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अकेले रास्तों वाला हमसफर याद आता है,
Abhishek Soni
लहजे में नरमी रखो, आंखों में ख्वाब रखो
Abhishek Soni
गीत।
Abhishek Soni
तुम तसव्वुर करो और बढ़ते रहो,
Abhishek Soni
तुम तसव्वुर करो और बढ़ते रहो,
Abhishek Soni
रफ्ता रफ्ता चलना सीखो, हर मंजिल मिल जाएगी।
Abhishek Soni
गांव में चर्चा यही बस क्या कहेंगे चार लोग?
Abhishek Soni
कर्ण–माधव संवाद– एक कल्पना
Abhishek Soni
गीत।......🖊️
Abhishek Soni
जहां बचपन बिताया था मुझे वो गांव लौटा दो,
Abhishek Soni
कितना भी मुश्किल हो लेकिन, जीवन जीना पड़ता है।
Abhishek Soni
जियाफत भी मुकम्मल इस जुवा को अब नहीं भाती,
Abhishek Soni
मिरा स्कूल, मेरा गांव और वो शाम लौटा दो,
Abhishek Soni
जिंदगी के लिए– ग़ज़ल।
Abhishek Soni
दिल्ली हमले पर कविता। 11/11/2025
Abhishek Soni
तुम्हारा हाथ, हाथों में हो तो सब ठीक ही लगता,
Abhishek Soni
नफा को देखकर जो लोग अपने साथ आते है,
Abhishek Soni
ग़ज़ल।
Abhishek Soni
उसका हर इक ग़म से किनारा होता,
Abhishek Soni
गीत।
Abhishek Soni
वो जो लगते जिगर थे मेरे, उनको कद मेरा भाता नहीं,
Abhishek Soni
ग़ज़ल।
Abhishek Soni
ग़ज़ल।
Abhishek Soni
वाकया कुछ ये हुआ कि छत पे वो आने लगा?
Abhishek Soni
उसका घर उसकी गली इक रास्ता और कुछ नहीं,
Abhishek Soni
बस जिए जा रहे हर घड़ी यूं ही हम,
Abhishek Soni
तुम्हारे लिए– गीत
Abhishek Soni
वर्तमान सत्ता को उसके पाप गिनाने आया हूँ।।
Abhishek Soni
ख़सारे में मिरे जो लोग अक्सर दुख जताते हैं।
Abhishek Soni
गीत।
Abhishek Soni