Comments (3)
9 Sep 2020 09:07 AM
अति उत्तम, बहुत बहुत ही भावपूर्ण और शिक्षाप्रद दोहे ???
आर.एस. 'प्रीतम'
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3 Dec 2020 09:01 AM
हार्दिक आभार आपका आदरणीय!
सोच कभी ना कीजिए, संकट आए लाख ।
सूर्य-ग्रहण को झेलता, रहती फिर भी साख !!
इसका अर्थ भेजीए