डॉ. नीरू मोहन 'वागीश्वरी' 179 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid डॉ. नीरू मोहन 'वागीश्वरी' 1 Jun 2017 · 1 min read भाषा के दो ही रूप लिखित, मौखिक इसका स्वरूप**व्याकरण प्रवाह**सरल, सुगम व्याकरण बोध- १ *****भाषा***** भाषा के हैं दो ही रूप मौखिक लिखित इसका स्वरूप मौखिक है अस्थाई भाषा जिसमें वाचन कौशल आता || लिखित स्थाई भाषा कहलाती लेखन की हर विद्या इसमें समाती... Hindi · कविता 3 2 27k Share डॉ. नीरू मोहन 'वागीश्वरी' 7 Jun 2017 · 3 min read *अनुस्वार ( ं ) और अनुनासिक ( ँ ) पर करें विचार** सुगम सरल हो व्याकरण ज्ञान* अनुस्वार ( ं ) व्यंजन है कहलाता | अनुनासिक ( ँ ) स्वर का नासिक्य विकार कहा जाता | चलो करें इनका अभ्यास | काव्यात्मक व्याकरण बोध के ज़रिए व्याकरण... Hindi · कविता 3 1 24k Share डॉ. नीरू मोहन 'वागीश्वरी' 3 May 2017 · 1 min read ****मेरे घर आई एक नन्ही परी**** *चाँद से, फूलों के रथ पर सवार घर रोशन किया है नन्हीं परी ने ईश्वर तुझे कोटि-कोटि प्रणाम *लक्ष्मी स्वयं चलकर हमारे घर आई है बरसों से जो थी मन... Hindi · कविता 2 1 14k Share डॉ. नीरू मोहन 'वागीश्वरी' 3 Feb 2017 · 1 min read ***जन्मदिन पर शुभकामना संदेश*** १. फूलों ने बोला खुशबू से खुशबू ने बोला भवरों से भवरों ने बोला तितली से तितली ने बोला वर्षा से वर्षा ने बोला मेघों से मेघों ने बोला लहरों... Hindi · कविता 3 2 10k Share डॉ. नीरू मोहन 'वागीश्वरी' 26 Jan 2020 · 7 min read विद्यार्थियों में गिरते जीवन मूल्य जीवन मूल्य गिर रहे हैं आज बच्चों में नहीं पनप रहे संस्कार ।। कहते हैं जो विद्यार्थी शिक्षक का सम्मान नहीं करते उन्हें ज्ञान प्राप्त नहीं होता लेकिन यह बात... Hindi · लेख 6 3 11k Share डॉ. नीरू मोहन 'वागीश्वरी' 8 May 2017 · 1 min read *****सूरज से थोड़ी सी गप्पें**** *दूर हो खूब मगर हमें जलाकर चले जाते हो क्या खाते हो ? जो इतने गर्म तुम नज़र आते हो *कैसे कपड़े पहनते हो? जो चमकते ही जाते हो उषा... Hindi · कविता 3 2 9k Share डॉ. नीरू मोहन 'वागीश्वरी' 13 Feb 2017 · 2 min read ****दिन है परीक्षा परिणाम का**** बच्चों के साल भर के प्रयास का**** ****परीक्षा परिणाम का दिन जब आता है | *****बच्चों का मन एकदम सहम जाता है | *बच्चों से ज्यादा अभिभावकों को डर सताता है | परीक्षा के बाद परिणाम का... Hindi · कविता 1 4k Share डॉ. नीरू मोहन 'वागीश्वरी' 13 Aug 2017 · 2 min read 'कि' और 'की' का प्रयोग सुगम सरल हिंदी व्याकरण *** अध्यापिका हूँ बच्चों की परेशानी भांप जाती हूँ | कहाँ उन्हें है आती परेशानी जल्दी पहचान जाती हूँ | ***आज तक के अनुभव से है यह पाया | कहाँ... Hindi · कविता 3k Share डॉ. नीरू मोहन 'वागीश्वरी' 24 Feb 2017 · 2 min read ***सात फेरों के सातों वचन ***अटूट बंधन*** ?????? ***सात फेरों के सातों वचन ***अटूट बंधन*** *नहीं पूर्ण जिसके बिना मानव जीवन संपूर्ण । वैदिक संस्कृति के अनुसार विवाह ही है परिपूर्ण । *जिसके अर्थ में छिपा है... Hindi · कविता 3k Share डॉ. नीरू मोहन 'वागीश्वरी' 26 May 2017 · 2 min read ****आखिर बहू भी तो बेटी ही है*** हमेशा से देखा गया है कि बहू और बेटी दोनों में भेदभाव यह सृष्टि का नियम सा हो गया है सास कभी भी अपनी बहू को बेटी नहीं मानती और... Hindi · लघु कथा 1 1 3k Share डॉ. नीरू मोहन 'वागीश्वरी' 26 May 2017 · 2 min read ***जीवन का अनुभव - एक सीख*** व्यक्ति जितना उम्र के पड़ाव को पार करता जाता है उतना ही उसे अनुभव प्राप्त होता जाता है | कुछ अनुभव कड़वे होते हैं और कुछ मीठी | वक्त के... Hindi · लेख 2k Share डॉ. नीरू मोहन 'वागीश्वरी' 7 Jun 2017 · 1 min read ***हमारी निराली मेट्रो ट्रेन*** बाल कविता **ट्रेन है मेट्रो बड़ी निराली भू-तल से ऊपर चलने वाली समय सभी का यह बचाती मिनटों में गंतव्य पहुँचाती || **ए.सी भी इसमें चलता है महिला डिब्बा अलग होता है... Hindi · कविता 2k Share डॉ. नीरू मोहन 'वागीश्वरी' 10 Feb 2017 · 2 min read ***नारी है ***कमजोर नहीं तू *** ***अबला जीवन तेरी यही कहानी*** *******आँचल में है दूध****** ***********और*********** *******आंखों में है पानी****** (((इस कथन को हमें झुठलाना है))) *****नारी तू कमजोर नहीं है***** #*#* सिर्फ शक्ति का खजाना... Hindi · कविता 1 2 2k Share डॉ. नीरू मोहन 'वागीश्वरी' 14 Apr 2017 · 1 min read * बेटी हुई आज पराई, छोड़ चली बाबुल अँगनाई*** बाबुल की गलियाँ छोड़ के आज बेटी अब पिया के द्वार चली मयके की गली को छोड़ के अब मेरी लाडली रे ससुराल चली नाजों नखरों से इसे पाला ये... Hindi · गीत 1 2k Share डॉ. नीरू मोहन 'वागीश्वरी' 12 Nov 2017 · 1 min read ममता,प्यार,करुणा,त्याग की मूर्त ( पन्नाधाय ) ममता,प्यार,करुणा,त्याग की मूर्त पन्नाधाय *************************** राणा के पुत्र को जीवन देकर अपने पुत्र का बलिदान किया । पन्नाधाय न अपनेे ममता, प्यार, करुणा का प्रमाण दिया । देहांत हुआ... Hindi · कविता 1 2k Share डॉ. नीरू मोहन 'वागीश्वरी' 1 Jul 2017 · 1 min read ***बारिश की बूंदे*** *काले घने फूस से बादल, घिर-घिर कर जब आएँ| मन हर्षित हो जाए, जब घनघोर घटाए छाएँ| *बारिश की बूंदे संग लेकर, काली बदली मन हर्षाए| देखो-देखो काले बादल, नभ-तल... Hindi · कविता 1k Share डॉ. नीरू मोहन 'वागीश्वरी' 5 Jun 2017 · 3 min read **वर्तनी विचार और शब्द विचार** करो सभी अब ऐसे याद** सुगम सरल हिंदी व्याकरण वर्तनी विचार और शब्द विचार सरल सुगम करो व्याकरण ज्ञान ****** वर्तनी ***** * लेखन में प्रयुक्त लिपि चिन्हों के व्यवस्थित रूप को कहते हैं वर्तनी वर्तन करना जिसका अर्थ... Hindi · कविता 1k Share डॉ. नीरू मोहन 'वागीश्वरी' 12 Nov 2017 · 4 min read सौतेली मां इंसानियत कहीं खो गई अरुण घर में प्रवेश करता है आज भी रोशनी बहुत गुस्से में दिखाई दे रही थी । बच्चे दूसरे कमरे में सहमे से बैठे थे ।... Hindi · कहानी 3 1 1k Share डॉ. नीरू मोहन 'वागीश्वरी' 22 Feb 2020 · 2 min read विशेषण और क्रियाविशेषण में अंतर कक्षा दसवीं की परीक्षा में हिंदी कोर्स ए के विद्यार्थियों को अकसर पद परिचय करते समय विशेषण और क्रियाविशेषण पदों को पहचानने में दुविधा होती है उनकी इस समस्या के... Hindi · लेख 2 1k Share डॉ. नीरू मोहन 'वागीश्वरी' 28 Jan 2017 · 1 min read ***प्रदूषण एक बड़ी समस्या*** *प्रदूषण है एक बड़ी समस्या, काबू इस पर पाना है| प्रदूषण को दूर भगाकर स्वच्छ वातावरण हमें लाना है| *प्रदूषण की खातिर लोगों, ओजोन परत हो रही है नष्ट| नहीं... Hindi · कविता 1k Share डॉ. नीरू मोहन 'वागीश्वरी' 26 Aug 2017 · 1 min read **बहू हमारी 'गृह लक्ष्मी'** * रोशन की बाबुल अँगनाई, उषा सी प्रभात तुम लाईं, कलरव गीत सुनाया तुमने, किलकारी जब कंठ समाई। * बेटी का फर्ज़ सहज निभाया, अब अपने घर भी आना है,... Hindi · कविता 1k Share डॉ. नीरू मोहन 'वागीश्वरी' 29 Jul 2017 · 5 min read **प्रतिभा पलायन** क्यों ? ज़रा सोचिए ! *देश के हित को सोच कर ही हम सब को आगे बढ़ना है| प्रतिभा पलायन नहीं निष्कर्ष, हिंदुस्तान में ही अपना सर्वस्व कायम रखना है| प्रतिभा संपन्न व्यक्ति ही किसी... Hindi · कविता 1k Share डॉ. नीरू मोहन 'वागीश्वरी' 11 Jul 2017 · 1 min read **मील का पत्थर** *पहुँचाकर मंजिल पर राही को अभी भी वहीं खड़ा हूँ | *धूल से ढककर, सूरज से तपकर अभी भी अडिग खड़ा हूँ | *रुका न कोई पलभर भी न पूछा... Hindi · कविता 1k Share डॉ. नीरू मोहन 'वागीश्वरी' 18 Feb 2020 · 1 min read जन्मदिवस शुभकामना संदेश ?????? ?आपसे प्रेषित प्रथम शुभकामना से , शुभकामनाओं की बनती पुष्पमाल । ?संदेश शुभ पहुंचाएं आप सभी को, सूर्य की प्रथम किरण के साथ । ?शालीनता व्यवहार की, शीतलता वाक्... Hindi · कविता 1 1k Share डॉ. नीरू मोहन 'वागीश्वरी' 12 Nov 2017 · 1 min read सुंदरता और त्याग का प्रमाण रानी पद्मावती सुंदरता और त्याग का प्रमाण रानी पद्मावती ********************************** पद्मिनी पतिव्रता नारी थी वो जौहर के लिए तैयार हुई । चित्तौड़ की खातिर रानी पद्मा अग्नि को भी प्राप्त हुई ।... Hindi · कविता 1 1k Share डॉ. नीरू मोहन 'वागीश्वरी' 26 Feb 2020 · 2 min read वाच्य भेद और उदाहरण सहित *वाच्य* क्रिया के उस परिवर्तन को वाच्य कहते हैं, जिसके द्वारा इस बात का बोध होता है कि वाक्य के अन्तर्गत कर्ता, कर्म या भाव में से किसकी प्रधानता है।... Hindi · लेख 1 1k Share डॉ. नीरू मोहन 'वागीश्वरी' 1 Jul 2017 · 1 min read चंद्रज्योत्ना-सी आभा लिए **एकता** *खिलती हुई कली के जैसी उगती हुई सुबह के जैसी चंद्रज्योत्सना जैसी शीतल ऐसी है उसकी मुस्कान जहाँ भी जाए या न भी जाए खुशबू और प्रकाश फैलाए ऐसा है... Hindi · कविता 1 1 964 Share डॉ. नीरू मोहन 'वागीश्वरी' 11 Jan 2017 · 2 min read लहर ' नोट बंदी अभिशाप या वरदान' "यह रचना उस समय लिखी गई जब देशवासी नोट बंदी से बेहाल थे।" मेरे देश में एक नई लहर चली है। नोट बंदी को लेकर एक नई जंग छिड़ी है।... Hindi · कविता 916 Share डॉ. नीरू मोहन 'वागीश्वरी' 13 Aug 2017 · 1 min read **भारत की शान 'तिरंगा'** जय हिंद ! भारत माता की जय ! ****** तिरंगा मान भारत का सम्मान शीश कुर्बान भारत महान तिरंगा पहचान जान निसार तिरंगा ऊँचा लहर लहराए नभ की शान वीर... Hindi · हाइकु 1k Share डॉ. नीरू मोहन 'वागीश्वरी' 24 May 2018 · 2 min read हिंदी भाषा का प्राथमिक स्तर व्याकरण प्राथमिक स्तर पर ही विद्यार्थियों की भाषा को आधार प्रदान करता है किंतु इसके लिए यह अनिवार्य है कि उसका अभ्यास निरंतर बना रहे । षष्ठी स्तर पर विद्यार्थियों... Hindi · लेख 4 868 Share डॉ. नीरू मोहन 'वागीश्वरी' 31 May 2017 · 3 min read ***जीवन का सच **कुछ मीठे कुछ खट्टे अनुभव जीवन अगर खट्टा-मीठा ना हो तो जीवन जीने का मजा ही नहीं | फीका और बेस्वाद जीवन नीरस हो जाता है | खट्टे मीठे अनुभव ही जीवन को दिशा प्रदान... Hindi · लेख 898 Share डॉ. नीरू मोहन 'वागीश्वरी' 9 Mar 2017 · 1 min read ****नारी ईश्वर की सर्वश्रेष्ठ रचना***** ****----****----**** १. ***नारी दे ,नारी को मान तभी बनेगा वंश विशाल नारी को दें पूर्ण सम्मान नारी है ममता की खान २. ***नारी तू शक्ति है ,सत है सृष्टि की... Hindi · कविता 1 942 Share डॉ. नीरू मोहन 'वागीश्वरी' 15 Feb 2020 · 6 min read हमारी प्रेम कहानी शीर्षक : हमारी प्रेम कहानी आज की युवा पीढ़ी के लिए सत्य घटना पर आधारित एक सच्ची प्रेम कहानी …जो जीवित थी, जीवित है और जीवित रहेगी । जब तक... Hindi · कहानी 2 3 854 Share डॉ. नीरू मोहन 'वागीश्वरी' 14 May 2017 · 2 min read ****माँ ! आज तुम्हारी बहुत याद आई**** मेरी ओर से विश्व की सभी माताओं को मातृदिवस की बहुत-बहुत बधाई |||| माँ की याद में कुछ भाव उमड़ आए जिन्होंने बीते लम्हे कुछ इस कदर याद दिलाए |||||... Hindi · कविता 839 Share डॉ. नीरू मोहन 'वागीश्वरी' 21 Jul 2017 · 4 min read अब और नहीं यह 'भ्रष्टाचार' रोको इसे , मत फलने दो | आचार भ्रष्ट, व्यवहार भ्रष्ट भ्रष्ट सर्वस्व, भ्रष्ट आचरण भ्रष्टता के आगे पथभ्रष्ट मनुष्य जन सर्वप्रथम अग्रसर रुका नहीं, ठहरा नहीं हुआ भ्रष्ट जब आचरण गृह खंडित, राष्ट्र विखंडित बना बाधक... Hindi · लेख 1 853 Share डॉ. नीरू मोहन 'वागीश्वरी' 10 Jan 2017 · 1 min read बेटियाँ नव प्रभात की लालिमा हैं बेटियां, मां-बाप के लिए वरदान हैं बेटियां। सूनी अंगनाई की बहार हैं बेटियां, कलरव करती मीठा गान हैं बेटियां। पराई नहीं, स्वाभिमान हैं बेटियां, बेटे... "बेटियाँ" - काव्य प्रतियोगिता · कविता · बेटियाँ- प्रतियोगिता 2017 820 Share डॉ. नीरू मोहन 'वागीश्वरी' 12 Mar 2017 · 1 min read ***कान्हा के संग होली** मनाए राधा भोली*** *मारे भर भर भर पिचकारी ओ मेरे नंदलाली चुनर मोरी लाल हुई *तू रंग मोहे ऐसा लगाए गिरधारी मोरे प्यारे ये तेरी राधा लाल हुई *मारे भर भर भर पिचकारी... Hindi · गीत 775 Share डॉ. नीरू मोहन 'वागीश्वरी' 8 Mar 2017 · 1 min read **दुख-सुख की सिर्फ एक ही साथी** नर नहीं है वो है सिर्फ नारी ** दुख सुख में जो साथ है देती और नहीं कोई, नारी है मुश्किल से जो जूझ है जाती और नहीं कोई, नारी है ** रोने कभी नहीं देती वो... Hindi · कविता 760 Share डॉ. नीरू मोहन 'वागीश्वरी' 8 May 2017 · 1 min read *****माँ जैसा कोई नहीं**** करुणामयी , ममतामयी होती है सिर्फ माँ सब पर प्यार बरसाने वाली होती है सिर्फ माँ ममता का आँचल फैलाने वाली होती है सिर्फ माँ हँसकर गले लगाने वाली होती... Hindi · कविता 766 Share डॉ. नीरू मोहन 'वागीश्वरी' 19 Mar 2017 · 3 min read ***भारत देश के वासी हो तुम**इस मिट्टी पर अभिमान करो** *भारत माँ के लाल हो तुम इस माता का सम्मान करो तीन रंग का मान करो अपमान ना इसका आज करो *जिस जन्म भूमि पर जन्म लिया जड़ उसकी न... Hindi · कविता 725 Share डॉ. नीरू मोहन 'वागीश्वरी' 13 Jan 2018 · 1 min read पतंग 1. बंधी पतंग मांझा-डोरी के संग लिए उमंग 2. शून्य तल में नृतन है करती मेरी पतंग 3. कटी पतंग दूजे को मिल जाए जागे तरंग 4. बयार संग बहती... Hindi · हाइकु 4 726 Share डॉ. नीरू मोहन 'वागीश्वरी' 20 Aug 2017 · 1 min read ** 'हिंदी की आत्म कथा' ** *उठ कर गिरी हूँ, गिरकर उठी हूँ, यही संघर्ष मेरा, अभी भी निरत है। *अस्तित्व कायम रखकर, कटाक्ष सबके सहकर, सर्वस्व कायम रखकर, श्लाघनीय बनी हूँ। *हाँ,हूँ मैं वही, राजभाषा... Hindi · कविता 704 Share डॉ. नीरू मोहन 'वागीश्वरी' 26 Sep 2017 · 2 min read सरल सुगम हिंदी व्याकरण (जानने योग्य बातें - ई और यी, ए और ये ,एँ और यें) करते है हिंदी लिखने में अकसर ये गलती क्योंकि नहीं है ज्ञान लगाएँ कहाँ ई और यी ए और ये एँ और यें हिंदी नहीं है आसान समझ लो ज़रा... Hindi · कविता 1 690 Share डॉ. नीरू मोहन 'वागीश्वरी' 4 Jun 2017 · 2 min read **चलो करें हम 'वर्ण विचार'** सुगम सरल व्याकरण बोध- २ काव्यात्मक स्वरूप में हिंदी व्याकरण बोध को सरल सुगम बनाने का प्रयास || ****** वर्ण विचार ****** *भाषा की सबसे छोटी इकाई कहलाती ध्वनि के नाम से संबोधित की जाती... Hindi · कविता 689 Share डॉ. नीरू मोहन 'वागीश्वरी' 13 Feb 2020 · 1 min read प्यार क्या है… ? 14 फरवरी वैलेंटाइन डे… प्यार का दिन या यूं कहिए प्यार के इजहार का दिन । प्यार का इजहार करने वाले प्यार का अर्थ जानते हैं तो मैं कहूंगी शायद... Hindi · कविता 1 752 Share डॉ. नीरू मोहन 'वागीश्वरी' 3 Feb 2017 · 2 min read ******पर्दे के पीछे का सच***** ***किसी ने क्या खूब कहा है*** *******कोशिश करने वालों की कभी हार नहीं होती | *********लहरों से डर कर नौका पार नहीं होती | -----आधुनिकता की चकाचौंध में इन पंक्तियों... Hindi · कहानी 745 Share डॉ. नीरू मोहन 'वागीश्वरी' 4 Mar 2017 · 2 min read **मेरी कलम से सुनो ! लोकतंत्र का हाल*** **कलम की ताकत को मैं आज , समक्ष तुम्हारे लाया हूँ | कितना अब तक बदल गए हैं , तस्वीर दिखाने आया हूँ | **कितना बदले हम वर्षों में, सब... Hindi · कविता 2 673 Share डॉ. नीरू मोहन 'वागीश्वरी' 20 Feb 2017 · 2 min read ****ज्ञान के सागर से भर लो गागर**** * गागर 'मस्तिष्क' है कहलाता,* ***'हिंदी व्याकरण'*** **ज्ञान का सागर कहा है जाता** <<<<>>>> *** अध्यापिका हूँ बच्चों की परेशानी भांप जाती हूँ | कहाँ उन्हें है आती परेशानी जल्दी... Hindi · कविता 674 Share डॉ. नीरू मोहन 'वागीश्वरी' 4 Nov 2018 · 1 min read ममता भरे बीते लम्हें माँ की याद में कुछ भाव उमड़ आए जिन्होंने बीते लम्हें कुछ इस कदर याद दिलाए || *माँ ! आज तुम्हारी बहुत याद आई इस तन्हाई ने यह कैसी पुकार... "माँ" - काव्य प्रतियोगिता · कविता 8 26 654 Share डॉ. नीरू मोहन 'वागीश्वरी' 13 Oct 2017 · 1 min read वर्तमान शिक्षा प्रणाली और बच्चे * नैतिक मूल्य रह गए है कम शिक्षा का अंत * भावी पीढ़ी है अंधकार में लुप्त शिक्षा त्रुटिपूर्ण * छात्र हुए है अनुशासन हीन शिक्षक मूढ़ * भेड़चाल है... Hindi · हाइकु 1 639 Share Page 1 Next