ओनिका सेतिया 'अनु ' Tag: कविता 880 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Previous Page 2 Next ओनिका सेतिया 'अनु ' 9 Oct 2022 · 1 min read आह्वान निज धर्म के सम्मान हेतु , ना उठाओगे यदि अपने चरण। तो यूं ही उपहास बनता रहेगा, होगा इसके अस्तित्व का क्षरण । कभी फिल्मी दुनिया वाले , तो कभी... Hindi · कविता 2 280 Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 2 Oct 2022 · 1 min read मुझे लौटा दो वो गुजरा जमाना ... मुझे लौटा दो वो गुजरा जमाना , जो था बड़ा ही प्यारा और सुहाना । अमन और सुकून से भरकर सदा , जिंदगी गाया करती थी तराना । मौसम थे... Hindi · कविता 3 2 615 Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 29 Sep 2022 · 1 min read देर आए दुरुस्त आए... सारी जिंदगी गुजर गई ,बड़ी देर बाद ख्याल आया , आशा पारेख जी के योगदान का यह सिला सामने आया । दिया अब जाकर इतना बड़ा सम्मान इनको , अब... Hindi · कविता 2 180 Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 29 Sep 2022 · 1 min read शौक मर गए सब ! कहते तो हैं लोग , की शौक बड़ी चीज है । अपने शौक को जिंदा रखो । और हम भी यह मानते है । मगर कैसे ? हकीकत तो कुछ... Hindi · कविता 5 1 549 Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 25 Sep 2022 · 1 min read रिश्तों की माया कौन अपना कौन पराया, अपने लिए सब माया ही माया। देखने को सबकी हकीकत , ए दुनिया वालों ! एक चिराग जलाया । मगर अफसोस ! यह चिराग , तुम्हारे... Hindi · कविता 1 262 Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 23 Sep 2022 · 1 min read भुलक्कड़ इंद्र देव ( हास्य व्यंग कविता) बेवजह बेमौसम बरस रहे हो इंद्रदेव ! कहो ! किन ख्यालों में गुम थे । अचानक अपनी ड्यूटी याद आ गई , और ओवर टाइम करने निकल पड़े । यह... Hindi · कविता 2 274 Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 21 Sep 2022 · 1 min read एक अलबेला राजू ( हास्य कलाकार स्व राजू श्रीवास्तव के नाम ) आसमान से टूटा फिर आज एक सितारा , दुनिया के रंगमंच से उतर कर एक किरदार । खो गया या ओझल हो गया अंधेरों में कहीं वो । जलवे अपने... Hindi · कविता 1 2 277 Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 19 Sep 2022 · 1 min read उदासीनता इतनी अकर्मण्यता और उदासीनता, जीवन में आजकल क्यों हो रही है ? हर घड़ी ,हर पल इतनी जायदा नीरस, और जान पर बोझिल क्यों हो रही है ? सारा जोश... Hindi · कविता 5 7 323 Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 15 Sep 2022 · 1 min read हिंदी माता की आराधना हे हिंदी माता ! हम तेरा गुणगान करें । तेरे चरणों में , बारंबार नमन करें । तेरी हम पर सदा कृपा रहे, यह सदा वरदान मांगे। तुझसे रचना शीलता... Hindi · कविता 1 2 312 Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 13 Sep 2022 · 2 min read पिता पराए हो गए .. दुनिया से क्या चले गए तुम , तुम्हारे लिए पराए हो गए हम । या तो सपनो में आते ही नहीं , और यदि आ गए तो देखते ही नहीं।... Hindi · कविता 1 279 Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 12 Sep 2022 · 1 min read सर्दी रानी ओ सर्दी रानी ! कब आएगी तू?, इस उमस और गर्मी से कब राहत दिलवाएगी तू? चर्म रोग और घबराहट छीन चुकी है करार , बोल इस पसीने से कब... Hindi · कविता 170 Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 7 Sep 2022 · 1 min read एल्मिनेशन का खौफ कभी इंडियन आइडल ,कभी सारेगामापा , और कभी सुपर स्टार सिंगर प्रतियोगिताएं । कलाकार चुनने के नाम पर देते नन्हे बच्चों को , कैसी कैसी मानसिक और हार्दिक यातनाएं ।... Hindi · कविता 1 2 285 Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 2 Sep 2022 · 1 min read जनाजा जिसे समझा था हमने हीरा , वोह तो शीशा निकला । नजरों से गिरकर टूट गया , मगर उसके टुकड़े तो फिर भी , और सदा के लिए चुभते है... Hindi · कविता 170 Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 2 Sep 2022 · 1 min read दौलत बड़ी या मां का दुलार ! करोड़ों की संपत्ति छोड़ गई मां, मगर अपना प्यार और दुलार तो संग ले गई मां । रुपए के चंद सिक्के ,और नोट तो नहीं पूछेंगे न दिल का हाल... Hindi · कविता 3 3 392 Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 30 Aug 2022 · 2 min read भाग्य हीन का सहारा कौन ? एक छोटी सी बच्ची , उम्र है जिसकी कच्ची। दुनियादारी से अंजान , दिल की है पूरी सच्ची । कैसे करेगी अब सामना , बुरा है बहुत बैरी जमाना ।... Hindi · कविता 7 3 453 Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 28 Aug 2022 · 1 min read सोशल मीडिया ( टिक टॉक) की यह तितलियां ... टिकटोक सोशल मीडिया में , अपने रूप और जवानी के जलवे दिखाती सुंदरियां । कभी मन मोहक हाव भाव तो , कभी नृत्य गान से बटोरती यह सुर्खियां । इनके... Hindi · कविता 1 261 Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 26 Aug 2022 · 1 min read राजनीति और नारी सम्मान यह राजनीति की दुनिया , औरतों के लिए सुरक्षित नहीं । यहां भावनाओं को लगे ठेस, खोना पड़े मान सम्मान कहीं । फिल्म जगत की भांति , राजनीति भी ऐसा... Hindi · कविता 1 2 243 Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 22 Aug 2022 · 1 min read सुनो शाहनवाज !! हो तुम आदत से मजबूर , छेड़ते हो सदा कश्मीर का राग । तुम पर भरोसा क्या करें , तुम पर लगे दहशत गर्दी के दाग। चर्चाएं और मुलाकातें बहुत... Hindi · कविता 1 220 Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 20 Aug 2022 · 1 min read अभिमानी मनुष्य कुछ लोग जो यह कहते है , हम अभिमान नहीं करते । मगर वास्तव में वो अभिमानी होते हैं। क्योंकि जब कोई मदद मांगे , वोह दूर से ही सलाम... Hindi · कविता 1 2 177 Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 20 Aug 2022 · 2 min read राजीव था नाम जिसका ( पूर्व प्रधान मंत्री श्री राजीव गांधी जी कि याद में ) एक राजनेता था सबसे जुदा , राजीव था नाम जिसका । राजनीति जैसे कीचड़ में, कमल सा था वजूद उसका । कितना सौम्य कितना प्यारा , शीतल सा रूप था... Hindi · कविता 1 569 Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 19 Aug 2022 · 1 min read कब आओगे ,श्याम !( श्री कृष्ण जन्माष्टमी विशेष ) तेरे इंतजार में गुजरे , जीवन यह तमाम । कब आओगे तुम , मेरे प्यारे श्याम ! इतजार इतना लंबा हो गया , तुम्हें इसकी खबर नहीं । कितना और... Hindi · कविता 2 2 458 Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 16 Aug 2022 · 1 min read ये निम खामोशी तुम्हारी ( पूर्व प्रधान मंत्री श्री अटल जी की याद में ) कई सालों से खामोश थे तुम , और तुम्हारी कलम भी खामोश थी। ज़िन्दगी और मौत से लड़ रहे थे , मगर यह जंग तो आख़िरी थी । फर्क तुमने... Hindi · कविता 1 290 Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 16 Aug 2022 · 1 min read हर घर तिरंगा अभियान कितना सार्थक ? जिन्होंने गुलामी का दर्द सहा, वही आजादी की कीमत समझ सकते हैं। जिन्होंने गोरों के जुल्म सितम सहे, वही आज के सुकून को महसूस कर सकते हैं। वोह तो कुछ... Hindi · कविता 2 2 239 Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 14 Aug 2022 · 1 min read विभाजन की पीड़ा अपनी चल अचल संपत्ति छोड़कर, अपने पुराने मित्र ,पड़ोसी छोड़कर , अपने बंधु बांधवों ,रिश्तेदारों से बिछड़कर, अपना बचपन ,जवानी की सुहानी यादों से , नाता तोड़कर , चले तो... Hindi · कविता 1 1 292 Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 14 Aug 2022 · 1 min read पाकिस्तान नहीं नापाकिस्तान विभाजन की विभीषिका का दर्द , तुमने भी सहा और हमने भी । या अपनी स्वेच्छा से दो टुकड़ों में बंटवाया, होकर एक मां के लाल भी । फिर भी... Hindi · कविता 123 Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 14 Aug 2022 · 1 min read याद करो उनकी कुर्बानी हर घर तिरंगा फाहराओ घर घर तिरंगा फहराओ, आजादी का तुम जश्न मनाओ , मगर जिन्होंने कुर्बानी दी देश की आजादी के लिए , उनको कभी मत भूलना, कुछ याद... Hindi · कविता 1 2 131 Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 12 Aug 2022 · 1 min read कब आओगे कान्हा ! जब तक न लोगे कलयुग में , हे कान्हा ! तुम कल्कि अवतार . झूठे ,पाखंडी साधू-संतो का , बढ़ता रहेगा अम्बार . बढ़ता रहा अम्बार तो तुम्हारे , भोले-भले... Hindi · कविता 1 2 156 Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 6 Aug 2022 · 1 min read फुर्सत जख्म देने की बहुत है आपके पास किसी के आंसू पोंछने की , किसी के दिल को राहत देने की , या चंद लम्हे गुजारने किसी के साथ , फुर्सत नहीं जी ! मगर किसी को चोट... Hindi · कविता 1 5 161 Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 6 Aug 2022 · 1 min read सच्ची मुहोबत कहीं नहीं मिलेगी ? सच्ची मुहोबत तो एक ख्वाब है , बस ख्वाब ही रहेगी । आज के मतलब परस्त जहां में , बिना गरज के नहीं मिलेगी । जो है निर्धन या असफल... Hindi · कविता 151 Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 6 Aug 2022 · 1 min read गद्दार सबसे बड़े दुश्मन विभीषण और जयचंद , अभी तक मरे नहीं । घर हो या देश सबमें मिलेंगे , कही बाहर नहीं । कोई मनुष्य या देश कभी नहीं हारता, हारता अपनों से... Hindi · कविता 255 Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 2 Aug 2022 · 1 min read हमारा तिरंगा हमारी जान तिरंगा , हमारी शान तिरंगा , हमारी आन तिरंगा, हमारे देश की एकता ,अखंडता , संस्कृति सभ्यता की पहचान है तिरंगा। यह तिरंगा न कभी झुकने पाए ,... Hindi · कविता 4 5 618 Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 2 Aug 2022 · 1 min read देश के और कितने टुकड़े !! मेरे देश के सियासत दारों ने , अपने ईमान के टुकड़े किये , अपने अंदर बैठे इंसान और , ज़मीर के टुकड़े कर दिए , रियाया के अरमानो और ,... Hindi · कविता 1 218 Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 29 Jul 2022 · 1 min read तेरी यादों का बरसता सावन एक वह बरसात थी , जिसमें भीगा करता था तन मन । एक वह बरसात भी थी , जिसमें भीगा था कफ़न , तब से कितनी बरसते अाई और चली... Hindi · कविता 1 4 124 Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 28 Jul 2022 · 1 min read इतनी भी क्या जल्दी थी कलाम इतनी जल्दी क्या थी ऐ कलाम ! दुनिया से रुखसत लेने की . अभी तुम्हारे मादर -ऐ- वतन को तुम्हारी बहुत ज़रूरत थी . आने वाली पीडी को तुम्हारे मार्ग... Hindi · कविता 1 2 245 Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 27 Jul 2022 · 1 min read वीर सैनिकों के हित में हमारे फर्ज .. जो देते है देश के लिए अपनी जान , जिनकी वजह से हम निश्चित रहते हैं। ऐसे बहादुर और बलिदानी वीर सैनिकों , के लिए हम देशवासियों का भी फर्ज... Hindi · कविता 3 6 349 Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 27 Jul 2022 · 1 min read असली हीरो हीरो वोह नहीं जो निर्लज्ज होकर , नग्न अवस्था में चित्र खिंचवाए । हीरो वोह भी नहीं जो डुप्लिकेट , के सहयोग से१० -१० गुंडे मरवाए । असली हीरो तो... Hindi · कविता 1 2 311 Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 27 Jul 2022 · 1 min read पुण्य स्मरण बहुमुखी प्रतिभा के धनी , महान वैज्ञानिक ,दार्शनिक महापुरुष श्री अबुल कलाम जी को शत-शत नमन. भारत के प्रति उनके योगदान को कभी भुला न सकेंगे हम. उनके आदर्श जीवन... Hindi · कविता 1 169 Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 25 Jul 2022 · 1 min read तिरंगा मन में कैसे फहराओगे ? हर घर में गणतंत्र दिवस पर, तिरंगा तो लहरा दोगे। मगर हर दिल में देशभक्ति , तुम कैसे जगाओगे ? आज के आधुनिक युग में , जहां भावनाएं अपनों के... Hindi · कविता 4 2 613 Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 25 Jul 2022 · 1 min read घर की सुरक्षा कैसी,? खूंखार कुत्ता पाला था , घर की सुरक्षा के लिए । या पड़ोसियों में धाक जमाने के लिए , मगर अफसोस ! वोह जानलेवा बन गया, घर के बूढी मां... Hindi · कविता 1 119 Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 25 Jul 2022 · 1 min read दिखावा वोह लगाते है पौधे, और सेल्फी खिंचवाने के लिए । और खुद को पर्यावरण प्रहरी दर्शाते है । वोह पालते है जानवर घर पर , खुद को पशु प्रेमी जताने... Hindi · कविता 214 Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 23 Jul 2022 · 2 min read धोखा मासूम बेजुबान को कुछ नही मालूम , इंसान उसके साथ क्या करने वाला है । नादान है वो क्या जाने ,क्या समझे , उसके साथ कोई धोखा होने वाला है... Hindi · कविता 496 Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 22 Jul 2022 · 1 min read वक्त का गुबार में सब पीछे छूट जाता है ... कल तक तो था परिवार का सबसे प्यारा, श्वास निकलते ही हो जाता है न्यारा। वक्त का गुबार ऐसा उड़ता है जोरो से , कहीं भी नहीं मिल पाता उसे... Hindi · कविता 194 Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 21 Jul 2022 · 2 min read ब्राउनी (पिटबुल डॉग) की पीड़ा तुम जाने मेरे बारे में क्या सोचते होंगे , यकीनन मुझे खूंखार हत्यारा समझते होंगे । मेरी जाति की जीव तो वफादारी निभाते है , अपनी जान गंवाकर मालिक को... Hindi · कविता 2 2 636 Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 20 Jul 2022 · 1 min read रिश्तों का बदलता समीकरण झूठ कहते हैं लोग , के भाई अनुजों के लिए पिता समान होते है । हकीकत तो यह है की भाई , सिर्फ अपनी संतान और पत्नी के ही होते... Hindi · कविता 1 205 Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 19 Jul 2022 · 1 min read घोर कलयुग है भाई ! आज कल घोर कलयुग है भाई , अभिभावकों की शामत है आई। बच के रहना अपनी संतानों से, जान से हाथ धो बैठोगे गर डांट लगाई । भूल जाओ तुमने... Hindi · कविता 1 2 294 Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 18 Jul 2022 · 1 min read काला साया कुछ ऐसे लोग भी होते है , जो तन के भी काले और मन के भी काले , आस्तीनो में अपनी जिन्होंने नाग पाले । जुबान पर जहर को लपेटे... Hindi · कविता 3 6 232 Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 18 Jul 2022 · 1 min read उम्मीद ए उम्मीद ! कैसे बढ़ाएं तुम्हारी ओर हम कदम , इन राहों में कांटे बहुत है । कैसे थामे तुम्हारा दामन ,दिखता ही नहीं , हमारी राहों में अंधेरे भी... Hindi · कविता 1 4 127 Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 17 Jul 2022 · 1 min read संतान की उपयोगिता अगर माता पिता को यह पहले से ज्ञात हो जाए , की उनकी संतान इतनी निष्ठुर और स्वार्थी निकलेगी । तो वोह संतान उत्पन्न ही क्यों करते , उन्होंने एक... Hindi · कविता 164 Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 15 Jul 2022 · 1 min read मेरे सुनहरे अतीत मेरे अतीत ! मेरे प्यारे सुनहरे अतीत ! बोलो ! मैं तुम्हें कैसे भूल जाऊं ? कैसे ? जब जब वर्तमान मेरे कंठ से हलाहल उतारे , जब जब मेरी... Hindi · कविता 1 2 353 Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 14 Jul 2022 · 1 min read मर्यादा में रहो .. तुम अपनी मर्यादा न लांघो, हम भी अपनी मर्यादा में रहेंगे । तुम हमारे धर्म पर टिप्पणी ना करो , हम भी तुम्हारे मजहब पर खामोश रहेंगे । तुम हमारे... Hindi · कविता 458 Share Previous Page 2 Next