Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
16 Jul 2021 · 1 min read

स्त्री की परिभाषा

एक मांस का लोथड़ा नहीं ,
सम्पूर्ण मनुष्य है ।
वो मनुष्य जिसमें ,
भावनाओं की गंगा बहती है ।

वो मनुष्य जिसके जीवन से ,
एक जीवन सांस लेता है ।
इस जीवन से कई रिश्ते ,
जीवन पाते हैं।

यह मानवी ,अपने जीवन में ,
अनेक भूमिकाएं निभाती है ।
मां ,पत्नी ,बेटी ,बहन , सास,
ननद ,भतीजी , बुआ ,मासी ,
इत्यादि ।

स्त्री केवल देह नहीं,
एक मन मस्तिष्क और आत्मा ,
को धारण करने वाला जीता जागता,
इंसान है जिसमें अनेक अरमान और चाहतें ।
जिसे पूर्ण करने का उसे पूरा और समान ,
अधिकार है।

एक परिश्रमी इंसान ,!
जो अपने सम्पूर्ण जीवन ,
अपने परिवार के लिए जीता है।
घर और बाहर की जिम्मेदारियों को ,
खुशी खुशी निभाता है।

स्त्री को कमज़ोर न समझो ,
स्त्री यदि लक्ष्मी और सरस्वती है तो ,
दुर्गा ,काली और चंडी भी है ।
इसे ह्रदय से आदर सम्मान और स्नेह दो ।

स्त्री सृजन है तो प्रलय भी ,
अति उत्तम होगा यदि समय रहते ,
इसके महत्व और योगदान को समझो ।
इसी में समाज और देश का हित है ।

Language: Hindi
7 Likes · 6 Comments · 1151 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from ओनिका सेतिया 'अनु '
View all
You may also like:
नज़्म - चांद हथेली में
नज़्म - चांद हथेली में
Awadhesh Singh
दोहा
दोहा
गुमनाम 'बाबा'
*सूने पेड़ हुए पतझड़ से, उपवन खाली-खाली (गीत)*
*सूने पेड़ हुए पतझड़ से, उपवन खाली-खाली (गीत)*
Ravi Prakash
सुकून
सुकून
Neeraj Agarwal
#दोहा
#दोहा
*प्रणय प्रभात*
मुझे मालूम है, मेरे मरने पे वो भी
मुझे मालूम है, मेरे मरने पे वो भी "अश्क " बहाए होगे..?
Sandeep Mishra
पैमाना सत्य का होता है यारों
पैमाना सत्य का होता है यारों
प्रेमदास वसु सुरेखा
एक लम्हा भी
एक लम्हा भी
Dr fauzia Naseem shad
।।  अपनी ही कीमत।।
।। अपनी ही कीमत।।
Madhu Mundhra Mull
ख़ामोशी है चेहरे पर लेकिन
ख़ामोशी है चेहरे पर लेकिन
पूर्वार्थ
ओ पंछी रे
ओ पंछी रे
krishna waghmare , कवि,लेखक,पेंटर
*”ममता”* पार्ट-1
*”ममता”* पार्ट-1
Radhakishan R. Mundhra
सन्मति औ विवेक का कोष
सन्मति औ विवेक का कोष
Umesh उमेश शुक्ल Shukla
बढ़ने वाला हर पत्ता आपको बताएगा
बढ़ने वाला हर पत्ता आपको बताएगा
शेखर सिंह
कीमत बढ़ा दी आपकी, गुनाह हुआ आँखों से ll
कीमत बढ़ा दी आपकी, गुनाह हुआ आँखों से ll
गुप्तरत्न
सच में शक्ति अकूत
सच में शक्ति अकूत
डाॅ. बिपिन पाण्डेय
बे फिकर होके मैं सो तो जाऊं
बे फिकर होके मैं सो तो जाऊं
Shashank Mishra
कमबख़्त इश़्क
कमबख़्त इश़्क
Shyam Sundar Subramanian
खुद को इतना .. सजाय हुआ है
खुद को इतना .. सजाय हुआ है
Neeraj Mishra " नीर "
Just a duty-bound Hatred | by Musafir Baitha
Just a duty-bound Hatred | by Musafir Baitha
Dr MusafiR BaithA
तेरी मुस्कराहटों का राज क्या  है
तेरी मुस्कराहटों का राज क्या है
Anil Mishra Prahari
कँहरवा
कँहरवा
प्रीतम श्रावस्तवी
पथ सहज नहीं रणधीर
पथ सहज नहीं रणधीर
Shravan singh
ड्रीम इलेवन
ड्रीम इलेवन
आकाश महेशपुरी
मुक्तक
मुक्तक
कृष्णकांत गुर्जर
मन मंदिर के कोने से 💺🌸👪
मन मंदिर के कोने से 💺🌸👪
तारकेश्‍वर प्रसाद तरुण
क्या लिखूँ
क्या लिखूँ
Dr. Rajeev Jain
তার চেয়ে বেশি
তার চেয়ে বেশি
Otteri Selvakumar
"वो बचपन के गाँव"
Dr. Kishan tandon kranti
अपराह्न का अंशुमान
अपराह्न का अंशुमान
Satish Srijan
Loading...