Abhishek Soni 171 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Abhishek Soni 15 Dec 2025 · 1 min read अकेले रास्तों वाला हमसफर याद आता है, अकेले रास्तों वाला हमसफर याद आता है, मुझे अक्सर पिता का हाथ सर पर याद आता है। मैं जब तक जागता हूं ख्वाब मेरे साथ होते है, मैं आँखें मूंदता... Quote Writer 14 Share Abhishek Soni 12 Dec 2025 · 1 min read लहजे में नरमी रखो, आंखों में ख्वाब रखो लहजे में नरमी रखो, आंखों में ख्वाब रखो जिंदगी जीने की तरकीबें बेहिसाब रखो। मुल्क उनका है कि वो अस्लहा पास रखते है, ये मोहब्बत का जहां है यहां किताब... Quote Writer 23 Share Abhishek Soni 9 Dec 2025 · 1 min read गीत। मैं तुम्हें चाहकर, प्रेम के द्वार पर, एक दीपक हमेशा जलाता रहा। तुम सरल स्वर बनी एक संगीत का, मैं तुम्हें कंठ से, गुनगुनाता रहा। -------------------------------------------------------- तुम गई तो सही,... Hindi 1 19 Share Abhishek Soni 6 Dec 2025 · 1 min read तुम तसव्वुर करो और बढ़ते रहो, तुम तसव्वुर करो और बढ़ते रहो, मंजिलें खुद व खुद तुमको मिल जाएगी। हमने सोचा नहीं जिनको काटा था कल, उन दरख़तों पे कलियां भी खिल जाएगी। तुम तकल्लुफ न... Hindi · ग़ज़ल 42 Share Abhishek Soni 1 Dec 2025 · 1 min read तुम तसव्वुर करो और बढ़ते रहो, तुम तसव्वुर करो और बढ़ते रहो, मंजिलें खुद व खुद तुमको मिल जाएगी। हमने सोचा नहीं जिनको काटा था कल, उन दरख़तों पे कलियां भी खिल जाएगी। तुम न छोड़ो... Quote Writer 2 2 37 Share Abhishek Soni 1 Dec 2025 · 1 min read रफ्ता रफ्ता चलना सीखो, हर मंजिल मिल जाएगी। रफ्ता रफ्ता चलना सीखो, हर मंजिल मिल जाएगी। मरना क्या है जीना सीखो, सब मुश्किल टल जाएगी। मसला सारा भूख का है तो, मेहनत करके पेट भरो, खुद्दारी से जीना... Quote Writer 33 Share Abhishek Soni 25 Nov 2025 · 1 min read गांव में चर्चा यही बस क्या कहेंगे चार लोग? गांव में चर्चा यही बस क्या कहेंगे चार लोग? लड़कियां बाहर गईं तो देख लेंगे चार लोग। बेच दी बिटिया की सारी पुस्तकें ये सोचकर, जाएगी बाहर तो फिर चर्चा... Quote Writer 39 Share Abhishek Soni 22 Nov 2025 · 1 min read कर्ण–माधव संवाद– एक कल्पना हे मृत्यु कुछ क्षण रुको अभी, यह समय नहीं मर जाने का। कुछ प्रश्न पड़े हैं शेष अभी, यह समय है उत्तर पाने का। हे माधव शोक नहीं मुझको, संसार... Hindi 60 Share Abhishek Soni 21 Nov 2025 · 1 min read गीत।......🖊️ हम तुम्हारे लिए गांव में हर गली, बिन पते के ही हर दिन भटकते रहे। तुम हकीकत में नजरें बचाती रही, स्वप्न में हम तुम्हें ढूंढते रह गए। प्रेम के... Hindi · गीत 49 Share Abhishek Soni 20 Nov 2025 · 1 min read जहां बचपन बिताया था मुझे वो गांव लौटा दो, जहां बचपन बिताया था मुझे वो गांव लौटा दो, मुझे पीपल के पेड़ों की वो प्यारी छांव लौटा दो। रखो दौलत जहां की और ये सारी ज़मीं रख लो, मुझे... Quote Writer 49 Share Abhishek Soni 18 Nov 2025 · 1 min read कितना भी मुश्किल हो लेकिन, जीवन जीना पड़ता है। कितना भी मुश्किल हो लेकिन, जीवन जीना पड़ता है। जीवन है आखिर जीवन में, खुश तो रहना पड़ता है।। दिल को बहला देने भर से, ग़म में रहना बेहतर है,... Quote Writer 31 Share Abhishek Soni 17 Nov 2025 · 1 min read जियाफत भी मुकम्मल इस जुवा को अब नहीं भाती, जियाफत भी मुकम्मल इस जुवा को अब नहीं भाती, मुझे खेतों की इमली और खट्टे बेर लौटा दो। बहुत पैसे बहुत से नोट अब अच्छे नहीं लगते, मुझे बाबा के... Quote Writer 29 Share Abhishek Soni 16 Nov 2025 · 1 min read मिरा स्कूल, मेरा गांव और वो शाम लौटा दो, मिरा स्कूल, मेरा गांव और वो शाम लौटा दो, मेरे बचपन का झूला, पेड़ के वो आम लौटा दो, रखो दौलत जहां की और ये सारी जमीं रख लो, मुझे... Hindi · Quote Writer 47 Share Abhishek Soni 12 Nov 2025 · 1 min read जिंदगी के लिए– ग़ज़ल। मैंने हर दुख को संभाला है जिंदगी के लिए, खुद को पत्थर का बनाया है जिंदगी के लिए। गांव के लोग भी अब बस रहे है शहरों में, जन्नतें छोड़... Hindi · ग़ज़ल 58 Share Abhishek Soni 11 Nov 2025 · 2 min read दिल्ली हमले पर कविता। 11/11/2025 काश्मीर हूं दिल्ली से अब न्याय मांगने आया हूं। दिल्ली बालों को भारत के घाव दिखाने आया हूँ।। हम इनकी चिकनी चुपड़ी बातों में फिर से छले गए, वो भारत... Hindi 57 Share Abhishek Soni 10 Nov 2025 · 1 min read तुम्हारा हाथ, हाथों में हो तो सब ठीक ही लगता, तुम्हारा हाथ, हाथों में हो तो सब ठीक ही लगता, तुम्हारे साथ चलने में सफर आसान भी लगता , तुम्हारे साथ की यादों का घर पक्का बनाया था, इसे अब... Quote Writer 41 Share Abhishek Soni 9 Nov 2025 · 1 min read नफा को देखकर जो लोग अपने साथ आते है, नफा को देखकर जो लोग अपने साथ आते है, ख़सारा में वही अक्सर अकेला छोड़ जाते हैं। सफर में काफिला होता है पूरा साथ चलने को, जो मंजिल हाथ आए... Quote Writer 44 Share Abhishek Soni 9 Nov 2025 · 1 min read ग़ज़ल। नफा को देखकर जो लोग अपने साथ आते है, ख़सारा में वही अक्सर अकेला छोड़ जाते हैं। सफर में काफिला होता है पूरा साथ चलने को, जो मंजिल हाथ आए... Hindi · ग़ज़ल 32 Share Abhishek Soni 8 Nov 2025 · 1 min read उसका हर इक ग़म से किनारा होता, उसका हर इक ग़म से किनारा होता, काश वो सख्श अब भी हमारा होता। इश्क का दरिया भी समुंदर होता, उसको जो कस्ती का सहारा होता। इश्क में कहता है... Quote Writer 47 Share Abhishek Soni 3 Nov 2025 · 1 min read गीत। तुमसे अपनी जीत की खुशियां न संभलीं, हार के किस्से तुम्हें हम क्या सुनाते? हारने के गम में इक जीवन बिताया, हम लड़े अंतिम घड़ी तक क्यों भुलाते? हार के... Hindi · गीत 45 Share Abhishek Soni 31 Oct 2025 · 1 min read वो जो लगते जिगर थे मेरे, उनको कद मेरा भाता नहीं, वो जो लगते जिगर थे मेरे, कद मेरा उनको भाता नहीं, बादशाहत का ये दौर है, झुकना अब मुझको आता नहीं। बदगुमानी में यूं खो गए, खुद को हमसे जुदा... Hindi · Quote Writer 54 Share Abhishek Soni 31 Oct 2025 · 1 min read ग़ज़ल। वो जो लगते जिगर थे मेरे, उनको कद मेरा भाता नहीं, बादशाहत का ये दौर है, झुकना अब उनको आता नहीं। बदगुमानी में यूं खो गए, खुद को हमसे जुदा... Hindi · *कलमें इतिहास बनाती है* · Aman Akshar Geet · Kumar Vishwas · आकांक्षा पत्रिका टीकमगढ़ · ग़ज़ल 49 Share Abhishek Soni 29 Oct 2025 · 1 min read ग़ज़ल। वाकया कुछ ये हुआ कि छत पे वो आने लगा? चांद भी उस सख्श से अब तो जलन रखने लगा। काम था मेरा की गीतों में महज उसको लिखूं, मेरी... Hindi · Aman Akshar Geet · Kumar Vishwas · कविता · ग़ज़ल 54 Share Abhishek Soni 28 Oct 2025 · 1 min read वाकया कुछ ये हुआ कि छत पे वो आने लगा? वाकया कुछ ये हुआ कि छत पे वो आने लगा? चांद भी उस सख्श से अब तो जलन रखने लगा। जुगनुओं का साथ क्या बस रात भर का ही सफर,... Quote Writer 66 Share Abhishek Soni 27 Oct 2025 · 1 min read उसका घर उसकी गली इक रास्ता और कुछ नहीं, उसका घर उसकी गली इक रास्ता और कुछ नहीं, इसमें ही मीलों चले हैं मंजिले और कुछ नहीं। सोचकर के एक दिन ठहरा जरा देखूं उसे, था जरा सिंदूर, मंगल... Quote Writer 48 Share Abhishek Soni 25 Oct 2025 · 1 min read बस जिए जा रहे हर घड़ी यूं ही हम, बस जिए जा रहे हर घड़ी यूं ही हम, प्रेम का ये सफर अब समापन को है। कर्म तो साथ हर पल निभाता रहा, भाग्य को किंतु कुछ और मंजूर... Hindi · Kumar Vishwas · Swayam Shrivastava · अमन अक्षर · गीत 67 Share Abhishek Soni 22 Oct 2025 · 1 min read तुम्हारे लिए– गीत मैं न रातों को सोता तुम्हारे लिए, हर नई भोर गढ़ता तुम्हारे लिए, जानते जो अगर तुम न आओगे तो, मैं न मीलों यूं चलता तुम्हारे लिए। तुम जो कहती... Hindi · कविता 58 Share Abhishek Soni 21 Oct 2025 · 2 min read वर्तमान सत्ता को उसके पाप गिनाने आया हूँ।। मैं अभीक हूं झोपड़ियों का दर्द चुराकर लाया हूं। वर्तमान सत्ता को उसके पाप गिनाने आया हूँ।। बेच दिया अंतर्मन को निष्ठुर कट्टर बैरागी को, हृदय पट भी खोल दिए... Hindi · Aman Akshar Geet · Kavi · Kumar Vishwas · Kv Studio · कविता 69 Share Abhishek Soni 18 Oct 2025 · 1 min read ख़सारे में मिरे जो लोग अक्सर दुख जताते हैं। ख़सारे में मिरे जो लोग अक्सर दुख जताते हैं। मैं जब भी मुस्कुराता हूं वो अक्सर रूठ जाते है। अभिषेक सोनी "अभिमुख" ललितपुर, उत्तर–प्रदेश Quote Writer 95 Share Abhishek Soni 16 Oct 2025 · 1 min read गीत। आओ मिलकर बात करें हम, कुछ अपने से दिन वालीं, चिंताओं से मुक्त धड़ल्ले और निठल्ले दिन वालीं, एक रुपए में सोलह गोली, चूरन और मिरचुन वाली, रामायण और आल्हा... Hindi 166 Share Page 1 Next