डॉ. नीरू मोहन 'वागीश्वरी' Tag: कविता 103 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid डॉ. नीरू मोहन 'वागीश्वरी' 2 Jul 2021 · 2 min read कहानी सांझा काव्य संग्रह की कहानी सांझा संग्रह की आओ सुनाऊं एक कहानी न तेरी न मेरी सभी की ज़ुबानी सभी की आप बीती, नहीं ये पुरानी हां, ये है अनुभव से प्राप्त एक संग्रह... Hindi · कविता 4 4 552 Share डॉ. नीरू मोहन 'वागीश्वरी' 25 Jan 2021 · 1 min read गणतंत्र हमारा सबसे प्यारा गणतंत्र हमारा ये 26 जनवरी का दिन, नव उल्लास ले आया । स्वतंत्रता की याद दिलाकर, सजग हमें करने आया | लोकतंत्र का नारा है, मिल जुलकर रहना धर्म हमारा... Hindi · कविता 3 2 369 Share डॉ. नीरू मोहन 'वागीश्वरी' 1 Aug 2020 · 1 min read मेरा जन्मदिन मेरा जन्मदिन दिन बीते, साल गुज़रे कारवां यूं ही चलता गया । कभी बचपन में थे , आज बुढ़ापा आगे दिख है रहा । सामना हो रहा है धीरे -... Hindi · कविता 5 5 514 Share डॉ. नीरू मोहन 'वागीश्वरी' 5 Jul 2020 · 1 min read गुरु महिमा ?गुरु पूर्णिमा की हार्दिक बधाई !? मैं कंठ तुम ध्वनि हो मैं रज तुम जमी हो। मैं दीप तुम हो बाती तुमसे ही मैं आलोकित । तुम उच्च हिम शिखर... Hindi · कविता 2 2 387 Share डॉ. नीरू मोहन 'वागीश्वरी' 25 May 2020 · 1 min read नारे ( स्लोगन्स ) 1. सामाजिक दूरी का रखें ध्यान, कॉविड - १९ का यही उपचार । 2. कॉविड युद्ध जल्द होगा ख़त्म ,देश के योद्धा कर रहे यत्न । 3. ऑन लाइन शिक्षा... Hindi · कविता 1 781 Share डॉ. नीरू मोहन 'वागीश्वरी' 10 May 2020 · 2 min read ऑन लाइन शिक्षा … छलावा मात्र लेख बिना विद्यालय गए नई शिक्षा का अनुभव अनोखा जरूर है परन्तु लाभप्रद नहीं । वर्तमान की स्थिति को ध्यान में रखते हुए अगर में यह कहूं कि ये तकनीक... Hindi · कविता 4 601 Share डॉ. नीरू मोहन 'वागीश्वरी' 29 Apr 2020 · 1 min read पंच तत्व… जल सर्वत्र शीतलता धारण करके पवित्रता का आंचल भरके तृष्णा यही बुझाता है, जीवनदायी बन जाता है । । काम सभी में आता है काम सभी के आता है काम सभी संभव... Hindi · कविता 4 2 331 Share डॉ. नीरू मोहन 'वागीश्वरी' 16 Apr 2020 · 2 min read शत - शत नमन भारत के कर्मवीरों को (कोरोना काल) कोरोना महासंग्राम में आज की रचना उनको समर्पित है जो दिन रात अपनी सेवाओं के माध्यम से भूख प्यास त्याजकर देश की सेवा में अपना संपूर्ण योगदान दे रहे हैं... Hindi · कविता 4 2 688 Share डॉ. नीरू मोहन 'वागीश्वरी' 15 Apr 2020 · 3 min read वही सुबह फिर आएगी लॉक डाउन 3 मई तक बढ़ गया है पिछले 21 दिनों से हम सभी विषम परिस्थितियों का बहुत ही दृढ़ता से सामना करते आए हैं ; जो काबिले तारीफ है... Hindi · कविता 3 3 372 Share डॉ. नीरू मोहन 'वागीश्वरी' 5 Apr 2020 · 1 min read 5 अप्रैल नई उम्मीद का पर्व प्रकाश पर्व कविता 5 अप्रैल नई उम्मीद का पर्व प्रकाश पर्व आओ उम्मीद का दीप जलाए विश्वास, परहित, हौसले, श्रद्धा सबको लेकर संकल्प उठाएं । कोरोना से जंग जीतने हेतु एकजुट जग... Hindi · कविता 2 297 Share डॉ. नीरू मोहन 'वागीश्वरी' 19 Mar 2020 · 1 min read हॉकी के जादूगर 'मेजर ध्यानचंद' गिल्ली डंडा, खेल कबड्डी काना फूसी, पिट्ठू, गिट्टी । खेल - खेल में बड़े हुए सब खेलों से मिल गई तरक्की । ध्यानचंद ने नाम कमाया हॉकी को मशहूर बनाया... Hindi · कविता 4 1 500 Share डॉ. नीरू मोहन 'वागीश्वरी' 13 Mar 2020 · 1 min read बहिष्कार … कोरोना वापिस जाओ बहिष्कार … कोरोना वापिस जाओ ? सरताजों का ताज कोरोना फैले छूकर हाथ कोरोना छींक पे भी है इसका ज़ोर खांसी बन गई इसकी दोस्त जिसको ये (कोरोना) छू जाता... Hindi · कविता 5 2 567 Share डॉ. नीरू मोहन 'वागीश्वरी' 8 Mar 2020 · 2 min read लकीर उन्मुक्त गगन में उड़ते पंछी न जाने बटती सीमा को । तभी तो उड़ते फिरते हैं खुले गगन में यूं बेखौफ । नहीं कोई भी सीमा इनकी खुले गगन में... Hindi · कविता 3 1 409 Share डॉ. नीरू मोहन 'वागीश्वरी' 18 Feb 2020 · 1 min read सुप्रभात संदेश सुप्रभात ! स्वर्णिम प्रभात, कलरव आकाश पंछी कर रहे प्रकृति से प्यार बिखरता रहे घरों में प्रकाश खिलता रहे चमन में गुलाब आपका दिन बने सबसे ख़ास आप सभी को... Hindi · कविता 2 502 Share डॉ. नीरू मोहन 'वागीश्वरी' 18 Feb 2020 · 1 min read शुभ रात्रि संदेश शुभ रात्रि ! १. चन्द्र ज्योत्स्ना तमस्विनी काली शीतलता भरी निशा निराली व्यस्तता भरी दिनचर्या से देती सुखद निद्रा सपनों वाली ।। २. डूबता प्रभाकर निशा का संदेशा लाता है... Hindi · कविता 1 433 Share डॉ. नीरू मोहन 'वागीश्वरी' 18 Feb 2020 · 1 min read जन्मदिवस शुभकामना संदेश ?????? ?आपसे प्रेषित प्रथम शुभकामना से , शुभकामनाओं की बनती पुष्पमाल । ?संदेश शुभ पहुंचाएं आप सभी को, सूर्य की प्रथम किरण के साथ । ?शालीनता व्यवहार की, शीतलता वाक्... Hindi · कविता 1 1k Share डॉ. नीरू मोहन 'वागीश्वरी' 13 Feb 2020 · 1 min read प्यार क्या है… ? 14 फरवरी वैलेंटाइन डे… प्यार का दिन या यूं कहिए प्यार के इजहार का दिन । प्यार का इजहार करने वाले प्यार का अर्थ जानते हैं तो मैं कहूंगी शायद... Hindi · कविता 1 833 Share डॉ. नीरू मोहन 'वागीश्वरी' 11 Feb 2020 · 2 min read सेंट वेलेंटाइन … एक संदेश वैलेंटाइन डे का अर्थ आज तक न मुझे समझ आया है | व्यर्थ के दिनों ने युवाओं को भ्रमित कर अपना बनाया है | स्लैप डे ,चॉकलेट डे और एनिमी... Hindi · कविता 391 Share डॉ. नीरू मोहन 'वागीश्वरी' 30 Jan 2020 · 2 min read *नहीं भूलेंगे यह सुनहरे पल* ??बच्चों के एहसास ??शब्दों के साथ *नहीं भूलेंगे यह सुनहरे पल* * सुबह जल्दी उठना वैन के हॉर्न का बजना स्कूल पहुँचने की मारामारी और लेट कभी न होना नहीं... Hindi · कविता 2 345 Share डॉ. नीरू मोहन 'वागीश्वरी' 15 Jan 2020 · 2 min read शुभ संदेश ????? सुखद पल खुशियां अविरल हैं प्रतिपल ????? ?हमारा परिवार खुशियों का आशियाना है । ?यहां हर साथी अपने आप में निराला है । ?हर दिन यहां बिताना सौभाग्य हमारा... Hindi · कविता 573 Share डॉ. नीरू मोहन 'वागीश्वरी' 4 Nov 2018 · 1 min read ममता भरे बीते लम्हें माँ की याद में कुछ भाव उमड़ आए जिन्होंने बीते लम्हें कुछ इस कदर याद दिलाए || *माँ ! आज तुम्हारी बहुत याद आई इस तन्हाई ने यह कैसी पुकार... "माँ" - काव्य प्रतियोगिता · कविता 8 26 693 Share डॉ. नीरू मोहन 'वागीश्वरी' 19 Oct 2018 · 1 min read चलो जलाएँ मन का रावण जल जाएगा पत्र का रावण नहीं जलेगा मन का दानव फैलाए हुए है बाँहें इतनी आगोश में लेने को अब अपनी एक दिन का है शोर अब बाकी राम की... Hindi · कविता 3 463 Share डॉ. नीरू मोहन 'वागीश्वरी' 21 Sep 2018 · 2 min read स्वच्छ भारत अभियान (कविता ) स्वच्छ भारत अभियान (कविता ) 15 सितंबर से 20 सितंबर तक स्वच्छता अभियान से संबंधित सोशल मीडिया के माध्यम से बहुत से छाया चित्र और चलचित्र प्राप्त हुए। इससे अनुमान... Hindi · कविता 4 836 Share डॉ. नीरू मोहन 'वागीश्वरी' 4 Jun 2018 · 1 min read *हिंदी भाषा…भावों का समंदर *हिंदी भाषा…भावों का समंदर अपनी भाषा में एक एहसास है । हिंदी देश का स्वाभिमान है । हिंदी से भविष्य और वर्तमान है । हिंदी भावों का महाजाल है ।... Hindi · कविता 3 457 Share डॉ. नीरू मोहन 'वागीश्वरी' 1 Jan 2018 · 1 min read नन्हा नव वर्ष नन्हा नवीन वत्सर नन्हें कदम बढ़ाता आ गया समक्ष करो इसका स्वागत मनाओ खुशियाँ भरपूर दिन बीतेंगे बढ़ता यह जाएगा हज़ारों रंग और खुशियाँ हर पग पर बरसाएगा बनाना है... Hindi · कविता 2 499 Share डॉ. नीरू मोहन 'वागीश्वरी' 1 Jan 2018 · 2 min read रंग नहीं ये…नासूर का मर्म है रंग नहीं ये…नासूर का मर्म है एक रंग चढ़ा है दिल पर एक तन पर चढ़ गया । मिटाना चाहा जितना उतना ही देह पर बढ़ गया । दिल पर... Hindi · कविता 2 280 Share डॉ. नीरू मोहन 'वागीश्वरी' 1 Jan 2018 · 1 min read आया नया साल झूम उठा है अंबर आज नव प्रभात नव कोपल के साथ पुराने संजोकर नए सपनों में आज आगे बढ़े हम सभी साथ-साथ मिटाकर वैर-वैमस्य को जगाएँ प्रीत, प्रेम व्यवहार यहाँ... Hindi · कविता 2 481 Share डॉ. नीरू मोहन 'वागीश्वरी' 31 Dec 2017 · 1 min read विदाई साल के अंतिम विचार के साथ विदाई ले रहे हैं हम सब साथ-साथ खुशनुमा यादों को संजोकर हम सब करे नए साल का आगाज़ साथ-साथ देहरी पर दीप जलता रहेगा... Hindi · कविता 1 558 Share डॉ. नीरू मोहन 'वागीश्वरी' 10 Dec 2017 · 1 min read मैं हूँ प्रसून मैं हूँ प्रसून गुलाब, गेंदा, सूरजमुखी, मोगरा कहो या कहो चमेली । फूल हूँ मैं... रंग रूप हजार नाम से ही मेरी पहचान । लाल गुलाब कहलाता हूँ । पीला... Hindi · कविता 1 652 Share डॉ. नीरू मोहन 'वागीश्वरी' 27 Nov 2017 · 1 min read जंगल में पाठशाला गीदड़ को पढ़ने जाना है पढ़ लिखकर बाबू बनना है जंगल का राजा बन करके शेर की तरह शासन करना है गधे को गीदड़ की भांति पढ़कर नाम कमाना है... Hindi · कविता 1 419 Share डॉ. नीरू मोहन 'वागीश्वरी' 12 Nov 2017 · 1 min read महादेवी वर्मा---देश का गौरव महादेवी वर्मा---देश का गौरव ************************ प्रतिभावान कवयित्री मीराबाई की उपाधि पाई है । स्वतंत्रता सेनानी भी महादेवी युग छायावाद की प्रमुख स्तंभ कहलाई है । आधुनिक हिंदी की सशक्त कवयित्री... Hindi · कविता 1 468 Share डॉ. नीरू मोहन 'वागीश्वरी' 12 Nov 2017 · 1 min read ममता,प्यार,करुणा,त्याग की मूर्त ( पन्नाधाय ) ममता,प्यार,करुणा,त्याग की मूर्त पन्नाधाय *************************** राणा के पुत्र को जीवन देकर अपने पुत्र का बलिदान किया । पन्नाधाय न अपनेे ममता, प्यार, करुणा का प्रमाण दिया । देहांत हुआ... Hindi · कविता 1 2k Share डॉ. नीरू मोहन 'वागीश्वरी' 12 Nov 2017 · 1 min read सुंदरता और त्याग का प्रमाण रानी पद्मावती सुंदरता और त्याग का प्रमाण रानी पद्मावती ********************************** पद्मिनी पतिव्रता नारी थी वो जौहर के लिए तैयार हुई । चित्तौड़ की खातिर रानी पद्मा अग्नि को भी प्राप्त हुई ।... Hindi · कविता 1 1k Share डॉ. नीरू मोहन 'वागीश्वरी' 12 Nov 2017 · 2 min read वीरता की मिसाल --झाँसी की रानी वीरता की मिसाल --झाँसी की रानी ******************************* *मोरोपंत ताम्बे की बेटी मणिकर्णिका ताम्बे थी । नाना की थी बहन छबीली लक्ष्मीबाई झाँसी थी । हुआ विवाह झाँसी नरेश से लक्ष्मी... Hindi · कविता 1 662 Share डॉ. नीरू मोहन 'वागीश्वरी' 12 Nov 2017 · 1 min read बम पटाखे प्रदूषण कारक रानी देखो क्या है बाहर धुआं -धुआं ही है बस आज सांस नहीं ली जाती है आँखें भी जलन मचीती हैं दीदी सच में आज धुआं है पर्यावरण खराब हुआ... Hindi · कविता 1 615 Share डॉ. नीरू मोहन 'वागीश्वरी' 11 Nov 2017 · 1 min read कागज बचाओ पेड़ बचाओ कागज का उचित प्रयोग करो दुरूपयोग न इसका आज करो कल को तुम्हें संवारना है पर्यावरण को भी संभालना है कागज को अगर बचाओगे पेड़ोंकी जान बचाओगे पेड़ों से ही... Hindi · कविता 1 745 Share डॉ. नीरू मोहन 'वागीश्वरी' 1 Nov 2017 · 3 min read ****सफेद जोड़ा**** आज मन क्यूं इतना घबराया है । ईश्वर की इस धरा पर यह कैसा मंज़र छाया है । सफेद जोड़े में सिमटी-सी बैठी हूँ । मन में रह-रहकर सिर्फ माँ-बाप... Hindi · कविता 1 326 Share डॉ. नीरू मोहन 'वागीश्वरी' 17 Oct 2017 · 1 min read दिपावली ## खुशियों की क्यारी दीपों का जगमग त्योहार दीपज्योत्स्ना करें प्रकाश मावस के तम को हर लेती दीप आवाली जब घड़ लेती उत्साह उमंग उल्लास है लाती हर जन को संदेश दे जाती कुटिल... Hindi · कविता 1 256 Share डॉ. नीरू मोहन 'वागीश्वरी' 3 Oct 2017 · 2 min read ****मैं और मेरे पापा**** माँ का प्यार कैसा होता है । पापा के सीने से लगकर ही यह जाना है । माँ की सूरत तो नहीं देखी है । हर वक्त पापा को ही... Hindi · कविता 1 473 Share डॉ. नीरू मोहन 'वागीश्वरी' 26 Sep 2017 · 2 min read सरल सुगम हिंदी व्याकरण (जानने योग्य बातें - ई और यी, ए और ये ,एँ और यें) करते है हिंदी लिखने में अकसर ये गलती क्योंकि नहीं है ज्ञान लगाएँ कहाँ ई और यी ए और ये एँ और यें हिंदी नहीं है आसान समझ लो ज़रा... Hindi · कविता 1 766 Share डॉ. नीरू मोहन 'वागीश्वरी' 16 Sep 2017 · 1 min read ***मेरी आवाज़ सुनो*** जापानी काव्य शैली(तांका) 5+7+5+7+7+5+7+5+7+7---- ***मेरी आवाज़ सुनो*** वहशी जन करें कुकर्म सब ममता घुटे तिल-तिल मरे माँ ममता की पुकार रोज करती न्यायालय से माँग मिलेगा न्याय माँ की आस... Hindi · कविता 1 448 Share डॉ. नीरू मोहन 'वागीश्वरी' 15 Sep 2017 · 1 min read मुझे इंसाफ चाहिए (एक माँ की पुकार) * लोरी सुनाकर सुलाया था जिसको, प्रभात के आते ही जगाया था जिसको, अपने हाथों से स्कूल के लिए संवारा था जिसको, स्नेह भरे सीने से लगाया था जिसको, *... Hindi · कविता 692 Share डॉ. नीरू मोहन 'वागीश्वरी' 26 Aug 2017 · 1 min read **बहू हमारी 'गृह लक्ष्मी'** * रोशन की बाबुल अँगनाई, उषा सी प्रभात तुम लाईं, कलरव गीत सुनाया तुमने, किलकारी जब कंठ समाई। * बेटी का फर्ज़ सहज निभाया, अब अपने घर भी आना है,... Hindi · कविता 1k Share डॉ. नीरू मोहन 'वागीश्वरी' 20 Aug 2017 · 1 min read ** 'हिंदी की आत्म कथा' ** *उठ कर गिरी हूँ, गिरकर उठी हूँ, यही संघर्ष मेरा, अभी भी निरत है। *अस्तित्व कायम रखकर, कटाक्ष सबके सहकर, सर्वस्व कायम रखकर, श्लाघनीय बनी हूँ। *हाँ,हूँ मैं वही, राजभाषा... Hindi · कविता 793 Share डॉ. नीरू मोहन 'वागीश्वरी' 15 Aug 2017 · 2 min read **आजाओ माखनचोर एक बार फिर जग में** ** सभी देशवासियों को स्वतंत्रता दिवस और जन्माष्टमी की बहुत-बहुत शुभकामनाएँ ! यह कविता स्वतंत्र भारत की गाथा सुनाती है । कृष्ण को याद करके भारत का हाल बताती है|... Hindi · कविता 354 Share डॉ. नीरू मोहन 'वागीश्वरी' 13 Aug 2017 · 2 min read 'कि' और 'की' का प्रयोग सुगम सरल हिंदी व्याकरण *** अध्यापिका हूँ बच्चों की परेशानी भांप जाती हूँ | कहाँ उन्हें है आती परेशानी जल्दी पहचान जाती हूँ | ***आज तक के अनुभव से है यह पाया | कहाँ... Hindi · कविता 3k Share डॉ. नीरू मोहन 'वागीश्वरी' 13 Aug 2017 · 1 min read **झंडा ऊँचा रहे हमारा** जिसकी मिट्टी की खुशबू भी चंदन के जैसी लगती है ।। जिसकी ठंडी और शीतल वात मलय की भाँति बहती है ।। जिसके लोगों में अपनापन उनका अस्तित्व बनाता है... Hindi · कविता 618 Share डॉ. नीरू मोहन 'वागीश्वरी' 12 Aug 2017 · 1 min read **जय हिंद,जय भारत** उन वीरों को शत-शत नमन जिनके बलिदानों की खातिर आज हम स्वतंत्र भारत की खुली हवा में सांस ले रहे हैं ।। स्वतंत्रता दिवस की हार्दिक शुभकामनाएँ ! स्वतंत्र है... Hindi · कविता 490 Share डॉ. नीरू मोहन 'वागीश्वरी' 29 Jul 2017 · 5 min read **प्रतिभा पलायन** क्यों ? ज़रा सोचिए ! *देश के हित को सोच कर ही हम सब को आगे बढ़ना है| प्रतिभा पलायन नहीं निष्कर्ष, हिंदुस्तान में ही अपना सर्वस्व कायम रखना है| प्रतिभा संपन्न व्यक्ति ही किसी... Hindi · कविता 1k Share डॉ. नीरू मोहन 'वागीश्वरी' 27 Jul 2017 · 1 min read ***समय है 'अनमोल' **** **समय का जानो मोल , है यह बहुत अनमोल, हाथ नहीं फिर आएगा, एक बार निकल जाने पर, पछतावा ही रह जाएगा, खाली हाथ रह जाने पर | **कुछ नहीं... Hindi · कविता 281 Share Page 1 Next