ओनिका सेतिया 'अनु ' 1959 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid ओनिका सेतिया 'अनु ' 15 Dec 2020 · 1 min read करोना का खौफ सुनी जो उनके आने की आहट हमने , अपना होशो-ओ-हवास गंवाया हमने। पहले सजग थे साफ सफाई को लेकर , अब नया वहम का रोग लगाया हमने। अपनों के करीब... "कोरोना" - काव्य प्रतियोगिता · कविता 29 82 1k Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 1 Feb 2021 · 1 min read तुम तुम तुम ना होकर भी मेरे जीवन में हो। उसी तरह जैसे फूलों में खुशबू, जैसे सागर में मोती, नदिया में लहरें, हवाओं में ठंडक, अग्नि में तपन, तुम हो... "कुछ खत मोहब्बत के" - काव्य प्रतियोगिता · कविता 17 80 890 Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 2 Nov 2018 · 1 min read माँ तो ऐसी ही होती है ..... (माँ का बलिदान ) {कविता } अपनी बगिया के फूलों को , रक्त से अपने सींचती है । उनकी मुस्कराहट के लिए , अपने अश्क भी पी जाती है । चैन से वोह सो सके ,... "माँ" - काव्य प्रतियोगिता · कविता 15 50 2k Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 16 May 2021 · 1 min read आंसुओं की बरसात तेरी आंसुओं की बरसात हे धरती ! , रह रह कर मेरे दिल में आग लगाए । क्या कहूं ? कैसे कहूं अब तू ही बता , तेरा दुख मुझसे... “बरसात” – काव्य प्रतियोगिता · कविता 14 23 979 Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 18 Jul 2021 · 1 min read जुनून हम तुम्हें चाहते है , जुनून की हद तक । हम तेरा नाम लेते रहे , आखरी सांस तक । दीवारों को रंग डाला, लहू खत्म होने तक । दिल... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 10 8 457 Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 13 Jun 2021 · 1 min read मेरे बिछड़े जीवन साथी संसार सागर के मझधार में छोड़ गए तुम , ये जीवन सफर भी अधूरा छोड़ गए तुम , जो सपने मिलकर देखे थे कभी हमने तुमने, उन सपनो को भी... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 9 19 650 Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 4 Jul 2021 · 4 min read स्नेह बंधन ( पर्यावरण सरंक्षण पर आधारित लघु-कथा ) स्नेह - बंधन किसी माली ने अपने घर के आंगन में एक पौधा लगाया और उसकी खूब अच्छी तरह से देखभाल की -उसे... साहित्यपीडिया कहानी प्रतियोगिता · कहानी 9 8 811 Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 15 Mar 2021 · 1 min read उम्मीद सुनते आये अक्सर लोगों से हम , उम्मीदों पर ही है दुनिया कायम। उम्मीद का दामन मत छोड़ना , इसी के होंसलों से ज़िंदा हैं हम । चाहे जिंदगी में... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 8 11 636 Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 16 May 2021 · 1 min read अब कहां वो बरसात ! अब कहां वो बरसात , जो हमने बचपन में देखी थी । धुंआधार मूसलधार बरसती बरसात में , हल्की हल्की ठंडक महसूस की थी । मिट्टी से उठती भीनी भीनी... “बरसात” – काव्य प्रतियोगिता · कविता 8 16 301 Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 23 May 2021 · 2 min read मां तो बस मां ही होती है .. माँ तो बस माँ ही होती है , क्या सगी क्या सौतेली । मगर यह समझता है कौन , वोह है एक अनबुझ पहेली । कैसा है यह आधुनिक समाज... Hindi · कविता 8 9 563 Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 26 May 2021 · 1 min read धरती कहे पुकार के . धरती कहे पुकार के , आसमां की ओर निहार के । वो जो है सखी अपनी , कब आयेगी बरखा रानी । तेरे बिन सुना आंगन मेरा , और बेरंग... “बरसात” – काव्य प्रतियोगिता · कविता 8 18 639 Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 3 Jun 2021 · 1 min read जिंदगी क्या है ?... जिंदगी क्या है ? गम का दरिया है । डूबना - उभरना जिसकी , तकदीर में लिखा है । जिंदगी क्या है ? एक जलता हुआ दीया है , उतनी... Hindi · कविता 8 7 449 Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 3 Jul 2021 · 2 min read कबाड़ ( लघु कथा) ज्योति कबाड़ी वाले को बुलाकर अपने घर का सारा पुराना टुटा-फूटा, सामान निकाल कर दे रही थी ,बेचने को . जैसे टूटी हुई चारपाई, कुर्सी, मेज ,आईना ,जंग खाए हुए... साहित्यपीडिया कहानी प्रतियोगिता · कहानी 8 17 612 Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 15 Jul 2021 · 1 min read समय चक्र समय चक्र निरंतर चलता जाए , यह रोकने से भी ना रुकने पाए । चाहे करलें जितने भी प्रयास हम, यह हमारे हाथ बिल्कुल न आए । उम्र गुजरी सु... Hindi · कविता 8 10 1k Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 5 Aug 2021 · 1 min read आस्तीन के सांप आस्तीन के सांप केवल घनिष्ठ मित्र ही नही, सगे संबंधी ,रिश्तेदार , भी हो सकते है । कभी कभी भाई बहन , हो सकते है । और संताने भी हो... Hindi · कविता 8 12 397 Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 19 Aug 2021 · 1 min read अफगानी औरतों के हक में ... छीनना चाहते हो तुम उससे , इल्म और तालीम का हक। तुम्हीं उसका रोजगार करना, आत्म निर्भर बनना पसंद नही । तुम ये भी नहीं चाहते की वो , अपनी... Hindi · कविता 8 8 437 Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 12 Oct 2021 · 1 min read माता पिता कभी नहीं मरते ... माता पिता कहीं नहीं जाते , कभी नहीं मरते , उनका मरता केवल शरीर है , उनकी आत्मा तो घर की एक एक ईंट पर , विराजमान है । जो... Hindi · कविता 8 10 809 Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 24 May 2021 · 2 min read तारीफ में कंजूसी क्यों ? जाने क्यों लोग इतने कंजूस , क्यों हो गए हैं । दो पैसे की मदद करने की बात छोड़ो , तारीफ के दो शब्द बोलने इन्हें , भारी पड़ गए... Hindi · कविता 7 5 761 Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 27 May 2021 · 1 min read लॉक डाउन और बारिश क्या ही अच्छा होता , जो यह करोना न होता । करोना न होता तो , लॉक डाउन भी न लगता । जीवन में कितना ठहराव , सा आ गया... Hindi · कविता 7 6 469 Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 29 May 2021 · 1 min read नकाब पोश कुछ लोग ज़माने में ऐसे होते है , जिनके दिल में गहरे राज होते हैं। चेहरे पर उनके कई नकाब होते है , उठाने लगोगे गर तो नाराज होते हैं।... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 7 2 489 Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 8 Jul 2021 · 1 min read तस्वीर दिखती है जो बात तस्वीर में , पर नज़ारा तो कुछ और है । अदाएं कुछ ,अंदाज़े -बयां कुछ , सारा फ़साना कुछ और है । तस्वीर तो एक ही... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 7 6 381 Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 16 Jul 2021 · 1 min read स्त्री की परिभाषा एक मांस का लोथड़ा नहीं , सम्पूर्ण मनुष्य है । वो मनुष्य जिसमें , भावनाओं की गंगा बहती है । वो मनुष्य जिसके जीवन से , एक जीवन सांस लेता... Hindi · कविता 7 6 1k Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 21 Jul 2021 · 1 min read बकरी की पीड़ा ( बकरीद पर विशेष ) खुशी तुम्हारी , और गम हमारे लिए क्यों ? आनंद तुम्हारा , हमारे लिए मौत क्यों ? अल्लाह तुम्हारा कुर्बानी मांगे , तो खुद की दो ,अपनी बदियों की दो... Hindi · कविता 7 12 530 Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 30 Jul 2021 · 1 min read यमुना की पुकार यमुना में उठ रही है ऊंची ऊंची लहरें, यह बाहें हैं जो सहायता को पुकारें। इन लहरों में समाई है अतीव करुणा , सुनकर दिल में भर आई मेरे करुणा... Hindi · कविता 7 2 366 Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 31 Jul 2021 · 1 min read हरजाई हमने तुम्हें दिल दिया नगीने की तरह , तुमने उसे तोड़ दिया शीशे की तरह । अब तुम्हें नादान कहें या कहें बेवफा, तोहफे के साथ नहीं करते इस तरह।... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 7 8 562 Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 4 Aug 2021 · 2 min read किस्सा ए कामवाली ( हाउस मेड) {हास्य व्यंग कविता} जब ना आये वोह काम पर , तो हम पर आ जाती आफत। मगर जब आ जाये वो तो , चेहरे की बढ़ जाती है रौनक। वोह समझती है की... Hindi · कविता 7 6 446 Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 8 Aug 2021 · 1 min read एक अधूरा सपना अरे करोना ! तुम अबकी बार तो आए , उसके बाद फिर कभी मत आना । क्योंकि मुझे अपना एक सपना है पूरा करना , मुझे परिवार संग Long drive... Hindi · शेर 7 4 295 Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 4 Sep 2021 · 2 min read ज़माना बहुत खराब है !! पहले समय में नारियां पहनती थी , मात्र शालीन भारतीय परिधान । तो भी बुजुर्ग वर्ग की टीका टिप्पणी होती थी , हो जाए जरा सा गला गहरा या टांगे... Hindi · कविता 7 11 613 Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 21 Sep 2021 · 1 min read श्रद्धा बिन श्राद्ध किस काम का ? श्रद्धा के बिना श्राद्ध का कोई मोल नहीं, अब कहां से आया प्यार ,आदर सत्कार उमड़ कर, जीतेजी तो उनसे कभी बोले दो मीठे बोल नहीं। अब आंखों से आंसुओं... Hindi · मुक्तक 7 4 323 Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 18 Oct 2021 · 2 min read मैं चाहती हूं ..एक पत्नी की आस ( करवा चौथ विशेष ) मैं चाहती हूं तुम्हारे लिए सदा करवा चौथ का व्रत रखूं , और उसके प्रताप से तुम्हारी उम्र , सितारों जितनी लंबी हो । मैं चाहती हूं ,भले ही हम... Hindi · कविता 7 10 501 Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 30 Aug 2022 · 2 min read भाग्य हीन का सहारा कौन ? एक छोटी सी बच्ची , उम्र है जिसकी कच्ची। दुनियादारी से अंजान , दिल की है पूरी सच्ची । कैसे करेगी अब सामना , बुरा है बहुत बैरी जमाना ।... Hindi · कविता 7 3 408 Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 11 Feb 2021 · 1 min read प्यार : व्यापार या इबादत अब कहाँ वो प्यार और वो बातें प्यार की , कागज़ के फूल हैं ना इन में खुशबू बहार की । गुंजा करते ही थे नगमें फिज़ाओं में कभी ,... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 6 10 338 Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 14 Apr 2021 · 1 min read प्यार की कद्र कैसा प्यार और कैसी प्यार की बातें , रह गई अब तो सब किताबें बातें । मतलबपरस्ती से बंधा है हर रिश्ता , मतलब नहीं तो खत्म प्यार की बातें... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 6 9 420 Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 15 Apr 2021 · 1 min read ये करोना बड़ा ही दुष्ट अरे!करोन! तू है तो बड़ा ही दुष्ट , जाने किस कारण से हुआ रूष्ट। तेरी वजह से ही ये गहराया संकट , देश की परिस्थितियां बनी हैं विकट । जन... Hindi · कविता 6 2 321 Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 9 May 2021 · 1 min read मां की महिमा ( मातृ दिवस पर विशेष) मां ईश्वर का नाम है दूजा, मां के सिवा मीत न दूजा । मां प्रेम का है दूजा नाम , मां को है हजारों सलाम । मां से बढ़कर ना... Hindi · कविता 6 8 350 Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 11 May 2021 · 1 min read आप तो ऐसे न थे .... करोना ने बदल दिए मिजाज जबसे आपके , जीने के रंग ढंग ही बदल गए जैसे आपके । आप तो ऐसे संगदिल हरगिज न थे हजूर !! बड़े खुशदिल मिजाज... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 6 4 440 Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 21 May 2021 · 3 min read नौ द्वारों की नगरी यह मैं कहां आ गई भटकते भटकते , यह मेरे लिए है बड़े अनजाने रास्ते । अरे ! यह काली अंधेरी गुफा कैसी ?, प्रवेश तो किया मैने मगर डरते... Hindi · कविता 6 8 526 Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 22 May 2021 · 1 min read हे धरती के भगवान ! तुम्हें नमन हे धरती के भगवान! हमारे ह्रदय स्पंदन, कृतार्थ हो राष्ट्र करता तुम्हें शत शत नमन । तुम बंधु-बांधव, मित्र व् अभिभावक हो , मृत्यु समक्ष अडिग खड़े प्रहरी रक्षक हो... Hindi · कविता 6 9 471 Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 24 May 2021 · 2 min read बारिश की एक शाम आओ ! आपको सुनाए , एक दास्तान अपनी हम । एक रोज बरस रही थी , बारिश बहुत झमाझम । विद्यालय से जब निकले थे, तब तो नहीं था ऐसा... “बरसात” – काव्य प्रतियोगिता · कविता 6 8 614 Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 5 Jun 2021 · 1 min read मेरे पेड़- पौधे ,मेरे बच्चे ( विश्व पर्यावरण दिवस पर विशेष) मेरी आंखों के तारे , मेरे दिल के सहारे , मेरा सपना , मेरा अरमान , मेरा जीवन , मेरे प्राण , मेरी छोटी सी बगिया के , प्यारे प्यारे... Hindi · कविता 6 10 464 Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 11 Jun 2021 · 1 min read वृक्षों का निस्वार्थ प्रेम वृक्ष हमें प्राण वायु देते है, अर्थात हमें जीवन देते है । वृक्षों से हवा शुद्ध होती है, हमारे श्वासों की ये बाती है। वृक्षों से मिले हमें फल-फूल, दवाइयां... Hindi · कविता 6 6 573 Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 14 Jun 2021 · 1 min read ईश्वर के नाम पत्र भाग २ हे ईश्वर ! बोलो तुम कैसे हो ? महसूस होता है बड़े व्यस्त हो ? हमारे पत्र का नहीं दिया जवाब , क्या खता हो गयी कहिए जनाब । ज़िक्र... Hindi · कविता 6 12 528 Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 15 Jun 2021 · 1 min read चाय - पुराण ( हास्य व्यंग काव्य) हे सांवली सलोनी,मनभावनी चाय जब से आई तू मेरे जीवन में। एक सुरूर सा छाया रहा हर सू, सारे गम काफुर हो गए पल में। तेरे विरोधियों ने लाख भहकाया,... Hindi · कविता 6 8 866 Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 16 Jun 2021 · 1 min read नर कंकाल जब भी जहां भी मैं इस नर कंकाल को।lदेखती हूं । तो बहुत डर सी जाती हूं । और ये सोचती हूं की , इंसान शैतान कैसे बनता है ?... Hindi · कविता 6 8 572 Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 16 Jun 2021 · 2 min read तू यहां क्यों आया भोले मुसाफिर !!....( अमर अदाकार स्व सुशांत सिंह राजपूत की स्मृति में) तू यहां क्यों आया मुसाफिर ,यह तेरी मंजिल नहीं थी , मौत खड़ी थी तेरे लिए यहां तेरी जिंदगी यहां नहीं थी । तू कमल का फूल गंदी नाली में... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 6 2 343 Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 19 Jun 2021 · 1 min read उदास आंखों का नूर ( पिता की तलाश में प्रतीक्षा रत पुत्री ) ये आंखें क्यों है इतनी उदास , जैसे इसे हो किसी की आस । ढूंढती फिरती है हर चेहरों में, आंखों में अपनेपन का आभास । यादों में रह गए... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 6 4 516 Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 5 Jul 2021 · 1 min read करोना का खानदान अरे ओ करोना ! पहले तूने कोई कसर छोड़ी थी , जो तू अपने साथ पूरा खानदान उठा लाया। तुम सब दुष्टों ने मिलकर कैसा हंगामा है मचाया , यूं... Hindi · कविता 6 12 661 Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 8 Jul 2021 · 1 min read डर ना जाने हमें क्यों डर लगता है , नहीं जानते किस बात का डर है ? हर आहट से चौंक जाते हैं हम , जैसे कोई तो मौजूद होता है... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 6 6 380 Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 14 Jul 2021 · 1 min read यादों की दहलीज यादें अलग अलग शक्लों में , आकर बड़ा तड़पाती है हमें। और बार बार ज़हन में आकर , परेशान सा कर देती है हमें । आंखों के सामने बनकर तस्वीर... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 6 4 346 Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 23 Jul 2021 · 1 min read गिरेबान लोग गैरों पर तो उंगली उठाते है , मगर अपना गिरेबान नही देखते है । अपना गुनाह देखने की फुर्सत नही , गैरों के लिए तो वक्त निकाल लेते है... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 6 4 398 Share Page 1 Next