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Comments (11)

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11 Sep 2021 02:15 PM

जरा विचार कीजिये जिस जमाने में बुजुर्ग कहते थे जमाना खराब है आज के बुजुर्ग उस जमाने के बच्चे थे। जो हमे तब नही करने दिया वो हमने अब किया और देखा देखी हमारे बच्चों ने एक कदम आगे की सोच रखी। हमने पुराने बुजुर्गों की तुलना में टोकन उचित नही समझा। इसलिए जो हो रहा है वो सब हमारी नादानी है न कि नई पीढ़ी की।

सत्य वचन धन्यवाद जी

आजकल की स्थिति का सही वर्णन,
सुन्दर प्रस्तुति

धन्यवाद जी

4 Sep 2021 04:00 PM

यदि दादा जी और दादी जी को याद करे। तो जमाना तो अब धरती मे समाने को त्यार है उनकी याद दिला दी आप ने । बहुत ही सुन्दर प्रस्तुति दी है आप ने।

धन्यवाद जी !

धन्यवाद सभी मित्रों को ??

जी बहुत खूब लिखा

4 Sep 2021 03:33 PM

Wow..Very nice poem ..

यथोचित विवेचन आपका

बहुत सही कहा आपने आपको सादर अभिवादन।

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