ओनिका सेतिया 'अनु ' 1959 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid ओनिका सेतिया 'अनु ' 30 Dec 2021 · 2 min read बड़ा भाई ( घर परिवार के बड़े भाइयों को समर्पित कविता) पिता सी डांट फटकार। माता सा स्नेह दुलार । बड़ा भाई होता परिवार रूपी , इमारत की नींव का आधार । पिता की जिम्मेदारी । माता की उम्मीद सारी ।... Hindi · कविता 6 4 3k Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 8 Aug 2018 · 2 min read हाय यह मोटापा ! (हास्य -व्यंग्य कविता) जाने कैसी समस्या है यह , जो किसी तरह मिटती नहीं. कर ले लाख कोशिश मगर , चर्बी है की घटती ही नहीं. लज़ीज़ पकवानों केजो हम आशिक , क्या... Hindi · कविता 2 4 2k Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 2 Nov 2018 · 1 min read माँ तो ऐसी ही होती है ..... (माँ का बलिदान ) {कविता } अपनी बगिया के फूलों को , रक्त से अपने सींचती है । उनकी मुस्कराहट के लिए , अपने अश्क भी पी जाती है । चैन से वोह सो सके ,... "माँ" - काव्य प्रतियोगिता · कविता 15 50 2k Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 15 Jul 2021 · 1 min read समय चक्र समय चक्र निरंतर चलता जाए , यह रोकने से भी ना रुकने पाए । चाहे करलें जितने भी प्रयास हम, यह हमारे हाथ बिल्कुल न आए । उम्र गुजरी सु... Hindi · कविता 8 10 1k Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 25 Sep 2018 · 2 min read मुझे मत मारो ( कविता) { मादा पशु-पक्षियों की वेदना } मुझे मत मारो , कृपया मुझे मत मारो , तुम्हें तुम्हारे बच्चों का वास्ता , मेरे भी घर में हैं मेरे छोटे-छोटे बच्चे , वोह मेरा रास्ता देख रहे होंगे,... Hindi · कविता 1k Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 25 Jun 2017 · 1 min read मृत्यु -सुंदरी (कविता) मृत्यु सुंदरी (कविता) हे मुक्ति की देवी !हे सुंदरी ! पिलाकर प्राणी को तुम , मुक्ति से भरा प्याला , चिरनिंद्रा में सुला देती हो। जन्म -जन्म के दुखों से... Hindi · कविता 1 1 1k Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 15 Dec 2020 · 1 min read करोना का खौफ सुनी जो उनके आने की आहट हमने , अपना होशो-ओ-हवास गंवाया हमने। पहले सजग थे साफ सफाई को लेकर , अब नया वहम का रोग लगाया हमने। अपनों के करीब... "कोरोना" - काव्य प्रतियोगिता · कविता 29 82 1k Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 29 Nov 2017 · 1 min read नेता की परिभाषा (व्यंग्य कविता) कुर्सी को देख जिसकी चमकती हो आँखें , और रुपयों की भनक से भ्रमित हो जाये नाक . सत्ता के स्वाद से जिसके लप-लपाती हो जुबान , और विदेशी कमीशन... Hindi · कविता 1 1k Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 12 Feb 2018 · 2 min read हम पंछी एक डाल के ... (कविता ) हम पंछी एक डाल के , भिन्न -भिन्न है हमारी बोलियाँ , और भिन्न -भिन्न है हमारे रंग . भिन्न -भिन्न है हमारे आचार -व्यवहार . भिन्न -भिन्न है जीने... Hindi · कविता 1k Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 22 Oct 2021 · 1 min read शाकाहारी बनो .. मत बनाओ पेट को अपने , मृत बेजुबानों का कब्रिस्तान । कैसे तुम उनकी आहोें से , रह सकते हो अंजान । स्वाद तुम्हारी जुबान का , उनकी जिंदगी छीन... Hindi · कविता 6 10 1k Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 25 Jul 2017 · 1 min read पीड़ा भावना की ... (कविता) मानव ह्रदय में वास करती थी कभी , प्रेम,त्याग ,करुणा व् सहिष्णुता बनकरें। ईश्वर की इंसान को दी गयी एक , अमूल्य व् नगण्य भेंट बनकर । परन्तु आधुनिकता में... Hindi · कविता 2 1k Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 11 Jul 2021 · 1 min read रक्षा करो प्रभु ! रक्षा करो , हमारे आंतरिक शत्रुओं से , हमारा अभिमान ,क्रोध , ईर्ष्या -द्वेष , घृणा ,वैमनस्य इत्यादि , जो बढ़ाते है नकारात्मकता । रक्षा करो , हमारी दृष्टि से... Hindi · कविता 3 4 1k Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 11 Jan 2017 · 1 min read बेटियों की हाय (कविता) बेटिओंकी हाय (कविता) सितम से हार कर जब, लब हो जाते हैं खामोशें। अपने हक केलिए लड़ते हुए' जब ख़त्म हो जाये जोश । जब टूट जाती है शैतानो की... "बेटियाँ" - काव्य प्रतियोगिता · कविता · बेटियाँ- प्रतियोगिता 2017 1 2 1k Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 13 Mar 2020 · 1 min read कोरोना वायरस का भूत ( हास्य -व्यंग्य रचना ) हर आहट पर डरे-डरे से, रहते है सदा मरे -मरे से । साँसे हैं अटकी हुई सी , नब्ज़े है रुकी रुकी सी । दिल में बेचैनी हर पल ,... Hindi · कविता 2 1 1k Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 12 Jan 2017 · 1 min read पश्चाताप ( कविता) पश्चाताप (कविता) एक दिन सोचा मैनेें, एकांत में बैठकर। क्या खोया जीवन में, और क्या पाया अब तक। मूल्यांकन ना कर सके, न किया विचार अब तकें। एक ख़ुशी के... Hindi · कविता 1 2 1k Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 26 Jul 2021 · 1 min read बिजली रानी के नखरे (हास्य व्यंग कविता) हमारी बिजली रानी के हैं नखरे बढ़े , घोर गर्मी में भी इसके तेवर कैसे चढ़े । एक तो इतनी गर्मी उस पर ये उमस , इसके नखरों से रक्तचाप... Hindi · कविता 3 4 1k Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 24 Mar 2018 · 1 min read उदास आँखों वाली लड़की (कविता) एक लड़की है अन्जानी सी , जिसकी आँखों में रहती उदासी . ह्रदय में है भावो का सागर , मगर जल बिन मीन जैसी प्यासी. सागर में मोती हैं बेशुमार... Hindi · कविता 1 1k Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 16 Jul 2021 · 1 min read स्त्री की परिभाषा एक मांस का लोथड़ा नहीं , सम्पूर्ण मनुष्य है । वो मनुष्य जिसमें , भावनाओं की गंगा बहती है । वो मनुष्य जिसके जीवन से , एक जीवन सांस लेता... Hindi · कविता 7 6 1k Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 13 Feb 2017 · 1 min read विश्वास (कविता) विश्वास पर ही हे प्रभु !, यह दुनिया है टिकी। और मेरी विश्वास भरी दृष्टि, भी तुझ पर है टिकी। क्योंकि! मांझी सागर में नाव को, उतारता है किसी विश्वास... Hindi · कविता 1 2 1k Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 8 Sep 2021 · 1 min read पिता और पुत्री संबंध ( मेरे श्रद्धेय स्व पिता को समर्पित) पुत्री में पिता की जान होती है , पुत्री पिता का सम्मान होती है । खुश होता है पिता पुत्री को बढ़ता देख , चूंकि पुत्री पिता का अरमान होती... Hindi · कविता 1 1 1k Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 28 Feb 2017 · 1 min read व्यथा (कविता) मेरे ह्रदय में उठता, प्रेम का अथाह आवेगें। जैसे सागर में उठती, चंचल मदमस्त लहरें। उठती हुई यह लहरें, चाँद को छूने का असफल, प्रयास करती हैं। परन्तु फिर ना... Hindi · कविता 1k Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 11 Apr 2018 · 2 min read पापा ! आप कहाँ हो ? ( एक पुत्री का पत्र पिता के नाम कविता के रूप में ) जबसे आप गए हो , अपने चमन से . मैं भी जी ना सकी , आप के बिन अमन से . याद करती है आपको आपके डाल की नन्ही कलि... Hindi · कविता 1 2 1k Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 7 May 2022 · 1 min read मां तो मां होती है ( मातृ दिवस पर विशेष) मां तो मां होती है , चाहे इंसान हो या जानवर । जन्म देकर लालन पालन करे , देखभाल करे वोह निरंतर. हां ! अंदाज अलग अलग हो सकता है... Hindi · कविता 2 6 1k Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 21 Apr 2022 · 1 min read पिता का महत्व पिता अपनी संतान को , माता से कम प्यार नहीं करता । मगर दर्शाता नहीं। माता घर में होती है , दिन भर संतान की देखभाल करती है, पिता दिन... Hindi · कविता 4 5 1k Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 7 Dec 2021 · 1 min read जय हो कंप्यूटर देवता ! ( हास्य-व्यंग्य कविता) जबसे हमारे घर पधारे हैं आप , हमारी पूरी दुनिया ही बन गए आप, बन गए आप ही दुनिया तो जाएँ कहां ? आप को छोड़कर अब दिल लगाएं कहां... Hindi · कविता 1k Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 15 Jun 2021 · 1 min read माटी का पुतला अरे मानव ! मत कर अभिमान तन का , तू कुछ भी नहीं एक माटी का पुतला है। यह तेरा तन जिस पर तुझे अभिमान है , धोखा है !... Hindi · कविता 3 6 1k Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 10 Apr 2022 · 1 min read परीक्षा को समझो उत्सव समान परीक्षा हो उत्सव समान , चाहे हो शैक्षणिक या , जीवन संचालन । ना भय न कुंठा न ही , तनाव हो मस्तिष्क में। बस एक लगन ,एक जोश ,... Hindi · कविता 1k Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 16 May 2021 · 1 min read आंसुओं की बरसात तेरी आंसुओं की बरसात हे धरती ! , रह रह कर मेरे दिल में आग लगाए । क्या कहूं ? कैसे कहूं अब तू ही बता , तेरा दुख मुझसे... “बरसात” – काव्य प्रतियोगिता · कविता 14 23 979 Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 7 May 2021 · 1 min read वृद्धाश्रम की शुरुआत जब घोर कलयुग पांवए पसारने लगा, दो पीढ़ियों में अंतर और गहराने लगा। मोह में फंसा संपत्ति को अपने नाम किया , खुद को ही बेटे ने मुखिया घोषित किया... Hindi · कविता 2 4 936 Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 21 Aug 2017 · 1 min read संगीत (कविता) एक प्राण में सभी प्राण , ऐसे है समय हुएें। एक सुरभि में जैसे , सभी पुष्प महकाए हुएें। रूप हों अनेक किन्तु , मूरत तो एक ही हैें। मिलाये... Hindi · कविता 1 914 Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 26 May 2022 · 1 min read राम भरोसे (हास्य व्यंग कविता ) देश का कायदा कानून ,इंसाफ , राम भरोसे ! देश की आर्थिक व्यवस्था , राम भरोसे! देश की शैक्षणिक व्यवस्था , राम भरोसे ! देश की यातायात व्यवस्था ,, राम... Hindi · कविता 1 2 1k Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 24 Jul 2021 · 1 min read गौ माता की दर्द भरी कहानी गौ माता की बस यही है कहानी , देती हमें दूध और आंखो में पानी । पानी क्यों न होगा आंखो में उसके , हमने दिया क्या जीवन में उसके... Hindi · कविता 1 2 1k Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 1 Feb 2021 · 1 min read तुम तुम तुम ना होकर भी मेरे जीवन में हो। उसी तरह जैसे फूलों में खुशबू, जैसे सागर में मोती, नदिया में लहरें, हवाओं में ठंडक, अग्नि में तपन, तुम हो... "कुछ खत मोहब्बत के" - काव्य प्रतियोगिता · कविता 17 80 890 Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 22 Sep 2021 · 1 min read रवि और शशि की कर्तव्य निष्ठ प्रीति विचरते दोनो ही एक ही गगन में, परंतु जाने क्यों भेंट नहीं हो पाती । रवि उदय होता तो शशि अस्त रहता, शशि उदय होता रवि किरणें छुप जाती। यह... Hindi · कविता 5 6 919 Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 19 Sep 2021 · 2 min read थाली के बैंगन या बिन पेंदी के लोटे(हास्य व्यंग कविता) क्या कहें हम इन्हें ? बिन पेंदी का लोटा , या थाली का बैंगन । दल बदलें परिधानों की तरह, यह सज्जन । कभी खुद छोड़ जाएं दल , किसी... Hindi · कविता 3 1k Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 26 Jun 2017 · 1 min read मेरा जीवन (कविता) मेरा जीवन (कविता) यह जीवन भी कोई जीवन है , जैसे पेड़ से टुटा हुआ फूलें। जिसे जब चाहे कोई भी , कुचल कर चला जाता है । जैसे कोई... Hindi · कविता 1 859 Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 13 Aug 2021 · 1 min read अधूरे ख्वाब अभी तलक तो सभी ख्वाब हैं अधूरे , खुदा जाने ! कब होंगे या नहीं होगे पूरे । गहरा सागर और पतवार है टूटी हुई , लेकिन दूर बहुत ही... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 3 2 838 Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 6 Aug 2021 · 2 min read हां ! हमें दुनियादारी नहीं आती । इस दुनियादारी से अब तक अंजान रहे हम , समझ न सके इसकी रवायत कभी भी हम। गधे को गधा नहीं कहना ,उसे बाप समझो , कहना भी पड़ेगा अगर... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 3 2 813 Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 22 Dec 2021 · 1 min read सॉरी और थैंक्स ( क्षमा कीजिए और धन्यवाद ) का महत्व प्यारे मित्रो ! , कभी भी '' सॉरी '' और '' थैंक्स '' का दामन मत छोडो। कोई आपका छोटे से छोटा काम भी करे के उसे ''धन्यवाद'' कहने से... Hindi · लेख 1 4 1k Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 15 Jun 2021 · 1 min read चाय - पुराण ( हास्य व्यंग काव्य) हे सांवली सलोनी,मनभावनी चाय जब से आई तू मेरे जीवन में। एक सुरूर सा छाया रहा हर सू, सारे गम काफुर हो गए पल में। तेरे विरोधियों ने लाख भहकाया,... Hindi · कविता 6 8 866 Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 17 Feb 2017 · 1 min read प्रयास (कविता) जाने कितनी बार, प्रयास किया मैनेें। की मैं अपने जीवन को, अपनी मुठ्ठी में बांध लूँ। कभी यह भी सोचा की, क्यों न इसे गुब्बारे में बांध कर, कहीं खिड़की... Hindi · कविता 1 890 Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 8 Dec 2021 · 1 min read कानून अंधा क्यों होता है ? कानून अंधा क्यों होता है ? सच्चाई को समझने में अक्सर ऑंखें धोखा खा जाती है ,और अपने -पराये का अंतर भी करती हैं, किसी को कम तो किसी को... Hindi · लेख 2 2 871 Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 3 Mar 2021 · 1 min read क्योंकि माँ भी कभी लड़की थी ..... अपनी युवा अवस्था में , कभी सोते ,कभी जागती आँखों से , सपने रंगीन देखती थी । अपने रूप /यौवन को सजाने हेतु , रूप सज्जा करती और , सुंदर... Hindi · कविता 4 10 791 Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 10 Jun 2021 · 1 min read धरती का श्रृंगार चलो ! धरती का श्रृंगार करते है उसके जीवन में रंग भरते हैं। वृक्षारोपण अभियान चलाकर , अनगिनित पेड़ पौधे लगाकर , हरियाली से उसका आंचल रंगते है। नदियों को... Hindi · कविता 2 4 872 Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 6 Aug 2021 · 2 min read महाभारत का युद्ध क्यों हुआ ? धृतराष्ट्र की अंधत्व से उपजी कुंठाएं , तत्पश्चात सिंहासन पाने की लोलुपता ने । अति महत्वाकांक्षी धृतराष्ट्र ने अपनी , अभिलाषाएं पुत्र दुर्योधन में स्थांतरित कर दी , जोर पकड़ा... Hindi · कविता 5 6 823 Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 29 May 2021 · 1 min read एक आदमी का दर्द (हम हिंदुस्तानी,..) ये दिल बेचारा बेइंतेहा दर्द सहता है , यह ज़हन अनेकों फिक्रों में लगा रहता है । घर पर रहे तो घरवालों से खट पट , तो कभी उनकी शिक्षा/सेहद... Hindi · कविता 2 4 790 Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 3 Oct 2021 · 2 min read खिचड़ी ( हास्य व्यंग कविता ) खिचड़ी कुकर में ही नहीं , खिचड़ी दिमाग में भी पकती है । जहां मिलें चार यार ,/ सहेलियां , खिचड़ी वहीं पकती है। खिचड़ी कुकर में पके या दिमाग... Hindi · कविता 4 3 1k Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 4 Jul 2021 · 4 min read स्नेह बंधन ( पर्यावरण सरंक्षण पर आधारित लघु-कथा ) स्नेह - बंधन किसी माली ने अपने घर के आंगन में एक पौधा लगाया और उसकी खूब अच्छी तरह से देखभाल की -उसे... साहित्यपीडिया कहानी प्रतियोगिता · कहानी 9 8 811 Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 25 Jan 2018 · 2 min read काश ऐसा होता ! ... (कविता) एक कवि की परिकल्पनाएं काश ऐसा होता ! ... (कविता) एक कवि की परिकल्पनाएं काश ! ऐसा होता .. की हर तरफ अमन व् सुकून का वातावरण होता . बोलती तो सिर्फ धड़कने और... Hindi · कविता 807 Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 25 May 2021 · 1 min read कामयाबी का नशा कामयाबी का नशा जब , सिर चढ़कर बोलता है । आस पास उसको फिर , कम ही नजर आता है । इंसान ज़मीं पर कम और आस्मां पर उड़ता है... Hindi · कविता 5 4 765 Share Page 1 Next