराई · बुरे कर्म 1 115 Share अंजनी कुमार शर्मा 'अंकित' 5 Jun 2023 · 1 min read दोस्ती इसलिए खास है दोस्ती इसलिए खास है क्योंकि...... यही जीवन का सबसे खूबसूरत एहसास है। हर मुसीबत में होता दोस्त हमारे साथ है। दूर होकर भी हमारे रहता आसपास है। वक्त पड़ने पर... Poetry Writing Challenge · एहसास · कविता · दोस्ती · हिंदी कविता 1 235 Share अंजनी कुमार शर्मा 'अंकित' 8 May 2022 · 1 min read जीवनदायिनी-माँ माँ, तूने नौ महीने मुझे अपनी कोख में रखा दर्द सहा, कष्ट झेला जन्म देकर मुझे संसार दिखाया मुझे नज़र, बुरी बलाओं से बचाया ममता के आँचल में छिपाया खुद... Hindi · कविता 1 114 Share अंजनी कुमार शर्मा 'अंकित' 13 Oct 2022 · 1 min read मेरी इच्छा मेरी इच्छा है कि मेरे देश का नित विकास हो, हर मानव रहे सुखी और दुख-दर्द का नाश हो, भाईचारा कायम हो, सब मिल करके साथ रहें, देश के दुश्मन... Hindi · कविता · भारत · मेरी इच्छा · विकास · समता 1 147 Share अंजनी कुमार शर्मा 'अंकित' 27 Jan 2024 · 1 min read सबका हो नया साल मुबारक सबका हो नया साल मुबारक! जीवन सुख से मुकुलित हो रंचमात्र भी नहीं व्यथित हो नववर्ष में नयी चेतना, नयी सोच, नया हाल मुबारक, सबका हो नया साल मुबारक! विगत... Poetry Writing Challenge-2 · अंजनी कुमार शर्मा · नया साल · नववर्ष · मुबारक 23 Share अंजनी कुमार शर्मा 'अंकित' 26 Jan 2024 · 1 min read सिर्फ तुम तुमसे मेरी जिंदगी है तुम हो तो हर खुशी है तुम रहो जो साथ मेरे छाए हो बादल घनेरे फिर भी चाँद छू लूँगा मैं आसमां को चूम लूँगा मैं... Poetry Writing Challenge-2 · 25 कविताएं · कविता · प्यार · सिर्फ तुम 89 Share अंजनी कुमार शर्मा 'अंकित' 26 Jan 2024 · 1 min read प्रतियोगी छात्रों का दर्द हे प्रभु! अब उपकार करो। हम सबका बेड़ापार करो। अब नींद न आती रातों को। अब सह न पाते बातों को। हम सबसे नज़र चुराते हैं। छिप-छिपकर आते-जाते हैं। क्योंकि... Poetry Writing Challenge-2 · 25 कविताएं · अंजनी कुमार शर्मा · पढ़ाई · प्रतियोगी छात्र 93 Share अंजनी कुमार शर्मा 'अंकित' 13 Jun 2023 · 1 min read मिलता नहीं किनारा मिलता नहीं किनारा माँझी यूँ ही बैठे रहने से। मिलता नहीं सुकून कभी भी विचलित होते रहने से। बिना कर्म के जग में हर इंसान विफल हो जाता है, मिल... Poetry Writing Challenge · अंजनी कुमार शर्मा · किनारा · मंजिल 87 Share अंजनी कुमार शर्मा 'अंकित' 13 Jun 2023 · 1 min read परिश्रम पहली बात तो ये है कि परिश्रम करना पड़ता है। मंद-मंद ही सही मगर हरदम चलना पड़ता है। जो ख़्वाब सजा रखे हैं ग़र उनको पूरा करना है, तो उसको... Poetry Writing Challenge · अंजनी कुमार शर्मा · परिश्रम 84 Share अंजनी कुमार शर्मा 'अंकित' 13 Jun 2023 · 1 min read प्रतियोगी छात्र प्रतियोगी छात्रों के जीवन में संकट अपार है। युवाओं पर होता यहाँ सदा अत्याचार है।। परीक्षा में सेंटर होता कोसों दूर है। मगर क्या करे युवा, यह ज़हर पीने को... Poetry Writing Challenge · अंजनी कुमार शर्मा · कविता · प्रतियोगी छात्र 68 Share अंजनी कुमार शर्मा 'अंकित' 13 Jun 2023 · 1 min read खुश रहना सीखो यारों खुश रहना तुम सीखो यारों इस बेदर्द जमाने में। छप जाओगे किरदार बनके कभी किसी अफ़साने में। दुनिया पर न करो भरोसा इंसान बडा़ खुदग़र्ज यहाँ, किसी को अपना नहीं... Poetry Writing Challenge · अंजनी कुमार शर्मा · खुश 298 Share अंजनी कुमार शर्मा 'अंकित' 11 Jun 2023 · 1 min read नारी अबला नहीं कब तक यूँ ही नारी की अस्मत लूटी जाएगी? कब तक अपनी ही गलियों में चलने से घबराएगी? कब तक यूँ मशाल जलाकर न्याय माँगते जाएंगे? कब तक यूँ ही... Poetry Writing Challenge · अंजनी कुमार शर्मा · अबला · नारी 91 Share अंजनी कुमार शर्मा 'अंकित' 11 Jun 2023 · 1 min read भोग की वस्तु नहीं है नारी भोग की वस्तु नहीं है नारी, कब समझेंगे यह अत्याचारी। हर दिन लुट रहा जो अस्मत है, ये नरपिशाचों की ज़हालत है। नरपिशाच सुन! नारी, सृष्टि गढ़ने वाली है। यह... Poetry Writing Challenge · अंजनी कुमार शर्मा · अत्याचार · नारी · वस्तु 115 Share अंजनी कुमार शर्मा 'अंकित' 11 Jun 2023 · 1 min read नवरात्र पर विनती नवरात्रि के प्रथम दिवस विनती है कि सुख-शांति रहे। घर में सौहार्द रहे हमेशा आपस में न कोई भ्रांति रहे। विकसित हो अपना राष्ट्र और सब उन्नति की ओर बढे़ं।... Poetry Writing Challenge · अंजनी कुमार शर्मा · नवरात्र · विनती 95 Share अंजनी कुमार शर्मा 'अंकित' 11 Jun 2023 · 1 min read है जुनून कुछ करने का है जुनून कुछ करने का, कुछ पाने का, अच्छे कर्मों से दुनिया में नाम कमाने का। है जुनून एक दिन मंजिल को पा जाएंगे। मार्ग में कोई बाधा आए सबसे... Poetry Writing Challenge · 25 कविताएं · अंजनी कुमार शर्मा · कविता · जुनून · हौसला 94 Share अंजनी कुमार शर्मा 'अंकित' 11 Jun 2023 · 1 min read हरा रंग हरा रंग हरियाली का है जन-जन की खुशहाली का है हरियाली खेतों में आए तो किसानों के चेहरे खिल जाएँ। जब जंगल में छाए हरियाली पशु-पक्षी तब कलरव करते कोयल... Poetry Writing Challenge · अंजनी कुमार शर्मा · हरा रंग · हरियाली · हिंदी कविता 154 Share Page 1 Next