ओनिका सेतिया 'अनु ' Tag: कविता 875 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid ओनिका सेतिया 'अनु ' 15 Dec 2020 · 1 min read करोना का खौफ सुनी जो उनके आने की आहट हमने , अपना होशो-ओ-हवास गंवाया हमने। पहले सजग थे साफ सफाई को लेकर , अब नया वहम का रोग लगाया हमने। अपनों के करीब... "कोरोना" - काव्य प्रतियोगिता · कविता 29 82 1k Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 1 Feb 2021 · 1 min read तुम तुम तुम ना होकर भी मेरे जीवन में हो। उसी तरह जैसे फूलों में खुशबू, जैसे सागर में मोती, नदिया में लहरें, हवाओं में ठंडक, अग्नि में तपन, तुम हो... "कुछ खत मोहब्बत के" - काव्य प्रतियोगिता · कविता 17 80 895 Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 2 Nov 2018 · 1 min read माँ तो ऐसी ही होती है ..... (माँ का बलिदान ) {कविता } अपनी बगिया के फूलों को , रक्त से अपने सींचती है । उनकी मुस्कराहट के लिए , अपने अश्क भी पी जाती है । चैन से वोह सो सके ,... "माँ" - काव्य प्रतियोगिता · कविता 15 50 2k Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 16 May 2021 · 1 min read आंसुओं की बरसात तेरी आंसुओं की बरसात हे धरती ! , रह रह कर मेरे दिल में आग लगाए । क्या कहूं ? कैसे कहूं अब तू ही बता , तेरा दुख मुझसे... “बरसात” – काव्य प्रतियोगिता · कविता 14 23 986 Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 16 May 2021 · 1 min read अब कहां वो बरसात ! अब कहां वो बरसात , जो हमने बचपन में देखी थी । धुंआधार मूसलधार बरसती बरसात में , हल्की हल्की ठंडक महसूस की थी । मिट्टी से उठती भीनी भीनी... “बरसात” – काव्य प्रतियोगिता · कविता 8 16 303 Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 23 May 2021 · 2 min read मां तो बस मां ही होती है .. माँ तो बस माँ ही होती है , क्या सगी क्या सौतेली । मगर यह समझता है कौन , वोह है एक अनबुझ पहेली । कैसा है यह आधुनिक समाज... Hindi · कविता 8 9 567 Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 26 May 2021 · 1 min read धरती कहे पुकार के . धरती कहे पुकार के , आसमां की ओर निहार के । वो जो है सखी अपनी , कब आयेगी बरखा रानी । तेरे बिन सुना आंगन मेरा , और बेरंग... “बरसात” – काव्य प्रतियोगिता · कविता 8 18 647 Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 3 Jun 2021 · 1 min read जिंदगी क्या है ?... जिंदगी क्या है ? गम का दरिया है । डूबना - उभरना जिसकी , तकदीर में लिखा है । जिंदगी क्या है ? एक जलता हुआ दीया है , उतनी... Hindi · कविता 8 7 457 Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 15 Jul 2021 · 1 min read समय चक्र समय चक्र निरंतर चलता जाए , यह रोकने से भी ना रुकने पाए । चाहे करलें जितने भी प्रयास हम, यह हमारे हाथ बिल्कुल न आए । उम्र गुजरी सु... Hindi · कविता 8 10 1k Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 5 Aug 2021 · 1 min read आस्तीन के सांप आस्तीन के सांप केवल घनिष्ठ मित्र ही नही, सगे संबंधी ,रिश्तेदार , भी हो सकते है । कभी कभी भाई बहन , हो सकते है । और संताने भी हो... Hindi · कविता 8 12 408 Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 19 Aug 2021 · 1 min read अफगानी औरतों के हक में ... छीनना चाहते हो तुम उससे , इल्म और तालीम का हक। तुम्हीं उसका रोजगार करना, आत्म निर्भर बनना पसंद नही । तुम ये भी नहीं चाहते की वो , अपनी... Hindi · कविता 8 8 441 Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 12 Oct 2021 · 1 min read माता पिता कभी नहीं मरते ... माता पिता कहीं नहीं जाते , कभी नहीं मरते , उनका मरता केवल शरीर है , उनकी आत्मा तो घर की एक एक ईंट पर , विराजमान है । जो... Hindi · कविता 8 10 827 Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 24 May 2021 · 2 min read तारीफ में कंजूसी क्यों ? जाने क्यों लोग इतने कंजूस , क्यों हो गए हैं । दो पैसे की मदद करने की बात छोड़ो , तारीफ के दो शब्द बोलने इन्हें , भारी पड़ गए... Hindi · कविता 7 5 785 Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 27 May 2021 · 1 min read लॉक डाउन और बारिश क्या ही अच्छा होता , जो यह करोना न होता । करोना न होता तो , लॉक डाउन भी न लगता । जीवन में कितना ठहराव , सा आ गया... Hindi · कविता 7 6 476 Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 16 Jul 2021 · 1 min read स्त्री की परिभाषा एक मांस का लोथड़ा नहीं , सम्पूर्ण मनुष्य है । वो मनुष्य जिसमें , भावनाओं की गंगा बहती है । वो मनुष्य जिसके जीवन से , एक जीवन सांस लेता... Hindi · कविता 7 6 1k Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 21 Jul 2021 · 1 min read बकरी की पीड़ा ( बकरीद पर विशेष ) खुशी तुम्हारी , और गम हमारे लिए क्यों ? आनंद तुम्हारा , हमारे लिए मौत क्यों ? अल्लाह तुम्हारा कुर्बानी मांगे , तो खुद की दो ,अपनी बदियों की दो... Hindi · कविता 7 12 539 Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 30 Jul 2021 · 1 min read यमुना की पुकार यमुना में उठ रही है ऊंची ऊंची लहरें, यह बाहें हैं जो सहायता को पुकारें। इन लहरों में समाई है अतीव करुणा , सुनकर दिल में भर आई मेरे करुणा... Hindi · कविता 7 2 374 Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 4 Aug 2021 · 2 min read किस्सा ए कामवाली ( हाउस मेड) {हास्य व्यंग कविता} जब ना आये वोह काम पर , तो हम पर आ जाती आफत। मगर जब आ जाये वो तो , चेहरे की बढ़ जाती है रौनक। वोह समझती है की... Hindi · कविता 7 6 451 Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 4 Sep 2021 · 2 min read ज़माना बहुत खराब है !! पहले समय में नारियां पहनती थी , मात्र शालीन भारतीय परिधान । तो भी बुजुर्ग वर्ग की टीका टिप्पणी होती थी , हो जाए जरा सा गला गहरा या टांगे... Hindi · कविता 7 11 620 Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 18 Oct 2021 · 2 min read मैं चाहती हूं ..एक पत्नी की आस ( करवा चौथ विशेष ) मैं चाहती हूं तुम्हारे लिए सदा करवा चौथ का व्रत रखूं , और उसके प्रताप से तुम्हारी उम्र , सितारों जितनी लंबी हो । मैं चाहती हूं ,भले ही हम... Hindi · कविता 7 10 506 Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 30 Aug 2022 · 2 min read भाग्य हीन का सहारा कौन ? एक छोटी सी बच्ची , उम्र है जिसकी कच्ची। दुनियादारी से अंजान , दिल की है पूरी सच्ची । कैसे करेगी अब सामना , बुरा है बहुत बैरी जमाना ।... Hindi · कविता 7 3 419 Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 15 Apr 2021 · 1 min read ये करोना बड़ा ही दुष्ट अरे!करोन! तू है तो बड़ा ही दुष्ट , जाने किस कारण से हुआ रूष्ट। तेरी वजह से ही ये गहराया संकट , देश की परिस्थितियां बनी हैं विकट । जन... Hindi · कविता 6 2 327 Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 9 May 2021 · 1 min read मां की महिमा ( मातृ दिवस पर विशेष) मां ईश्वर का नाम है दूजा, मां के सिवा मीत न दूजा । मां प्रेम का है दूजा नाम , मां को है हजारों सलाम । मां से बढ़कर ना... Hindi · कविता 6 8 355 Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 21 May 2021 · 3 min read नौ द्वारों की नगरी यह मैं कहां आ गई भटकते भटकते , यह मेरे लिए है बड़े अनजाने रास्ते । अरे ! यह काली अंधेरी गुफा कैसी ?, प्रवेश तो किया मैने मगर डरते... Hindi · कविता 6 8 535 Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 22 May 2021 · 1 min read हे धरती के भगवान ! तुम्हें नमन हे धरती के भगवान! हमारे ह्रदय स्पंदन, कृतार्थ हो राष्ट्र करता तुम्हें शत शत नमन । तुम बंधु-बांधव, मित्र व् अभिभावक हो , मृत्यु समक्ष अडिग खड़े प्रहरी रक्षक हो... Hindi · कविता 6 9 477 Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 24 May 2021 · 2 min read बारिश की एक शाम आओ ! आपको सुनाए , एक दास्तान अपनी हम । एक रोज बरस रही थी , बारिश बहुत झमाझम । विद्यालय से जब निकले थे, तब तो नहीं था ऐसा... “बरसात” – काव्य प्रतियोगिता · कविता 6 8 623 Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 5 Jun 2021 · 1 min read मेरे पेड़- पौधे ,मेरे बच्चे ( विश्व पर्यावरण दिवस पर विशेष) मेरी आंखों के तारे , मेरे दिल के सहारे , मेरा सपना , मेरा अरमान , मेरा जीवन , मेरे प्राण , मेरी छोटी सी बगिया के , प्यारे प्यारे... Hindi · कविता 6 10 473 Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 11 Jun 2021 · 1 min read वृक्षों का निस्वार्थ प्रेम वृक्ष हमें प्राण वायु देते है, अर्थात हमें जीवन देते है । वृक्षों से हवा शुद्ध होती है, हमारे श्वासों की ये बाती है। वृक्षों से मिले हमें फल-फूल, दवाइयां... Hindi · कविता 6 6 586 Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 14 Jun 2021 · 1 min read ईश्वर के नाम पत्र भाग २ हे ईश्वर ! बोलो तुम कैसे हो ? महसूस होता है बड़े व्यस्त हो ? हमारे पत्र का नहीं दिया जवाब , क्या खता हो गयी कहिए जनाब । ज़िक्र... Hindi · कविता 6 12 530 Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 15 Jun 2021 · 1 min read चाय - पुराण ( हास्य व्यंग काव्य) हे सांवली सलोनी,मनभावनी चाय जब से आई तू मेरे जीवन में। एक सुरूर सा छाया रहा हर सू, सारे गम काफुर हो गए पल में। तेरे विरोधियों ने लाख भहकाया,... Hindi · कविता 6 8 883 Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 16 Jun 2021 · 1 min read नर कंकाल जब भी जहां भी मैं इस नर कंकाल को।lदेखती हूं । तो बहुत डर सी जाती हूं । और ये सोचती हूं की , इंसान शैतान कैसे बनता है ?... Hindi · कविता 6 8 581 Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 5 Jul 2021 · 1 min read करोना का खानदान अरे ओ करोना ! पहले तूने कोई कसर छोड़ी थी , जो तू अपने साथ पूरा खानदान उठा लाया। तुम सब दुष्टों ने मिलकर कैसा हंगामा है मचाया , यूं... Hindi · कविता 6 12 685 Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 29 Jul 2021 · 1 min read जीवन साथी सिर्फ जीवन में शामिल होने को , जीवन साथ नहीं कहते। जीवन के दुख सुख का भागीदार हो , उसे जीवन साथी कहते है । सिर्फ साथ चलने वाले को... Hindi · कविता 6 6 185 Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 1 Aug 2021 · 1 min read भाग्य लेख : एक पहेली भाग्य लेख को ना कभी हम पढ़ पाए , क्या मंजूर है इसे कुछ समझ न पाए। ज्योतिषियों के घर भी चक्कर लगाए, वो भी हमारे भाग्य लेख को पढ़... Hindi · कविता 6 14 398 Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 3 Aug 2021 · 1 min read मैं और मेरा भारत मेरी और मेरे भारत की, किस्मत है एक जैसी। कभी उबड़-खाबड़ रास्तों , कभी समतल मैदान जैसी। कभी जिंदगी के तुफानो में , हिचकोले खाती तो कभी , तुफानो से... Hindi · कविता 6 4 579 Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 3 Aug 2021 · 1 min read वीर अभिमन्यु अधर्म का ऐसा नंगा नाच देखो , की नन्हे बालक को भी ना छोड़ा। रचाकर षड्यंत्र चक्रव्यूह का , मानवता से कायरों ने मुंह मोड़ा। पहले तो किया सबने एक... Hindi · कविता 6 2 674 Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 22 Oct 2021 · 1 min read शाकाहारी बनो .. मत बनाओ पेट को अपने , मृत बेजुबानों का कब्रिस्तान । कैसे तुम उनकी आहोें से , रह सकते हो अंजान । स्वाद तुम्हारी जुबान का , उनकी जिंदगी छीन... Hindi · कविता 6 10 1k Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 4 Dec 2021 · 1 min read ज़माने की असली तस्वीर लोग कहते हैं की वो थी ही बड़ी संवेदनशील , हर बात को दिल और दिमाग से लगा लेती थी । बेपरवाह होती तो आज यूं जीवन ना खोती ,... Hindi · कविता 6 6 404 Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 30 Dec 2021 · 2 min read बड़ा भाई ( घर परिवार के बड़े भाइयों को समर्पित कविता) पिता सी डांट फटकार। माता सा स्नेह दुलार । बड़ा भाई होता परिवार रूपी , इमारत की नींव का आधार । पिता की जिम्मेदारी । माता की उम्मीद सारी ।... Hindi · कविता 6 4 3k Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 8 Jan 2022 · 1 min read नाजुक दौर पर सख्त कदम हर मुख्य मंत्री अपने राज्य का , अगर यूं ही मनमानी करने लग गया। तो राष्ट्र संगठित कैसे हो पाएगा ? खतरे में पड़ जाएगी संसदीय प्रणाली , राष्ट्र फिर... Hindi · कविता 6 9 219 Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 14 Feb 2021 · 1 min read प्यार को प्यार ही रहने दो ( प्रेम दिवस पर विशेष ) प्यार को प्यार ही रहने दो , प्यार को कोई नाम न दो । प्यार खुदा ,प्यार ही भगवान, प्यार को एक पुजा ही रहने दो । प्यार जन्नत का... Hindi · कविता 5 10 446 Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 6 May 2021 · 1 min read एक अतृप्त आत्मा की पीड़ा ना जाने कैसी भूख है जो मिटती नहीं , यह कैसी प्यास है जो घटती ही नहीं । भूख तो फिर भी मिट जाती है भोजन से , और प्यास... Hindi · कविता 5 4 559 Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 25 May 2021 · 1 min read कामयाबी का नशा कामयाबी का नशा जब , सिर चढ़कर बोलता है । आस पास उसको फिर , कम ही नजर आता है । इंसान ज़मीं पर कम और आस्मां पर उड़ता है... Hindi · कविता 5 4 770 Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 8 Jun 2021 · 2 min read लॉक डाउन में गृहणी का जीवन जान माल की हानि ही नहीं , करोना से हुए और भी नुकसान । जरा गौर कीजिए इस विषय पर , दीजिए कुछ ध्यान । करोना की वजह से लॉक... Hindi · कविता 5 6 614 Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 10 Jun 2021 · 1 min read अस्तित्व हम मनुष्यों का अस्तित्व है ही क्या ? एक कठपुतली के सिवा हम है ही क्या ? ना जाने कब विधाता हमारी डोर खींच ले , और हमारा खेल खत्म।... Hindi · कविता 5 6 590 Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 20 Jun 2021 · 1 min read बस ! एक दिन का प्यार ... बस ! एक दिन का प्यार है, इसे प्यार ना समझो । मिल गया एक दिन सम्मान, उसे सम्मान न समझो । मिले हैं जो तोहफे आज के दिन, उसे... Hindi · कविता 5 10 610 Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 28 Jun 2021 · 1 min read कहां है शांति ? मंदिर में नहीं ,मस्जिद में नहीं , गुरुद्वारे में नहीं ,गिरजाघर में नहीं। नदी के किनारे और समुद्र के तट पर नहीं, जंगल में नहीं ,पहाड़ों में नहीं, घर में... Hindi · कविता 5 5 464 Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 15 Jul 2021 · 1 min read मेरा प्यारा अतीत मेरा अतीत ( कविता) मेरे अतीत ! मेरे प्यारे सुनहरे अतीत ! बोलो ! मैं तुम्हें कैसे भूल जाऊं ? कैसे ? जब जब वर्तमान मेरे कंठ से हलाहल उतारे... Hindi · कविता 5 6 579 Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 17 Jul 2021 · 1 min read दिल और सागर सागर जिस प्रकार है गहरा , इंसान का दिल उतना ही गहरा । सागर की थाह न कोई पा सका , दिलों को भी कोई जान न सका । सागर... Hindi · कविता 5 8 526 Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 18 Jul 2021 · 1 min read समय बड़ा बलवान समय यह जालिम कैसे कैसे दिन दिखलाए, महल को कुटिया तो कुटिया को महल बनाए। ये समय बड़ा बलवान है बड़ा शक्ति शाली , इसके आगे घुटने टेक बड़े बड़े... Hindi · कविता 5 10 448 Share Page 1 Next