आर.एस. 'प्रीतम' 1073 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid आर.एस. 'प्रीतम' 27 Sep 2017 · 1 min read #छप्पय छंद ★परिभाषा★ रोला + उल्लाला = छप्पय छंद छप्पय छंद में कुंडलिया छंद की तरह छह चरण होते हैं, प्रथम चार चरण रोला छंद के होते हैं ; जिसके प्रत्येक चरण... Hindi · कविता 5 2 17k Share आर.एस. 'प्रीतम' 11 Jun 2018 · 1 min read #शिखरिणी छंद #शिखरिणी छंद यह एक वर्णिक छंद हैं। चार पदों के इस छंद के प्रत्येक पद में सत्रह-सत्रह अक्षर होते हैं। इसके हर चरण में यगण,मगण, नगण,सगण,भगण लघु और गुरू होता... Hindi · कविता 1 1 12k Share आर.एस. 'प्रीतम' 3 Jun 2018 · 1 min read #कारण और कार्य - 'वंशस्थ छंद' #वंशस्थ छंद की परिभाषा और कविता #वंशस्थ छंद यह एक वर्णिक छंद है । इसमें चार चरण या पद होते हैं । इसमें बारह अक्षर होते हैं ; जो क्रमशः... Hindi · कविता 3 11k Share आर.एस. 'प्रीतम' 10 Jul 2022 · 21 min read #छंद के लक्षण एवं प्रकार #छंद एवं इसके प्रकार छंद- वर्ण, मात्रा, यति, गति, लय, तुक से बंधी हुई पंक्तियाँ छंद कहलाती हैं। छंद के अंग- 1.वर्ण- वर्ण के निम्नलिखित दो प्रकार होते हैं:- क.... Hindi 3 2 6k Share आर.एस. 'प्रीतम' 10 Jun 2018 · 1 min read #मालिनी छंद मालिनी छंद की परिभाषा और कविता #मालिनी छंद यह एक वर्णिक छंद है। इसमें चार पद होते हैं। इसके प्रत्येक पद में क्रमशःनगण,नगण,मगण,यगण,यगण होते हैं। इस छंद में पन्द्रह अक्षर... Hindi · कविता 2 7k Share आर.एस. 'प्रीतम' 28 Jul 2018 · 1 min read प्रकृति के दोहे पेड़ हमारा साथ दें , सूखें लकड़ी अंत। छाया ये फल फूल दें , स्वार्थी नहीं अनंत।। हरी - भरी होगी धरा , स्वस्थ रहे इंसान। अगर प्रदूषित ये हुई... Hindi · दोहा 3 7k Share आर.एस. 'प्रीतम' 27 Apr 2017 · 2 min read कविता : हर समस्या का समाधान होता है......??? हे मानव क्यों छोटी-छोटी बातों पर तू परेशान होता है। इस धरती पर तो पगले हर समस्या का समाधान होता है। विधाता ने जीवन के दो पहलू बनाए हैं कभी... Hindi · कविता 5k Share आर.एस. 'प्रीतम' 26 Jun 2020 · 1 min read #मात्रा गणना और दोहा छंद #आइए सीखते हैं,मात्रा गणना के साथ दोहा छंद क्या होता है दोहा?कैसे लिखा जाता है दोहा?.. आइए जानते हैं दोहा लिखने का नियम.. ..?दोहा.. दोहा एक अर्द्धसममात्रिक छंद है।यह सबसे... Hindi · दोहा 1 4 5k Share आर.एस. 'प्रीतम' 6 Dec 2016 · 1 min read कविता: वो बचपन की यादें आज फिर याद आई मुझे मेरे गाँव की। वो बचपन की यादों की वो पीपल की छांव की।। १.माँ की ममता के आँचल तले, कितने लाड़ प्यार से हम थे... Hindi · कविता 4k Share आर.एस. 'प्रीतम' 21 Jul 2018 · 1 min read दोहे-शिक्षाप्रद दोहे-शिक्षाप्रद ----------------- संगत अच्छी राखिए,गुणी बनो भरपूर। माली बेचे फूल है,ख़ुशबू हाथ हुज़ूर।। बीती बातें भूल के,नई करो शुरुआत। बीती काली रात तो,आए नया प्रभात।। सोच कभी ना कीजिए,संकट आएँ... Hindi · दोहा 2 3 4k Share आर.एस. 'प्रीतम' 5 Dec 2016 · 2 min read हास्य-कविता: गधा गधा ही रहता है मास्टर जी पढ़ा रहे थे,एक बच्चे पर चिल्ला रहे थे,अरे मूर्ख पढ़ता नहीं है,खेला करता है। तू मुझे जानता नहीं, मुझे पहचानता नहीं, मैं गधे को आदमी बना सकता हूँ।... Hindi · कविता 4k Share आर.एस. 'प्रीतम' 17 Dec 2016 · 1 min read कविता : स्वदेशी स्वदेशी अपनाओ अगर विदेशी से अच्छा है। संज्ञा नहीं कार्य ही स्वेच्छा की एक सुरक्षा है। पहले तोलो फिर बोलो नीति कितनी सही है। दूध से मिठाइयाँ,लस्सी और बनती दही... Hindi · कविता 1 3k Share आर.एस. 'प्रीतम' 4 Jun 2018 · 1 min read --कथनी और करनी एक हो--द्रुतविलम्बित छंद द्रुतविलम्बित छंद की परिभाषा और कविता-- द्रुतविलम्बित छंद ----------------------यह एक वर्णिक छंद है।इसमें चार चरण होते हैं।इस छंद के प्रत्येक चरण या पद में बारह वर्ण क्रमशः नगण,भगण-भगण एवं रगण... Hindi · कविता 2 4k Share आर.एस. 'प्रीतम' 11 Jun 2018 · 1 min read #सवैया छंद सवैया छंद की परिभाषा और उदाहरण #सवैया छंद सवैया छंद में चार पद होते हैं। इसके प्रत्येक पद में बाईस से छब्बीस वर्ण या अक्षर होते हैं। ये कई प्रकार... Hindi · कविता 2 4k Share आर.एस. 'प्रीतम' 28 May 2018 · 1 min read #दिगपाल की परिभाषा और उदाहरण #दिगपाल छंद की परिभाषा और उदाहरण दिगपाल छंद में चार चरण होते हैं। इसके प्रत्येक चरण की यति बारह-बारह(12, 24) मात्राओं पर होती है। इसके दो चरणों का तुकांत मिलना... Hindi · कविता 1 4k Share आर.एस. 'प्रीतम' 16 May 2018 · 1 min read #बरवै छंद बरवै छंद की परिभाषा और उदाहरण परिभाषा-बरवै एक अर्धसममात्रिक छंद है;इसमें चार चरण होते हैं,इसके पहले और तीसरे चरण में बारह-बारह मात्राएँ एवं दूसरे और चौथे चरण में सात-सात मात्राएँ... Hindi · कविता 1 2 4k Share आर.एस. 'प्रीतम' 25 Jul 2018 · 1 min read प्रशंसा भरे दोहे नेक प्रशंसा सीख तू, सबको भाए ख़ूब। पल में सारे काम हों, जाए दुख भी डूब।। हँसता देखें आप को, भागें सारे रोग। बासी बेंगन देखके, रोएँ हँसते लोग।। हँसी... Hindi · दोहा 1 2k Share आर.एस. 'प्रीतम' 24 May 2018 · 1 min read तांटक छंद की परीभाषा और कविता- तांटक छंद की परिभाषा और कविता परिभाषा- तांटक छंद में चार पद होते हैं। प्रत्येक पद में सौलह चौदह की यति पर तीस-तीस मात्राएँ होती हैं। हर पदांत में तीन... Hindi · कविता 3k Share आर.एस. 'प्रीतम' 11 Jun 2018 · 1 min read #शार्दुल विक्रीड़ित छंद शार्दूल विक्रीड़ित छंद की परिभाषा और कविता #शार्दूल विक्रीड़ित छंद यह एक वर्णिक छंद है। इस छंद के प्रत्येक पद में उन्नीस-उन्नीस अक्षर होते हैं। प्रत्येक पद में यति बारह-सात... Hindi · कविता 2 2k Share आर.एस. 'प्रीतम' 21 Dec 2016 · 1 min read कविता : जैसी करनी वैसी भरनी सूरज ने विदाई ली,ये रात सजकर आ गई। चाँद मुस्कराने लगा,तारों को हँसी आ गई।। घिरके नींद जब आने लगी,आँखें सपनें सजाने लगी। मीठे-मीठे सपने देकर,ये रात गौरी बहलाने लगी।... Hindi · कविता 2k Share आर.एस. 'प्रीतम' 11 Mar 2018 · 2 min read #कुंडलिया//दोहा//रोला//छंद कैसे लिखें? #कुंडलिया नकली जीवन शान से , जीते अब हैं लोग। मूल्य ह्रास ही मानिए , झूठ प्रदर्शन रोग।। झूठ प्रदर्शन रोग , भेद खुलते ही लानत। सादापन राखिये , सदा... Hindi · कुण्डलिया 1k Share आर.एस. 'प्रीतम' 29 May 2018 · 1 min read --हुनर सबको मिला है--रूपमाला छंद रूपमाला छंद की परिभाषा और कविता-- रूपमाला छंद-- -------------------इसमें चार चरण होते हैं।प्रत्येक चरण में चौबीस-चौबीस मात्राएँ होती हैं।प्रत्येक चरण की यति चौदह-दस पर होती है और चरणांत में गुरू... Hindi · कविता 1k Share आर.एस. 'प्रीतम' 8 Jan 2017 · 1 min read कविता : रिश्ते हैँ कच्चे धागे रिश्ते कच्चे धागे,मोल न इनका कोय। समझे तो ज़न्नत,न समझे तो नरक होय।। सुख-दुख में साथ निभाता सच्चा मीत वही। बात-बात पर मुँह मोडले निज स्वार्थी होय।। ऐसे रहिए मिलजुल... Hindi · कविता 1 1k Share आर.एस. 'प्रीतम' 10 Jan 2017 · 1 min read बेटियाँ छू लूँगी गगन एकदिन न मारो कोख पावन में। फूल-सी खिलने दो मुझको इस दुनिया के चमन में।। देख रिश्तों की लाज की सूरत मैं बसाऊँगी आँखों में। कल्पना की... "बेटियाँ" - काव्य प्रतियोगिता · कविता · बेटियाँ- प्रतियोगिता 2017 1k Share आर.एस. 'प्रीतम' 31 May 2018 · 1 min read --नेक बातें--त्रिभंगी छंद त्रिभंगी छंद की परिभाषा और कविता-- त्रिभंगी छंद --------------त्रिभंगी छंद में चार पद होते हैं।इसके प्रत्येक पद में चार चरणों में बत्तीस-बत्तीस मात्राएँ होती हैं। इसके हर पद की गति... Hindi · कविता 1k Share आर.एस. 'प्रीतम' 14 Aug 2019 · 1 min read रक्षाबंधन पर दोहे राखी का त्योहार है,भ्रातृ-बहिन का प्यार। कच्चा धागा तो बने,रक्षा का हथियार।। बहनें सबकी एक हैं,करो सभी का मान। मिटा हृदय से भेद तो,ये जग स्वर्ग समान। क्रोध कभी मत... Hindi · दोहा 1k Share आर.एस. 'प्रीतम' 13 Nov 2020 · 1 min read #प्यार भरे दोहे ये माना दिल तोड़ कर,हँस तो लोगे आप। पर तोड़े दिल का कभी,सह न सकोगे श्राप।। आँसू आहें दिल जली,तोड़ सकें अभिमान। मानो माचिस ख़ुद जले,करने राख जहान।। मौत मिले... Hindi · दोहा 1 1k Share आर.एस. 'प्रीतम' 25 Mar 2017 · 1 min read आँचल संभाल कर चलना : कविता आँचल संभाल कर चलना हवाएँ तेज़ हैं। कमसिन उम्र की होती ये अदाएँ तेज़ हैं।। कलियों की रुत पर,भ्रमरों की नज़ाकतें। आने लगी हैं सुनिए,सरेआम ये शिकायतें। नज़रें बचाकर चलना... Hindi · कविता 1 1k Share आर.एस. 'प्रीतम' 3 Dec 2016 · 1 min read कविता:प्रीतिभोज प्रीतिभोज का आयोजन,करता दिलों का समायोजन। प्यार की बहारों से खिलता है सदा दिले-चमन। प्यार से मिलना,प्यार से रहना,आनंद करता है उत्पन्न। विश्वास की दीवार इंसानियत को करती आई सदैव... Hindi · कविता 1k Share आर.एस. 'प्रीतम' 20 Jun 2022 · 1 min read दोहे- मोबाइल पर दोहे- मोबाइल पर मिलता इंटरनेट पर, सही ग़लत सब ज्ञान। उचित रहे जो लक्ष्य में, देना उसपर ध्यान।। दृश्य छोड़ता छाप हर, दर्शन कर अभिराम। बद करता बदनाम है, शुद्ध... Hindi 1k Share आर.एस. 'प्रीतम' 12 Feb 2019 · 1 min read नशा नाश की जड़ है नशा नाश की जड़ है,खाए जीवन मूल। दूर रहो सुख पाओ,करना कभी न भूल।। मान शान यह घर का,ख़ुशियाँ लेता लूट। रोज-रोज का झगड़ा,डाले सबमें फूट। अंत बुरा हो तन... Hindi · गीत 3 1k Share आर.एस. 'प्रीतम' 21 Mar 2021 · 1 min read #दोहे सफलता के ?दोहा सफलता के? इच्छाएँ बढ़ती रही , भागे तन मन नैन। बहुत मिला पर कुछ नहीं , जब तक चित बेचैन।। साँस-साँस में मद भरा , उर में अधिक जुनून।... Hindi · दोहा 1 1k Share आर.एस. 'प्रीतम' 13 Sep 2017 · 1 min read कविता... राजभाषा हिंदी अपनी हिन्दी ********* फूलों से महकता चमन है हिन्दी। हर शब्द है फूल इसका,भरलो हृदय गागरी। मिलजुल बोलो तुम,जय हिन्दी,जय देवनागरी। आन-बान-शान है भारत की पहचान है। है वैज्ञानिक तभी... Hindi · कविता 1k Share आर.एस. 'प्रीतम' 23 Dec 2016 · 1 min read #हास्य-कविता : 'हद हो गई' सपनों की दुनिया में गुलाब खिलाए बैठे हैं लोग। पर अपने ही घर में आग लगाए बैठे हैं लोग।। इस कदर बेशर्म हुए अपनी घिनौनी हरक़तों से। स्वार्थी बेटी को... Hindi · कविता 1 1 1k Share आर.एस. 'प्रीतम' 2 Dec 2016 · 1 min read #नवगीत - इतने अच्छे दिन मिले #नवगीत - इतने अच्छे दिन मिले रोजगार भी छिन गये , मँहगाई की मार। इतने अच्छे दिन मिले , जनता क्यों लाचार।। नित डीज़ल पैट्रोल की , क़ीमत आँधी चाल।... Hindi · गीत 1 1k Share आर.एस. 'प्रीतम' 22 Nov 2017 · 1 min read #दोहे - बरसात पर धरा हुयी बेचैन जब , घन लाए बरसात । प्रेम उसे ही सब कहें , समझे जो ज़ज़्बात।। सूखे नद तालाब थे , तरुवर सभी उदास। बारिश ने आकर इन्हें... Hindi · दोहा 1k Share आर.एस. 'प्रीतम' 4 May 2017 · 1 min read कविता : तुम डाल-डाल,हम पात-पात.....??? गोलियों की बौछार से या तीर तलवार से। जीतना है संग्राम,चाहे किसी भी हथियार से। साम,दाम,दंड,भेद कोई भी नीति अपनाकर, दहलाना शत्रु का कलेजा सिंह की हुंकार से। दो सिर... Hindi · कविता 1k Share आर.एस. 'प्रीतम' 1 Nov 2018 · 1 min read माँ का दर्द "माँ का दर्द" --------------- फूट-फूट कर रोई थी माँ,न जागी थी न सोई थी माँ। घोर तिमिर में खोई थी माँ,जिस दिन तन्हा होई थी माँ।। अपने मुँह मोड़ गए... "माँ" - काव्य प्रतियोगिता · कविता 13 55 945 Share आर.एस. 'प्रीतम' 15 Dec 2020 · 1 min read #कोरोना काल #कोरोना काल साँस रोकले जकड़ फेफड़े,रोग संक्रमण का आया। कोरोना नाम वायरस का,घातक सबने बतलाया। दवा नहीं है हवा यही है,साँसों से बढ़ता जाए; चीन देश से आया भारत,गाँव शहर... "कोरोना" - काव्य प्रतियोगिता · कविता 12 54 914 Share आर.एस. 'प्रीतम' 20 Jun 2017 · 1 min read कविता : दिल की धड़कन?? दिल की धड़कन ये,कुछ कहती है। मेरी आँखों में तू,रब-सी रहती है।। तेरा दीदार कुछ,अधूरा-सा है अभी। शीतल पवन-सी,तू मन में बहती है।। मैं तेरा आलिंगन,पाऊं हरपल मैं ही। दिल... Hindi · कविता 1k Share आर.एस. 'प्रीतम' 27 Jun 2018 · 1 min read रोमांटिक दोहे रोमांटिक दोहे 1-प्रीतम ऐसा हाल जी,नयन हुए जो चार। उजड़े गुलशन लौट के,आई मौज़ बहार। 2-प्रीतम मिलना नैन का,बने ख़ुशी का सार। सुखद हृदय की राह है,हुआ यार दीदार।। 3-प्रीतम... Hindi · दोहा 878 Share आर.एस. 'प्रीतम' 9 Oct 2020 · 2 min read #दोहा और सोरठा छंदों की परिभाषाएँ एंव 'खेती और किसान' विषय के उदाहरण सोरठा और दोहा छंद की परिभाषा एवं 'खेती और किसान' विषय के उदाहरण- दोहा छंद-दोहा एक अर्द्ध सममात्रिक छंद है।इसमें चार चरण होते हैं।इसके विषम चरणों(प्रथम एवं तृतीय) में तेरह-तेरह... Hindi · कविता 2 1k Share आर.एस. 'प्रीतम' 7 May 2018 · 1 min read #कुंडलिया//मौसम मौसम हक में आज है , चलना संभल मित्र। इसका मन है बदलना , पलपल बदले चित्र।। पलपल बदले चित्र , न अनहोनी हो जाए। जीवन है अनमोल , न... Hindi · कुण्डलिया 1 824 Share आर.एस. 'प्रीतम' 16 Feb 2022 · 2 min read $वीर/आल्हा छंद- प्यारा भारत #वीर/आल्हा छंद वीर एक सम मात्रिक छंद है। इसमें चार चरण होते हैं। इसके प्रत्येक चरण में 31-31 मात्राएँ होती हैं। हर चरण में यति सौलह, पन्द्रह (16,15) पर होती... Hindi · कविता 1 1k Share आर.एस. 'प्रीतम' 30 Mar 2023 · 1 min read जय श्री राम.. दोहे राम हृदय जिसके बसे, ऊँची भरे उड़ान। संकट-रावण को हरा, जीते हर मैदान।। पत्थर जल में तैरते, लिखा राम का नाम। राम नाम बलवान है, करे सिद्ध सब काम।। राम-राम... Hindi 2 6k Share आर.एस. 'प्रीतम' 21 Jan 2022 · 2 min read #साहस- पदपादाकुलक छंद #पदपादाकुलक छंद पदपादाकुलक एक सम मात्रिक छंद है। इसमें चार चरण होते हैं। इसके प्रत्येक चरण में 16-16 मात्राएँ होती हैं। चरण के आदि में द्विकल अनिवार्य होता है और... Hindi · कविता 960 Share आर.एस. 'प्रीतम' 3 May 2017 · 1 min read ??◆सैनिक का धर्म◆?? सैनिक हो चाहे किसी देश का भी। इंसान पहले है किसी वेश का भी।। आमने-सामने लड़ना तो फर्ज़ ठहरा। शहीद होने पर मान सर्वेश का भी।। अंग-भंग करना कोई तालिम... Hindi · कविता 818 Share आर.एस. 'प्रीतम' 18 Jul 2018 · 1 min read दोहे धर्म वही जो मान दे,राजा रंग फ़िजूल। पुण्य हेतु हों फूल तो,पाप हेतु हों शूल।।//1 दृष्टि रखे जो एक है,देता सबको न्याय। राजा वह तो नेक है,पलपल पूजा जाय।।//2 झूठ... Hindi · दोहा 793 Share आर.एस. 'प्रीतम' 24 Apr 2022 · 1 min read #पूज्य पिता जी पिता उजाला बन जीवन का, अँधियारा घोर मिटाए। परिवार हेतु निज सुख भूले, हर चिंता दूर भगाए।। माता धरती आकाश पिता, प्रतिपल में मंगलकारी। स्नेह सुधा का पान कराए, निश्छल... “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह · कविता 13 20 820 Share आर.एस. 'प्रीतम' 2 Jun 2018 · 1 min read --शुभ कर्म--इन्द्रवज्रा छंद इन्द्रवज्रा छंद की परिभाषा और कविता-- इन्द्रवज्रा छंद ----------------यह एक वर्णिक छंद होता है।इसमें ग्यारह अक्षर होते हैं।इसमें दो तगण,एक जगण और दो गुरू मात्राएँ होती हैं(SSI SSI ISI SS)।... Hindi · कविता 877 Share Page 1 Next