Rishav Tomar Tag: ग़ज़ल/गीतिका 30 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Rishav Tomar 5 Jun 2020 · 1 min read पीड़ा में प्रकृति का मन छिन्न भिन्न किया प्रकृति को, भींग गये है उसके नयन। तभी कोरोना तभी अधियाँ, आफत आई है ये गहन। मिली अमानत में हमको थी, सतरंगी प्यारी प्यारी। छेड़खान करके हम... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 4 554 Share Rishav Tomar 11 Apr 2019 · 1 min read आओ चले मतदान करें देश प्रेम को आगे रखके हम खुद का सम्मान करें लोकतंत्र के महापर्व में आओ चलो मतदान करें गली मोहल्ले गाँव शहर में घूम घूम कर हम भाई बूढ़े और... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 483 Share Rishav Tomar 7 Dec 2018 · 1 min read इश्क का जाम तुम्हारी इश्क के महखाने का मैं जाम बन जाऊँ अगर तुम रति बनो साथी तो तेरा काम बन जाऊँ सिखी के पंख सी सुंदर गुलाबों से ओ प्यारी सुन अगर... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 465 Share Rishav Tomar 17 Mar 2018 · 1 min read बेटियाँ चंदन रोली कुमकुम की थाल है बेटियां फूलों में जैसे एक सुर्ख गुलाब है बेटियां बिल्कुल मंदिर की घण्टी की तरह पाक गीता रामायण और कुरान है बेटियां बहन बेटी... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 2 454 Share Rishav Tomar 14 Mar 2018 · 1 min read यमुना तीर गुमसुम होकर राधिका ,बैठी यमुना तीर नही कृष्ण आये अभी ,कौन बधाये धीर कृष्णा पुकारे राधिका ,बनकर के गोपाल तांक रही है शून्य में ,नयनों में भर नीर ज्यो नजरें... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 412 Share Rishav Tomar 9 Nov 2017 · 1 min read जिश्म में छूपा दोपहर रखती है वो होठों में अपने गंगा सा जल रखती है हर पल जाने क्यों मुझ पे नजर रखती है गुलसनों की बात उसके सामने क्यो करूँ वो बदन पर ही फूलो... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 288 Share Rishav Tomar 10 Oct 2017 · 1 min read तेरी यादों का सिलसिला है ये जो तेरी यादों का सिलसिला है बड़ा ही कठिन सा ये जलजला है प्यार करती है मुझसे मैं जानता हूँ लेकिन मोहबत में हर दिल जला है पथ्थरों की... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 294 Share Rishav Tomar 8 Sep 2017 · 1 min read तेरी आँख का काजल घटा घनघोर से प्यारा तुम्हारी आँख का काजल घनेरी साँझ से गहरा तुम्हारी आँख का काजल तुम्हारी जुल्फ के साये में जब भी सांस लेता हूँ हमारी जान लेता है... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 2 576 Share Rishav Tomar 31 Aug 2017 · 1 min read दीवाना हुआ तुझे देख दिल बादल हुआ है आवारा पागल दीवाना हुआ है चाँद को अच्छे से ये निहार के चाँदनी का दिल दीवाना हुआ है प्यार में अंधा होकर मेरा दिल... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 315 Share Rishav Tomar 24 Aug 2017 · 1 min read झूठ तुमने दिल से कहा होता तुम्हारी बातों से भी ये दिल खुश होता जो कही झूठ तुमने दिल से कहा होता हम शायर तो वैसे मोहबत के मरीज है दिल से दवा दी होती तो... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 265 Share Rishav Tomar 18 Aug 2017 · 1 min read लिख देना नफरतों के बाजारों में तुम प्यार लिख देना बिखरती जुल्फ को मेरा सलाम लिख देना अगर लिखना है तुमको तो मेरी तुम बात सुन लेना जमाने मे मोहबत को इबादत... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 314 Share Rishav Tomar 28 Jul 2017 · 1 min read मौत का सामान ही तो है आज का जानलेवा प्यार ही तो है मेरी मौत का ये समान ही तो है ये मौत फरेब हत्या साज़िश औऱ झूठ हर रोज आता है अखबार ही तो है... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 252 Share Rishav Tomar 16 Jul 2017 · 1 min read गजल किसी अपने ने मुझे इस तरह सताया गले से लगाकर मुझे मेरा घर जलाया नही लगाया हमने इल्जाम उन पर लेकिन फिर उन्होंने मुझे गैर का बताया उनके अलावा कोई... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 367 Share Rishav Tomar 2 Jul 2017 · 1 min read नजर आता है मुझे हर तरफ कुछ ऐसा नजर आता है कोई अपना मुझसे खफा नजर आता है गर हँसने का नाम ही अगर ज़िन्दगी है तो मुझे हँसी में कोई गम नजर... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 460 Share Rishav Tomar 1 Jul 2017 · 1 min read बचा कुछ नही उन्होंने जब ठुकराया तो हुआ कुछ नही सासे रही मगर ज़िन्दगी में बचा कुछ नही जब आप मिले थे तो गिले शिकवे नही लेकिन आज इनके अलावा बचा कुछ नही... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 438 Share Rishav Tomar 1 Jul 2017 · 1 min read गजल इस सरबती बदन को जरा दिखा दे मेरे तन मन मे जरा आग लगा दे मैं साथी उस मेहखाने में क्यो जाऊँ तुम मुझे यही जरा आँखो से पिला दो... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 310 Share Rishav Tomar 29 Jun 2017 · 1 min read गजल वो मुझ पर सितम ढाती रही रात भर मुझको जगाती रही काश दूर होती ये मुफ़लिसी वो रात भर याद आती रही मुझे अपनी छत पर बैठे हुये रात भर... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 502 Share Rishav Tomar 19 Jun 2017 · 1 min read गीतिका प्यार मेरा एक नदी था,वो बूँद हो गया मैं खुशियों का ताज था खण्डर हो गया सब कुछ बड़ा सा, मैं चाहते चाहते हुये दो हजार के नोट से छुटा... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 271 Share Rishav Tomar 15 Jun 2017 · 1 min read हो जाओ मोहबत में गुलाब हो जाओ मंजर ए मेहताब हो जाओ इस तरह करो मोहबत हमसे बिल्कुल लाजबाब हो जाओ बस इतना ही कहूँगा साथी चाँदनी मय रात हो जाओ बस... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 271 Share Rishav Tomar 14 Jun 2017 · 1 min read नही चाहता सब कुछ त्याग कर मैं पत्थर नही बनाना चाहता इंसान ही ठीक हूँ मैं ईश्वर नही बनाना चाहता रिस्तों को निभाते निभाते मैं बर्बाद हो गया हूँ अब रिस्तों के... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 620 Share Rishav Tomar 12 Jun 2017 · 2 min read गजल चाहत में किसी को ठुकराया नही जाता है केवल रूह से रूह को मिलाया जाता है सदियों से जमाना चाहत का दुश्मन रहा है हर रोज चाहत को नापाक बताया... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 383 Share Rishav Tomar 12 Jun 2017 · 1 min read छत पर चाँद आज मेरी छत पर वो चाँद आया उसको देख आँखों को सुकून आया जब लबो पर तबस्सुम का मंजर छाया पतझड़ के आलम में बसंत घिर आया उसकी रानाइयाँ का... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 273 Share Rishav Tomar 10 Jun 2017 · 1 min read गजल दर्द के आलम में भी मुस्कुराया जा सकता है पत्थर पर कोमल फूल खिलाया जा सकता है लोग मुझे पत्थर दिल कह कहकर दर्द देते रहे उन्हें क्या पता पत्थर... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 543 Share Rishav Tomar 8 Jun 2017 · 1 min read गजल आँखो में ख्याबो को सजाती है चाहत सदा गिरते हुओं को उठती है चाहत मुमकिन नामुमकिन कुछ नही जानती सपनो को हक़ीक़त बनाती है चाहत मरकर भी ये दिलो में... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 337 Share Rishav Tomar 3 Jun 2017 · 1 min read गजल जो जन्म से अंधा है वो देखना क्या जाने जो दिल से बेबफा है वो बफा क्या जाने जो छोड़कर चले जाते है बिन बताये सफर में असल मे हमसफ़र... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 588 Share Rishav Tomar 27 May 2017 · 1 min read गजल मेरी हर शाम खुशनुमा सी होगी जब तेरी पनाहों में ज़िंदगी होगी मेरी पलकों में है उनकी सूरत उनके लिये तो ये बेबकूफी होगी जो मेरी नजरों में इबादत सी... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 359 Share Rishav Tomar 25 May 2017 · 1 min read गजल आज चाँदनी रात में अंधियारी छा रही है लगता है वो छत पर बाल सूखा रही है मेरी गली में भीनी भीनी गंध आ रही है लगता है वो यहाँ... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 259 Share Rishav Tomar 25 May 2017 · 1 min read गजल जमी से उस आसमाँ तक हर जगह देखलो जहाँ कोई दिल की सुनता हो उसको देखलो इधर-उधर की सोचना अच्छी बात नही है बस तुम तो उसे एक नजर प्यार... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 247 Share Rishav Tomar 18 May 2017 · 1 min read गजल मुझे कुछ दूर एक मंजर नजर आता है मुझे खुद का घर जलता नजर आता है मैं दिनभर जरे जरे में खोजता फिरता हूँ उन्हें बस वो हसीं चाँद मुझे... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 305 Share Rishav Tomar 18 Mar 2017 · 2 min read प्रेम की कहानी मेरे प्रेम की कहानी मेरा दिल सुना रहा है, कभी खुल के हँस रहा है कभी छुप के रो रहा हैं ये प्यार में तुम्हारे पतझड़ सा हो गया है... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 621 Share